*जशपुर: खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली से पति-पत्नी समेत तीन की मौत, तड़ित चालक की कमी पर सवाल

जशपुर- जिले के सन्ना थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी समेत एक अन्य ग्रामीण शामिल हैं।

यह घटना शनिवार शाम करीब 4 बजे एकम्बा गांव में हुई, जब मृतक मोहरसाय राम (55) और उनकी पत्नी परबी बाई (53) खेत में रोपा लगा रहे थे। इसी दौरान छिछली गांव के जगसाय राम (42) की भी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मौत हो गई।घटना के तुरंत बाद परबी बाई को सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन गंभीर रूप से घायल होने के कारण उन्होंने आज सुबह 5 बजे दम तोड़ दिया।

**तड़ित चालक की कमी से बढ़ी चिंता** मृतक मोहरसाय राम के पुत्र ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अगर गांव में सही तरीके से तड़ित चालक लगा होता, तो उनके माता-पिता की जान बच सकती थी। यह मुद्दा स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है, क्योंकि तड़ित चालक जैसी बुनियादी सुविधा की कमी के कारण हर वर्ष जान-माल का नुकसान हो रहा है।

**शव वाहन की कमी से ग्रामीणों को हो रही परेशानी**
एकम्बा के मृतक मोहरसाय और छिछली के मृतक जगसाय का शव शाम से ही गांव में पड़ा है। पोस्टमार्टम के लिए सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के लिए शव वाहन की तलाश की जा रही है। आजादी के 78 वर्षों बाद भी सन्ना क्षेत्र में शव वाहन की सुविधा नहीं है, जिससे ग्रामीणों को मरने के बाद भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

**लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और अनसुनी मांगें**
सन्ना क्षेत्र के ग्रामीण लंबे समय से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, तड़ित चालक की स्थापना और शव वाहन की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से केवल आश्वासन ही मिलता है, जबकि समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। इस घटना ने फिर से क्षेत्र में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की कमी को उजागर किया है।

**ग्रामीणों की मांगें कब होंगी पूरी?**
यह घटना सन्ना क्षेत्र की जमीनी हकीकत को सामने लाती है, जहां अब भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। ग्रामीणों का सवाल है कि आखिर कब तक उनकी मांगें अनसुनी रहेंगी और कब तक उन्हें ऐसे दुखद हादसों का सामना करना पड़ेगा?