RUN FOR UNITY: कलेक्टर रोहित व्यास ने स्कूली बच्चों के साथ लगाई दौड़,सभी को एकता व अखंडता की दिलाई शपथ

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स्कूली बच्चों, स्वच्छताकर्मियों, युवाओं एवं अधिकारियों ने एक सा जशपुर, 29 अक्टूबर 2024/ 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस के अवसर पर मनाए जाने वाले ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के लिए एकता दौड़ का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर रोहित व्यास ने एकता दौड़ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। एकता दौड़ जिला चिकित्सालय से शुरू होकर महाराजा चौक होते हुए रणजीता स्टेडियम में समाप्त हुई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। जिसमें कलेक्टर सहित स्कूली बच्चे, स्वच्छता कर्मी, एनसीसी कैडेट, युवा एवं शासकीय अधिकारियों ने भाग लिया। अंत में सभी ने रणजीता स्टेडियम में एकता का संकल्प लेते हुए आधुनिक भारत के निर्माता माने जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को स्मरण किया। उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल को “लौह पुरुष” के नाम से भी जाना जाता था उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे भारतीय संघ के निर्माण के पीछे की प्रेरणा थे और उन्होंने विभाजन के बाद देश के विभिन्न राज्यों को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी दृढ़ निष्ठा और साहस ने यह सुनिश्चित किया कि भारत एक अखंड राष्ट्र के रूप में उभरे। इस अवसर पर एसडीएम प्रशांत कुशवाहा, डिप्टी कलेक्टर विश्वास राव मस्के, सीएमएचओ डॉ. जीएस जात्रा, सहायक आयुक्त संजय सिंह, सीएमओ योगेश्वर उपाध्याय सहित बड़ी संख्या नागरिक एकता दौड़ में शामिल हुए।

पदयात्रा का तीसरा दिन: बगिया के 5 किमी के दायरे में लगी धारा 144 (बीएनएसएस की नई धारा163)। तोड़ने वाले पर होगी 188 की कारवाई

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जशपुर,27 अक्टूबर2024– जिले में चल रही ईसाई आदिवासी न्याय पदयात्रा के तीसरे दिन लोयोला हाईस्कूल के सामने से नेशनल हाइवे से शुरू होकर कृषि महाविद्यालय पंडरीपानी से गुजर रही है।अंतिम पड़ाव सीएम कैम्प बगिया रखा गया है। शनिवार को लोरो घाटी में पदयात्रा को रोकने के दौरान हुई घटनाओं के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ाते हुए बगिया के आसपास 5 किलोमीटर के दायरे में धारा 144 (नया खंड 163 बीएनएसएस) लागू कर दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिला दंडाधिकारी, कलेक्टर के इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि यह पदयात्रा ईसाई आदिवासी महासभा द्वारा जशपुर बीजेपी विधायक रायमुनी भगत द्वारा ईसाई धर्म के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में आयोजित की जा रही है। इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हो रहे हैं और आज इसका पड़ाव बगिया में निर्धारित किया गया है। प्रशासन और पुलिस द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।  

सीएम विष्णुदेव साय ने लांच की ‘बिजली सखी’ योजना,क्या है बिजली सखी पायलट योजना?जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर,,,,

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जशपुर, 23 अक्टूबर 2024 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज एक महत्वपूर्ण पहल के तहत ‘बिजली सखी योजना’ का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में आयोजित इस कार्यक्रम में बगीचा विकास खंड की 21 स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बिजली सखी के रूप में चुना गया, जिन्हें मुख्यमंत्री ने विशेष बिजली किट प्रदान किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय भी उपस्थित रहीं।   बिजली सखी योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाकर उन्हें रोजगार से जोड़ना है। जशपुर जिले के कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशन में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ किया गया है, जहां बिजली सखी बनने वाली महिलाओं को मीटर रीडिंग का प्रशिक्षण दिया गया है। योजना के तहत महिलाओं को प्रत्येक घर की मीटर रीडिंग लेने पर 12 रुपये का भुगतान किया जाएगा, जिससे उन्हें नियमित आय होगी और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा, “बिजली सखी योजना महिलाओं के लिए एक स्वर्णिम अवसर है। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी और रोजगार के नए द्वार खोलेगी।” उन्होंने योजना के सफल क्रियान्वयन पर जिला प्रशासन और जनपद पंचायत बगीचा के प्रयासों की सराहना की। योजना के पीछे प्रमुख विचार यह है कि मीटर रीडर की कमी के कारण उपभोक्ताओं को अक्सर असमान्य बिजली बिल का सामना करना पड़ता है। अब बिजली सखी द्वारा नियमित मीटर रीडिंग से उपभोक्ताओं को समय पर बिल मिल सकेगा, जिससे उन्हें बिल के भुगतान में सहूलियत होगी और बिजली विभाग की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। बगीचा एसडीएम श्री ओंकार यादव ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य 300 महिलाओं को बिजली सखी बनाकर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है। वर्तमान में 21 महिलाओं को इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत नियुक्त किया गया है। इस पहल से जशपुर जिले की महिलाओं को न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि वे आर्थिक रूप से सशक्त होकर ‘लखपति दीदी’ के रूप में उभरेंगी।  

*विष्णु राज में अंधेरे से उजाले की ओर: मोतियाबिंद ऑपरेशन करने में नम्बर 1 बना जशपुर जिला,कलेक्टर की मॉनिटरिंग रंग लाई*

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जशपुनगर, 20 अक्टूबर 2024 – मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के निर्देशानुसार जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में किए गए प्रयासों के तहत मोतियाबिंद मुक्त अभियान ने नया मुकाम हासिल किया है। 19 और 20 अक्टूबर को जिला चिकित्सालय जशपुर और सिविल अस्पताल पत्थलगांव में 94 मरीजों की सफल सर्जरी कर उन्हें नई दृष्टि प्रदान की गई। इस अभियान के अंतर्गत जिला चिकित्सालय जशपुर में 60 और सिविल अस्पताल पत्थलगांव में 34 मरीजों की आंखों की सर्जरी की गई। विशेष रूप से इस सर्जरी को सफल बनाने में विजिटिंग सर्जन डॉ. मधुरीमा पैंकरा (जिला चिकित्सालय कोरिया), डॉ. रजत टोप्पो (जिला चिकित्सालय अंबिकापुर), और स्थानीय नेत्र सर्जन डॉ. अनिता मिंज (सिविल अस्पताल पत्थलगांव) एवं डॉ. सी.पी. एक्का (जिला चिकित्सालय जशपुर) का विशेष योगदान रहा। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देश और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह जात्रा के मार्गदर्शन में जिले में नियमित रूप से मोतियाबिंद सर्जरी के शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। आगामी शिविर 26 अक्टूबर को सिविल अस्पताल पत्थलगांव और जिला चिकित्सालय जशपुर में आयोजित होगा, जहां फिर से सैकड़ों मरीजों को जीवनदायिनी दृष्टि प्राप्त होने की उम्मीद है। डॉ. जात्रा ने बताया कि अब तक इस वित्तीय वर्ष में 1105 मरीजों की मुफ्त सर्जरी की जा चुकी है, जिसमें मरीजों को निःशुल्क परिवहन, भोजन और सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान का अधिकतम लाभ उठाएं और अपनी आंखों की जांच कराएं। सर्जरी और शिविर की जानकारी के लिए जिला नोडल अधिकारी डॉ. आर.एस. पैंकरा और जिला प्रभारी सलाहकार  सत्येंद्र यादव से संपर्क किया जा सकता है। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं – 9131318933 और 9340797400। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और मितानिनों के योगदान से यह अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है, और लोगों की जागरूकता में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। मोतियाबिंद मुक्त जशपुर के इस अभियान ने न केवल जिले के नागरिकों की दृष्टि को वापस लाया है, बल्कि उनके जीवन को भी नई दिशा दी है।  

अग्रणी नेतृत्व एवं दूरदृष्टि सोच से बदलता जशपुर, मिलेंगे विकास के नए पँख,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्राधिकरण की बैठक में दे सकते हैं बड़ी सौगातें,रोडमैप बनकर तैयार

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जशपुर,20 अक्टूबर 2024/  आगामी 22 अक्टूबर को सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक मयाली नेचर कैंप, कुनकुरी में होने जा रही है जो कि जशपुर के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बैठक होगी। इस बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार की पूरे कैबिनेट के शानिल होने की संभावना है । इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे, जबकि उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी सहित 29 कैबिनेट सदस्य इसमें शामिल होंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में 20 आला अधिकारियों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है, जो बैठक के दौरान उपस्थित रहेंगे। यह बैठक पूरे सरगुजा संभाग के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक साबित हो सकती है। विभिन्न शासकीय और राजनैतिक सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री का गृहजिला जशपुर है और कुनकुरी उनकी विधानसभा सीट है, इस कारण इस बैठक में पूरे सरगुजा के साथ जशपुर के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिला कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने मुख्यमंत्री की मंशानुरूप एक व्यापक विकास मॉडल तैयार किया है, जिस पर कई योजनाओं पर काम पहले से चल रहा है। हाल ही में इसी विकास के मॉडल के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के प्रयासों से पर्यटन विभाग, भारत सरकार ने मयाली को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। मयाली के निकट स्थित मधेश्वर पहाड़, जिसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में जाना जाता है, इस क्षेत्र का प्रमुख आकर्षण है। इस बैठक में मयाली को और अधिक विकसित करने के लिए राज्य सरकार से अतिरिक्त फंडिंग मिलने की संभावना जताई जा रही है। यह बैठक पूरे सरगुजा संभाग के विकास के लिए एक बड़ी पहल साबित हो सकती है। मयाली के निकट से ही भारतमाला सड़क परियोजना गुजरेगी, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की भी योजना पर तेजी से काम हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं का विकास होगा। आने वाला समय में मयाली जशपुर के बड़े पॉश इलाके के रूप के विकसित हो सकता है । शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी और रोजगार के क्षेत्रों में सरगुजा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल अपने प्रशासनिक अमले के साथ लगातार काम कर रहे हैं। उनके इन प्रयासों का सीधा लाभ सरगुजा क्षेत्र की जनता को मिल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि यह पूरे संभाग में विकास की एक नई धारा प्रवाहित करेगी। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यह पहली बार है कि प्राधिकरण की बैठक संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के बजाय जशपुर जिले के मयाली नेचर कैंप में हो रही है। मुख्यमंत्री इस बैठक के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि सरगुजा संभाग का प्राकृतिक सौंदर्य, संस्कृति और पर्यटन के लिए यह क्षेत्र अत्यंत समृद्ध है, जिसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर उभारा जा सकता है। मुख्यमंत्री की इच्छानुसार कलेक्टर, एसपी और वनमंडलाधिकारी मयाली नेचर कैंप का संपूर्ण कायाकल्प करने में जुटे हुए हैं। मयाली नेचर कैंप के भीतर पर्यटक हट, पैगोडा की सजावट को और भव्य किया गया है। डेम के सामने एक बड़ा डोम बनाया गया है, जहां यह ऐतिहासिक बैठक आयोजित होगी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री और कैबिनेट के सदस्य बोटिंग का आनंद भी लेंगे, जिसके लिए कोरबा के बांगो डेम से विशेष स्टीमर मंगवाए गए हैं। पारंपरिक परिधान में सजीं आदिवासी महिलाएं आगंतुकों का स्वागत करेंगी। मयाली डेम के दूसरे छोर पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया जा रहा है, जबकि चट्टानों पर 40 कलाकारों द्वारा कलेक्टर के निर्देशानुसार थीम पर आधारित कलाकृतियां बनाई जा रही हैं। बैठक स्थल के आसपास हेलीपैड बनाए गए हैं और वीवीआईपी और वीआईपी की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। एसपी शशिमोहन सिंह रोजाना सुरक्षा तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। साथ ही, वन विभाग ने जंगली हाथियों को जंगल के भीतर रोकने के लिए भी विशेष प्रबंध किए हैं। इस महाबैठक को सफल बनाने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और एसपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। यह बैठक न केवल सरगुजा के विकास को गति देगी, बल्कि एक नए मॉडल के रूप में प्रस्तुत होगी कि किस प्रकार संभावित पर्यटन क्षेत्रों को विकसित कर रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं। यह भी ध्यान देने की बात है कि किस प्रकार एक कलेक्टर की सोच ने, चार दिवारी में बैठ कर हो सकने वाली मीटिंग को, एक ऐसी जगह कराने की चुनौती ली, जो संभावित पर्यटन क्षेत्र तो है पर सुविधाओं से दूर है। एक सफल बैठक मयाली की कायाकल्प करने के किए काफ़ी है । डॉ. रवि मित्तल के नेतृत्व में जशपुर और समूचा सरगुजा संभाग विकास की एक नई दिशा की ओर अग्रसर है।

जशपुर जम्बूरी: साहसिक खेल, संस्कृति और दोस्ती का अनोखा सफर

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जशपुर, 18 अक्टूबर 2024। जशपुर की खूबसूरत पहाड़ियों में चल रहा चार दिवसीय जशपुर जम्बूरी युवा उत्सव इस साल भी साहसिक खेलों और जनजातीय संस्कृति से पर्यटकों को रोमांचित कर रहा है। 17 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले इस आयोजन में देशभर से आए युवा प्रकृति, साहसिक खेलों और स्थानीय जनजातीय परंपराओं से रूबरू हो रहे हैं। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य जशपुर के पर्यटन को बढ़ावा देना और इसकी सांस्कृतिक व प्राकृतिक धरोहर से दुनिया को परिचित कराना है। शुक्रवार, 18 अक्टूबर को देशदेखा पहाड़ी में साहसिक गतिविधियों का आयोजन हुआ, जिसमें पर्यटकों ने रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग और ट्रैकिंग जैसी रोमांचक खेलों का आनंद लिया। जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार ने भी पर्यटकों के साथ ट्रैकिंग करते हुए मयाली नेचर कैम्प का दौरा किया। ट्रैकिंग के दौरान पर्यटकों ने स्थानीय वनस्पतियों और जंगली रास्तों से परिचित होकर साहसिक सफर का लुत्फ उठाया। पारंपरिक करमा नृत्य और स्वागत गीत से आतिथ्य मयाली नेचर पार्क पहुंचने पर देशभर से आए युवाओं का स्वागत पारंपरिक करमा नृत्य और स्वागत गीतों से किया गया। इस अवसर पर युवाओं ने आदिवासी नर्तकों के साथ नृत्य किया, जिससे पूरे माहौल में उत्साह की लहर दौड़ गई। पारंपरिक व्यंजन और जनजातीय कलाकारों की प्रदर्शनी ने जम्बूरी को सांस्कृतिक रंग में रंग दिया, जहां पर्यटकों ने आदिवासी कला और संस्कृति के सरलता भरे पहलुओं को करीब से जाना। युवाओं के अनुभव: सपनों के उत्सव का मजा रांची की दीपिका ने बताया कि उन्होंने ऐसा उत्सव केवल फिल्मों में देखा था। यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स, बॉन फायर, रॉक क्लाइम्बिंग और बोटिंग उनके लिए सपनों को पूरा करने जैसा अनुभव रहा। रायपुर के आयुष्मान ने बताया कि उन्हें यहां आकर आदिवासी संस्कृति की सादगी और सरलता को जानने का अवसर मिला, जिससे वे बेहद प्रभावित हुए। इंदौर के सुष्मीत जैन ने कहा कि जशपुर जम्बूरी उन्हें नई चीजें सीखने का बेहतरीन मौका दे रहा है, और उन्होंने साहसिक खेलों का भरपूर आनंद लिया। बिलासपुर के दीपक पटेल ने इसे दोस्ती का उत्सव बताया, जहां देशभर से आए युवा आपस में मिलकर नई-नई चीजें सीख रहे हैं। उनके अनुसार, यह आयोजन आपसी मेलजोल और रोमांचक अनुभवों से भरा हुआ है। वहीं, विकास साहू ने कहा कि इस उत्सव में सब कुछ बेहतरीन तरीके से आयोजित किया गया है और साहसिक खेलों ने उन्हें बेहद रोमांचित किया है। जशपुर जम्बूरी में हर किसी के लिए कुछ खास है—साहसिक खेलों से लेकर सांस्कृतिक अनुभवों तक, यह उत्सव प्रकृति, रोमांच और दोस्ती का बेहतरीन संगम है – डॉ. रवि मित्तल,कलेक्टर जशपुर  

बिलासपुर में गरीब और मध्यमवर्गीय पर कड़ी कार्यवाही, बड़े भू-माफियाओं को राहत क्यो?

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बिलासपुर,17 अक्टूबर 2024: कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ की जा रही कार्यवाही इन दिनों चर्चा में है। मोपका के खसरा नंबर 993 और खमतराई के खसरा नंबर 551 पर की गई कार्रवाई ने लोगों का ध्यान खींचा है, जहां अवैध कब्जे हटाए गए और जमीन बेचने वालों पर एफआईआर दर्ज की गई। जनता इसे सराह रही है, क्योंकि शासकीय भूमि को बचाने के प्रयास दिख रहे हैं। लेकिन इस अभियान का एक और पक्ष है, जो  आम जनता के सामने नहीं आया है। कलेक्टर, नगर निगम कमीशनर, एसडीएम, और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में ज्यादातर गरीब और मध्यमवर्गीय लोग प्रभावित हो रहे हैं। इन लोगों ने किसी न किसी जाल में फंसकर अवैध जमीन खरीदी थी। अब न उनके पास जमीन बची और न ही उनके द्वारा दिए गए पैसे वापस मिल रहे हैं।अब ऐसे लोग न घर के रहे न घाट के। वहीं, बड़े भू-माफियाओं द्वारा कब्जाई गई कीमती शासकीय जमीनों पर कार्यवाही की रफ्तार धीमी नजर आ रही है। सवाल उठता है कि क्या प्रशासन इन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने में हिचकिचा रहा है? लिंगियाडीह में शासकीय भूमि पर माफियाओं का कब्जा बिलासपुर के लिंगियाडीह क्षेत्र में खसरा नंबर 54/1 की शासकीय भूमि, जो करोड़ों रुपये मूल्य की है, पर बड़े भू-माफियाओं का कब्जा है। जनवरी 2024 में इस कब्जे की शिकायत कलेक्टर और एसडीएम को की गई थी, लेकिन दस महीने बीतने के बाद भी इस जमीन को मुक्त नहीं कराया गया है। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या प्रशासन केवल गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों पर ही कार्यवाही कर रहा है, जबकि बड़े माफियाओं पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है?

ऐतिहासिक उपलब्धि :  जशपुर के 30 बच्चों के नाम पहुंचेंगे बृहस्पति के उपग्रह यूरोपा,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल को कहा – थैंक्यू सर

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यूरोपा क्लीपर स्पेसक्राफ्ट के साथ अंतरिक्ष यात्रा पर बच्चों के नाम हुए रवाना, 2030 में पहुंचेगा यूरोपा पर नासा का मिशन जशपुर, 15 अक्टूबर 2024: जशपुर जिले के 30 बच्चों के नाम अब अंतरिक्ष में भेजे गए हैं, जो बृहस्पति के उपग्रह यूरोपा तक की यात्रा पर निकले हैं। नासा के यूरोपा क्लीपर नामक अंतरिक्ष यान ने सोमवार को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी। इस यान का उद्देश्य बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा पर जीवन की संभावनाओं की तलाश करना है। इस ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा में जशपुर के बच्चों, शिक्षकों और जिलाधीश डॉ. रवि मित्तल के नाम भी सिलिकॉन चिप में दर्ज किए गए हैं। इन नामों के साथ यह यान 2030 में यूरोपा पर पहुंचेगा। नवसंकल्प शिक्षण संस्थान के विषय विशेषज्ञ विवेक पाठक ने बताया कि इस पहल का मकसद बच्चों में विज्ञान और अंतरिक्ष के प्रति रुचि जागरूक करना है। इससे पहले भी नासा के परसिविएन्स रोवर के जरिए जिले के सैंकड़ों बच्चों के नाम मंगल ग्रह पर भेजे गए थे। गम्हरिया की छात्रा आकांक्षा तिर्की ने इस अवसर पर कहा, “हमारे नाम के साथ हम महसूस कर रहे हैं कि हम भी अंतरिक्ष की यात्रा कर रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।” वहीं, छात्रा प्रीति निराला ने कहा, “अब जब भी बृहस्पति को देखेंगे, हमें गर्व होगा कि हमारे नाम यूरोपा पर पहुंच गए हैं।” यह पहल बच्चों में विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन को इस ऐतिहासिक प्रयास के लिए आभार व्यक्त किया गया।    

कलेक्टर और एसपी ने किया हैलीपैड और मयाली नेचर कैंप का निरीक्षण,80 से ज्यादा वीवीआइपी,वीआईपी के साथ सीएम 21को करेंगे बैठक

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जशपुर, 14 अक्टूबर 2024 / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आगामी 21 अक्टूबर को जशपुर में होने वाली सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने कुनकुरी विकासखंड के मयाली नेचर कैंप, टापू और हैलीपैड का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने हैलीपैड पर सुरक्षा व्यवस्था, स्थल की लाइटिंग और बिजली आपूर्ति की तैयारी की समीक्षा की। साथ ही, बैठक स्थल को फूलों से सजाने और डोम तैयार करने के निर्देश दिए। मयाली नेचर कैंप की झील में बोटिंग के लिए नाव की व्यवस्था करने को भी कहा गया है। भोजन व्यवस्था के लिए तीन अलग-अलग पंडाल बनाने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने गाड़ियों की पार्किंग, प्रवेश द्वार और अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू, कुनकुरी एसडीएम नंदजी पांडे व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।  

‘अतिथि जशपुर से सुंदर यादें लेकर जाएं’ थीम पर विकास प्राधिकरण की पहली बैठक को ऐतिहासिक बनाने में जुटा प्रशासन

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जशपुर, 14 अक्टूबर 2024 / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 21 अक्टूबर को मयाली डेम में होने जा रही सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होंगे। इसको लेकर कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई और सभी तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण बैठक है, और इसमें किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि अतिथियों का स्वागत जशपुर के पारंपरिक रीति-रिवाज से किया जाएगा और भोजन में स्थानीय पारंपरिक, पौष्टिक व्यंजनों को परोसा जाएगा। साथ ही, उन्होंने चिकित्सा टीम को सक्रिय रहने और सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन अतिथियों को जशपुर के प्राकृतिक सौंदर्य से परिचित कराने के लिए विशेष योजना बना रहा है, ताकि मेहमान इस क्षेत्र से सुंदर यादें लेकर जाएं। स्वागत द्वार पर सरगुजा संभाग के प्रमुख पर्यटन स्थलों की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी ताकि अतिथि इन स्थानों की खूबसूरती का अनुभव कर सकें। इस बैठक में उप मुख्यमंत्री और विभिन्न मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। कलेक्टर ने विशेष व्यवस्था के तहत माइक, एलईडी स्क्रीन, साफ-सफाई, पेयजल और बिजली की पूरी तैयारी के निर्देश दिए हैं। हम आपको बताते चलें कि मयाली नेचर कैम्प सीएम श्री साय की कुनकुरी विधानसभा का बड़ा पर्यटन केंद्र है।यहां मधेश्वर पर्वत जिसे विश्व का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग कहा जाता है,बड़ा मनमोहक है।मयाली नेचर कैम्प पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के समय तत्कालीन विधायक रोहित साय की बड़ी देन है।जिसे पिछली भूपेश सरकार में मनाली जैसा पर्यटन विकास करने की भरपूर कोशिश विधायक यू डी मिंज ने की थी।यह कुनकुरी विधानसभा की किस्मत थी कि कांग्रेस के सिटिंग एमएलए यूडी मिंज चुनाव हार गए और राजनीति के सूर्य विष्णुदेव साय एमएलए बनते ही मुख्यमंत्री बन गए।अब सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के पदेन अध्यक्ष होने के नाते पहली बैठक सीएम की विधानसभा में 21 अक्टूबर को होने जा रही है तो जाहिर है सबकुछ  ऐतिहासिक ही होगा।