छत्तीसगढ़ के निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या पर झारखंड के पत्रकारों ने जताई कड़ी नाराज़गी,कहा- हत्यारों को फांसी दो

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गुमला(झारखण्ड), 07 जनवरी 2025 – बस्तर के प्रसिद्ध और निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की निर्मम हत्या ने पूरे पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है। इस कायराना हमले के विरोध में झारखंड के पत्रकारों ने एकजुट होकर श्रद्धांजलि दी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की। गुमला जिले में आयोजित आपात बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र कुमार सिंह ने की। इस दौरान उपस्थित पत्रकारों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला करार दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे हमलों को समाज में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकारों की प्रमुख मांग थी कि नृशंस हत्या में शामिल दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। साथ ही, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी सुनिश्चित की जाए। पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि पत्रकारों के लिए विशेष सुरक्षा कानून लाने की प्रक्रिया तेज की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। वरिष्ठ पत्रकारों ने बताया कि इस मामले में प्रेस क्लब महासंघ और झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके जरिए दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा करने की मांग की जाएगी। पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि मुकेश चंद्रकार जैसे निर्भीक पत्रकार समाज के लिए प्रेरणा हैं, और उनकी हत्या का दोषियों को कड़ा परिणाम भुगतना होगा।  

#justiceformukesh : प्रेस क्लब रायपुर ने सीएम साय से की मुलाकात,गृहमन्त्री विजय शर्मा पहुंचे प्रेस क्लब

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रायपुर,06 जनवरी 2025 – पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग को लेकर रायपुर प्रेस क्लब और वरिष्ठ पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीते शाम 5 जनवरी को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया कि मामले की गहन जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात रायपुर प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने कुछ अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका पर भी सवाल उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह जघन्य हत्याकांड बेहद गंभीर है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने त्वरित और निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि सभी संदिग्ध पहलुओं पर गंभीरता से कार्रवाई होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा भी मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब के महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय, उपाध्यक्ष संदीप शुक्ला, कोषाध्यक्ष रमन हलवाई, संयुक्त सचिव तृप्ति सोनी एवं अरविंद सोनवानी, कार्यकारिणी सदस्य सुधीर तम्बोली, वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा और पीसी रथ शामिल रहे। गृहमंत्री से संवाद रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा और संवाद कार्यक्रम में पत्रकारों ने राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा को घटना की जानकारी दी। गृहमंत्री अपनी अन्य बैठक के कारण प्रारंभ में उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन बैठक समाप्त होते ही वे प्रेस क्लब पहुंचे। पत्रकारों ने एसआईटी में स्थानीय अधिकारियों के बजाय साफ-सुथरी छवि के अधिकारियों को शामिल करने की मांग की। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री से चर्चा कर एसआईटी में बदलाव पर विचार किया जाएगा। जांच की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी और हर बिंदु पर ध्यान दिया जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” श्रद्धांजलि सभा में जुटा पत्रकार समुदाय पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश है। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए और घटना की निंदा की। सभा में मांग की गई कि हत्याकांड की जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता से की जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। हम आपको बता दें कि पत्रकार मुकेश    चंद्राकर की हत्या के तीन आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।मुख्य आरोपी, ठेकदार सुरेश चन्द्रकार अभी भी फरार है । मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की ओर से मिले आश्वासन के बाद पत्रकार समुदाय को उम्मीद है कि मामले में जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।पत्रकार साथी की हत्या से देशभर के पत्रकार एकजुट हैं।  

नए साल की दावत में ‘मुर्गा विवाद,’ जर्मन शेफर्ड ने बिगाड़ा पड़ोसी का प्लान

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जशपुर/कुनकुरी,03 जनवरी 2025: नए साल का जश्न मनाने के लिए तैयारियां कर रहे एक परिवार की खुशियों पर तब पानी फिर गया, जब उनके पकवान का मुख्य किरदार, मुर्गा, पड़ोसी के जर्मन शेफर्ड कुत्ते का शिकार बन गया। इस ‘मुर्गा विवाद’ ने न सिर्फ दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ा दिया, बल्कि मामला थाने तक पहुंच गया। कहानी की शुरुआत लंबीटोली के निवासी देवनाथ राम ने नए साल की दावत के लिए एक खास मुर्गा पाला था। परिवार और दोस्तों के साथ स्वादिष्ट दावत की योजना बनाई गई थी। लेकिन उनका सपना उस वक्त टूट गया जब पड़ोसी प्रेम यादव का तीन महीने का जर्मन शेफर्ड कुत्ता उनके घर में घुसकर मुर्गे को चट कर गया। हर्जाना मांगने पर बढ़ा विवाद मुर्गा खाने की इस घटना से नाराज देवनाथ राम ने प्रेम यादव से हर्जाने में उतने ही वजन और रंग का नया मुर्गा देने की मांग की। लेकिन कुत्ते के मालिक प्रेम यादव ने हर्जाना देने से साफ इनकार कर दिया और उल्टा मुर्गे को संभालकर न रखने के लिए देवनाथ को खरी-खोटी सुना दी। देखते ही देखते विवाद गाली-गलौच और धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। थाने तक पहुंचा ‘मुर्गा मामला’ हालात बिगड़ते देख देवनाथ राम ने कुनकुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई। दूसरी ओर, प्रेम यादव भी अपने पक्ष को लेकर थाने पहुंच गए। थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की और झगड़ा न करने की हिदायत दी। समझौते पर खत्म हुआ विवाद थाने में हुई बातचीत के बाद मामला सुलझा लिया गया। कुत्ते के मालिक ने देवनाथ राम को 500 रुपये बतौर हर्जाना दिया, और मामला शांत हो गया। शहर में चर्चा का विषय बना ‘मुर्गा विवाद‘ इस अनोखे ‘मुर्गा-कुत्ता’ विवाद ने पूरे इलाके में चर्चा छेड़ दी। नए साल पर जहां लोग पार्टी और जश्न में व्यस्त थे, वहीं लंबीटोली मुहल्ले के इस किस्से ने सबका ध्यान खींच लिया। “मुर्गा खाओ, लेकिन संभलकर!” इस घटना ने लोगों को यह सिखाया कि मुर्गे की दावत की योजना बनाते वक्त उसे सुरक्षित रखना भी जरूरी है। मुर्गा विवाद की यह कहानी भले ही मजेदार लगे, लेकिन पड़ोसियों के रिश्ते पर इसने जरूर गहरा असर छोड़ा है।  

कुनकुरी: वनवासी कल्याण आश्रम का 72वां स्थापना दिवस भव्यता के साथ मनाया गया

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जशपुर,28 दिसम्बर 2024// कुनकुरी में वनवासी कल्याण आश्रम के 72वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों की भागीदारी रही। मुख्य अतिथि के रूप में सत्यप्रकाश तिवारी (अधिवक्ता), यश प्रताप सिंह जूदेव और आर.एस.एस. के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। वनवासी कल्याण आश्रम की स्थापना और उद्देश्य वनवासी कल्याण आश्रम की स्थापना 26 दिसंबर 1952 को बालासाहेब देशपांडे द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य भारत के आदिवासी समाज को उनके सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों से जोड़ते हुए उन्हें सशक्त बनाना है। यह संगठन वनवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के माध्यम से सशक्त बनाकर उन्हें सनातन संस्कृति और धर्म से जोड़े रखने का कार्य करता है। स्थापना दिवस का भव्य आयोजन कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता, दिवंगत बालासाहेब देशपांडे और अन्य संस्थापकों के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित करके की गई। इसके बाद पारंपरिक लोकनृत्यों का आयोजन हुआ, जिसमें करमा, सरहुल और डंडा नृत्य की प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्थानीय लोककला के इस उत्सव में बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने पारंपरिक वेशभूषा में भाग लिया। विशेष रूप से बुजुर्ग महिला और पुरुषों का उत्साह देखते ही बनता था। कार्यक्रम में शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्य अतिथि का संबोधन मुख्य अतिथि सत्यप्रकाश तिवारी ने अपने उद्बोधन में वनवासी कल्याण आश्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह संगठन सनातन संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए एक मजबूत स्तंभ है। उन्होंने वनवासी समाज के उत्थान में संगठन की भूमिका की सराहना की। विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति कार्यक्रम में अखिल भारतीय कार्यालय प्रमुख श्रीपाद जी, प्रांतीय सचिव बासुदेव राम यादव, सरहुल समिति के जिला उपाध्यक्ष मैनेजर राम, कल्याण आश्रम अध्यक्ष विश्वनाथ सिदार और लोककला जिलाध्यक्ष जेरकू राम सहित कई प्रमुख जनप्रतिनिधि शामिल हुए। वनवासी कल्याण आश्रम का 72वां स्थापना दिवस इस बात का प्रतीक है कि यह संगठन वनवासी समाज के उत्थान और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस आयोजन ने स्थानीय समुदाय में सांस्कृतिक एकता और गौरव का भाव जगाया।  

ईसाई समुदाय क्यों सादगी से मना रहा है क्रिसमस? एशिया के बड़े चर्च की क्या है तैयारी? पढ़िए,,

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जशपुर,24 दिसम्बर 2024 – जिले में एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च रोजरी की महारानी गिरिजाघर कुनकुरी में आज ईसा मसीह के जन्मदिन मनाने की तैयारी जोरों से चल रही है।हालांकि इस वर्ष क्रिसमस पर्व को लेकर वह उत्साह नजर नहीं आ रहा है जो बीते वर्षों में देखने को मिला करता था। उल्लेखनीय है कि चर्च की ओर से इस बार का त्यौहार सादगी से मनाने का फरमान सुनाया गया है।इसकी बड़ी वजह भाजपा विधायक श्रीमती रायमुनी भगत के उस कथित विवादित भाषण को बताया जा रहा है,जिसमें उन्होंने ईसा मसीह व ईसाई धर्म के बारे में अमर्यादित टिप्पणी की थी। इस मामले में युवा जयंत लकड़ा ने बताया कि क्रिसमस पर्व को सादगी से मनाने के फैसले के बाद से बाजार की खरीदारी में भारी कमी आई है।सभी ईसाई परिवार अपने संसाधन व पुराने सामानों के साथ क्रिसमस पर्व मनाने जा रहे हैं।चूंकि चर्च में पूजा -पाठ करने समुदाय के लोग बड़ी संख्या में यहां जुटेंगे तो यहां थोड़ी-बहुत रौनक देखने को मिलेगी। काथलिक सभा के विशेष सदस्य डॉ. किशोर मिंज ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रभु यीशु के जन्मदिन पर आज 24 दिसम्बर की रात 10 बजे से बिशप इमानुएल केरकेट्टा मुख्य अधिष्ठाता सारे अनुष्ठान कराएंगे।बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना को देखते हुए चर्च के बाहर पंडाल और स्टेज तैयार किया गया है।

‘विष्णु’ के घर श्रीराम सदन बगिया से अयोध्या में भाँचा श्रीराम के चरणों तक जाएगी मिट्टी,छत्तीसगढ़ से सायकिल पर जा रहा यश जशपुर पहुंचा,,,

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जशपुर,28 अक्टूबर 2024 – राजनांदगांव जिले के यश सोनी सायकिल पर सवार होकर श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या की यात्रा पर निकले हैं। छग के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृहनिवास बगिया स्थित श्रीराम सदन में श्री साय के पारिवारिक सदस्य ने तुलसी चौरा की मिट्टी दी है।इस मिट्टी को छत्तीसगढ़ के पावन स्थलों से ली हुई मिट्टी के साथ मिलाकर प्रभु श्रीराम के चरणों तक पहुंचाएंगे। यश सोनी ने बताया कि वे 20 तारीख को राजनांदगांव के अपने घर से हीरो की सामान्य सायकिल लेकर अयोध्या के लिए निकले हैं।इस यात्रा का उद्देश्य बताते हुए कहा कि पिछले साल मैंने सायकिल से छग के पूरे 33 जिले का भ्रमण करते हुए मिट्टी एकत्रित किया था। मेरे दिमाग मे आया कि प्रत्येक व्यक्ति जिसकी आस्था-प्रार्थना प्रभु श्रीराम तक व्यस्तता,बीमारी या अन्य परिस्थिति अनुसार नहीं पहुंच पा रही है तो मेरे दिमाग में विचार आया छत्तीसगढ़ की मिट्टी लेकर पूरे छत्तीसगढ़ की प्रार्थना प्रभु श्रीराम तक पहुंचाऊं और मैं लक्ष्य की ओर निकल पड़ा हूँ।यश ने इस बात का जिक्र भी किया कि कल 27 अक्टूबर को रास्ते में जगह-जगह मेरे बैग की जांच की गई,जिससे आने में काफी परेशानी हुई।यश ने यह भी बताया कि जशपुर में रात्रि विश्राम के बाद वह बिहार के लिए रवाना होगा जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर आगे बढ़ेगा।सायकिल यात्री यश ने एक सप्ताह में अयोध्या पहुंचने की उम्मीद जताई है।

एयर इंडिया फ्लाइट बम धमकी मामले में राजनांदगांव के नाबालिग से पूछताछ, सुरक्षा एजेंसियों की जांच तेज,पिता के साथ नाबालिग को लेकर जांच एजेंसी मुंबई निकली

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राजनांदगांव, 15 अक्टूबर 2024: मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में राजनांदगांव के एक 17 वर्षीय नाबालिग किशोर से पूछताछ की जा रही है। इस धमकी के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर द्वारा गठित 5 सदस्यीय जांच टीम राजनांदगांव पहुंची, जहां एक स्थानीय कारोबारी के बेटे से पूछताछ की जा रही है। इस पूछताछ के बाद नाबालिग को उसके पिता के साथ सुरक्षा एजेंसी की टीम मुंबई लेकर रवाना हो गई है। फ्लाइट में बम की अफवाह से मचा हड़कंप धमकी के बाद फ्लाइट में अफरा-तफरी मच गई थी। फ्लाइट को तुरंत दिल्ली की ओर डायवर्ट कर सुरक्षित लैंड कराया गया। फ्लाइट संख्या AI-119, जिसने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से न्यूयॉर्क के लिए देर रात दो बजे उड़ान भरी थी, में 239 यात्री सवार थे। टेकऑफ के थोड़े ही समय बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “X” (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सक्रिय होकर फ्लाइट की आपातकालीन लैंडिंग करवाई। जांच के दौरान फ्लाइट में किसी बम की पुष्टि नहीं हो सकी। प्रारंभिक जांच के आधार पर यह पाया गया कि धमकी राजनांदगांव से जुड़े एक 17 वर्षीय किशोर के सोशल मीडिया अकाउंट से की गई थी। सुरक्षा एजेंसियों ने मुंबई पुलिस की मदद से राजनांदगांव पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद किशोर और उसके परिवार से पूछताछ की जा रही है। एएसपी राहुल देव शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, “ट्विटर (X) के माध्यम से एयर इंडिया फ्लाइट में बम की धमकी दी गई थी, जिसके बाद फ्लाइट को सुरक्षित दिल्ली की ओर डायवर्ट किया गया। इस मामले में राजनांदगांव पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच की गई, और महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है।” फोन हैकिंग और साइबर एंगल की जांच धमकी से जुड़े इस मामले में एक और जांच सामने आई है। बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति के फोन को हैक कर धमकी भरा संदेश सोशल मीडिया पर डाला गया था, उससे भी सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। जांच एजेंसियां साइबर क्राइम के एंगल से भी इस मामले की पड़ताल कर रही हैं।इस धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई है।