नेशनल लोक अदालत बगीचा में 278 प्रकरण समाप्त हुए, पक्षकारों ने स्वास्थ्य शिविर का लिया लाभ

लोक अदालत सफलता पूर्वक संपन्न: विवादों का आपसी सहमति से हुआ निराकरण

जशपुर/बगीचा, 21 सितंबर: व्यवहार न्यायालय बगीचा में नेशनल लोक अदालत का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंसुर अहमद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डमरूधर चौहान और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेश राज के निर्देशन में किया गया। लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी श्रीमती कामिनी वर्मा के समक्ष पक्षकारों को समझाइश दी गई, जिससे कई आपसी विवादों का राजीनामा द्वारा समाधान हुआ।

इस लोक अदालत में मोटरयान अधिनियम, आबकारी अधिनियम, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम और चेक बाउंस जैसे मामलों सहित कुल 278 प्रकरणों को सुलझाया गया। प्रकरणों के समाधान के साथ-साथ, पक्षकारों के स्वास्थ्य लाभ हेतु एक स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया।

नेशनल लोक अदालत में आज की सफल कहानियाँ पढ़िए,,

सफल कहानी 01:

ग्राम सेमरजोबला बेन्दोपानी के दो पक्षों के बीच शराब के नशे में हुए विवाद को लोक अदालत के हस्तक्षेप से सुलझाया गया। पीठासीन अधिकारी श्रीमती कामिनी वर्मा एवं अन्य सदस्यों द्वारा दी गई समझाइश के बाद दोनों पक्षों ने आपसी रजामंदी से विवाद को खत्म कर दिया और भविष्य में शांतिपूर्ण संबंध बनाए रखने का संकल्प लिया।

सफल कहानी 02:

सामरबार बगीचा निवासी और देवंडांड, तहसील सन्ना निवासी के बीच ₹1,48,000/- के चेक के माध्यम से हुए देन-देन के विवाद को लोक अदालत में समझाइश के बाद समाप्त कर दिया गया। दोनों पक्षकारों ने आपसी सहमति से राजीनामा कर प्रकरण को समाप्त किया।

सफल कहानी 03:

ग्राम बटईकेला के निवासी के मध्य घरेलू हिंसा का मामला न्यायालय में लंबित था। पीठासीन अधिकारी के निर्देश के बाद पति-पत्नी ने आपसी सहमति से अपने रिश्ते को सुधारते हुए, सुखपूर्वक साथ रहने का फैसला किया। राजीनामा के आधार पर इस प्रकरण को समाप्त कर दिया गया।

लोक अदालत के माध्यम से न केवल लंबित मामलों का निपटारा हुआ, बल्कि समाज में शांति और सामंजस्य भी स्थापित हुआ। यह आयोजन विवाद समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ।