जशपुर – सत्ता की सरपरस्ती में भ्रष्टाचार का नँगा नाच करने वाले धनवंतरी जेनेरिक मेडिसिन सेंटर के प्रोपराइटर की करतूत सामने आई है।पिछली खबर के दौरान जो जानकारी हमें मिली है वो काफ़ी हैरान कर देने वाली है।वहीं अवैध रूप से बने गुमास्ता लाईसेंस पर नगर पंचायत प्रशासन मौन है।
पूरे छत्तीसगढ़ में आपने ऐसा मामला कहीं और नहीं देखा होगा कि हड़बड़ी में क्रेडिट लेने के चक्कर में, भूपेश सरकार का चेहरा चमकाने के लिए सत्ताधीशों ने एक दवा बेचनेवाले को अस्पताल की गोद दे दी।अब वो सिर पर चढ़ बैठा है।
दरअसल,कुनकुरी के बड़े सरकारी अस्पताल के कक्ष क्रमांक 10 में बिना लिखित अनुमति के सरकारी योजना श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिसिन सेंटर में भ्रष्टाचार की कलई खुलने लगी है।
बता दें कि मामला केवल स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में अवैध अतिक्रमण तक ही सीमित नही है, योजना को लेकर की जा रही काली कमाई के साथ साथ अनेक प्रकार के भ्रष्टाचार से भी जुड़ता जा रहा है। अब तक की पड़ताल में अवैध तरीके से अस्पताल प्रबंधन एवं नगरीय प्रशासन को अंधेरे में रखकर अवैध दुकान के निर्माण की पोल खुली तो अस्पताल प्रशासन अब खुलकर सामने आ गया है।इस निर्माण को अवैध बताकर कार्यवाही करने की बात करने लगा है।
गुमाश्ता में पंजीकृत दुकान के कागजात के अनुसार श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिसिन सेंटर को प्रोपराईटर विशाल गुप्ता पिता जंगली निवासी बगीचा द्वारा 16 जनवरी 2023 से संचालित किया जा रहा है तथा फार्मासिस्ट के रूप में प्रभु तिग्गा दवा दुकान में बैठते है। दुकान के संचालन के दौरान मरीजों से जानकारी मिली कि दवा का किसी प्रकार का बिल नही दिया जाता है। भुगतान भी केवल नगद के रूप में लिया जाता है, जिसके कारण अधिक भुगतान लेने पर इसे प्रमाणित भी नही किया जा सकता है।
जबकि यह दुकान इसी कक्ष क्रमांक 10 में 20 अक्टूबर 2021 से यानि कि लगभग तीन सालों से चल रहा है।अस्पताल से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिसिन सेंटर को अस्थायी तौर पर शासन की महत्वपूर्ण योजना के नाम पर स्थान दिया गया था। जिसे अस्पताल प्रबंधन ने कुछ दिनों बाद स्थान की कमी के कारण अन्यत्र संचालन करने कई बार नगरीय प्रशासन को पत्र लिखा भी था। जिसपर कोई कार्यवाही नही हुई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुनकुरी के विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक द्वारिका निकुंज द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिसिन सेंटर का संचालन अस्पताल परिसर से बाहर करने का प्रावधान है, जिससे अस्पताल के मरीजों के साथ-साथ आम नागरिकों को भी इस योजना का लाभ प्राप्त हो सके। परिसर में हो रहे अवैध निर्माण के सवाल पर उन्होने निर्माण हेतु किसी प्रकार की स्वीकृति न दिये जाने की जानकारी दी तथा अवैध निर्माण की सूचना उच्चधिकारियों को देकर जल्द ही कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
नगर पंचायत के इंजीनियर सुशांत मिंज द्वारा दवा दुकान संचालन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि
दवा दुकान को अस्पताल भवन से अन्यत्र स्थानांतरण हेतु अस्पताल प्रबंधन द्वारा पत्र लिखा गया था। नगर पंचायत द्वारा आबंटित स्थल दूर होने के कारण अस्पताल प्रबंधन को परिसर में स्थल देने हेतु आग्रह किया गया है। चल रहे निर्माण हेतु नगर पंचायत को किसी प्रकार की सूचना नही दी गई है। निर्माण दवा दुकान के संचालक द्वारा स्वयं कराया जा रहा है।
इस प्रकरण की पड़ताल के दौरान चौकाने वाली जानकारी सामने आई है, जशपुर जिले के पांचों नगरीय निकाय में एक ही व्यक्ति विशाल गुप्ता के नाम पर श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिसिन सेंटर संचालित किया जा रहा है। एक ही व्यक्ति का एकाधिकार होने के कारण मरीजों से दवा का मनमाना मूल्य लिया जाना जानकारी में आया है। इस प्रकरण की भी गहन जांच करने से और भी कई अनियमित्ता सामने आने की संभावना है। मरीजों एवं आम नागरिकों को सस्ते मूल्य पर दवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य की प्राप्ति के लिये इस पूरी व्यवस्था का पोस्टमार्टम कर जनता की सुविधा के अनुकूल व्यवस्था स्थापित करने में शासन और प्रशासन को ध्यान देना होगा।
बहरहाल,पिछली :खबर का असर यह हुआ है कि अवैध तरीके से अतिक्रमण कर बन रही दुकान में शटर भी लग गया।ताज़्जुब इस बात पर कि जो अस्पताल नगर पंचायत को चिट्ठी लिखकर निवेदन कर रहा है कि धनवंतरी जेनेरिक दवा की दुकान को बाहर ले जाओ।उसी अस्पताल की बाउंड्री के अंदर बल्कि बाउंड्री तोड़कर धड़ल्ले से नई दुकान बनाई जा रही है।