बुजुर्ग दम्पति का हमलावर चंडीगढ़ में गिरफ्तार,पुलिस ने ऐसे सुलझाई हत्या की गुत्थी

रायपुर, 11 नवंबर 2024 – रायपुर के खम्हारडीह थाना क्षेत्र में अवंती विहार स्थित एक मकान में बुजुर्ग दंपत्ति पर जानलेवा हमला करने और एक की हत्या के आरोप में पुलिस ने एक किरायेदार को गिरफ्तार किया है। आरोपी मुकेश कुमार, जो लंबे समय से फरार था, को आखिरकार चंडीगढ़ से पकड़ा गया।

यह दर्दनाक घटना 30 अक्टूबर की है, जब गीतांजली नगर निवासी प्रियकांत माटोल्या ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। माटोल्या, जो चोला मंडल फाइनेंस कंपनी में कार्यरत है, ने बताया कि कंपनी के मुख्य अधिकारी रवि बनर्जी ने उसे फोन करके अवंती विहार में अपने माता-पिता के पास भेजा था। जब माटोल्या वहां पहुंचा, तो उसने देखा कि मुख्य दरवाजा बंद था, और अंदर खून से लथपथ मृतक रत्नेश्वर बनर्जी और घायल माया बनर्जी पड़ी थीं।

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी मुकेश कुमार, जो बुजुर्ग दंपत्ति के घर किरायेदार था, ने किराये को लेकर हुए विवाद में यह जानलेवा हमला किया था। बताया जा रहा है कि मुकेश कुमार पर काफी कर्ज था और उसने लंबे समय से मकान का किराया भी नहीं दिया था। घटना वाले दिन किराये को लेकर हुए बहस के दौरान मुकेश ने गुस्से में आकर लोहे की नटराज मूर्ति से दोनों बुजुर्गों पर हमला किया। रत्नेश्वर बनर्जी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि माया बनर्जी गंभीर रूप से घायल हो गईं।

आरोपी की गिरफ्तारी का सिलसिला:
हमले के बाद मुकेश कुमार लगातार शहर बदलता रहा और पुलिस को चकमा देने की कोशिश करता रहा। उसने दुर्ग, नागपुर, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली और चंडीगढ़ में अपने ठिकाने बदलते हुए पुलिस की पकड़ से बचने का प्रयास किया। मगर रायपुर पुलिस की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और खम्हारडीह थाना की संयुक्त टीम ने लगातार सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और तकनीकी साधनों का सहारा लेकर आखिरकार चंडीगढ़ में उसे पकड़ने में सफलता पाई।

पकड़ में आए सबूत:
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मुकेश कुमार के पास से मृतक की सोने की अंगूठी, चेन, एक मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई नटराज की मूर्ति जब्त की। आरोपी ने पूछताछ में अपने अपराध को कबूल कर लिया और बताया कि किराया विवाद के कारण उसने यह हमला किया।

पुलिस की कार्यवाही और टीम की भूमिका:
इस केस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक केसरीनंदन नायक, और उप पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निरीक्षक नरेंद्र मिश्रा और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस केस को सुलझाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।