सेंट्रल डेस्क,खबर जनपक्ष 15 अक्टूबर 2024 छत्तीसगढ़ में भरोसे का कत्ल करते हुए सामूहिक दुष्कर्म की शर्मनाक घटना सामने आई है।एक ही स्कूल में पढ़नेवाले छात्र ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर क्रूरता की है।
दरअसल, सूरजपुर जिले से एक 19 वर्षीय युवती के साथ नशीली दवाई खिलाकर सामूहिक बलात्कार और फिर बेहोशी की हालत में सड़क किनारे फेंकने की घटना सामने आई है। इस शर्मनाक घटना के बाद पीड़िता और उसके परिजन रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए भटकते रहे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के हस्तक्षेप के बाद 48 घंटे बाद मामला दर्ज किया गया और पीड़िता का इलाज शुरू हो सका।
घटना 12 अक्टूबर की है, जब श्रीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती दशहरा देखने के लिए घर से निकली थी। अगले दिन राहगीरों ने उसे घायल अवस्था में उसके घर पहुंचाया। होश में आने पर पीड़िता ने बताया कि उसके साथ पढ़ने वाले छात्र और तीन अन्य लोगों ने उसे नशीली दवा देकर बलात्कार किया और विरोध करने पर उसे बुरी तरह पीटा। आरोपियों ने उसे मरा समझकर सड़क किनारे फेंक दिया।
परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे, तो पुलिस ने मुख्यमंत्री के आगमन के कारण व्यस्तता का हवाला देकर मामला दर्ज करने से मना कर दिया। इस दौरान डॉक्टर ने बिना पुलिस रिपोर्ट के पीड़िता का इलाज करने से भी इनकार कर दिया। जब पूर्व विधायक खेल साय सिंह ने टीएस सिंहदेव को इस घटना की जानकारी दी, तब सिंहदेव ने आईजी अंकित गर्ग से संपर्क कर तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने और पीड़िता का इलाज शुरू करने के निर्देश दिए। इसके बाद पीड़िता को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
टीएस सिंहदेव ने पुलिस की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भी देर रात अस्पताल पहुंचकर पीड़िता और उसके परिजनों से मिला। पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसके साथ स्कूल में पढ़ता था और उसने उसे नशीली दवाई दी, जिसके बाद उसने और उसके साथियों ने उसके साथ रेप किया।