जशपुर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ महावृक्षारोपण अभियान अंतर्गत जिले के विभिन्न ग्रामों से वनमण्डल कार्यालय जशपुर में उपस्थित हुए। सभी वैधराजों को डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने वन औषधिय पौधे हर्रा, बेहरा, अर्जुन, सतावर, बेल, एलोवेरा, नीम, काली मूसली, सफेद मूसली,, सर्पगंधा, करंज, नागकेशरी, गिलोय, अश्वगंधा, गटारन तथा अन्य फलदार एवं औषधीय पौधों का वितरण किया गया।
वन मण्डल अधिकारी जितेंद्र उपाध्याय के द्वारा जशपुर के वैद्यो को औषधि बगिया के संवर्धन हेतु पौधों के रख रखाव, सिंचाई,सुरक्षा हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि ‘वन एवं पर्यावरण की रक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है। वृक्ष हमे प्राण वायु, फल, फूल, औषधि, ईंधन प्रदान करते है, वह घट रहे हैं। हमे वनों की सुरक्षा करनी चाहिए।’ जशपुर अंचल के गांवों से प्रमाणित आदिवासी उपचारकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के आयोजक पिरामल फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक संतोष सोन ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम इन पौधे की जतन कर उन्हें वृक्ष होने तक सेवा कर आने वाली पीढ़ी के लिए उपहार स्वरूप सौंपें। हमारी स्मृति के रूप में इन वृक्षो को देख कर याद करंगे। उपचारकर्ता को जड़ी बूटी व औषधि घर आंगन में प्राप्त होने से हमें जंगल जाने से जो वक्त लगता है वह बच जाएगा एवं दुर्घटनाओं से भी बच सकेंगे। साथ ही जिले के स्कूलों में 1000 फलदार तथा छायादार प्रजाति के पौधों का रोपण एवं वितरण स्कूल के शिक्षक, बच्चें एवं वन अमला की उपस्थित में किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित वैधराजों, शिक्षक एवं बच्चों ने अपनी मां के नाम से एक पेड़ लगाया एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी ली।