*राजी पड़हा जनाक्रोश रैली को लेकर उरांव समाज में हुआ दो फाड़ ! विधायक ने कहा – लोग रैली में न हों शामिल,प्रशासन अशांति फैलानेवालों पर सख्ती बरतने को तैयार *

जशपुर, 2 सितंबर: शहर में कल 3 सितंबर को प्रस्तावित जनाक्रोश महारैली को लेकर माहौल गर्म है। राजी पड़हा सरना प्रार्थना समाज समेत छह सामाजिक संगठनों द्वारा जिला मुख्यालय में इस रैली का आयोजन किया जा रहा है, जिसे लेकर उरांव समाज में विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

दरअसल, रैली के आयोजक प्रशासन पर दीपू बगीचा स्थित सरना पूजा स्थल को सील करने का आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर उरांव समाज का एक वर्ग आक्रोशित है और उन्होंने हजारों लोगों के साथ रैली में शामिल होने का ऐलान किया है। छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल से भी बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है।

हालांकि, समाज के दूसरे पक्ष ने रैली का विरोध करते हुए इसे समाज में फूट डालने की कोशिश करार दिया है। जशपुर विधायक रायमुनी भगत और देवलाल भगत ने अपील की है कि समाज के लोग इस रैली से दूर रहें। उनका दावा है कि पूजा स्थल को प्रशासन द्वारा सील नहीं किया गया है, बल्कि राजी पड़हा के कुछ पदाधिकारियों ने स्वयं ही मुख्य गेट पर ताला लगाकर अफवाह फैलाई है।

इस पूरे विवाद की जड़ दीपू बगीचा में अवैध रूप से चलाए जा रहे छात्रावास से जुड़ी है। प्रशासन ने बिना अनुमति और समुचित व्यवस्था के नाबालिग लड़के-लड़कियों को एक ही कमरे में रखने के आरोप में छात्रावास को बंद करा दिया था। इसके बाद से राजी पड़हा सरना समूह ने प्रशासन पर धार्मिक स्थल के खिलाफ कार्रवाई का आरोप लगाया है, जिससे जनाक्रोश महारैली की योजना बनाई गई।

स्थानीय प्रशासन एसडीएम प्रशांत कुशवाहा ने भी मीडिया को बताया कि पूजा स्थल में प्रशासन की ओर से कोई तालाबंदी नहीं की गई है।अफवाह फैलाने,अशांति फैलाने की कोशिश करनेवालों पर सख़्त कार्रवाई करने की तैयारी है।

रैली के विरोध में स्थानीय हिंदू उरांव समाज ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने रैली से शहर की शांति और सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ने की आशंका जताई है। जिला प्रशासन ने हालांकि रैली को सशर्त अनुमति दे दी है, और इसके मद्देनजर हॉकी स्टेडियम समेत पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।

जशपुर विधायक रायमुनी भगत ने कहा, “समाज के लोगों को गुमराह करके रैली का आयोजन किया जा रहा है। दीपू बगीचा सरना पूजा स्थल के मुख्य गेट पर प्रशासन ने कोई ताला नहीं लगाया है। यह अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। मैं संपूर्ण उरांव समाज से अपील करती हूँ कि इस रैली में शामिल न हों।”

कल की रैली को लेकर जिले भर में उत्सुकता और आशंका का माहौल है, और प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है।