**जशपुर की बेटी अर्चना बुनकर ने कूडो चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक, नेशनल में बनाई जगह**

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फोटो: कूडो चैंपियनशिप में पदक विजेताओं के साथ अर्चना बुनकर

जशपुर/मनोरा:छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग में आयोजित 4th छत्तीसगढ़ स्टेट कूडो ट्रेनिंग सेमिनार एवं 3rd छत्तीसगढ़ स्टेट कूडो टूर्नामेंट 2024-2025 में जशपुर जिले की ग्राम मनोरा की बेटी अर्चना बुनकर ने कांस्य पदक जीतकर अपने जिले का नाम रोशन किया है। यह प्रतियोगिता 20 से 24 अगस्त तक स्वामी विवेकानंद हॉल में आयोजित की गई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ के 21 जिलों के महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने भाग लिया।

अर्चना बुनकर ने सबजूनियर, जूनियर, और सीनियर वर्ग के विभिन्न वजन श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करते हुए इस पदक को हासिल किया। उनकी इस सफलता ने न केवल उनके गांव, बल्कि पूरे जशपुर जिले का मान बढ़ाया है। अब अर्चना गुजरात में होने वाले राष्ट्रीय कूड़ो चैंपियनशिप 2024-25 में हिस्सा लेंगी, जहां वह अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी और अपने राज्य के लिए पदक जीतने का प्रयास करेंगी।

बलरामपुर कूड़ो संघ के अध्यक्ष विकास दोहरे, सरगुजा संभाग के सेंसई हेमलाल पनिका, प्रदेश संघ के अध्यक्ष राजा कौशल, और राष्ट्र कूड़ो संघ के हेड कोच सिहान जैस्मिन मकवाना ने अर्चना और अन्य खिलाड़ियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कूड़ो प्रशिक्षक सेंसई विकास दोहरे ने यह जानकारी साझा की और बताया कि अर्चना की मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

**कूड़ो खेल के बारे में:**
कूड़ो एक मार्शल आर्ट और स्पोर्ट्स डिसिप्लिन है, जो जापान में उत्पन्न हुआ और इसमें कराटे, जूडो, और मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स जैसी तकनीकों का समावेश होता है। इस खेल में खिलाड़ी अपनी मानसिक और शारीरिक ताकत के साथ-साथ तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करते हैं। कूड़ो का अभ्यास न केवल आत्मरक्षा के लिए किया जाता है, बल्कि यह शरीर और मन की मजबूती को भी बढ़ावा देता है। छत्तीसगढ़ में कूड़ो खेल धीरे-धीरे लोकप्रियता हासिल कर रहा है, और राज्य के कई युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।