जशपुर, 31 दिसंबर 2024:क्राइम किलर IPS शशिमोहन सिंह की रणनीति ने वर्ष 2024 को गौ तस्करों के लिए भय और कानून व्यवस्था के लिए बदलाव का साल बना दिया। पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में चलाए गए विशेष अभियान “ऑपरेशन शंखनाद” ने गौ तस्करी के नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने में ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
अभियान की शानदार उपलब्धियों के आंकड़ों पर एक नजर –
प्रकरण दर्ज: 61
आरोपी गिरफ्तार: 109
गौ-वंश मुक्त: 704
वाहन जप्त: 35 (मूल्य ₹3.5 करोड़ से अधिक)
पुलिस द्वारा 16 वाहनों को राजसात किया गया, जबकि बाकी पर प्रक्रिया जारी है।
ताजा मामला सामने आया है जिसमें फरसाबहार क्षेत्र में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए 10 गौ-वंश को तस्करों से बचाया। इस दौरान आरोपी पप्पू यादव और प्रकाश यादव को गिरफ्तार किया गया। इन पर छत्तीसगढ़ कृषि पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
तस्करों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया।झारखंड सीमा के डड़गांव और अन्य इलाकों में बड़े स्तर पर छापेमारी की गई।
इन कार्रवाइयों के चलते सीमावर्ती तस्करी पर अंकुश लगा है।
एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया, “ऑपरेशन शंखनाद के तहत तस्करों पर बड़ा आर्थिक प्रहार हुआ है। उनकी गतिविधियां बाधित हुई हैं, और उनके मंसूबे नाकाम हो रहे हैं।”
पुलिस की सफलता में स्थानीय ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई। उनकी सतर्कता और सूचनाओं से कई तस्करी प्रयासों को विफल किया गया।
लगातार कार्रवाई के चलते अब तस्कर वाहनों की बजाय पैदल मार्ग से तस्करी का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, पुलिस की सतर्कता और ग्रामीणों के सहयोग से उनके ये प्रयास भी असफल हो रहे हैं।
एसपी सिंह ने कहा, “हमारा मिशन है कि गौ तस्करी को जड़ से खत्म किया जाए। पुलिस तस्करों को वैकल्पिक और सम्मानजनक रोजगार अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है।”
2024: अपराध के खिलाफ निर्णायक वर्ष
“ऑपरेशन शंखनाद” ने 2024 को अपराध के खिलाफ निर्णायक साल बना दिया। पुलिस की इन कड़ी कार्रवाईयों से जशपुर में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है, और समाज में सकारात्मक बदलाव आया है।
2025 का लक्ष्य:
जशपुर पुलिस इस अभियान को और सख्ती और रणनीति के साथ आगे बढ़ाएगी, ताकि गौ तस्करी को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।