*कलेक्टर डॉ. मित्तल ने की जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक, स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर दिया जोर*

 

*जशपुर, 10 सितंबर 2024* – कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्टर सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की, जिसमें जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति का जायजा लिया गया। बैठक में यूनिसेफ से डॉक्टर गजेंद्र सिंह, सीएमओ डॉ. जी.एस. जात्रा, सिविल सर्जन डॉ. विपिन इंदवार और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, बीएमओ, बीपीएम और बीडीएम मौजूद थे।

कलेक्टर मित्तल ने अधिकारियों से जिले में चल रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में आ रही कमियों पर ध्यान देने और सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए और अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की।

स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा

बैठक में कलेक्टर ने पिछले निर्देशों के क्रियान्वयन की स्थिति की भी जानकारी ली और सभी स्वास्थ्य सेवाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने हाइपरटेंशन जैसी गैर-संक्रामक बीमारियों के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का आदेश दिया, ताकि मरीजों का सही इलाज हो सके। अधिकारियों ने बताया कि 95% गैर-संक्रामक रोगियों की अब तक स्क्रीनिंग हो चुकी है।

कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लड डोनेशन कैंप प्राथमिकता के आधार पर आयोजित करने की बात कही, ताकि ब्लड बैंक की पर्याप्तता बनी रहे। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत यू-विन पोर्टल में प्रोपर इंट्री सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

सिकल सेल एनीमिया और आयुष्मान योजना पर विशेष ध्यान

सिकल सेल एनीमिया के मरीजों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और हाइड्रोक्सी यूरिया टेबलेट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। आयुष्मान योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को कार्ड जारी करने के निर्देश भी दिए गए।

सर्पदंश से संबंधित जागरूकता और प्रसव सेवाओं में सुधार

कलेक्टर मित्तल ने सर्पदंश के खिलाफ ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने और अंधविश्वास से होने वाली जान-माल की हानि को रोकने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए। लोदाम की स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि झारखंड बॉर्डर से लोग लोदाम में प्रसव और अन्य जांचों के लिए आते हैं। इस पर कलेक्टर ने सभी सीएससी, पीएससी, और एचएचसी में संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

बैठक में कलेक्टर मित्तल ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं की भी समीक्षा की और सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्यक्रमों को समयबद्ध और प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए।

सुशासन का उद्देश्य

कलेक्टर मित्तल ने कहा कि सुशासन का उद्देश्य तभी सफल होगा जब योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में और अधिक सटीकता और समर्पण के साथ काम करना होगा ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।