विष्णु के सुशासन में भ्रष्टाचार का खेल बर्दाश्त नहीं,बड़ी कार्रवाई से मचा हड़कंप
बेमेतरा, 14 नवम्बर 2024 – बेमेतरा जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) रायपुर की टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए साजा के एसडीएम और डिप्टी कलेक्टर टेकराम माहेश्वरी को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में एक होम गार्ड सिपाही गौकरण सिंह बघेल को भी गिरफ्तार किया गया है, जो पीड़ित और एसडीएम के बीच मीडियेटर की भूमिका निभा रहा था।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, दिव्यांग युवक तुकाराम पटेल, जो ग्राम भठगांव, तहसील देवकर का निवासी है, ने एसीबी रायपुर में शिकायत की थी। शिकायत में उसने बताया कि उसने अपनी माता के नाम पर नगर पंचायत परपोड़ी में स्थित भूमि के डायवर्सन अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के लिए साजा एसडीएम कार्यालय में आवेदन किया था। इस प्रक्रिया के लिए एसडीएम टेकराम माहेश्वरी ने एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी।
तुकाराम ने इस रिश्वत को देने के बजाय एसीबी से मदद मांगने का फैसला किया। एसीबी ने शिकायत की जांच की और सत्यापित करने के बाद एक जाल बिछाया गया। एसडीएम को 20 हजार की रिश्वत पर सहमति जताई गई, जिसमें 10 हजार रुपए एडवांस दिए गए और शेष 10 हजार रुपए गुरुवार को देने का तय किया गया था।
एसीबी ने ऐसे की कार्रवाई
गुरुवार को जैसे ही एसडीएम टेकराम माहेश्वरी ने शेष 10 हजार रुपए लिए, एसीबी की टीम ने उन्हें और उनके सहयोगी होम गार्ड गौकरण सिंह बघेल को रंगे हाथों पकड़ लिया। फिलहाल दोनों आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर उनके निवास और अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।
कार्रवाई के तहत धाराएं और आरोप
दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई बेमेतरा जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सख्त पहल के रूप में देखी जा रही है।
इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाया है। एसीबी की इस कार्रवाई ने न केवल स्थानीय प्रशासन को झकझोर दिया है, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आम लोगों को भी प्रेरित किया है कि वे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं।