*श्रीराम क्लाथ मार्किट में छोटे दुकानदारों को नोटिस, बड़े दुकानदारों को अभयदान !* बड़ा सवाल ! *आखिर क्यों नहीं दिया बिलासपुर जोन कमिश्नर ने बड़े दुकानदारों को अतिक्रमण का नोटिस?

(गोविन्द शर्मा की रिपोर्ट )

बिलासपुर – एक कहावत याद आ रही हैं गरीब की लुगाई ,पुरे गांव की भोजाई  मतलब गरीब का कोई नहीं होता हैं जो आता है वो लाठी भांज कर चला जाता है। जी हाँ, हम बात कर रहें हैं उन छोटे दुकानदार की,मेहनत करके अपना और परिवार का जीवन उस छोटी सी दुकान से चलाने वालों की जिन पर शासन प्रशासन का बुलडोजर चलता है।

बिलासपुर का सबसे बड़ा कपड़ा मार्किट श्रीराम क्लाथ मार्किट जहाँ के छोटे बड़े लगभग सभी दुकानदार ने कुछ न कुछ अतिक्रमण किया हुआ हैं लेकिन हमारे होनहार कमिश्नर अरुण साहू ने सिर्फ उन्ही दुकानदारों को टारगेट किया जो छोटी दुकान में अपना कारोबार कर रहें हैं और वहीं बड़े दुकानदारों को अभयदान दें दिया हैं जबकि नियमतः जो जो अतिक्रमण जिसने भी किया हो, छोटा बड़ा सभी पर कार्यवाही होनी चाहिए । नोटिस भी जिन्होंने अतिक्रमण किया उनके पास भी जाना चाहिए लेकिन ऐसा हमारे नगर निगम के जोन कमीशनर ने नहीं किया। गिने चुने 5,6 दुकानदारों को नोटिस थमा दिया इससे उनकी कार्यवाही करने की मंशा पर प्रश्न चिन्ह लग रहा हैं आखिर कार्यवाही करनी थी तो सब पर करनी चाहिए। छोटे कारोबारियों को संदेह है कि कहीं और कोई बड़ा खेल तो नहीं चल रहा है। बड़ी मछली छोटे को हजम करने की कोशिश कर रही हो। आने वाले दिनों में सच्चाई सामने आ जायेगी और उसका भी पर्दा उठ जायेगा यदि जोन कमिश्नर ने सिर्फ 5,6 दुकानदारों पर कार्यावही की और बाकी को छोड़ दिया तो समझ लेना कुछ तो गड़बड़ हैं क्योंकि अतिक्रमण तो बहुत से दुकानदारों ने किया हैं.

(अगली कड़ी में श्री राम क्लाथ मार्किट की एक और खबर होगी,, कैसे श्री राम मार्किट एसोसियशन शासन को राजस्व का चूना लगा रहें हैं?)