जशपुर, 27 जुलाई 2024: जशपुर जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र के केरसई (रापाडांड) में रात लगभग 2:30 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ। घर में हाथी के हमले के कारण दीवार गिर गई और घर में मौजूद दो सगे भाई कोकडे पिता रामसाय (45 वर्ष) और पड़वा पिता रामसाय (43 वर्ष) बाहर की ओर भागते समय हाथी के सामने आ गए। हाथी ने उन दोनों को मार डाला। घर के अन्य सदस्य जान बचाकर भागने में सफल रहे। घटना की पुष्टि डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने की है।
**वन विभाग और पुलिस की त्वरित कार्रवाई**
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने बताया, “बीते तीन महीने से तपकरा रेंज में 9 लोनर हाथी विचरण कर रहे हैं। ये हाथी जंगल के किनारे अकेले मकानों पर भोजन की तलाश में हमला करते हैं। बीती रात एक लोनर हाथी ने घर पर हमला किया, जिसमें दो भाइयों की जान चली गई। वन विभाग जंगल के पास बने मकानों में रह रहे लोगों को सामुदायिक भवन में शिफ्ट करने में जुट गया है।” वहीं जनपद सदस्य संगीता कालो ने कहा, “रापाडांड में बिजली नहीं है, जिससे वन्य जीव घरों तक बेधड़क पहुंच जा रहे हैं।”
**हाथी मित्र दल और गश्ती दल की सक्रियता**
हाथी मित्र दल और हाथी गश्ती दल दिन-रात इन हाथियों की निगरानी कर रहे हैं, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। बावजूद इसके, हाथियों के हमलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ वर्षों में हाथी के हमलों में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2019 से अब तक 200 से अधिक लोग हाथियों के हमलों में मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा बताता है कि वन्यजीवों और मानवों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। इस तरह की घटनाएँ वन्यजीवों के साथ सहअस्तित्व के महत्व और चुनौती को रेखांकित करती हैं।
इस तरह की घटनाएं जंगलों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए गंभीर खतरे का संकेत हैं और यह आवश्यक है कि सरकार और वन विभाग मिलकर इन समस्याओं का स्थायी समाधान निकालें।