क्राइम किलर IPS शशिमोहन सिंह ने बिहार से ठग गिरोह का नेटवर्क पकड़ा,गूगल से नंबर सर्च करना ठेकेदार को पड़ा भारी,6 गिरफ्तार

जशपुर,11 दिसम्बर 2024 –  पुलिस ने ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर को कामधेनु सरिया का डीलर बनाने का झांसा देकर 9.25 लाख रुपये की ठगी की।

घटना का पूरा विवरण ये रहा : पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर कनक कुमार चंडालिया ने 13 सितंबर 2024 को थाना सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने गूगल से कामधेनु सरिया कंपनी का नंबर सर्च कर संपर्क किया था। उधर से कॉल करने वाले ने खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए डीलरशिप दिलाने का झांसा दिया।

आरोपी ने बड़ी चालाकी से पीड़ित से आधार कार्ड, पैन कार्ड, दुकान की फोटो, फर्म का जीएसटी और कैंसल चेक मंगवाए। इसके बाद डीलरशिप की पुष्टि का झांसा देकर 1.25 लाख रुपये और फिर 8 लाख रुपये अग्रिम भुगतान के रूप में ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए। बाद में कामधेनु स्टील के ओरिजनल हेडक्वार्टर गुड़गांव से संपर्क करने पर पीड़ित को पता चला कि उनके साथ ठगी हो गई है।

कोतवाली में पीड़ित ने रिपोर्ट लिखाई।जिसपर ऑनलाइन ठगी के मामले की जांच शुरू करते हुए एसपी शशिमोहन सिंह के लगातार मॉनिटरिंग में जशपुर पुलिस ने साइबर सेल की मदद से बैंक ट्रांजेक्शन और मोबाइल सर्विलांस के जरिए आरोपियों का पता लगाया।

पुलिस टीम ने पटना (बिहार) के पाटलिपुत्र इलाके में छापा मारकर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक नाबालिग शामिल है।गिरोह का सरगना रोशन यादव फरार है। उसकी तलाश के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं।

गिरफ्तार आरोपी:

1. मनीष (21 वर्ष), निवासी नालंदा, बिहार

2. रुदल (20 वर्ष), निवासी नालंदा, बिहार

3. राजन (19 वर्ष), निवासी नालंदा, बिहार

4. विशाल (22 वर्ष), निवासी नालंदा, बिहार

5. अजीत (19 वर्ष), निवासी नालंदा, बिहार

6. एक नाबालिग

ठगी का तरीका जानिए और सतर्क रहिए

मुख्य आरोपी रोशन यादव ने गिरोह के अन्य सदस्यों से बैंक खातों, एटीएम और पासबुक की जानकारी ली। वह हर ट्रांजेक्शन के बदले उन्हें 5,000 रुपये देता था और ठगी की रकम खुद निकालता था।पुलिस ने आरोपियों से पासबुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को बैंक की जानकारी, ओटीपी या गोपनीय जानकारी न दें।उन्होंने कहा कि ठगी से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता आवश्यक है।

इस गिरोह को पकड़ने में डीएसपी अजाक/क्राइम: भावेश समरथ,निरीक्षक: रवि शंकर तिवारी,एएसआई: चंद्रप्रकाश त्रिपाठी,आरक्षक: बसंत खुटिया और तुलसी रात्रे की सक्रिय भूमिका रही।

फिलहाल, पुलिस फरार मुख्य आरोपी रोशन यादव की तलाश में है और मामले की विस्तृत जांच जारी है। जशपुर पुलिस ने ठगी के शिकार लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी देने की अपील की है।