💥बड़ी खबर जशपुर से💥 पर्यटन स्थल पर शर्मनाक करतूत — मयाली नेचर कैंप में संदिग्ध जोड़ा रंगे हाथों पकड़ा गया, प्रबंधन पर उठे सवाल! देखें तस्वीरें
💥बड़ी खबर जशपुर से💥 पर्यटन स्थल पर शर्मनाक करतूत — मयाली नेचर कैंप में संदिग्ध जोड़ा रंगे हाथों पकड़ा गया, प्रबंधन पर उठे सवाल! जशपुर/कुनकुरी – जिले का प्रसिद्ध मयाली नेचर कैंप, जो अब तक अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता था, आज एक शर्मनाक घटना के कारण सुर्खियों में है। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे नेचर कैंप के मड हाउस में एक संदिग्ध जोड़ा प्रेम संबंध बनाते हुए पकड़ा गया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और शर्म दोनों का माहौल है। जानकारी के अनुसार, मयाली नेचर कैंप का उद्घाटन 27 सितंबर 2015 को तत्कालीन भाजपा विधायक रोहित साय ने किया था। पवित्र मधेश्वर महादेव पर्वत की तलहटी में स्थित यह स्थल अब तक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। पिछले वर्ष यहां पंडित प्रदीप शर्मा द्वारा महाशिव पुराण कथा का आयोजन हुआ था, जिसके बाद से यह स्थान धार्मिक महत्व के साथ राष्ट्रीय पहचान पाने लगा था। लेकिन आज की इस घटना ने पूरे जिले को शर्मसार कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, वन प्रबंधन समिति खडसा के सचिव हरिहर यादव के जिम्मे नेचर कैंप में पर्यटकों को कमरा देने की जिम्मेदारी थी। बताया जा रहा है कि उसने बिना इंट्री रजिस्टर में दर्ज किए ही उस जोड़े को मड हाउस की चाबी दे दी। प्रबंधन समिति के सचिव हरिहर यादव ने अपने बचाव में कहा कि, “दिसंबर महीने की तैयारी के चलते साफ-सफाई का काम चल रहा था। उसी दौरान एक युवक और युवती अंदर घुस गए। मुझे इसकी जानकारी नहीं थी।” हालांकि समिति के कुछ सदस्यों ने नाम न छापने की शर्त पर खुलासा किया है कि युवक हरिहर यादव का जान-पहचान वाला है और इससे पहले भी कई बार वह मड हाउस में जाकर “अय्याशी” कर चुका है। समिति के अध्यक्ष चंदर सिंह ने इस पूरे मामले को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि —“यह पवित्र स्थान है, यहां ऐसी हरकत अस्वीकार्य है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।” वहीं नेचर कैंप के संरक्षक कपिलदेव साय ने इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त की है और कहा कि,”यह सरकार और प्रशासन की छवि खराब करने की साजिश भी हो सकती है। इंचार्ज पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।बिना इंट्री कैसे किसी को भी कमरा दे दिया?” भंडरी ग्राम पंचायत के सरपंच वाल्टर कुजूर ने भी आक्रोश जताते हुए कहा कि नेचर कैंप में अनैतिक कार्य को बढ़ावा कौन दे रहा है? इसकी जांच कर दोषी व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।साथ ही प्रशासन से अपील की है कि जिले के पवित्र स्थलों,पर्यटन स्थलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। फिलहाल कुनकुरी पुलिस ने युवक और युवती दोनों से पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही वन प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों को भी थाने बुलाया गया है। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि — *क्या धार्मिक और पर्यटन स्थलों की गरिमा की सुरक्षा के लिए प्रशासन सचमुच गंभीर है? *और क्या नेचर कैंप जैसे संवेदनशील स्थलों की निगरानी पर्याप्त है? धार्मिक संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि जशपुर की पवित्र धरती पर मयाली नेचर कैंप में हुई यह घटना केवल एक अनुशासनहीनता नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की आस्था को ठेस पहुँचाने वाली है।