
जशपुर – एसटी-एससी मोर्चा के तत्वावधान में कुनकुरी शहर में आदिवासी व अनुसूचित जाति के लोग सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के विरोध में बड़ी रैली कर जय स्तम्भ चौक पर जनसभा की।इसी तरह जिला मुख्यालय जशपुर व पत्थलगांव में भी बंद शांतिपूर्ण रहा और बंद समर्थकों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी व अनुसूचित जाति के लोग सुबह 10 बजे से खेल मैदान में इकट्ठा होने लगे।इसके बाद सर्व आदिवासी समाज के नेता वाल्टर कुजूर,अभिनन्द,कुलदीप,श्याम सुंदर मरावी,अंजना मिंज,अजेम टोप्पो के नेतृत्व में खेल मैदान से रैली निकलकर बस स्टेशन होते हुए जय स्तम्भ पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई।जहां संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया।जनसमूह को संविधान की प्रस्तावना शपथ के रूप में पढ़ाया गया।

भीड़ इतनी ज्यादा थी कि जय स्तम्भ चौक के चारों ओर की सड़कें जाम हो गई।एसडीएम नन्दजी पांडे,एसडीओपी विनोद कुमार मंडावी के निर्देश पर नेशनल हाइवे से भीड़ को हटाने में पुलिस व आयोजकों को खासी मेहनत करनी पड़ी।इससे भीड़ मंच तक पहुंच गई।
सभा को सम्बोधित करते हुए आदिवासी नेता वाल्टर कुजूर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने क्रीमीलेयर लागू करके आदिवासी व अनुसूचित जाति का आरक्षण खत्म करने की कोशिश को हवा दे दी है।आरक्षण संविधान ने दिया है।वाल्टर ने एक सवाल किया कि हमारे विधायक जो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हैं क्या उनके मुख्यमंत्री बनने से उनका समाज क्रीमीलेयर में आ गया? क्या समाज को पूर्ण विकसित मान लिया जाएगा ?
सभा को सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष श्यामसुंदरमरावी,संजयसक्सेना,अभिनन्द,कलिस्ता तिर्की,अंजना मिंज ने भी सम्बोधित करते हुए कथित आरक्षण विरोधी साजिश में केंद्र की सरकार पर हमला बोला।मंच से वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आरक्षण को लेकर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो जल्द ही फिर से भारत बंद किया जाएगा।
सभा के अंत में आंदोलन के नेतृत्व कर रहे लोगों ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम कुनकुरी को एक ज्ञापन सौंपा।इसी तरह जशपुर और पत्थलगांव में भी कार्यक्रम शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ।इस दौरान कुनकुरी थाना प्रभारी सुनील सिंह दल-बल के साथ रैली और जनसभा में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैनात थे।
वहीं कुनकुरी में बंद को शहर के व्यापारियों का खासा समर्थन मिला।पत्थलगांव में 10 बजे के बाद दुकानें खुलने लगी थी लेकिन करीब डेढ़ सौ बाइक सवार बंद समर्थकों की अपील का असर हुआ और ज्यादातर दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।इसी तरह जशपुरनगर में बंद का कम असर देखने को मिला।