जशपुर – बादलखोल अभ्यारण्य से सटे ग्राम बुटंगा में बीती रात एक दंतैल हाथी ने आतंक मचाया। एलासीयूस एक्का और उनकी पत्नी घर में गहरी नींद में सो रहे थे जब हाथी ने उनके घर पर हमला किया। घटना रात करीब 3 बजे की है, जब हाथी दल से बिछड़कर बस्ती में घुस आया।
हाथी ने सबसे पहले एलासीयूस के घर की बाउंड्रीवाल को तोड़ा और फिर घर की दीवार में छेद कर धान के बोरों तक पहुंचने की कोशिश की। दीवार गिरने की आवाज से एलासीयूस जाग गए और उन्होंने तुरंत अपनी पत्नी को जगाया। दोनों ने समझदारी दिखाते हुए पड़ोसियों को आवाज देकर बुलाया।
लगभग आधे घंटे तक हाथी घर के बाहर खड़ा रहा। ग्रामीणों के शोर-शराबे के बाद हाथी ख्रीस्तोफर के खेत में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचाते हुए जंगल की ओर लौट गया।
गेम रेंजर बुधेश्वर साय ने बताया कि अभयारण्य का स्टाफ लगातार गांव-गांव जाकर लोगों को हाथी से बचाव के उपाय बता रहा है। रविवार को बादलखोल अभयारण्य के स्टाफ ने साहीडांड़, रामसमा, सेंद्रीगुंडा, बच्छरांव, कलिया और सरायटोली गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को हाथियों से छेड़खानी न करने की सलाह दी और आवश्यक जानकारी दी।
इस घटना से ग्रामीणों में हाथियों के हमले के प्रति जागरूकता बढ़ी है और अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियानों की महत्वपूर्णता और भी स्पष्ट हो गई है।