*जशपुर, 10 सितंबर 2024* – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर में एक बार फिर धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। जशपुर की विधायक श्रीमती रायमुनी भगत द्वारा ईसाई धर्म और यीशु मसीह को लेकर की गई विवादित टिप्पणी से ईसाई समुदाय आक्रोशित हो गया है। इस बयान के बाद जिले के विभिन्न थानों में ईसाई समुदाय के नेताओं ने विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब विधायक रायमुनी भगत का 1 सितंबर 2024 को ग्राम ढंगनी, थाना आस्ता, तहसील मनोरा में आयोजित भुंईहर समाज के सामुदायिक भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम में दिया गया भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में विधायक ने ईसाई धर्म और यीशु मसीह पर कथित रूप से आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
ईसाई नेता वाल्टर कुजूर, क्रिस्तोफर खलखो, अनिमानंद,अभिनंद,कुंदन,जुलियस,जयंत ने कुनकुरी थाने में ज्ञापन सौंपा और विधायक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि विधायक ने अपने भाषण में ईसाई धर्म और यीशु मसीह का अपमान करते हुए उन्हें सूली पर चढ़ाने और उनके पुनर्जीवित होने के विश्वास पर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
ईसाई समुदाय के नेताओं ने विधायक पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने, धर्म के आधार पर वैमनस्य और घृणा फैलाने का आरोप लगाते हुए की सुसंगत धाराओं के तहत अपराध दर्ज करने की मांग की है।
इस घटना ने जिले में धार्मिक और सामुदायिक सौहार्द को चुनौती दी है, और राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी इसकी चर्चा जोर-शोर से हो रही है। धार्मिक नेताओं और विभिन्न संगठनों ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।