*व्याख्याता अयोध किशोर गुप्ता को राज्यपाल से मिला राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान* *परिजनों के साथ स्कूली विद्यार्थियों में खुशी का माहौल*

 

*जशपुर, 8 सितम्बर 2024* – शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बंदरचुवा के व्याख्याता अयोध किशोर गुप्ता को शिक्षक दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल श्री रामेन डेका जी द्वारा “राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में दरबार हाल, राजभवन में यह सम्मान प्रदान किया गया।

श्री गुप्ता, जो कि जशपुर जिले के बंदरचुवा निवासी हैं, अपने मिलनसार व्यक्तित्व और शिक्षण के क्षेत्र में अपने समर्पण के लिए जाने जाते हैं। वह रामजी गुप्ता और माता पार्वती गुप्ता के सुपुत्र हैं और 2009 से अपने शिक्षकीय जीवन की शुरुआत की थी। बच्चों के शैक्षिक उन्नयन और उनके समग्र विकास के लिए उनके द्वारा किए गए नवाचार और प्रयास प्रशंसनीय हैं। गणित जैसे जटिल विषय को सरल तरीके से समझाना, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करना, और छात्रों में नैतिकता और मानव मूल्यों का विकास करना उनकी प्राथमिकताएँ हैं।

श्री गुप्ता के मार्गदर्शन में बच्चों के व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ कैरियर गाइडेंस और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। वह यूनिसेफ के साथ मिलकर बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने और बाल लैंगिक अपराध से बचाव पर भी काम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, श्री गुप्ता बच्चों को रोजगारोन्मुख शिक्षा और स्वरोजगार की ओर प्रेरित करने के लिए विभिन्न व्यवसायिक संस्थानों से जुड़े हुए हैं।

शिक्षा क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें पूर्व में राष्ट्रपति रजत पदक और मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण से भी नवाजा जा चुका है। इस सम्मान पर श्री गुप्ता ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर, माता-पिता, गुरुजनों, और मित्रों के आशीर्वाद को दिया है।

शुभकामनाओं का तांता
उनकी इस उपलब्धि पर विद्यालय के छात्रों, सहयोगियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। संयुक्त संचालक  संजय गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी पी.के. भटनागर, और विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुनकुरी ने बधाई संदेश भेजे। बीआरसी विपिन अंबस्त ने कहा कि यह कुनकुरी विकासखंड के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि यह पहली बार है जब इस क्षेत्र से किसी को राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

श्री गुप्ता की इस सफलता ने न केवल विद्यालय बल्कि पूरे क्षेत्र में एक प्रेरणा का संचार किया है, और उनके द्वारा किए जा रहे कार्य शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो रहे हैं।