साक्षात्कार : “मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता ही पहला इलाज है” – डॉ. ग्रेस, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट

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छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता धीरे-धीरे बढ़ रही है, और इस बदलाव की धुरी बन रही हैं डॉ. ग्रेस कुजूर। मानसिक चिकित्सा के कई विषयों में विशेषज्ञता रखने वाली डॉ. ग्रेस, 2022 से जशपुर रोड पर तालाब के सामने चर्च गेट के पास “GK साइकोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर” का संचालन कर रही हैं। उनके प्रयासों से अब तक सैकड़ों मरीज ठीक होकर सामान्य जीवन जी रहे हैं। जनपक्ष के संपादक संतोष चौधरी ने उनसे एक विशेष बातचीत की। “मेरा उद्देश्य सेवा है, सिर्फ कमाई नहीं“ प्रश्न: डॉक्टर साहिबा, अपने बारे में हमारे पाठकों को बताएं। उत्तर: (मुस्कुराते हुए) सबसे पहले आपके पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं डॉ. ग्रेस कुजूर, कुनकुरी से 16 किलोमीटर दूर केरसई गाँव की रहने वाली हूँ। मेरी पढ़ाई कुनकुरी निर्मला स्कूल से हुई, फिर 2008 में बिलासपुर गर्ल्स डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। क्लिनिकल साइकोलॉजी में मास्टर्स GGU, बिलासपुर से किया और फिर सिकंदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और मुंबई में अलग-अलग विषयों में विशेषज्ञता हासिल की। मैं दो विषयों में पीएचडी कर चुकी हूँ—एक क्लिनिकल साइकोलॉजी में और दूसरा नेचुरोपैथी में। 2017 में छत्तीसगढ़ काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, रायपुर ने मुझे “साइंटिस्ट अवॉर्ड” दिया था, जब मैंने विशेष बच्चों के लिए एक ऐप विकसित किया। मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में 24 साल से काम कर रही हूँ और इस काम को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि जीवन की सेवा मानती हूँ।मुझे वैज्ञानिक मनोचिकित्सक पुनर्वास एवं विशेषज्ञ के रूप में काम करने के लिए लाइसेंस प्राप्त है जिसका नम्बर C.R.R. A81006 है। “हर मानसिक बीमारी का इलाज संभव है” प्रश्न: आपके सेंटर में किस तरह के मरीजों का इलाज किया जाता है? उत्तर: हमारे सेंटर में काउंसलिंग, साइकोथेरेपी, रिलैक्सेशन थेरेपी, हिप्नोथेरेपी, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और ज़रूरत पड़ने पर एमडी के पास रेफर किया जाता है। अब तक, ✔ 10 सेरेब्रल पाल्सी के बच्चे पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। ✔ 15 ऑटिज्म से ग्रस्त बच्चे सामान्य जीवन जी रहे हैं। ✔ 50 मंदबुद्धि (इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी) के बच्चे ठीक हो चुके हैं। ✔ 70 से अधिक व्यस्क मानसिक रोगी, जिनमें से 40 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। ✔ 60-75 वर्ष के बुजुर्गों में भूलने की बीमारी का भी सफल इलाज जारी है। सेंटर का मुख्य उद्देश्य जागरूकता और सही उपचार देना है, इसलिए फीस बहुत कम रखी गई है। “बाहर की नहीं, अंदर की चोटों का इलाज भी जरूरी है“ प्रश्न: इतनी पढ़ाई और अनुभव के बाद आपने कुनकुरी को ही क्यों चुना? उत्तर: जब मैं रायपुर, बेंगलुरु में पढ़ाई कर रही थी, तब मैंने देखा कि सरगुजा क्षेत्र के कई मरीज मानसिक बीमारियों के कारण दर-दर भटक रहे हैं। मुझे लगा कि अगर मैं अपने ही क्षेत्र में रहकर लोगों की मदद करूं तो ज्यादा बेहतर होगा। चूंकि मेरा घर कुनकुरी में है, तो यहाँ सेंटर खोलना सुविधाजनक भी रहा। प्रश्न: आपके अनुसार, इस क्षेत्र में किस तरह के मानसिक रोग सबसे ज्यादा हैं? उत्तर: यह कहना मुश्किल है क्योंकि मानसिक बीमारी दिखती नहीं, महसूस होती है। डिप्रेशन, एंग्जायटी, सिजोफ्रेनिया (पागलपन), एडिक्शन, डी-एडिक्शन, याददाश्त की समस्या जैसी बीमारियाँ यहाँ आम हैं। लेकिन सबसे चिंता की बात यह है कि 8वीं-9वीं के बच्चों में भी मानसिक समस्याएँ बढ़ रही हैं। ✔ बच्चे भावनात्मक रूप से कमजोर होते जा रहे हैं ✔ या तो उन्हें बहुत अधिक सुविधाएँ दी जा रही हैं, या बहुत ज्यादा दबाव यही कारण है कि बचपन से मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है।          “मुझे अपने काम पर गर्व है” प्रश्न: इतने सालों का अनुभव कैसा रहा? उत्तर: (हँसते हुए) 24 साल से इस फील्ड में हूँ और मुझे अपने काम पर बेहद गर्व है। जब कोई मरीज स्वस्थ होकर अपनी ज़िंदगी फिर से शुरू करता है, तो जो संतुष्टि मिलती है, वह शब्दों में बयां नहीं कर सकती। “मानसिक स्वास्थ्य भी शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही ज़रूरी” अंतिम प्रश्न: हमारे पाठकों को क्या संदेश देना चाहेंगी? उत्तर:”जिस तरह बाहर की चोट का इलाज कराते हैं, वैसे ही अंदर की चोट का भी इलाज कराना ज़रूरी है।”अगर आपको लगे कि आपका कोई प्रियजन असामान्य व्यवहार कर रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है—इलाज संभव है! वैसे,ज्यादा सही होगा कि स्वस्थ दिखने वालों को भी मानसिक स्वास्थ्य की जांच करा लेनी चाहिए, जिससे बीमारी ही पैदा न हो पाए। मेरे GK साइकोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर में सोमवार से शनिवार, सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक आ सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए 7725093381,7067162282 पर संपर्क करें।मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हर समस्या का समाधान संभव है—बस पहला कदम उठाने की देर है!

तातापानी महोत्सव: वर्ष का प्रथम उत्सव, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हुए शामिल, शाम 4 बजे पहुंचेंगे जशपुर के कँवरधाम

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बलरामपुर,14 जनवरी 2025 –  छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में मनाए जाने वाले प्रसिद्ध तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय आज दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर पहुंचे। तातापानी महोत्सव को वर्ष के प्रथम उत्सव के रूप में विशेष मान्यता प्राप्त है और यह क्षेत्रीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है।यहां भगवान शंकर की विशाल मूर्ति के अंदर 12 ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृति बनी है,जो दिव्य अनुभूति कराती है। मुख्यमंत्री के आगमन पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने उत्सव में शामिल होकर इसकी गरिमा को बढ़ाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों से संवाद किया और महोत्सव की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। तातापानी महोत्सव को यहां के गरम जलस्रोतों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। हर वर्ष इस महोत्सव में हजारों लोग शामिल होते हैं। इस उत्सव के माध्यम से स्थानीय शिल्प, कला और पारंपरिक व्यंजन भी प्रदर्शित किए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने  कहा, “तातापानी महोत्सव छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और आपसी भाईचारे का प्रतीक है। यह हमारी परंपराओं को सहेजने और उन्हें नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक बेहतरीन अवसर है।” महोत्सव के दौरान क्षेत्रीय नृत्य, लोकगीत, और हस्तशिल्प प्रदर्शनी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। जिला प्रशासन ने महोत्सव को सफल बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। तातापानी महोत्सव ने न केवल स्थानीय बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों के लोगों को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। यह महोत्सव छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत उदाहरण है।  

मकर संक्रांति पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का व्यस्त दौरा: तातापानी संक्रांति पर्व और जशपुर के कार्यक्रमों में होंगे शामिल

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रायपुर, 13 जनवरी 2025 – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी 2025 को विभिन्न जिलों के कार्यक्रमों में भाग लेंगे। वे बलरामपुर के “तातापानी संक्रांति पर्व – 2025” में शामिल होंगे और जशपुर जिले में आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री का भ्रमण कार्यक्रम मुख्यमंत्री सुबह 10:30 बजे अपने निवास, रायपुर से प्रस्थान करेंगे। वे हेलीकॉप्टर द्वारा रायपुर पुलिस ग्राउंड से तातापानी, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज के लिए रवाना होंगे। तातापानी संक्रांति पर्व में शामिल होंगे मुख्यमंत्री दोपहर 12:00 बजे बलरामपुर के तातापानी में आयोजित “संक्रांति पर्व – 2025” में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम बलरामपुर जिले का प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जहां मुख्यमंत्री श्रद्धालुओं के साथ जुड़कर इस पारंपरिक पर्व को मनाएंगे। भाजपा कार्यालय का उद्घाटन दोपहर 2:00 बजे मुख्यमंत्री बलरामपुर में नवीन जिला भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री प्रशासनिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। जशपुर में आदिवासी केंद्र सम्मान कार्यक्रम में होंगे शामिल मुख्यमंत्री दोपहर 3:50 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा जशपुर जिले के पगुराभाठा पहुंचेंगे। यहां वे शाम 5:00 बजे आयोजित “भारतीय आदिवासी केंद्र सम्मान कार्यक्रम” में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम जशपुर जिले के आदिवासी समुदाय की परंपराओं और उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री शाम 5:20 बजे पगुराभाठा से प्रस्थान कर जशपुर स्थित अपने निवास पहुंचेंगे और दिन का समापन करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मकर संक्रांति पर्व पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। उनकी उपस्थिति तातापानी और जशपुर के आयोजनों को और भी विशेष बनाएगी। “तातापानी संक्रांति पर्व” बलरामपुर जिले का प्रमुख आयोजन है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु स्नान और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। वहीं, जशपुर का भारतीय आदिवासी केंद्र सम्मान कार्यक्रम क्षेत्रीय आदिवासी संस्कृति और उनके योगदान को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजित होता है।  

#justiceformukesh : प्रेस क्लब रायपुर ने सीएम साय से की मुलाकात,गृहमन्त्री विजय शर्मा पहुंचे प्रेस क्लब

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रायपुर,06 जनवरी 2025 – पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग को लेकर रायपुर प्रेस क्लब और वरिष्ठ पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीते शाम 5 जनवरी को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया कि मामले की गहन जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात रायपुर प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने कुछ अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका पर भी सवाल उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह जघन्य हत्याकांड बेहद गंभीर है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने त्वरित और निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि सभी संदिग्ध पहलुओं पर गंभीरता से कार्रवाई होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा भी मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब के महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय, उपाध्यक्ष संदीप शुक्ला, कोषाध्यक्ष रमन हलवाई, संयुक्त सचिव तृप्ति सोनी एवं अरविंद सोनवानी, कार्यकारिणी सदस्य सुधीर तम्बोली, वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा और पीसी रथ शामिल रहे। गृहमंत्री से संवाद रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा और संवाद कार्यक्रम में पत्रकारों ने राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा को घटना की जानकारी दी। गृहमंत्री अपनी अन्य बैठक के कारण प्रारंभ में उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन बैठक समाप्त होते ही वे प्रेस क्लब पहुंचे। पत्रकारों ने एसआईटी में स्थानीय अधिकारियों के बजाय साफ-सुथरी छवि के अधिकारियों को शामिल करने की मांग की। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री से चर्चा कर एसआईटी में बदलाव पर विचार किया जाएगा। जांच की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी और हर बिंदु पर ध्यान दिया जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” श्रद्धांजलि सभा में जुटा पत्रकार समुदाय पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश है। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए और घटना की निंदा की। सभा में मांग की गई कि हत्याकांड की जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता से की जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। हम आपको बता दें कि पत्रकार मुकेश    चंद्राकर की हत्या के तीन आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।मुख्य आरोपी, ठेकदार सुरेश चन्द्रकार अभी भी फरार है । मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की ओर से मिले आश्वासन के बाद पत्रकार समुदाय को उम्मीद है कि मामले में जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।पत्रकार साथी की हत्या से देशभर के पत्रकार एकजुट हैं।  

बुरी खबर: बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या की खबर,घर के पास लाश मिली,आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं

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रायपुर डेस्क,03 जनवरी2025 –  बीजापुर जिले के चर्चित पत्रकार मुकेश चंद्राकर बीते तीन दिनों से लापता हैं। सोशल मीडिया में खबर आ रही है कि उनकी अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी है।लाश उनके घर के पास मिली है।इस खबर ने पूरे पत्रकार जगत में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने शुरुआती जांच में अपहरण की आशंका जताई है और मामले को सुलझाने के लिए तेजी से कदम उठा रही है। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने आज दोपहर में मीडिया को बताया कि इस मामले में कुछ अहम सुराग मिले हैं और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। दरअसल, 1 जनवरी की शाम मुकेश चंद्राकर टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहनकर घर से निकले थे। कुछ देर बाद उनका फोन बंद हो गया। जब रात तक वे घर नहीं लौटे, तो उनके भाई और साथी पत्रकार युकेश चंद्राकर ने उनकी तलाश शुरू की। करीबियों और संभावित स्थानों पर खोजबीन के बाद जब कोई सूचना नहीं मिली, तो युकेश ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। CCTV और संदिग्ध पर पुलिस की नजर शहर के CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जांच में पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। फेसबुक यूजर अंशु रजक ने लिखा है – बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर को एक ठेकेदार ने मार डाला अपने घर के सेप्टिक टैंक में दफना दिया.. वो भी सिर्फ इसलिए क्योकि उसके भ्रष्टाचार को मुकेश ने उजागर किया.. सच्चाई लोगो को बताई और इसका परिणाम मिला मौत .. छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की जरूरत है..!! मुकेश चंद्राकर: नक्सल मुद्दों की रिपोर्टिंग में सक्रिय नाम मुकेश चंद्राकर बीजापुर में “बस्तर जंक्शन” नामक यूट्यूब चैनल चलाते थे, जो नक्सल गतिविधियों और मुद्दों की रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है। उनकी निर्भीक पत्रकारिता ने उन्हें क्षेत्र में एक अलग पहचान दिलाई है। सक्रिय पत्रकार की हत्या ने बस्तर के पत्रकार समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने बस्तर आईजी से मुलाकात कर मामले को जल्द सुलझाने और मुकेश का पता लगाने की मांग की थी। कई पत्रकारों का दल भी उनकी तलाश में जुटा हुआ था। मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर ने स्थानीय लोगों और प्रशासन को गहरी चिंता में डाल दिया है। क्षेत्र में उनके योगदान और निर्भीक पत्रकारिता को देखते हुए, यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रेस स्वतंत्रता और सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करता है।  

जशपुर: कुसमी से गायब महिला और दो बच्चों के कंकाल मिलने के बाद परिवार ने किया अंतिम संस्कार, दोषियों को फांसी देने की मांग

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जशपुर,16 नवम्बर 2024 // बलरामपुर जिले के कुसमी क्षेत्र में सितंबर माह में गायब हुई महिला कौशल्या ठाकुर और उनके दो बच्चों के कंकाल मिलने के बाद आज मृतिका के मायकेवालों ने जशपुर जिले के गांव बंदरचुवां में उनका अंतिम संस्कार किया। घटना को लेकर परिजनों और सर्व नाई समाज ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और कुसमी थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की है। गायब होने की घटना और पुलिस पर लापरवाही का आरोप 27 सितंबर को जितिया पर्व के अगले दिन, कौशल्या ठाकुर अपने पति को बाजार जाने की बात कहकर दोनों बच्चों के साथ घर से निकली थीं। जाते समय उन्होंने अपने पति से कहा था कि देर हो सकती है, इसलिए चूल्हा जला देना। इसके बाद वह घर नहीं लौटीं। कौशल्या के पति सूरजदेव ठाकुर ने बताया, “हमने दो दिन इंतजार किया और फिर मायकेवालों के साथ कुसमी थाने में सूचना दी। लेकिन थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और 1 अक्टूबर तक गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। 5 अक्टूबर को दोबारा जाने पर रिपोर्ट दर्ज हुई। हमने संदिग्धों के नाम और अंतिम लोकेशन के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी, लेकिन जांच में काफी देरी की गई। अब जाकर उनकी हत्या की पुष्टि हुई है।” सर्व नाई समाज की नाराजगी इस हत्याकांड से नाई समाज में भारी रोष है। सर्व नाई समाज के जिला अध्यक्ष उमाशंकर ठाकुर ने दोषियों को फांसी देने की मांग की। उन्होंने कहा, “मृतिका के परिवार को न्याय दिलाना जरूरी है। सरकार को मृतिका की इकलौती बची बेटी के भविष्य की चिंता करनी चाहिए।” सर्व नाई समाज के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन ठाकुर ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब महिला और बच्चे गायब हुए थे, तब केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करना और मामले को हल्के में लेना गंभीर लापरवाही है। पुलिस को इस मामले में सक्रिय होकर पहले ही कार्रवाई करनी चाहिए थी।” मामले में दो संदिग्ध गिरफ्तार परिजनों ने बताया कि बलरामपुर पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, घटना का विस्तृत खुलासा अभी बाकी है। मृतिका के भांजे बिट्टू श्रीवास ने कहा, “पुलिस की लापरवाही की वजह से हमने अपनी बुआ और उनके बच्चों को खो दिया। हम दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करते हैं।” परिजनों की मांग परिजनों और नाई समाज ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से अपील की है कि इस जघन्य हत्याकांड में शामिल सभी दोषियों को फांसी की सजा दी जाए और लापरवाह थाना प्रभारी को तुरंत बर्खास्त किया जाए। अपनों का दर्द कुछ यूँ छलका –  सूरजदेव ठाकुर, मृतिका के पति: “कौशल्या और बच्चों के गायब होने के बाद हमने पुलिस को जानकारी दी थी। लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अगर समय पर कार्रवाई होती, तो शायद आज वे हमारे साथ होते।”  उमाशंकर ठाकुर, जिलाध्यक्ष सर्व नाई समाज: “यह घटना न सिर्फ परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए दुखद है। दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए और परिवार की आर्थिक मदद होनी चाहिए।” अर्जुन ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष, विधि प्रकोष्ठ, सर्व नाई समाज: “पुलिस ने शुरू से ही इस मामले में लापरवाही दिखाई। ऐसे अधिकारियों को बर्खास्त किया जाना चाहिए।” बिट्टू श्रीवास, मृतिका का भांजा: “हम चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और यह सुनिश्चित हो कि भविष्य में ऐसा किसी और परिवार के साथ ऐसा बुरा न हो।”  

अनियंत्रित स्कॉर्पियो सवार 8 लोगों की मौत,जेसीबी से निकाली लाशें,ईलाज के दौरान दो की मौत,मुख्यमंत्री ने जताया शोक

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बलरामपुर-रामानुजगंज,03 नवंबर 2024 – जिले के राजपुर में रविवार रात एक दिल दहला देने वाले सड़क हादसे में 8 लोगों की जान चली गई। राजपुर-कुसमी मार्ग पर ग्राम लडुवा के पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पानी से भरी डबरी में जा गिरी, जिसमें एक ही परिवार के 4 लोगों सहित 8 लोगों की मौत हो गई। यह घटना रात करीब 8:30 बजे हुई, जब स्कॉर्पियो सूरजपुर की ओर जा रही थी। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। राजपुर पुलिस और ग्रामीणों ने JCB की मदद से पानी में डूब चुकी स्कॉर्पियो को बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि टक्कर के बाद स्कॉर्पियो के दरवाजे लॉक हो गए थे, जिससे अंदर फंसे लोग बाहर नहीं निकल सके। इसके बाद सभी को राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, सभी स्कॉर्पियो सवार कुसमी क्षेत्र के लरिमा गांव से सूरजपुर के लिए निकले थे। हादसे में जान गंवाने वालों में एक ही परिवार के चार सदस्य भी शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलने पर मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। इस दुर्घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर है। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की पहचान इस प्रकार है: चंद्रावती (पति संजय मुंडा) कृति (पिता संजय मुंडा) संजय मुंडा (पिता वासुदेव) उदयनाथ (पिता रामेश्वर) मंगल दास (पिता धनश्याम मुंडा) भूपेंद्र (पिता हरिलाल) अभी-अभी मिली जानकारी के अनुसार, घायल बालेश्वर प्रजापत और चालक मुकेश की भी मौत हो गई है। प्रशासन ने संभाली स्थिति घटना की जानकारी मिलने के बाद राजपुर BMO डॉ. राम प्रसाद और डॉ. आलोक मिश्रा ने स्थिति का जायजा लिया। राजपुर तहसीलदार यशवंत कुमार और पुलिस की टीम भी हॉस्पिटल पहुंची और आवश्यक कार्रवाई की। प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने जताया शोक इस हादसे पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को हरसंभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हृदयविदारक घटना से वह बेहद दुखी हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी।  

ताजा खबर: थाने के बाथरूम में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, गुस्साए लोगों ने किया चक्काजाम

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बलरामपुर,24अक्टूबर 2024 – जिले के कोतवाली थाने में एक चौकीदार, गुरु चरण मंडल ने थाने के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरु चरण मंडल एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन) के तहत चौकीदार के पद पर कार्यरत था और संतोषीनगर गांव का निवासी था। उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था।   मृतक गुरुचरण की पत्नी लापता है जिसको लेकर कोतवाली पुलिस ने पति पर संदेह जताते हुए उससे पूछताछ करने हिरासत में रखा था। घटना के बाद जिले में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्यकर्मियों ने थाने पहुंचकर न्यायिक जांच की मांग की है, जबकि मृतक के परिवार ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। ताजा खबर के मुताबिक, घटना से आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।