बड़ी खबर:आईजी ने थाना के पूरे स्टाफ को ही हटा दिया,दो अधिकारी सस्पेंड,जांच कर रहे डीएसपी को भी बदला,,,,

 प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी दीपक झा ने बड़ा खुलासा किया,जिसमें लोहारीडीह आगजनी कांड में 170 में 60 गिरफ्तार,विवेचना में लापरवाही पर 

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फोटो: कवर्धा में प्रेस कांफ्रेंस करते आईजी दीपक झा

 

कवर्धा, 21 सितम्बर: लोहारीडीह आगजनी कांड के बाद प्रशासनिक और पुलिस विभाग की कार्रवाई में तेजी आई है। कवर्धा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी दीपक झा ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि लोहारीडीह प्रकरण में अब तक पांच एफआईआर दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 170 लोगों को नामजद किया गया है और 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, विवेचना के दौरान कई खामियां पाई गईं, जिसके चलते रेंगाखार थाना के सभी 28 स्टाफ को लाइन अटैच कर दिया गया है।

आईजी दीपक झा ने स्वीकार किया कि घटना की जांच में लापरवाही हुई है और कई गिरफ्तारियां वैधानिक तरीके से नहीं की गई थीं। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए रेंगाखार थाना के सभी स्टाफ को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया गया है। साथ ही, दो अधिकारियों को नामजद शिकायत के आधार पर निलंबित किया गया है। इसके अलावा, जांच में एसडीओ पी की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं, जिसके चलते उन्हें हटाकर नए डीएसपी को रेंगाखार थाना का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई: प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईजी दीपक झा ने यह भी कहा कि लोहारीडीह में महिलाओं पर अत्याचार और मारपीट के मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, और सभी दोषियों के खिलाफ वैधानिक दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही, मारपीट का शिकार हुए पांच लोगों को इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है।

निर्दोष लोगों की गिरफ्तारी पर पुनर्विचार: आईजी ने कहा कि अगर किसी निर्दोष व्यक्ति को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है, तो उसके लिए जिम्मेदार अधिकारी पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह, आईजी ने यह स्पष्ट कर दिया कि मामले की जांच निष्पक्ष और गहनता से की जाएगी और किसी भी स्तर पर लापरवाही या पक्षपात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।