*कैसा सुशासन? आंगनबाड़ी भर्ती में भ्रष्टाचार साबित होने के बावजूद नहीं हुई कोई कार्यवाही, अब जनजाति सुरक्षा मंच करेगा आंदोलन*

 

*जशपुर/सन्ना:* जशपुर जिले में आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार के मामले में 9 महीने बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए जनजाति सुरक्षा मंच ने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में आगामी 1 सितंबर को कल्याण आश्रम के सामुदायिक भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक में आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।

जानकारी के अनुसार, जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक अंतर्गत सन्ना परियोजना में आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया में खुल्लमखुल्ला भ्रष्टाचार हुआ था। यह मामला तब उजागर हुआ जब दो अलग-अलग स्थानों पर फर्जी अंकसूचियां लगाकर अवैध तरीके से नियुक्तियां की गईं। पीड़िताओं ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी प्राप्त कर न्यायालय अपर कलेक्टर में प्रकरण दर्ज किया। जांच के बाद न्यायालय ने पाया कि फर्जी अंकसूचियों का उपयोग कर अधिकारियों ने ये नियुक्तियां की थीं।

पीड़िताओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय और सन्ना थाने में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन 9 महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके बाद पीड़िताओं ने जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मंत्री गणेश राम भगत से संपर्क किया। भगत के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने पीड़िताओं को नियुक्ति आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं में इस मामले को लेकर गहरी नाराजगी है। मंच के रडार पर कई उच्च अधिकारी हैं, जिन पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। 1 सितंबर की बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी, जिसमें सन्ना में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जाने की संभावना है।