कलेक्टर रोहित व्यास ने ‘अन्वेषण’ कार्यक्रम का किया शुभारंभ : अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों की रुचि जगाने की नई पहल को दिखाई हरी झंडी

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जशपुर, 18 नवंबर 2024// जिले के विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने “अन्वेषण” कार्यक्रम के तहत अंतरिक्ष ज्ञान अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का शुभारंभ कलेक्टर रोहित व्यास ने स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जशपुर में किया। कलेक्टर ने विशेष रूप से डिजाइन किए गए उपकरणों और मॉडलों से सुसज्जित चलित वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो जिले के विद्यालयों और छात्रावासों में भ्रमण करेगा।

विद्यार्थियों को मिलेगा अंतरिक्ष की गहराइयों का ज्ञान

अंतरिक्ष ज्ञान अभियान का लक्ष्य विद्यार्थियों को भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों और अंतरिक्ष विज्ञान में करियर की संभावनाओं के बारे में शिक्षित करना है। विशेषज्ञों की टीम जिले के 45 हायर सेकेंडरी स्कूलों में लगभग 12,000 से अधिक विद्यार्थियों के साथ सत्र आयोजित करेगी। ये सत्र 18 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेंगे और प्रत्येक स्कूल में 2 घंटे का कार्यक्रम होगा।

कार्यक्रम में उपग्रह प्रक्षेपण यानों जैसे एसएलवी, पीएसएलवी, एएसएलवी, जीएसएलवी, एलएमवी, और चंद्रयान, मंगलयान, गगनयान मिशन के साथ-साथ विभिन्न टेलीस्कोप, उपग्रह और अंतरिक्ष उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को भारत की अंतरिक्ष परियोजनाओं और उनके पीछे की तकनीक के बारे में जानकारी दी।

कलेक्टर श्री व्यास ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा, “भारत आज अंतरिक्ष क्षेत्र में एक महाशक्ति बन चुका है। सूर्य, चंद्रमा और मंगल के अभियानों से लेकर गगनयान मिशन तक, हमारा देश नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को इन उपलब्धियों से जोड़ते हुए उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।”

कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स बनने का मौका

कलेक्टर ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में प्रसिद्ध वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों जैसे कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और राकेश शर्मा का उदाहरण देते हुए कहा कि जशपुर के विद्यार्थी भी इस क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “इस अभियान के माध्यम से बच्चों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के भविष्य और इससे जुड़ी अपार संभावनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।”

विशेषज्ञों की टीम का मार्गदर्शन

इग्नाइटिंग ड्रीम्स ऑफ यंग माइंड्स फाउंडेशन (आईडीवायएम) द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त 5 सदस्यीय विशेषज्ञ दल प्रत्येक विद्यालय में विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देगा। ये विशेषज्ञ अंतरिक्ष अभियानों, प्रक्षेपण तकनीकों और अंतरिक्ष विज्ञान में नवाचारों पर प्रकाश डालेंगे।

भारत का अंतरिक्ष भविष्य: गगनयान और उससे आगे

कार्यक्रम में बताया गया कि भारत गगनयान मिशन के जरिए अपने अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना की तैयारी कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रेरित करना है ताकि वे भी इस उभरते हुए क्षेत्र का हिस्सा बन सकें।

वैज्ञानिक सोच का विकास

अंतरिक्ष ज्ञान अभियान का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि वैज्ञानिक सोच और नवाचार को बढ़ावा देना है। इस अभियान से विज्ञान के प्रति रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को अपने भविष्य को दिशा देने का एक सुनहरा मौका मिलेगा।

विद्यार्थियों के लिए यह अभियान न केवल अंतरिक्ष विज्ञान की जटिलताओं को सरल बनाएगा, बल्कि उनके सपनों को नई उड़ान भी देगा।