राष्ट्रीय प्रेस दिवस: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रेस की भूमिका को बताया लोकतंत्र की आधारशिला,दी शुभकामनाएं

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रायपुर, 16 नवंबर 2024 – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर मीडिया से जुड़े सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने इस अवसर पर प्रेस और पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र की विशेषता और आधारशिला है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निष्पक्ष प्रेस और निर्भीक पत्रकारिता स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आवश्यक हैं। मीडिया न केवल नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है, बल्कि देश और समाज के हित में जनमत तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाता है।” राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर श्री साय ने भारतीय प्रेस की स्वतंत्रता और निष्पक्षता के महत्व को याद करते हुए कहा कि यह दिन हमारे जैसे जीवंत लोकतंत्र में प्रेस के योगदान को सम्मान देने का अवसर है। उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से लोकतंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में हम सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विश्वास जताया कि मीडिया अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए देश को प्रगति के पथ पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। राष्ट्रीय प्रेस दिवस हर वर्ष 16 नवंबर को मनाया जाता है, जो प्रेस की स्वतंत्रता और समाज में उसके योगदान को रेखांकित करने का अवसर प्रदान करता है।  

सीएम विष्णुदेव साय के रिश्तेदार सड़क हादसे में घायल, रमेश साय की हालत गंभीर

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जशपुर, 15 नवंबर 2024 // कुनकुरी-लवाकेरा स्टेट हाईवे-27 पर शुक्रवार दोपहर लगभग 1:30 बजे एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के चचेरे भाई रमेश साय और उनकी पत्नी पुष्पा साय गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब उनकी कार एक मोड़ पर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। हादसे के बाद थाना प्रभारी सुनील सिंह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को 108 एम्बुलेंस की सहायता से कुनकुरी के हॉलीक्रॉस अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि रमेश साय को गंभीर चोटें आई हैं। उनकी तीन पसलियां टूट गई हैं, और उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया है। उनकी पत्नी पुष्पा साय की स्थिति खतरे से बाहर है और उनका इलाज हॉलीक्रॉस अस्पताल में जारी है। थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बताया कि रमेश साय तपकरा निवासी हैं और शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। वे पूर्व विधायक रोहित साय के बड़े भाई और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के चचेरे भाई हैं। शुक्रवार को वे अपनी निजी कार  अपनी पत्नी के साथ तपकरा से कुनकुरी आ रहे थे, तभी एक मोड़ पर उनका वाहन अनियंत्रित हो गया और पेड़ से टकरा गया। हादसे की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी अनिल सोनी, एसडीओपी विनोद मंडावी,एसडीएम नन्दजी पांडे, सीएमएचओ जशपुर, और बीएमओ कुनकुरी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों का हालचाल जाना और उनके इलाज में कोई कमी न रहने देने का आश्वासन दिया। एसडीओपी विनोद मंडावी ने कहा, “यह हादसा अचानक हुआ है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।” मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को जब हादसे की सूचना मिली तो उन्होंने तत्काल रांची और कुनकुरी के चिकित्सा अधिकारियों से बात की। उन्होंने रमेश साय के बेहतर इलाज और उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। रमेश साय की गंभीर स्थिति और मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़ाव होने के कारण स्थानीय लोग चिंतित हैं। अस्पताल के बाहर रिश्तेदारों और शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है।  

मुख्यमंत्री साय का फोन बना निशा के सपनों का सहारा, किलिमंजारो पर फहरेगा छत्तीसगढ़ से तिरंगा

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रायपुर, 15 नवंबर 2024 // आज सुबह बिलासपुर की निशा यादव के जीवन में एक ऐसा पल आया, जिसने उनके सपनों को नई उड़ान दी। अलसुबह, जब उनका फोन बजा और दूसरी तरफ से एक सौम्य आवाज सुनाई दी, तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। आवाज आई, “बेटा, मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बोल रहा हूं। तुम्हें किलिमंजारो पर तिरंगा फहराने जाना है, और तुम्हें पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है।” पहले तो निशा को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। संकोच के साथ उन्होंने पूछा, “क्या आप सच में मुख्यमंत्री बोल रहे हैं?” लेकिन जब मुख्यमंत्री ने निशा के सपने और उनकी पर्वतारोहण यात्रा के बारे में विस्तार से चर्चा की, तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। “आपने मेरे सारे डर दूर कर दिए” निशा, जो एक साधारण परिवार से आती हैं, ने बताया कि उनके पिता एक ऑटो चालक हैं। पर्वतारोहण जैसे महंगे शौक को पूरा करना उनके परिवार के लिए मुश्किल था। निशा ने भावुक होकर कहा, “मुख्यमंत्री जी, मैं कई दिनों से सो नहीं पा रही थी। मेरे सपने को पूरा करने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। आज आपने मेरी सारी चिंताओं को दूर कर दिया। मैं आपको तहे दिल से धन्यवाद देती हूं।” निशा ने मुख्यमंत्री को यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर अपनी चढ़ाई और वहां तिरंगा फहराने के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पर्वतारोहण न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक मजबूती की भी परीक्षा लेता है। अब उनका अगला सपना अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को फतह करना है, और इसके बाद वे माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराना चाहती हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने निशा के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है। आपका आत्मविश्वास और जुनून आपको आपके लक्ष्य तक जरूर पहुंचाएगा। हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ की बेटी माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराए। आर्थिक तंगी कभी किसी के हौसले को रोक नहीं सकती। हमारी सरकार आपके साथ है।” मुख्यमंत्री के इस स्नेह और समर्थन से निशा का उत्साह दोगुना हो गया। उन्होंने कहा कि अब वे और भी ज्यादा मेहनत करेंगी और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगी। निशा की कहानी न केवल उनके जैसे युवाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह भी साबित करती है कि जब सरकार और नेतृत्व का सहयोग मिलता है, तो कोई भी सपना असंभव नहीं रहता। जल्द ही निशा तिरंगे के साथ किलिमंजारो की ऊंचाइयों को छूने की तैयारी शुरू करेंगी। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पल न केवल निशा के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का क्षण होगा।  

धान खरीदी: 734 बोरी अवैध धान से भरा ट्रक जब्त, कलेक्टर के निर्देश पर सख्त कार्रवाई

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छत्तीसगढ़ में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान देश मे सबसे ज्यादा कीमत 3100 ₹ प्रति क्विंटल धान खरीदने वाली भाजपा सरकार में बिचौलिए-किसान और फड़ प्रभारियों की सांठगांठ जारी है।धान खरीदी शुरू होने के बाद धान परिवहन का मामला पकड़ा जाना इसका प्रमाण है। कबीरधाम,15 नवम्बर 2024 – जिले में धान खरीदी के दौरान अवैध धान परिवहन पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। कलेक्टर गोपाल वर्मा के निर्देश पर एक संयुक्त टीम ने पंडरिया ब्लॉक के ग्राम रहमान काँपा के लघुवनोपजन नाके पर एक ट्रक (क्रमांक सीजी 16 सी एल 1676) को जब्त किया, जिसमें 314 क्विंटल (734 बोरी) अवैध धान लदा हुआ था। यह धान मध्य प्रदेश से लाकर कबीरधाम के राजनांदगांव में खपाने की तैयारी थी, जिससे अंतराज्यीय धान परिवहन का मामला सामने आया है। कबीरधाम जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और इसे अवैध रूप से खपाए जाने की संभावनाओं को देखते हुए कड़ी निगरानी की जा रही है। कलेक्टर वर्मा ने इस सख्ती के निर्देश दिए हैं ताकि जिले में किसानों का धान सही और उचित मूल्य पर बिक सके। जब्त किए गए अवैध धान को आगामी आदेश तक मंडी परिसर कृषि उपज मंडी, पंडरिया में सुरक्षित रखा गया है। कबीरधाम में समर्थन मूल्य पर खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान खरीदी आरंभ हो चुकी है। पहले दिन 94 केंद्रों पर 1189 किसानों को टोकन जारी कर 56,520 क्विंटल धान खरीदा गया। 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से इस बार धान खरीदी हो रही है। जिले के 108 धान खरीदी केंद्रों पर कुल 1,24,787 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है, जिनके पास 1,24,411 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल है। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने जिले में अवैध धान परिवहन और भंडारण पर लगातार नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को उनके मेहनत का सही लाभ मिल सके और अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।  

प्रकाश पर्व पर हम सभी प्रेम,सद्भाव और सेवाभाव का संकल्प लें – विष्णुदेव साय

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*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को गुरुनानक देव जयंती ‘प्रकाश पर्व’ की दी बधाई* रायपुर 14 नवंबर 2024/मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने गुरुनानक देव की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों को विशेषकर सिख समुदाय के लोगों को गुरू नानक जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गुरू नानकदेव की जयंती को गुरूपरब और प्रकाश पर्व के रूप में उल्लास के साथ मनाया जाता है। गुरूनानक देव जी ने विश्व को प्रेम, एकता, समानता और भाईचारे का संदेश दिया है। गुरु नानक देव जी के उपदेश हम सभी को प्रेम और सद्भाव के साथ सेवाभाव से जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं।

*मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशव्यापी धान खरीदी महापर्व का किया शुभारंभ,किसानों ने भांठागांव (बी) खरीदी केन्द्र में बेचा अपना धान*

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*सहकारी बैंक मोहंदीपाट की नवनिर्मित भवन का किया लोकार्पण* रायपुर, 15 नवम्बर 2024/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 14 नवम्बर को छत्तीसगढ़ राज्य में समर्थन मूल्य पर किसानों से प्रदेशव्यापी धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ बालोद जिले के भांठागांव (बी) धान खरीदी केन्द्र से किया। इसी के साथ राज्य में किसानों से धान खरीदी की शुरूआत हो गई है, जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने भांठागांव (बी) उपार्जन केन्द्र पहुंचने के बाद इलेक्ट्रॉनिक तौल एवं अन्य यंत्रों का पूजन और वहां उपस्थित किसानों को माला पहना कर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने किसान भाईयों को धान खरीदी महापर्व के शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में ग्राम भांठागांव के किसान भागबली ने कुल 148 क्विंटल और  हरिराम ने 65 क्विंटल 20 किलो धान की बिक्री की। मुख्यमंत्री के सामने अपने धान की बिक्री होते देख किसान भागबली और हरिराम बहुत ही खुश नजर आ रहे थे। उक्त उपार्जन केन्द्र में 14 नवम्बर को धान खरीदी हेतु कुल 06 किसानों का टोकन काटा गया है। इस अवसर पर सीएम साय ने गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम मोहंदीपाट में 30 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित जिला सेवा सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा मर्यादित दुर्ग के नवीन शाखा भवन का लोकार्पण भी किया।उन्होंने इससे पूर्व छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर माल्यार्पण करते हुए शहीद बिरसा मुंडा एवं गहिरा गुरु के तैल चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक होगी। किसानों को उनके द्वारा बेचे गए धान के एवज में राज्य शासन द्वारा 72 घंटे भीतर उनके बैंक खाते में भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। राज्य में धान खरीदी के लिए 2,739 स्थापित किए गए हैं। इस साल धान बेचने के लिए 27,01,109 पंजीकृत किसानों द्वारा बोये गए धान का कुल रकबा 34,51,729 हेक्टेयर है। पंजीकृत किसानों में 1,35,891 नये किसान हैं। कार्यक्रम में सांसद भोजराज नाग, विधायक  कुंवर सिंह निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनादेवी देशलहरा, पूर्व विधायक बीरेंद्र साहू एवं राजेंद्र राय, कंवर समाज के प्रदेश अध्यक्ष हरबंश मिरी, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि पवन साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर, कंवर समाज के जिला अध्यक्ष केश कुमार ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधियो एवं विभिन्न समाज के पदाधिकारी, किसान एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

बड़ी खबर : जमीन डायवर्सन करने के लिए रिश्वत लेते एसडीएम गिरफ्तार,एसीबी की कार्रवाई में ये भी गया जेल

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विष्णु के सुशासन में भ्रष्टाचार का खेल बर्दाश्त नहीं,बड़ी कार्रवाई से मचा हड़कंप बेमेतरा, 14 नवम्बर 2024 – बेमेतरा जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) रायपुर की टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए साजा के एसडीएम और डिप्टी कलेक्टर टेकराम माहेश्वरी को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में एक होम गार्ड सिपाही गौकरण सिंह बघेल को भी गिरफ्तार किया गया है, जो पीड़ित और एसडीएम के बीच मीडियेटर की भूमिका निभा रहा था। क्या है पूरा मामला? जानकारी के मुताबिक, दिव्यांग युवक तुकाराम पटेल, जो ग्राम भठगांव, तहसील देवकर का निवासी है, ने एसीबी रायपुर में शिकायत की थी। शिकायत में उसने बताया कि उसने अपनी माता के नाम पर नगर पंचायत परपोड़ी में स्थित भूमि के डायवर्सन अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के लिए साजा एसडीएम कार्यालय में आवेदन किया था। इस प्रक्रिया के लिए एसडीएम टेकराम माहेश्वरी ने एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। तुकाराम ने इस रिश्वत को देने के बजाय एसीबी से मदद मांगने का फैसला किया। एसीबी ने शिकायत की जांच की और सत्यापित करने के बाद एक जाल बिछाया गया। एसडीएम को 20 हजार की रिश्वत पर सहमति जताई गई, जिसमें 10 हजार रुपए एडवांस दिए गए और शेष 10 हजार रुपए गुरुवार को देने का तय किया गया था। एसीबी ने ऐसे की कार्रवाई गुरुवार को जैसे ही एसडीएम टेकराम माहेश्वरी ने शेष 10 हजार रुपए लिए, एसीबी की टीम ने उन्हें और उनके सहयोगी होम गार्ड गौकरण सिंह बघेल को रंगे हाथों पकड़ लिया। फिलहाल दोनों आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर उनके निवास और अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। कार्रवाई के तहत धाराएं और आरोप दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई बेमेतरा जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सख्त पहल के रूप में देखी जा रही है। इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाया है। एसीबी की इस कार्रवाई ने न केवल स्थानीय प्रशासन को झकझोर दिया है, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आम लोगों को भी प्रेरित किया है कि वे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं।  

BLIND MURDER: बटइकेला टेलर के कत्ल की गुत्थी सुलझाने में ज्वाइंट ऑपरेशन सफल,रंजिश बनी हत्या की वजह, एसपी शशिमोहन सिंह ने बताई क्राइम स्टोरी

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जशपुर,14 नवम्बर 2024 – बीते दिनों कांसाबेल थाना के बटाइकेला गांव में दिनदहाड़े हुए गोलीकांड की गुत्थी सुलझी ही थी कि 11 नवम्बर को उसी एरिया में फिर हत्या हो गई।गांव के दर्जी की हत्या का खुलासा करते हुए जशपुर पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने जो जानकारी दी उसे पाठक स्टेप-बाय-स्टेप पढ़ें – स्टेप 1: हत्या का प्लान –  गांव बटईकेला के एक अंधेरी शाम का माहौल। बलसाय पैंकरा के दिमाग में एक ही बात घूम रही थी •ठीरू राम नागवंशी से पुरानी रंजिश का बदला। मजदूरी के पैसों के लिए हुए विवाद ने बलसाय को ठीरू के खिलाफ गहरी नफरत से भर दिया था। उसने ठान लिया था कि इस बार वह ठीरू को जिंदा नहीं छोड़ेगा। स्टेप 2: पहले दिन मिली असफलता 10 नवंबर 2024 को बलसाय पैंकरा अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर ठीरू के घर के आसपास घूमता रहा। उसकी नीयत थी कि जैसे ही ठीरू उसे अकेला मिलेगा, वह हमला कर देगा। तीन बार उसने ठीरू को मारने का मौका तलाशा, लेकिन उसे सही समय नहीं मिला। आखिरकार, निराश होकर बलसाय उस दिन अपने घर वापस लौट गया, लेकिन अगले दिन के लिए उसने एक खतरनाक योजना तैयार की। स्टेप 3: वारदात का दिन 11 नवंबर की शाम ठीरू राम नागवंशी खेतों से घास काटकर अपने साइकिल पर घर लौट रहा था। उस समय, बटईकेला के पास का रास्ता लगभग सुनसान था। यही वह मौका था जिसका बलसाय इंतजार कर रहा था। अचानक, बलसाय ने ठीरू का पीछा किया और एक सुनसान स्थान पर उसे रोक लिया। इससे पहले कि ठीरू कुछ समझ पाता, बलसाय ने अपने पास रखे भारी डंडे से उसके सिर पर कई बार वार किया, जिससे ठीरू लड़खड़ाते हुए जमीन पर गिर पड़ा। स्टेप 4: बेरहमी से हत्या ठीरू के गिरने के बाद बलसाय ने पीछे हटने का कोई इरादा नहीं किया। उसने अपने छिपाए हुए लौहे के दौली को निकाला और ठीरू के चेहरे और सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। ठीरू के खून से सारा रास्ता लाल हो गया, और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई। बलसाय ने यह नृशंस हत्या अंजाम देकर तुरंत वहां से भागने का प्लान बना लिया। स्टेप 5: पुलिस को खबर मिलना औरजांच शुरू होना ठीरू के भाई हीरू राम नागवंशी को जैसे ही अपने भाई की मौत का पता चला, उसने तुरंत कांसाबेल थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस के पास यह मामला आते ही एक सख्त कदम उठाने का फैसला किया गया। जशपुर के पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें साइबर सेल और कई अनुभवी पुलिस अधिकारी शामिल किए गए। स्टेप 6: पुलिस टीम की रणनीति मामले  को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस ने बलसाय पैंकरा को खोजने की कोशिशें तेज कर दी। मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर, पुलिस टीम को पता चला कि बलसाय ने ग्राम केरजू थाना सीतापुर की ओर रुख किया है। पुलिस ने उसका पीछा करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह वहां से भी फरार हो गया। इसके बाद रायगढ़ जिले और पत्थलगांव में नाकाबंदी की गई ताकि वह कहीं भी भागने न पाए। स्टेप7:रायगढ़ में ऐसे बिछाया गया जाल पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार, उप पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत और रायगढ़ पुलिस उप पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय ने एक विशेष जाल बिछाकर पूंजीपथरा इलाके में बलसाय पैंकरा का ठिकाना ढूंढ निकाला। पूरी टीम ने योजनाबद्ध तरीके से उस घर पर दबिश दी, जहाँ बलसाय छिपा हुआ था। आधी रात के करीब, पुलिस ने बलसाय को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान, बलसाय ने न केवल अपने अपराध को कबूल किया बल्कि हत्या की पूरी योजना भी बताई। उसने स्वीकार किया कि उसने ठीरू राम नागवंशी को मारने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी। हत्या वाले दिन उसने ठीरू को अकेला पाया और मौका देखकर उस पर हमला कर दिया। उसके पास डंडा और दौली पहले से ही तैयार थे, जिन्हें उसने वारदात के समय इस्तेमाल किया।जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी बलसाय के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल, डंडा, और लौहे का दौली बरामद कर लिया। पुलिस ने मामले की जांच पूरी कर बलसाय को 14 नवंबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस केस की त्वरित कार्रवाई और सटीक रणनीति ने पुलिस की कुशलता को साबित किया।  जशपुर पुलिस और रायगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने न केवल इस हत्या के आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि अपराध चाहे जितना भी जघन्य हो, अपराधी कानून से नहीं बच सकता।

केंद्रीय खेलमंत्री ने जशपुर के लिए की बड़ी घोषणा,MY Bharat के माटी के वीर पदयात्रा का सन्देश प्रधानमंत्री मोदी तक ऐसे पहुंचाया

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जशपुर,14 नवम्बर 2024 – पूरे देश में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में 15 नवम्बर को मनाया जाता है।जिसके पूर्व बीते कल 13 नवम्बर को जशपुर ज़िला मुख्यालय से लगे बालाछापर में माई भारत के 15 हजार से ज्यादा वालेंटियर्स मुख्य अतिथि डॉ. मनसुख मण्डाविया,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ लगातार 8 किलोमीटर तक माटी के वीर पदयात्रा में साथ चले।जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री श्री मण्डाविया ने अपने अनुभवों को सोशल मीडिया हैंडल X पर शेयर किया है। उन्होंने कहा है – जनजातीय गौरव को जन-जन तक पहुँचाने और जनजातीय समाज के वैभव, संस्कृति, जीवनशैली, महानायकों के योगदान का उत्सव मनाने हेतु आज छत्तीसगढ़ के जशपुर में @MYBharatGov के हमारे हज़ारों युवा साथियों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा #माटी_के_वीर पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री @vishnudsai जी एवं अन्य साथी उपस्थित रहे। यात्रा के दौरान कदम-कदम पर जनजातीय समुदाय की विविध संस्कृति व जीवनशैली के अनेक पहलू देखने को मिले, जिन्हें MY Bharat के हमारे 15 हज़ार से अधिक युवा साथियों ने बेहद क़रीब से अनुभव किया। प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi जी ने युवाओं से विकसित भारत में योगदान देने का आह्वान किया है, और इस यात्रा के दौरान युवाओं ने देश के प्रति समर्पित होकर राष्ट्र को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया। मैंने आज जशपुर में खेल स्टेडियम बनाने की घोषणा भी की है, ताकि यहाँ के जनजातीय युवाओं की प्रतिभा को और आगे बढ़ाया जा सके – खेल मंत्री मनसुख मंडाविया हमारा देश जनजातीय समुदाय के गौरवशाली योगदान का सदैव ऋणी रहेगा और हम इसका उत्सव मनाते रहेंगे। आने वाली 15 तारीख़ को भी जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। मैं भगवान बिरसा मुंडा जी को कोटि-कोटि नमन करता हूँ।

आज से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू,अवैध धान के परिवहन पर सरकार सख़्त,,,

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*मुख्यमंत्री के निर्देश पर धान खरीदी की सभी आवश्यक तैयारी पूर्ण* *राज्य में 2739 उपार्जन केन्द्रों में किसानों से समर्थन मूल्य पर होगी धान खरीदी* *14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 के दौरान किसान कर सकेंगे धान का समर्थन मूल्य पर विक्रय* *राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध धान परिवहन पर रखी जाएगी कड़ी निगरानी* रायपुर 14 नवंबर 2024/ राज्य में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 14 नवंबर से प्रारंभ होने जा रही है। प्रदेश के किसानों से धान खरीदी की योजना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दिशानिर्देश पर प्रदेश के सभी 2739 उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इस खरीफ सीजन के लिए प्रदेश में पंजीकृत कुषकों की संख्या 27 लाख 1 हजार 109 है। इस वर्ष 1 लाख 35 हजार 891 नये किसान पंजीकृत हुए हैं और 1 लाख 36 हजार 263 हेक्टेयर नवीन रकबों का पंजीयन किया गया है। सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमैट्रिक डिवाईस के माध्यम से उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बडे़ कृषकों के द्वारा उपजाये गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जाएगा। इसके लिए 7 नवंबर से ही टोकन आवेदन की व्यवस्था आरंभ कर दी गई है। खरीदी सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बडे़ कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी। धान खरीदी अवधि 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 के दौरान किसान अपना धान, खरीदी केन्द्रों में लाकर समर्थन मूल्य पर विक्रय कर सकते है। खरीदी केंद्रों में तौल हेतु इलेक्ट्रानिक कांटा-बांट की व्यवस्था की गई है। खरीदी केंद्रों से धान का उठाव मिलर एवं परिवहनकर्ता के माध्यम से समयानुसार कराने के निर्देश दिये गये है। सभी खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था से लेकर छांव, पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले किसानों को समय पर भुगतान हेतु मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली गई है। समितियों में राशि आहरण हेतु ‘‘माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे कि किसानों को सुविधा हो। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जायेगी। खाद्य मंत्री श्री बघेल के निर्देश पर धान रिसाइकलिंग बोगस खरीदी पर नियंत्रित करने के लिए अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टीम द्वारा राज्य के अलग अलग संभागों में विशेष कार्ययोजना बनाई गई है। राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई है एवं चेक पोस्ट की स्थापना की गई है। मंडी विभाग द्वारा मंडी अधिनियम के तहत जिलों में अधिकृत व्यापारियों की सूची जिला प्रशासन के साथ साझा किया गया है। एनआईसी द्वारा तैयार मोबाइल एप्प के माध्यम से गिरदावरी के खसरों का पुनः सत्यापन लगातार जारी है। मार्कफेड द्वारा राज्य स्तर पर एकीकृत कंट्रोल कमांड सेंटर स्थापित कर राईस मिल एवं उपार्जन केन्द्रों पर रियल टाइम निगरानी रखी जाएगी। राज्य स्तर पर अलग अलग जिलों के लिए राज्य स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों की जांच टीम बनाई गई है, जो लगातार जिले में हो रही धान खरीदी की मानिटरिंग करेंगे। विभागीय मंत्री द्वारा निर्देशित किया गया है कि राज्य स्तरीय दल आबंटित जिलों में खरीदी के दौरान कम से कम तीन बार भ्रमण करेंगे। प्राप्त शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाएगी और की गई कार्यवाही के संबंध में अवगत भी कराया जाएगा।