Big News: ट्रेलर – स्वराज माजदा में ऐसी टक्कर, जिसमें दस लोगों की मौत,कई गंभीर,ऐसे हुआ मौत का तांडव

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अभी हादसे के आठ से दस घंटे बीत गए है,वहां क्या मंजर होगा, अकल्पनीय है कि एक ही गांव के दस लोगों की घटनास्थल पर मौत,कई अभी भी जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे होंगे।इस घटना की सूचना बीती रात एक बजे ही पुलिस ने मीडिया के व्हाट्सएप ग्रुप में दे दी थी।अभी जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक स्वराज माजदा में 30 से ज्यादा लोग सवार थे जो छठी के कार्यक्रम से देर रात अपने घर लौट रहे थे कि ट्रेलर और ट्रक में भिड़ंत हो गई।हादसा इतना भयंकर था कि ट्रक में सवार लोग हवा में उड़ते हुए सड़क पर गिरे,कुछ ट्रक के ऊपर ही टकराकर मौत की आगोश में चले गए। रायपुर,12 मई 2025-  बीती रात रायपुर-बलौदाबाज़ार मुख्य मार्ग पर सारागांव के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में 10 से अधिक लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह सभी लोग ग्राम चटौद थाना विधानसभा क्षेत्र,रायपुर से स्वराज माजदा वाहन (क्रमांक CG 04 MQ 1259) में सवार होकर खरोरा थाना अंतर्गत ग्राम बाना बनारसी में आयोजित चौथिया छट्ठी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। कार्यक्रम के बाद लौटते समय देर रात माजदा वाहन की एक ट्रेलर से जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसे में वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मृतकों में अधिकांश ग्रामीण शामिल हैं, जिनकी पहचान की प्रक्रिया जारी है। घायलों को तत्काल ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरोरा लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद कई को रायपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। रायपुर ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। हादसे की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है।

कुनकुरी के पूर्व विधायक यूडी मिंज के फेसबुक पोस्ट से मचा बवाल,यूडी मिंज पर राजद्रोह के तहत मामला दर्ज हो- गौरीशंकर श्रीवास

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रायपुर/कुनकुरी,27 अप्रैल 2025 – कांग्रेस लीडर पूर्व कुनकुरी विधायक यूडी मिंज ने फेसबुक पोस्ट में बेसरण (पहलगाम) आतंकवादी हमले को लेकर बयान दिया जो पूरे प्रदेश में विवादित हो गया है।मिंज ने भारत को पाकिस्तान पर हमला करने पर हार जाने की बात कही है हालांकि एक पोस्ट में मोबाइल हैक हो जाने की जानकारी देते हुए फेसबुक पोस्ट के जरिये अपना पक्ष रखा है। वहीं,भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गौरी शंकर श्रीवास ने बयान जारी करते हुए कहा कि यूडी मिंज के सोशल मीडिया में जो पोस्ट है वो गद्दारी तथा सेना का मनोबल तोड़ने वाला पोस्ट है जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पहलगाम में हुए सैलानियों पर हमले के बाद से पूरा देश आक्रोशित है ऐसे में अपने सोशल मीडिया हैंडल से भारत -पाक युद्ध में देश की हार तय करते हुए कायरता पूर्ण पोस्ट शेयर किया है जो कि कांग्रेस पार्टी के मूल चरित्र को प्रदर्शित करता है और ये पहला मौका नहीं है इसके पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँगकर देश को राष्ट्रीय पटल पर अपमानित करने का काम कांग्रेसी नेताओ ने किया था जिसे राष्ट्र नहीं भुला है! पहलगाम टेरर अटैक में छत्तीसगढ़ ने दिनेश मिरानिया के रूप में अपना लाल खोया है जिसे लेकर प्रदेश में जनता की सेना की तरफ़ टकटकी लगाकर देख रही इस गमगीन स्थिति में युद्ध के पूर्व परिणाम अपने देश के ख़िलाफ़ देने वाला एक गद्दार ही हो सकता है अतः पूर्व विधायक मिंज के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही की जाए। इधर गौरी शंकर श्रीवास के ट्वीट करने के बाद पोस्ट तेज़ी से वायरल होने लगा जिसके बाद पूर्व विधायक यूडी मिंज ने आज शाम फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था जिसके चलते उनके अकाउंट से किसी ने पोस्ट कर दिया। लेकिन गौर करने वाली बार ये है कि श्री मिंज का ये विवादित पोस्ट एक दिन पुराना है जिस पर विवाद की स्थित निर्मित होने के बाद उन्होंने हैक होने का सहारा लिया है। देखें वह पोस्ट –   

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में दंतेवाड़ा विज्ञान केन्द्र की प्रशंसा की, मुख्यमंत्री ने जताया आभार*

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*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ सुनी ‘मन की बात’ की 121वीं कड़ी* रायपुर 27 अप्रैल 2025/ मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 121वीं कड़ी का श्रवण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘मन की बात’ को जनजागरण और राष्ट्र निर्माण का एक सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम देशवासियों को सकारात्मक दिशा प्रदान करने और जनभागीदारी को बढ़ावा देने का अद्वितीय मंच है। मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विचार और संदेश आज पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। ‘मन की बात’ के माध्यम से देश के कोने-कोने में हो रहे नवाचारों, सामाजिक पहलों और सकारात्मक परिवर्तनों की जानकारी आमजन तक पहुँचती है, जिससे पूरे समाज में जागरूकता और ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल प्रेरणा देता है, बल्कि समाज में सक्रिय भागीदारी और रचनात्मक परिवर्तन को भी प्रोत्साहित करता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बार ‘मन की बात’ में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में स्थापित विज्ञान केन्द्र की विशेष रूप से सराहना की है। उन्होंने इसे प्रदेश के लिए गर्व का विषय बताते हुए प्रधानमंत्री के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि आज भारत के युवा तेजी से साइंस, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इलाके, जो कभी पिछड़ेपन और हिंसा के लिए पहचाने जाते थे, अब नवाचार के केन्द्र बन रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में स्थापित विज्ञान केन्द्र की सराहना करते हुए कहा कि जहाँ कभी हिंसा और अशांति का साया था, वहाँ आज बच्चे विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दंतेवाड़ा का विज्ञान केन्द्र आज पूरे देश का ध्यान आकर्षित कर रहा है, जहाँ बच्चों को थ्री-डी प्रिंटर, रोबोटिक कार जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से परिचित कराया जा रहा है। बच्चों का तकनीक के प्रति यह जुड़ाव भारत के उज्ज्वल भविष्य की दिशा को दर्शाता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विज्ञान और नवाचार के प्रति देश के युवाओं में बढ़ता आकर्षण भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि दंतेवाड़ा का विज्ञान केन्द्र अब वैज्ञानिक चेतना और नवाचार का केन्द्र बन रहा है, जो विशेषकर आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को विज्ञान, तकनीक और नवाचार की दुनिया से जोड़ने का प्रेरक माध्यम बन गया है। प्रधानमंत्री द्वारा की गई यह सराहना न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए एक उत्साहवर्धक संकेत है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों से संवाद करते हैं और देश भर में हो रहे सकारात्मक प्रयासों को साझा कर एक प्रेरक वातावरण तैयार करते हैं। इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष सौरभ सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी द्वारा ‘मन की बात’ कार्यकम में दंतेवाड़ा विज्ञान केन्द्र की प्रशंसा छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है। दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्र, जो कभी हिंसा के लिए जाने जाते थे, आज विज्ञान और नवाचार के प्रतीक बन रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की सराहना से प्रदेश के बच्चों और युवाओं को विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगी। यह छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” — मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री साय की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

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रायपुर, 2 मार्च 2025 – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में राज्य के विकास और प्रशासनिक सुधार से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। आबकारी नीति 2025-26 को मंजूरी,मदिराप्रेमियों को मिल सकती है सस्ती शराब! वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आबकारी नीति को स्वीकृति प्रदान की गई है, जो पूर्ववर्ती वर्ष 2024-25 की भांति होगी। राज्य में 674 मदिरा दुकानों का संचालन जारी रहेगा, साथ ही आवश्यकता अनुसार प्रीमियम मदिरा दुकानें भी संचालित की जाएंगी। देशी मदिरा की आपूर्ति पूर्ववत् रेट ऑफर के अनुसार होगी, जबकि विदेशी मदिरा का थोक क्रय एवं वितरण छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। मदिरा पर लागू अधोसंरचना विकास शुल्क यथावत रहेगा, लेकिन विदेशी मदिरा फुटकर दुकानों पर 9.5 प्रतिशत की दर से लगने वाला अतिरिक्त आबकारी शुल्क समाप्त कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ लोक परिसर (बेदखली) संशोधन विधेयक-2025 का अनुमोदन सरकारी परिसरों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ लोक परिसर (बेदखली) संशोधन विधेयक-2025 के प्रारूप को मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दी है। इससे सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत सशक्त समिति का विघटन व्यवसाय करने में सुगमता लाने के लिए ई-प्रोक्योरमेंट के लिए गठित सशक्त समिति को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में पीएफआईसी द्वारा 100 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को स्वीकृत किया जा रहा है, जिससे अनुमोदन प्रक्रिया में दोहराव हो रहा था। इस निर्णय से अनुमोदन प्रक्रिया में तेजी आएगी। उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में नए सदस्य पद का सृजन छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में लंबित प्रकरणों के त्वरित निराकरण और उपभोक्ता मामलों की समयबद्ध सुनवाई के लिए एक नए सदस्य पद का सृजन किया गया है। धान एवं चावल परिवहन दरों की स्वीकृति खरीफ विपणन वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के समर्थन मूल्य योजना में धान एवं चावल परिवहन की दरों के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति की अनुशंसा को स्वीकृति प्रदान की गई है। श्रम विधियों में संशोधन का अनुमोदन मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ श्रम विधियां संशोधन एवं विविध प्रकीर्ण उपबंध विधेयक-2025 के माध्यम से कारखाना अधिनियम-1948, औद्योगिक विवाद अधिनियम-1947 तथा ट्रेड यूनियन अधिनियम-1976 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया है। रजिस्ट्रीकरण अधिनियम में संशोधन रजिस्ट्रीकरण अधिनियम-1908 (छत्तीसगढ़ संशोधन) विधेयक-2025 के प्रारूप को मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दी है, जिससे रजिस्ट्री कार्यालयों के संचालन में सुधार होगा। उप पंजीयक पदों की पूर्ति के लिए सेवा अवधि में छूट वाणिज्यिक कर (पंजीयन) विभाग में उप पंजीयक के पदोन्नति श्रेणी के रिक्त 9 पदों की पूर्ति के लिए पांच वर्ष की अर्हकारी सेवा में एक बार के लिए छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया है, जिससे रजिस्ट्री कार्यालयों का नियमित संचालन सुनिश्चित होगा। औद्योगिक विकास नीति 2024-30 को प्रभावी बनाने के लिए संशोधन राज्य में 1 नवंबर 2024 से लागू औद्योगिक विकास नीति 2024-30 को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ शासन भंडार क्रय नियम-2002 में प्रस्तावित संशोधन के प्रारूप को मंजूरी दी गई है, जिससे उद्योगों को निवेश के लिए बेहतर माहौल मिलेगा। आजीविका सृजन एवं ग्रामीण कल्याण के लिए एमओयू छत्तीसगढ़ सरकार एवं व्यक्ति विकास केन्द्र इंडिया (द आर्ट ऑफ लिविंग) के मध्य आजीविका सृजन एवं ग्रामीण छत्तीसगढ़ के कल्याण हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) के लिए राज्य सरकार के सुशासन एवं अभिसरण विभाग को अधिकृत किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलेगा। इन निर्णयों से राज्य में प्रशासनिक सुधार, औद्योगिक विकास, उपभोक्ता संरक्षण और ग्रामीण कल्याण के क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव की उम्मीद है।

छत्तीसगढ़ के निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या पर झारखंड के पत्रकारों ने जताई कड़ी नाराज़गी,कहा- हत्यारों को फांसी दो

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गुमला(झारखण्ड), 07 जनवरी 2025 – बस्तर के प्रसिद्ध और निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की निर्मम हत्या ने पूरे पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है। इस कायराना हमले के विरोध में झारखंड के पत्रकारों ने एकजुट होकर श्रद्धांजलि दी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की। गुमला जिले में आयोजित आपात बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र कुमार सिंह ने की। इस दौरान उपस्थित पत्रकारों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला करार दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे हमलों को समाज में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकारों की प्रमुख मांग थी कि नृशंस हत्या में शामिल दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। साथ ही, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी सुनिश्चित की जाए। पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि पत्रकारों के लिए विशेष सुरक्षा कानून लाने की प्रक्रिया तेज की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। वरिष्ठ पत्रकारों ने बताया कि इस मामले में प्रेस क्लब महासंघ और झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके जरिए दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा करने की मांग की जाएगी। पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि मुकेश चंद्रकार जैसे निर्भीक पत्रकार समाज के लिए प्रेरणा हैं, और उनकी हत्या का दोषियों को कड़ा परिणाम भुगतना होगा।  

BIG UPDATE : मुकेश चंद्रकार हत्याकांड: मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में पकड़ा गया, पूछताछ जारी

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#justiceformukesh रायपुर,06 जनवरी 2025 –  पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में बड़ा अपडेट सामने आया है। इस जघन्य अपराध के फरार मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार को एसआईटी टीम ने देर रात हैदराबाद से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने सुरेश को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया था, जो अब सफल हो गया है। एसआईटी द्वारा गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ की प्रक्रिया जारी है। सुरेश चंद्रकार से पूछताछ के दौरान हत्याकांड के कई अहम पहलुओं पर से पर्दा उठने की संभावना है। साथ ही इस मामले से जुड़े अन्य संदिग्धों की भूमिका भी उजागर हो सकती है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कल इस हत्याकांड की जांच में तेजी लाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया था। सुरेश चंद्रकार गिरफ्तारी को इस दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। इस मामले में पुलिस द्वारा जल्द ही और खुलासे किए जाने की संभावना है। वहीं, सुरेश चंद्रकार की गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड से जुड़े कई अनसुलझे सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है।  

#justiceformukesh : प्रेस क्लब रायपुर ने सीएम साय से की मुलाकात,गृहमन्त्री विजय शर्मा पहुंचे प्रेस क्लब

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रायपुर,06 जनवरी 2025 – पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग को लेकर रायपुर प्रेस क्लब और वरिष्ठ पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीते शाम 5 जनवरी को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया कि मामले की गहन जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात रायपुर प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने कुछ अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका पर भी सवाल उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह जघन्य हत्याकांड बेहद गंभीर है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने त्वरित और निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि सभी संदिग्ध पहलुओं पर गंभीरता से कार्रवाई होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा भी मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब के महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय, उपाध्यक्ष संदीप शुक्ला, कोषाध्यक्ष रमन हलवाई, संयुक्त सचिव तृप्ति सोनी एवं अरविंद सोनवानी, कार्यकारिणी सदस्य सुधीर तम्बोली, वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा और पीसी रथ शामिल रहे। गृहमंत्री से संवाद रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा और संवाद कार्यक्रम में पत्रकारों ने राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा को घटना की जानकारी दी। गृहमंत्री अपनी अन्य बैठक के कारण प्रारंभ में उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन बैठक समाप्त होते ही वे प्रेस क्लब पहुंचे। पत्रकारों ने एसआईटी में स्थानीय अधिकारियों के बजाय साफ-सुथरी छवि के अधिकारियों को शामिल करने की मांग की। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री से चर्चा कर एसआईटी में बदलाव पर विचार किया जाएगा। जांच की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी और हर बिंदु पर ध्यान दिया जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” श्रद्धांजलि सभा में जुटा पत्रकार समुदाय पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश है। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए और घटना की निंदा की। सभा में मांग की गई कि हत्याकांड की जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता से की जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। हम आपको बता दें कि पत्रकार मुकेश    चंद्राकर की हत्या के तीन आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।मुख्य आरोपी, ठेकदार सुरेश चन्द्रकार अभी भी फरार है । मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की ओर से मिले आश्वासन के बाद पत्रकार समुदाय को उम्मीद है कि मामले में जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।पत्रकार साथी की हत्या से देशभर के पत्रकार एकजुट हैं।  

स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर आक्रोश, पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग,सौंपा ज्ञापन

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महासमुंद,04 जनवरी2025 –  छत्तीसगढ़ के बीजापुर में स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। घटना को लेकर महासमुंद के पत्रकारों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने इस नृशंस हत्या की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री, कलेक्टर, और डीजीपी के नाम एएसपी को ज्ञापन सौंपा। दरअसल, पत्रकार मुकेश चंद्राकर, जो बीजापुर जिले में निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे, 1 जनवरी की शाम से लापता थे। 3 जनवरी को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। जानकारी के अनुसार, मुकेश ने हाल ही में करोड़ों के भ्रष्टाचार से जुड़ी एक खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद उनकी हत्या की बात सामने आ रही है। घटना में शामिल होने के आरोप में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर और दो मजदूरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल: महासमुंद के पत्रकारों ने घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की बढ़ती असुरक्षा को देखते हुए तत्काल पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है। पत्रकारों का कहना है कि यह घटना केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर हमला है। ज्ञापन में मुख्य मांगें: 1. मुकेश चंद्राकर हत्याकांड की निष्पक्ष और त्वरित जांच। 2. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा। 3. पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए।   पत्रकारों का बयान: महासमुंद के पत्रकारों ने कहा, “यह घटना किसी भी पत्रकार के लिए भयावह है। मुकेश ने भ्रष्टाचार को उजागर करने का साहस दिखाया, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। अगर दोषियों को सजा नहीं मिली, तो यह समाज और लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा होगा।” सरकार से उम्मीद: पत्रकार समुदाय ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस घटना को प्राथमिकता से लेते हुए दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए। मुकेश चंद्राकर की हत्या ने राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना न केवल न्याय की मांग करती है, बल्कि यह भी बताती है कि निर्भीक पत्रकारिता के लिए मजबूत सुरक्षा तंत्र की कितनी आवश्यकता है।  

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या: नेशनल हाईवे जाम, आरोपियों और पुलिस पर कार्रवाई की मांग

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  बीजापुर,04 जनवरी 2025 –  बीजापुर जिले के निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या और शव मिलने की घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। तीन दिनों से लापता मुकेश का शव शुक्रवार को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया। घटना के बाद पत्रकार समुदाय में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। हत्या का संदिग्ध मामला: बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव द्वारा जारी बयान के अनुसार, पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी को शाम के समय घर से निकले थे। कुछ देर बाद उनका फोन बंद हो गया और वह वापस नहीं लौटे। परिजनों ने काफी तलाश के बाद उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस जांच में शुक्रवार को उनका शव चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। भ्रष्टाचार के खिलाफ खबर बनी कारण? मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर ने खुलासा किया कि कुछ दिनों पहले मुकेश ने गंगालूर से नेलसनार तक बन रही 45 किलोमीटर लंबी सड़क में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार को उजागर किया था। उन्होंने बताया कि मुकेश बीजापुर के अंदरूनी नक्सल प्रभावित इलाकों में पत्रकारिता करते हुए ज्वलंत मुद्दों को सामने लाने में अग्रणी थे। पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन: मुकेश के शव मिलने के बाद शनिवार सुबह से ही बीजापुर में पत्रकारों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हत्या के दोषियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा के साथ-साथ बीजापुर एसपी को सस्पेंड कर तबादला करने की मांग की है। प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की भारी तैनाती की गई है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा। मुकेश चंद्राकर को क्षेत्र में निर्भीक और सशक्त पत्रकार के रूप में जाना जाता था। उन्होंने न केवल भ्रष्टाचार उजागर किया, बल्कि नक्सल कब्जे से जवानों को छुड़ाने में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी हत्या ने पूरे बस्तर संभाग को स्तब्ध कर दिया है। सरकार और प्रशासन पर उठे सवाल: इस जघन्य हत्या ने पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्रकारों का आरोप है कि मुकेश की हत्या में पुलिस की लापरवाही भी जिम्मेदार है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि हत्या के पीछे छिपे कारणों और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।  

बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या: सीएम साय समेत पत्रकारिता जगत और समाज में शोक की लहर

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ख़बर ज़नपक्ष डेस्क : बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस जघन्य घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि यह पत्रकारिता जगत और समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आया बयान   मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश जारी करते हुए लिखा, “मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। इस घटना के अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाए।” पत्रकारिता में योगदान मुकेश चंद्राकर बीजापुर के चर्चित पत्रकारों में से एक थे और उनके यूट्यूब चैनल “बस्तर जंक्शन” ने नक्सल प्रभावित इलाकों में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया था। उनकी साहसी पत्रकारिता ने उन्हें लोगों के बीच एक पहचान दिलाई। परिवार और समाज में शोक मुकेश चंद्राकर के परिवार और स्थानीय पत्रकार समुदाय में इस घटना से भारी आक्रोश और दुख का माहौल है। उनकी हत्या ने क्षेत्र में प्रेस की सुरक्षा और स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस जांच में प्रगति इस मामले में पुलिस ने अब तक एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है और कई सुरागों पर काम कर रही है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दावा किया है कि इस केस को जल्द सुलझाया जाएगा। शोक संदेश मुख्यमंत्री श्री साय के अलावा कई अन्य नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकार संगठनों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सभी ने अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की है।