श्री जगन्नाथ महाप्रभु की सज रही है भव्य रथ, गजपति महाराजा की भूमिका निभाएंगे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, विभिन्न झांकियां एवं कीर्तन मंडली की प्रस्तुति से क्षेत्र होगा भक्तिमय

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जशपुर,27/06/2025 – जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा में इस वर्ष रथ यात्रा को लेकर भव्य तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा जी की रथ यात्रा का आयोजन ओडिशा के पूरी धाम की परंपरा के अनुरूप किया जा रहा है। मंदिर समिति के अनुसार, इस वर्ष रथ यात्रा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ‘गजपति महाराजा’ की परंपरागत भूमिका निभाएंगे, वहीं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय भी इस ऐतिहासिक आयोजन में सहभागी बनेंगी। श्री जगन्नाथ मंदिर समिति दोकड़ा ने रथ यात्रा की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। आकर्षक ढंग से सजाई जा रही महाप्रभु की रथ मंदिर परिसर से चलकर मौसी बाड़ी तक पहुंचेगी, जहां विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। यह रथ यात्रा केवल धार्मिक महत्व नहीं रखती, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक विरासत और परंपरा का भी प्रतीक बन गई है। रथ यात्रा में ओडिशा की पारंपरिक विधियों के अनुसार सारी रस्में निभाई जाएंगी। ओडिशा से आमंत्रित विद्वान पंडितों द्वारा पूजन अनुष्ठान और विधिविधान के साथ महाप्रभु को रथ पर विराजमान कराया जाएगा। साथ ही कीर्तन मंडलियों और झांकियों की प्रस्तुतियों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठेगा। हजारों श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन एवं समिति ने सुरक्षा, यातायात और सुविधा व्यवस्था को लेकर भी व्यापक प्रबंध किए हैं। यह रथ यात्रा न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य अनुभव होगी, बल्कि दोकड़ा क्षेत्र के लिए भी गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बनेगी।

परीक्षा अवधि पूर्ण होने पर सहायक शिक्षकों ने सौंपा सामूहिक निवेदन पत्र, जिला शिक्षा अधिकारी ने दिया शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन

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🟢 खबर जनपक्ष। शिक्षा संवाद | 23 जून 2025 🟢 📍 जशपुर, छत्तीसगढ़ जशपुर जिले में वर्ष 2022 की सीधी भर्ती प्रक्रिया के तहत नियुक्त सहायक शिक्षकों ने सोमवार को परीक्षा अवधि समाप्ति एवं सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी.के. भटनागर को औपचारिक निवेदन पत्र सौंपा। शिक्षकों ने बताया कि 20 जून 2025 को उनकी तीन वर्ष की निर्धारित परीक्षा अवधि पूर्ण हो चुकी है, ऐसे में नियमानुसार उन्हें नियमित सेवा में शामिल किया जाए। ✅ शिक्षकों ने रखी यह प्रमुख मांगें: परीक्षा अवधि समाप्ति की औपचारिक कार्रवाई शीघ्र पूरी की जाए। नियमितीकरण आदेश जारी कर भविष्य की सेवाओं को स्थायित्व प्रदान किया जाए। सेवा लाभ और शासकीय योजनाओं में पात्रता सुनिश्चित की जाए। 👥 ये शिक्षक रहे उपस्थित: देवकी प्रधान, मुकेश कुमार, विजय पैंकरा, अंजना यादव, मधु पैंकरा, अनुपमा कुजूर, बांग्ला रात्रे समेत अन्य कई शिक्षक प्रतिनिधि इस मौके पर उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि तीन वर्षों तक नियमों के पालन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य करने के बाद अब वे नियमित आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। — 🗣️ शिक्षकों का बयान: देवकी प्रधान: “तीन वर्षों की सेवा में हमने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास किए हैं, अब नियमितीकरण की प्रक्रिया समय पर होनी चाहिए।” मधु पैंकरा: “परीक्षा अवधि समाप्ति का आदेश मिलने से शिक्षक समुदाय का मनोबल बढ़ेगा और सेवा के प्रति समर्पण और गहराएगा।” मुकेश कुमार: “हमने कर्तव्यपरायणता से कार्य किया है, प्रशासन से उम्मीद है कि जल्द आदेश जारी होंगे।” — 📌 जिला शिक्षा अधिकारी की प्रतिक्रिया: जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी.के. भटनागर ने शिक्षकों की मांग को न्यायोचित और नियमसम्मत बताया। उन्होंने कहा— “यह रूटीन प्रक्रिया है, शिक्षकों की तीन वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण हो चुकी है। हम शीघ्र आवश्यक कार्रवाई कर आदेश जारी करेंगे।” — 📢 प्रक्रिया का महत्व: परीक्षा अवधि समाप्ति के आदेश से शिक्षकों की सेवा पुस्तिका में नियमितता दर्ज होती है। उन्हें शासकीय योजनाओं और लाभों का पात्र माना जाता है। भविष्य की स्थिरता और पदोन्नति जैसे विषयों पर यह आदेश निर्णायक भूमिका निभाता है। — 📍जशपुर के सहायक शिक्षकों का यह सामूहिक प्रयास उनके अधिकारों के प्रति सजगता और एकजुटता को दर्शाता है। अब सभी की निगाहें जिला शिक्षा विभाग पर टिकी हैं कि नियमितीकरण की दिशा में अगला कदम कब उठाया जाता है। 👉 शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता, समयबद्ध कार्रवाई और शिक्षकों के मनोबल के लिए यह निर्णय अत्यंत आवश्यक है। — इस तरह की शैक्षणिक खबरों के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ 📸 फोटो सौजन्य: शिक्षक प्रतिनिधिमंडल

बीती रात सूने मकान से लाखों रुपए नगद एवं सोने की जेवरात की चोरी

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जशपुर,23 जून 2025 –  जशपुर जिले से बड़ी खबर है, बीती रात अज्ञात चोरों द्वारा एक सूने मकान से लाखों रुपए नगद एवं सोने के जेवरात चोरी की वारदात को अंजाम देने का मामला सामने आया है। दरअसल यह मामला चराईडांड का है, जहां पीड़ित राजू बरवा बासुदेवपुर का सरपंच है, जो कि चराई डांड के दमेरा रोड़ में स्थित किराए के मकान में रहता है और खण्ड़सा में स्थित राजू ढाबा का संचालक भी है, बीती रात ढाबा संचालक राजू बरवा के परिवार अपने ढाबा में आए हुए थे और अधिक काम होने के कारण वहीं ढाबा में ही रुक गए थे, जब सुबह उसके परिवार के साथ अपने घर चराईडांड में जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए, घर में चैनल गेट का ताला टूटा हुआ था, अंदर जाकर देखा तो कमरे का ताला भी टूटा हुआ दिखा और सामान इधर उधर बिखरा पड़ा था, वहीं आलमारी का दरवाजा खोला तो उसका लाकर भी टूटा हुआ था, जिसमें से 1,20,000/- *(एक लाख बीस हजार रुपए)* नगद एवं सोने के जेवर करीब 20,000/- *(बीस हजार रुपए)* समेत अन्य जरूरी दस्तावेज वहां से गायब थे। इस दौरान घटना की सूचना तत्काल कुनकुरी पुलिस थाने को दी, वहीं कुनकुरी पुलिस अज्ञात चोरों के खिलाफ अपराध दर्ज कर तत्काल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर आरोपी की पतासाजी में जुट गई है।

फरसाबहार में सड़क निर्माण पर उठे सवाल, बारिश में डामरीकरण से सड़क में आई दरारें

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फरसाबहार, जशपुर,20 जून 2025 -=विकासखंड फरसाबहार के बाबूसाबहार से गोलीडीह नदी तक बनाई जा रही नई सड़क के निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों ने गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भारी बारिश के बीच भी गीली सतह पर डामर बिछाया जा रहा है, जिससे सड़क पर दरारें पड़ने लगी हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने अधिक बारिश के कारण काम रोकने की जानकारी दी है। करीब 3.82 करोड़ की लागत से बनाई जा रही इस सड़क का निर्माण कार्य एक निजी ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है, जिसे पीडब्ल्यूडी द्वारा स्वीकृत किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इंजीनियर और ठेकेदार की मिलीभगत से कार्य में गुणवत्ता के मानकों की अनदेखी की जा रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं इस संबंध में पीडब्ल्यूडी पत्थलगांव के एसडीओ एस. पैंकरा ने बताया कि ठेकेदार को निर्धारित मापदंडों के अनुसार कार्य करने का निर्देश दिया गया है। जिस हिस्से में निर्माण की बात सामने आई है, वहां अभी पचास मीटर का सेकंड कोट वर्क बाकी है। अधिक बारिश की वजह से काम रोकने को कहा गया है, जिसे बरसात के बाद फिर से शुरू किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि एक जगह पाइप डला होने के कारण चार मीटर का कार्य नहीं हो पाया है।

जशपुर में बाढ़ का कहर: ईब नदी में तीन मछुआरे फंसे, SDRF की रेस्क्यू टीम तैनात, अंधेरे ने बढ़ाई मुश्किलें

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जिले के नदी-नालों में उफान, मनोरा में ट्रैक्टर समेत चालक भी फंसा जशपुर, 19 जून 2025: जशपुर जिले में मानसून की जोरदार दस्तक के साथ ही जनजीवन अस्त-व्यस्त होता जा रहा है। जिले में भारी बारिश का सिलसिला लगातार तीसरे दिन भी जारी है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है—दोकड़ा पुलिस चौकी अंतर्गत डोढ़ीबहार गांव के पास ईब नदी में तीन मछुआरे बाढ़ में फंस गए हैं। तीनों मछुआरे मछली पकड़ने नदी के बीच चट्टानों पर पहुंचे थे, तभी अचानक जलस्तर तेजी से बढ़ गया और वे चारों ओर से पानी से घिर गए। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। वहीं, एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है, लेकिन तेज बहाव और बढ़ते अंधेरे के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं। मौके पर मौजूद एसडीएम नंदजी पांडे ने बताया कि तीनों मछुआरे फिलहाल नदी के बीच एक बड़ी चट्टान पर फंसे हुए हैं। पानी का बहाव बेहद तेज है, जिससे स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है और प्रशासन उन्हें सुरक्षित निकालने का हर संभव प्रयास कर रहा है। उधर, मनोरा पुलिस चौकी क्षेत्र में भी एक एनीकट पार करते वक्त एक ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर समेत बाढ़ में फंस गया है। प्रशासन की टीम वहां भी मौके पर मौजूद है।   जिले भर में नदी-नालों के उफान पर होने से आमजन को सचेत रहने की अपील की गई है। प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे बिना आवश्यकता नदी-नालों को पार न करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। यह घटना न सिर्फ बाढ़ की गंभीरता को दर्शाती है बल्कि आपदा प्रबंधन की तत्परता की भी परीक्षा बन गई है। अब सभी की निगाहें ईब नदी में फंसे मछुआरों की सलामती और रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर टिकी हैं।

सड़क पर खड़े ट्रैक्टर से टकराकर युवक की मौत, लापरवाह ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज – जशपुर जिले के कमतरा बेहराटोली मार्ग की घटना, ग्रामीणों ने की हत्या का मामला दर्ज करने की मांग

जशपुर, 14 जून 2025। थाना नारायणपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेने चटकपुर निवासी 35 वर्षीय मजदूर आशीष चातक की शुक्रवार की रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब वे रायकोना में एक पारिवारिक शादी में शामिल होकर मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे। परिजनों के अनुसार, रात करीब 8 बजे आशिष कुनकुरी थाना क्षेत्र के ग्राम कमतरा बेहराटोली के पास मेन रोड पर पहुंचे ही थे कि वहां खड़े एक ट्रैक्टर से उनकी मोटरसाइकिल सीधी टकरा गई। टक्कर के बाद आशीष गंभीर रूप से घायल अवस्था में सड़क पर पड़े मिले। सूचना पाकर उनका छोटा भाई और ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा पुलिस की गाड़ी की मदद से उन्हें होलीक्रॉस अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने रात 9:30 बजे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को बताया गया कि ग्राम जोकारी निवासी झूलन यादव का ट्रैक्टर, बिना इंडिकेटर या किसी प्रकार के चेतावनी संकेत के, अंधेरे में मुख्य मार्ग पर खड़ा किया गया था। आशीष हेलमेट पहने हुए थे, फिर भी टक्कर इतनी भीषण थी कि उनकी जान नहीं बच सकी। थाना कुनकुरी पुलिस ने मामले में झूलन यादव के अज्ञात ट्रैक्टर चालक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा BNS 106(1) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। लगातार हो रही हैं ऐसी दुर्घटनाएं ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। एक दिन पहले ही नेशनल हाईवे पर इसी तरह खड़ी एक पिकअप से टकराकर एंबुलेंस ड्राइवर की मौत हो गई थी। ग्रामीणों और स्थानीय समाजसेवियों ने मांग की है कि ऐसे लापरवाह वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस तत्काल निरस्त किए जाएं और उन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए। जांच जारी, प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं सोशल मीडिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

महतारी वंदन योजना की पृष्ठभूमि में दर्दनाक घटना: शराब की लत ने ले ली सुमित्रा की जान, बेटी की आपबीती ने किया भावुक

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जशपुर/कुनकुरी, 12 जून 2025: छत्तीसगढ़ सरकार की बहुप्रचारित महतारी वंदन योजना, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, अब एक दुखद घटना को लेकर चर्चा में है। नारायणपुर थाना इलाके के केराडीह बरटोली गांव की एक महिला सुमित्रा बाई (35 वर्ष) की मौत ने सभी को झकझोर दिया है। घटना के पीछे घरेलू कलह, नशे की लत और गरीबी की पृष्ठभूमि साफ झलकती है। परिजनों की माने तो सुमित्रा बाई को उसके पति जयनंदन राम ने 10 जून को नशे की हालत में जोकारी गांव से घर लाया था। बताया जा रहा है कि सुमित्रा अक्सर महतारी वंदन योजना के पैसे से शराब खरीदकर पीती थी। उसी रात दोनों में जमकर झगड़ा हुआ, मारपीट भी हुई और पति ने उसे कथित रूप से एक सुई भी लगवाई।दूसरे दिन भी इलाज चला लेकिन  रात को उसकी तबीयत बिगड़ गई, उल्टियां होने लगीं और फिर वह बेहोश हो गई। चौथे दिन सुबह करीब 6 बजे उसे कुनकुरी होलीक्रॉस अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पूरी घटना की सबसे मार्मिक बात यह रही कि मृतका की 14 वर्षीय बेटी कल्पना बाई, जो आठवीं कक्षा में पढ़ती है, ने कैमरे में जो बयान दिया, वह दिल को छू लेने वाला था। कल्पना ने कहा –”पापा ने जानबूझकर मम्मी को नहीं मारा। मम्मी की शराब पीने की आदत से पापा बहुत परेशान रहते थे। पापा राजमिस्त्री हैं, रोज काम पर जाते हैं। मम्मी कई बार दो-दो दिन घर नहीं आती थी। मैं ही घर का सारा काम करती हूं। मम्मी जब निमत (होश में) रहती थी, तो सबका ख्याल रखती थी।” पति जयनंदन राम ने बताया कि “पत्नी महतारी वंदन का पैसा शराब पीने में उड़ा देती थी।शराब की लत इतनी ज्यादा थी कि वह खाना भी नहीं खाती थी और कमजोर हो गई थी। दो-दो दिन से बाहर शराब पी रही थी तो उसे घर लाने के बाद गुस्से में पीट दिया।” यह बयान कुनकुरी थाना परिसर में मीडियाकर्मी को दी है। चूंकि घटना में घरेलू झगड़ा, मारपीट और इलाज के दौरान मौत की बात सामने आई है, इसलिए पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। अब देखना यह होगा कि पुलिस की विवेचना में आगे क्या तथ्य सामने आते हैं, और क्या यह मामला अस्वाभाविक मृत्यु तक सीमित रहेगा या फिर गंभीर अपराध में तब्दील होगा।

कुनकुरी तहसीलदार ने अवैध निर्माण पर कसा शिकंजा, न्यायालय के आदेश के उल्लंघन पर कार्रवाई के निर्देश,थाना प्रभारी ने मकान निर्माण बंद कराया

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जशपुर, 11 जून 2025: कुनकुरी तहसील कार्यालय ने अवैध निर्माण कार्य पर सख्त रुख अपनाते हुए न्यायालय के आदेश के उल्लंघन पर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार कार्यालय से जारी पत्र क्रमांक 1350/वाचक-1/2025 के अनुसार, ग्राम संजीव जैन वगैरह विरुद्ध गंगा सिंह भूमि विवाद प्रकरण में न्यायालय द्वारा पूर्व में जारी आदेश के बावजूद संबंधित भूमि पर निर्माण कार्य किया गया है। प्रकरण भूमि खसरा नंबर 215/2, 216 और रकबा 0.498 हेक्टेयर से संबंधित है, जिस पर न्यायालय ने 19 मई 2025 को निर्माण न करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद, आवेदक द्वारा प्रस्तुत निवेदन में बताया गया है कि विरोधी पक्ष ने न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। तहसीलदार, कुनकुरी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उक्त निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाई जाए और न्यायालय के आदेश का पालन सुनिश्चित किया जाए। इस आदेश की प्रति थाना प्रभारी कुनकुरी को भी भेजी गई है ताकि पुलिस की निगरानी में कार्रवाई की जा सके। थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने न्यायालय के आदेश की पालना नहीं करने पर अनावेदक अमर सिंह पिता गंगा सिंह को निर्माण कार्य अगले आदेश तक बंद करने की सख्त समझाइश दी।जिस पर अनावेदक ने अपनी गलती मानी और काम बंद कर देने का वचन दिया। यह मामला क्षेत्र में अवैध निर्माण और भूमि विवादों को लेकर प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है। प्रशासन द्वारा दी गई इस चेतावनी को जमीन पर प्रभावी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।

तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से अज्ञात मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति की मौत, सरपंच ने की FIR दर्ज – घटना बेहराटोली कमतरा की

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🛑 तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से अज्ञात मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति की मौत, सरपंच ने की FIR दर्ज – घटना बेहराटोली कमतरा की 🛑 📍 जशपुर/कुनकुरी, 11 जून 2025 जशपुर जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेहराटोली कमतरा में एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई है। यह हादसा मंगलवार की रात लगभग 10:30 बजे ग्राम के रौतिया पारा-बगीचा चराईडांड राज्यकीय मार्ग पर हुआ। ग्राम पंचायत कमतरा के सरपंच अभिषेक कुजूर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि गांव के सचिव विनय यादव ने रात करीब 11 बजे उन्हें फोन कर सूचना दी कि सड़क किनारे एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है। मौके पर पहुंचने पर सरपंच ने देखा कि मृतक की उम्र लगभग 50-55 वर्ष थी, चेहरे पर सफेद दाढ़ी और मूंछ थी, सिर पर गहरी चोट के साथ मस्तिष्क का हिस्सा सड़क पर बिखरा हुआ था। शरीर पर कई अन्य गंभीर चोटें थीं। गौर करने वाली बात यह है कि मृतक मानसिक रूप से अस्वस्थ प्रतीत हो रहा था और उसके दोनों पैरों में लोहे की बेड़ियाँ बंधी हुई थीं, जिससे संदेह है कि वह शायद किसी अन्य जगह से भटका हुआ था या उसे बंधक बनाया गया था। सरपंच के अनुसार यह स्पष्ट है कि कोई अज्ञात वाहन चालक बगीचा रोड की ओर से अत्यधिक तेज व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए आया और उक्त व्यक्ति को टक्कर मार दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी गांव के उपसरपंच मोहम्मद शरीफ को भी दी गई और तत्काल थाना कुनकुरी में शिकायत दर्ज कराई गई। 📝 पुलिस ने सरपंच की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 121/2025 के तहत धारा 281, 106(1) BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की विवेचना सउनि. ईश्वर प्रसाद वारले द्वारा की जा रही है। 🔍 पुलिस अब मृतक की पहचान और वाहन चालक की तलाश में जुट गई है। इस मामले ने क्षेत्र में कई सवाल खड़े कर दिए हैं — मृतक कौन था? वह लोहे की बेड़ियों में क्यों था? क्या वह किसी संस्थान या घर से भागा हुआ था या उसे छोड़ दिया गया? आखिर कौन है वह अज्ञात वाहन चालक जो यह हादसा कर फरार हो गया? 👉 स्थानीय लोगों ने इस दुर्घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की है।

 बड़ी खबर : जशपुर के तांबाकछार जंगल से आयशर प्रो गाड़ी में अर्जुन वृक्ष की लकड़ी तस्करी पकड़ी गई, ग्रामीणों ने हाइड्रा को भी रोका,क्या है अर्जुन वृक्ष?

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📍 जशपुर/बगीचा, 11 जून 2025 जशपुर जिले के बगीचा क्षेत्र से जंगल तस्करी की एक बड़ी और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। तांबाकछार के सघन जंगल से लाखों की औषधीय लकड़ी तस्करी करते हुए एक आयशर प्रो गाड़ी पकड़ी गई है। इस गाड़ी में पूरे के पूरे अर्जुन पेड़ के लट्ठे लदे हुए पाए गए, जो कि बहुमूल्य औषधीय वृक्षों में गिने जाते हैं। 🌳 क्या है अर्जुन वृक्ष की खासियत? अर्जुन पेड़ (Terminalia arjuna) भारतीय आयुर्वेद में हृदय रोगों के इलाज के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है। इसकी छाल से दवाएं बनती हैं जो ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने, हृदय को मजबूत रखने और कोलेस्ट्रॉल घटाने में काम आती हैं। ऐसे में इसकी तस्करी न केवल वन संपदा का दोहन है, बल्कि देश की पारंपरिक औषधीय विरासत पर भी कुठाराघात है। 🚛 तस्करी में प्रयुक्त वाहन और घटनाक्रम: तस्करी में प्रयुक्त आयशर प्रो गाड़ी को ग्रामीणों की सतर्कता और वन विभाग की तत्परता से जब्त कर लिया गया है। यह गाड़ी रायपुर नंबर की है और इसके चालक व श्रमिक मौके से फरार हो गए। लकड़ी की लोडिंग में प्रयुक्त हाइड्रा मशीन को तस्कर भगा ले गए थे, लेकिन ग्रामीणों ने सूझबूझ से उसे रास्ते में रोक दिया, जो अब वहीं खड़ी है। 🌲 वन विभाग का बयान और रहस्य बना मौन: इस पूरे मामले में बगीचा रेंजर अशोक सिंह ने घटना की पुष्टि की है। वहीं SDO ईश्वर कुजूर ने सुबह तक कोई भी बयान देने से इंकार किया है, उनका कहना है कि “मुल्यांकन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।” 🤔 बड़े सवाल, गहरी जड़ें: यह घटना सिर्फ एक गाड़ी पकड़ने की नहीं, बल्कि जशपुर के जंगलों में फैले अवैध लकड़ी तस्करी रैकेट की गवाही है। यह स्पष्ट हो गया है कि अर्जुन जैसे औषधीय पेड़ की सुनियोजित कटाई हो रही है। ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इन पेड़ों पर नजर किसकी है? कहीं स्थानीय तस्करों की आड़ में कोई बड़ा नेटवर्क तो जंगलों को उजाड़ने में लगा नहीं? 🗣️ ग्रामीणों की मांग – हो उच्च स्तरीय जांच तांबाकछार सहित जशपुर के अन्य वनों में बीते कुछ महीनों में औषधीय पेड़ों की कटाई के कई मामले सामने आ चुके हैं। ग्रामीण अब उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदार अफसरों की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं। 🔍 जशपुर का जंगल सिर्फ हरियाली नहीं, जीवनदायिनी औषधियों का भंडार है – उसे बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।