**जशपुर के किसानों का अनोखा विरोध: आवारा मवेशियों को नीलाम करने की दी चेतावनी**

 

जशपुर/सन्ना: जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र के किसानों ने एक साहसिक और अनोखा कदम उठाते हुए आवारा मवेशियों से परेशान होकर विरोध का अनूठा तरीका अपनाया है। क्षेत्र के अनेकों किसान हाथों में डंडा लेकर सड़कों पर उतर आए और सन्ना के अटल चौक के पास स्थित एक बाउंड्री के भीतर आवारा गाय-बैलों को बंद कर दिया। किसानों का यह कदम मवेशी मालिकों के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ, जो अपने मवेशियों को सड़कों पर खुला छोड़ देते थे, जिससे किसानों की फसलें नष्ट हो रही थीं।

मामला तब गरमाया जब कुछ मवेशी मालिक अपने पशुओं को छुड़ाने के लिए रात में ही किसानों से बहस करने लगे। हालांकि, स्थानीय लोगों के समझाने पर मामला शांत हुआ। किसानों ने मवेशी मालिकों को चेतावनी दी कि अगर उनके मवेशी दोबारा सड़कों पर या खेतों में आवारा घूमते पाए गए, तो उन्हें नीलाम कर दिया जाएगा। इसके बाद, कुछ मवेशियों को उनके मालिकों को लौटा दिया गया, लेकिन कई मवेशी अभी भी बाउंड्री के अंदर बंद हैं, जिनके मालिकों का कोई अता-पता नहीं है।

दरअसल, यह कदम उस लंबे संघर्ष का नतीजा है जो किसान पिछले चार वर्षों से झेल रहे थे। आवारा मवेशियों के कारण किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था, क्योंकि ये मवेशी उनकी फसलें चट कर जाते थे। कई बार ग्राम पंचायत, तहसील कार्यालय, और पुलिस थाना में लिखित शिकायत देने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई। हफ्ते भर पहले ही किसानों ने लोकल प्रशासन को मवेशियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो किसानों ने खुद ही समस्या का समाधान करने का फैसला किया।

किसानों का कहना है कि अब अगर मवेशियों को छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता, बल्कि ग्राम पंचायत के सहयोग से इन आवारा मवेशियों की नीलामी की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में कोई भी मवेशी मालिक अपने पशुओं को इस तरह से सड़कों पर नहीं छोड़ेगा।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी हाल ही में आवारा मवेशियों के संबंध में ऐसी ही पहल की है, जिससे प्रदेश के अन्य किसानों को भी प्रेरणा मिल रही है। जशपुर के किसानों का यह कदम न केवल उनकी मजबूरी और आक्रोश को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि जब प्रशासन चुप बैठता है, तो आम जनता अपने हक के लिए खुद ही खड़ी हो जाती है।