**रायपुर, 02 सितंबर 2024:** मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने तीजा के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ की 70 लाख महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार के दौरान, श्री साय ने महतारी वंदन योजना की सातवीं किस्त के रूप में प्रत्येक लाभार्थी महिला के खाते में 1,000 रुपये डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से अंतरित किए। इस अवसर पर प्रदेश की महिलाओं के चेहरे खुशी से खिल उठे और उन्होंने अपने “विष्णु भैया” का आभार व्यक्त किया।
महतारी वंदन योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन और उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार करना है। योजना के तहत विवाहित, विधवा, परित्यक्ता और तलाकशुदा महिलाओं को, जिनकी उम्र 21 वर्ष से अधिक है, हर महीने 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का शुभारंभ 10 मार्च 2024 को किया था। तब से अब तक योजना की सात किश्तें लाभार्थी महिलाओं के खातों में जमा की जा चुकी हैं।
**तीजा-पोरा तिहार का महत्व:**
तीजा और पोरा, छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार हैं, जो विशेष रूप से महिलाओं द्वारा धूमधाम से मनाए जाते हैं। तीजा, जिसे हरतालिका तीज भी कहा जाता है, विशेषकर विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं। यह त्यौहार महिलाओं की भक्ति, श्रद्धा, और उनकी शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
पोरा त्यौहार, कृषि कार्यों की समाप्ति के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन लोग मिट्टी के बैल बनाकर उनका पूजन करते हैं, जो कृषि की समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक होते हैं। महिलाएं इस दिन विशेष पूजा अर्चना करती हैं और खेतों में हल चलाने का प्रतीकात्मक अनुष्ठान करती हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा तीजा-पोरा के मौके पर महतारी वंदन योजना की सातवीं किस्त का वितरण, महिलाओं के प्रति सम्मान और उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाने और उन्हें समाज में एक मजबूत भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करती है।