कलेक्टर और एसएसपी का सराहनीय प्रयास: जेल, नशा मुक्ति केंद्र और बाल संरक्षण गृह का किया निरीक्षण

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जशपुर, 31 मार्च 2025 – जशपुर जिले में कानून-व्यवस्था और समाज कल्याण को मजबूत करने के लिए कलेक्टर रोहित व्यास और एसएसपी शशि मोहन सिंह लगातार सक्रिय हैं। हाल ही में उन्होंने जिला जेल, नशा मुक्ति केंद्र और बाल सम्प्रेक्षण गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेकर सुधार के महत्वपूर्ण निर्देश दिए। जेल में सुरक्षा और सुधार पर विशेष ध्यान कलेक्टर और एसएसपी ने जिला जेल का निरीक्षण कर बंदियों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने कैदियों को ईद और चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और उन्हें सही राह पर लौटने की प्रेरणा दी। जेल में भोजन की गुणवत्ता, चिकित्सा सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। कलेक्टर ने बंदियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन देने, गंभीर रूप से बीमार कैदियों का इलाज सुनिश्चित करने और जेल की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए। नशा मुक्त समाज की ओर कदम इसके बाद कलेक्टर और एसएसपी ने नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण किया, जहां नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों को एक माह तक इलाज और काउंसलिंग दी जाती है। अधिकारियों ने भर्ती मरीजों को नशे से पूरी तरह दूर रहने की सलाह दी और समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिए कि घर लौटने के बाद इन व्यक्तियों की ट्रैकिंग की जाए, ताकि वे पुनः नशे की चपेट में न आएं। बच्चों के भविष्य को संवारने की पहल कलेक्टर रोहित व्यास ने बाल सम्प्रेक्षण गृह और बालिका खुला आश्रय गृह का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और खेल-कूद गतिविधियों की समीक्षा की। बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने, कौशल विकास में प्रशिक्षित करने और खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया। कलेक्टर ने बच्चों को बैडमिंटन, बैट और बॉल उपहार स्वरूप भेंट किए, जिससे बच्चे उत्साहित हुए और उन्होंने कलेक्टर को धन्यवाद दिया। बहरहाल,इन तीनों स्थानों के निरीक्षण से कहा जा सकता है कि जिला प्रशासन केवल कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज सुधार की दिशा में भी ठोस कदम उठा रहा है।

जशपुर के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ की ख्याति देश विदेश तक पहुंची -पंडित श्री प्रदीप मिश्रा

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सात दिवसीय महाशिवपुराण कथा का भव्य समापन पंडित श्री मिश्रा ने सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, श्रीमती कौशल्या साय और जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, आयोजन समिति को दिया धन्यवाद महाशिवपुराण की कथा 272 देश विदेश के शिव भक्तों ने भी सुना जशपुर, 27 मार्च 2025/ कुनकुरी मयाली में सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ के पास 21 से 27 मार्च तक आयोजित महाशिवपुराण का भव्य समापन किया गया। प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी ने शिव भक्तों को 7 दिन तक कथा का श्रवण कराया और सभी को भव्य आयोजन के लिए अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी उन्होंने कहा की महाशिवपुराण कथा का श्रवण करने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी आए थे। साथ ही पूरे भारत वर्ष के लगभग 272 देशों के लोगों ने विभिन्न सोशल मीडिया, चैनल के माध्यम से कथा को सुना जशपुर में सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ की ख्याति भारत देश के साथ देश विदेश तक पहुंच चुकी है। इसका पूरा श्रेय जशपुरवासियों को जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्रीमती कौशल्या साय, राजपरिवार ,कलेक्टर  रोहित व्यास,एस एस पी  शशि मोहन सिंह जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक कुमार सहित जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी कर्मचारीयों पत्रकारों, भोजन , पेयजल की व्यस्था नगर पालिका अधिकारी, कर्मचारियों को और आयोजन समिति के साथ प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों, जशपुर के शिव भक्तों का हृदय से धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके सहयोग से शिवमहापुराण कथा सफल हो गई। प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के सातवें दिन सुबह 8 बजे 11 बजे तक कथा का श्रवण कराया उन्होंने कहा कि भोला … कहां… मिलेगा… भोले …एक.. एक.. कण.. कण .. मेँ मिलेंगे भक्तों के हृदय में भोले मिल जाएंगे।बाबा ने मनुष्यों को अपने कर्म से महान बनने का संदेश दिया इसके लिए भूखें को खाना खिलाओं प्यासे को पानी पिलावो पीपल के नीचे चींटियों को आटा खिलाओ, इस भंडारे के समान ही पुन्य मिलता है। आप भंडारे नहीं कर सकते कोई बात नहीं जितनी शक्ति उतनी भक्ति। पंडित मिश्रा ने कहा कि अपने छत पर पक्षियों के लिए चारा पानी की व्यवस्था करें, मटका में पानी भरकर रखें ,गौमाता को घास रोटी पानी पिलाएं, यह सब कार्य भंडारे से कम नहीं है। जहां जहां अच्छा कार्य हो वहां भोले जरूर मिलेंगे। शिवभक्तों को भोले बाबा को एक लोटा जल अवश्य चढ़ाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जो तुम्हें जल चढ़ाने को मना करते तुम उन्हें छोड़ दो जशपुर के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ का यह शिवधाम,जहां पूरे विधि विधान से कलश यात्रा के साथ सात दिन शिव महापुराण कथा से चारों दिशाओं में हर हर महादेव गुंजने लगा है। मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने महाशिवपुराण की कथा के समापन के अवसर पर पंडित प्रदीप मिश्रा और उनके साथ आए सभी लोगों का धन्यवाद दिया। जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वास्थ्य विभाग, पेयजल विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, नगरीय निकाय के साथ सभी का सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है।

LIVE: मयाली जलाशय में बड़ा हादसा टला, SDRF जवानों ने 6 लोगों की जान बचाई

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जशपुर, 26मार्च 2025 – मयाली जलाशय से बड़ी खबर   कुनकुरी के मयाली जलाशय में आज बुधवार  उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दोपहर दो बजकर पचास मिनट पर छह लोगों से भरी एक मोटर बोट अचानक पलट गई। लेकिन SDRF के जवानों की बहादुरी और तत्परता ने बड़ा हादसा होने से रोक लिया। चंद सेकंड में ही जवानों ने बोट तक पहुंचकर सभी छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। खास बात यह है कि बोट में सवार दो लड़कियों को तैरना नहीं आता था, लेकिन उन्होंने समय रहते लाइफ जैकेट पहन रखी थी, जिससे उनकी जान बच गई। कैसे हुआ हादसा? यह घटना दोपहर करीब 3 बजे हुई।दरअसल,25 मार्च को वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स कार्यक्रम के लिए एक पुरानी बोट खमगड़ा जलाशय से लाई गई थी।जिसे आज मयाली डेम में चलाई जा रही थी। जब बोट जलाशय में आगे बढ़ रही थी, तभी उसमें सवार एक युवक सेल्फी लेने के लिए अचानक झुका। इससे बोट का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हादसे के तुरंत बाद सेल्फी लेने वाला युवक मौके से भाग निकला। उसे कोई पहचान भी नहीं पाया। SDRF जवानों ने दिखाई अद्भुत तेजी जैसे ही बोट पलटी, SDRF के जवानों ने बिना समय गंवाए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जलाशय में पहले से मौजूद जवानों ने तुरंत दूसरी बोट से पहुंचकर सभी सवारियों को सुरक्षित बाहर निकाला। नाव में सवार मोनिका केरकेट्टा ने बताया, “मुझे तैरना नहीं आता, लेकिन लाइफ जैकेट की वजह से मैं बच गई। अगर SDRF के जवान समय पर नहीं आते, तो हमारी जान को खतरा हो सकता था।” हादसे के बाद बोटिंग बंद वन प्रबंधन समिति खंडसा के अध्यक्ष चंदर सिंह ने बताया कि घटना के बाद मयाली जलाशय में बोटिंग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। नगरसेना के कमांडेंट विजय किशोर ने बताया कि सभी सवारियों को लाइफ जैकेट पहनने की अनिवार्यता थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। LIVE अपडेट: ✅ SDRF जवानों की बहादुरी से 6 लोग सुरक्षित ✅ दो लड़कियों को तैरना नहीं आता था, लेकिन लाइफ जैकेट ने बचाई जान ✅ सेल्फी लेने वाला युवक मौके से भागा, पहचान अज्ञात ✅ हादसे के बाद मयाली जलाशय में बोटिंग पर रोक यह SDRF जवानों की सतर्कता और बहादुरी का ही नतीजा है कि आज छह लोगों की जान बच गई। लेकिन यह हादसा एक चेतावनी भी है कि सेल्फी के जुनून में लापरवाही से लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है। प्रशासन अब इस मामले की जांच कर रहा है और सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की तैयारी में है।

पंडित प्रदीप मिश्रा के महाशिवपुराण कथा में VVIP पास की डुप्लीकेसी का पर्दाफाश: प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, दुकान सील

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जशपुर(कुनकुरी), 24 मार्च 2025 – मयाली में आयोजित शिवमहापुराण कार्यक्रम के लिए बनाए जा रहे VVIP पास की डुप्लीकेसी का बड़ा मामला सामने आया है। प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने गुप्ता नीड्स नामक दुकान पर छापा मारकर फर्जी पास बनाने के आरोप में व्यवसायी रितिक गुप्ता (40 वर्ष) को पकड़ा है। मौके से कलर फोटोकॉपी मशीन और दो नकली VVIP पास बरामद किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने दुकान को तत्काल सील कर दिया है। गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई सोमवार दोपहर प्रशासन को मुखबिर से सूचना मिली कि गुप्ता नीड्स के संचालक रितिक गुप्ता द्वारा शिवमहापुराण के VVIP पास की रंगीन फोटोकॉपी कर उसकी नकल तैयार की जा रही है। इस पर तहसीलदार प्रमोद पटेल, पुलिस अधिकारी ऋतुराज सिंह और थाना कुनकुरी से स.उ.नि. मनोज कुमार साहू के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने दुकान पर दबिश दी, जहां आरोपी को मौके पर ही नकली पास की फोटोकॉपी करते पकड़ा गया। प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई,दुकान सील कार्रवाई के दौरान दुकान से दो फर्जी पास, कलर फोटोकॉपी प्रिंटर मशीन समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री ज़ब्त की गई। मामले को गंभीर मानते हुए दुकान को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ऐसे कृत्यों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शिवमहापुराण कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर कड़ी सतर्कता बरती जा रही है। कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम शिवमहापुराण कार्यक्रम को लेकर VVIP पास जारी किए गए हैं, ताकि आयोजन स्थल पर भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और व्यवस्था बनी रहे। लेकिन नकली पास बनाए जाने की इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। जांच जारी, और भी खुलासे संभव फिलहाल प्रशासन और पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। यह जांच भी की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई और व्यक्ति शामिल तो नहीं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें इस तरह की किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत सूचित करें। मयाली में हो रहे शिवमहापुराण कार्यक्रम को लेकर प्रशासन सतर्क है। नकली पास बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

शिव महापुराण कथा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचनों से भाव-विभोर हुए श्रद्धालु,कोरवा जनजाति भी कथा सुनने पहुंचा

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जशपुर, 23 मार्च 2025। जशपुर के मयाली में मधेश्वर महादेव के पावन धाम में चल रही शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। प्रख्यात कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ने अपने दिव्य प्रवचनों से भक्तों को शिव महापुराण के गूढ़ रहस्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि “जिसने भी इस मृत्युलोक में जन्म लिया है, उसे सुख के साथ दुख भी झेलना पड़ेगा। भगवान राम और कृष्ण को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने धर्म का मार्ग नहीं छोड़ा।” शिव महापुराण: दुख सहने की शक्ति देता है कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ने कहा कि शिव महापुराण कथा व्यक्ति को कठिन समय में शक्ति प्रदान करती है। जिस प्रकार छाता बारिश से बचाता है, उसी तरह यह कथा जीवन की समस्याओं से लड़ने का संबल देती है। उन्होंने बताया कि “जिन्हें अधिक अपमानित किया जाता है, वे ही आगे चलकर संसार में बड़ा नाम कमाते हैं।” भगवा रंग में रंगा भारत, दया ही सबसे बड़ा धर्म अपने प्रवचन में पंडित मिश्रा ने कहा कि आज भारत भगवा रंग में रंग चुका है, यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने भक्तों से आग्रह किया कि वे धर्म और भक्ति के मार्ग पर अडिग रहें। “समुद्र मंथन में निकले विष को भगवान शिव ने ग्रहण कर समस्त लोक की रक्षा की, यही सच्ची त्याग और बलिदान की पराकाष्ठा है।” पहाड़ी कोरवाओं ने किया शिव कथा का श्रवण कथा के तीसरे दिन युवराज विजय आदित्य सिंह जूदेव के साथ बोरोकोना, तहसील मनोरा से आए विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समाज के लोग भी इस भक्ति-धारा में सराबोर हो गए। दिनेश राम, राजनाथ राम, रंजीत राम ने कहा कि “भगवान शिव की कथा सुनकर आत्मिक शांति मिली। पंडित प्रदीप मिश्रा जी के प्रवचन हमें भक्ति और जीवन का सही मार्ग दिखा रहे हैं।” राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की उपस्थिति इस अवसर पर सांसद राधेश्याम राठिया, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रियम्वदा सिंह जूदेव, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय और उनके परिवार के अन्य सदस्य भी कथा स्थल पहुंचे और शिव महापुराण कथा का श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। भक्तों में भक्ति की उमंग, जारी रहेगी कथा मधेश्वर महादेव धाम में चल रही शिव महापुराण कथा में श्रद्धालुओं का उत्साह लगातार बढ़ रहा है। हर दिन हजारों भक्त भगवान शिव की महिमा का गुणगान सुनने पहुंच रहे हैं। कथा का आयोजन अगले कुछ दिनों तक इसी भव्यता के साथ जारी रहेगा।  

महाशिवपुराण कथा: बिना ‘आधार’ के पंडित! श्रद्धालुओं को तिलक लगा रहे तो भिखारी मांग रहे भीख,आयोजन समिति और जिला प्रशासन पंडाल के अंदर,चेन स्नेचिंग हुई लेकिन FIR नहीं!

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मयाली/जशपुर,22 मार्च 2025 – यह जशपुर का सौभाग्य है कि कभी पर्यटन को तरसता जशपुर आज नैसर्गिक सुंदरता के साथ मधेश्वर पर्वत के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल हुआ है।जिसका परिणाम है प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की मयाली में प्राकृतिक शिवलिंग के सामने महाशिवपुराण की कथा चल रही है। अब जरा उसपर बात की जाए, जिस शीर्षक को पढ़कर आपने मेरे ख़बर ज़नपक्ष को क्लिक किया है। 21 मार्च को बेलजोरा नदी से कलश यात्रा शुरू हुई,जिसमें कलश यात्रियों के माथे को तिलक के कई तरीकों से भरने के लिए कई लड़के रास्ते में एक थाली लेकर कूद पड़ते हैं।भक्ति भाव में डूबी महिलाएं,युवतियां तिलक लगवा लेती हैं ,फिर पंडित कहता है खुशी से जो देना हो दे दो,,सिर पर कलश थामें नारीशक्ति सम्भवतः अपनी महतारी वंदन से राशि निकालती हैं और स्वेच्छा से जो कम मूल्य का नोट बटुए से निकला उसे खुशी-खुशी दे देती हैं।यह हमें तब पता चला, जब आयोजन समिति के सदस्यों ने हमें यह बताया कि “आपलोग मीडिया वाले हैं और ये लड़के जबरन सड़क पर श्रद्धालुओं को तिलक लगाकर पैसे वसूल रहे हैं।“हमने इस बात को हल्के में लिया और कलश उठातीं नारियों के वीडियो लेने के बाद कार से आगे निकले।बमुश्किल सौ मीटर ही चले होंगे कि आगे मोड़ पर बिना कलश लिए सिविल ड्रेस में चार लड़कियाँ अचानक सेंधवार के झुंड से हाथों में तिलक लगाने की थाली लेकर सामने आए और तिलक लगाने लगे।हमने कार रोकी और उनका वीडियो बनाया।लड़कियों ने कहा कि ये क्या कर रहे हो?उनका जवाब था बनारस से आये हैं,तिलक लगाके ही आगे जाना होगा।जब हम करीब गए तो वे लड़के बड़े कांफिडेंस के साथ बोले वीडियो मत बनाओ।यह हमारा काम है।हमने कहा,ठीक है,आयोजन समिति से परमिशन लिए हो,कहाँ से आये हो? नाम बताओ, आधार कार्ड दिखाओ?चेहरे पर एक ने हाथ रखा,दूसरे ने मुंह घुमाया और तीसरा भाग गया।बोली-भाषा उनकी छत्तीसगढ़िया नहीं थी। आज दूसरा दिन,सड़क पर वैसे दसियों पंडित बिना आधार कार्ड के घूमते नजर आए।इसी बीच नए-नए भिखारी भी नजर आने लगे।फिर ये भी पता चला कि 21 मार्च महाशिवपुराण कथा की शुरुआत में तीन महिलाओं की चेन स्नेचिंग हुई है।फिर चार का सुना।अंदर पंडाल में कुछ महिलाएं,कुछ अधेड़ पुरुष,कुछ युवक तिलक लगाते नजर आए।कुछ युवक ऊंचे दाम पर पानी की बोतल बेचते दिखे।कोई लोकल नहीं थे। ऐसे में यह सोचने वाली बात है कि क्या सरकार और सरकार का जिला प्रशासन इन सब घटनाओं से बेखबर है?उनका गुप्तचर विभाग क्या केवल यही बताने के लिए है कि लोग कथा का आनंद कितना ज्यादा ले रहे हैं?पुलिस केवल वीवीआइपी और वीआईपी के कानों को कथा सुनने में आनेवाली सभी बाधाओं को हटाने में पसीना बहा रही है? सवाल यह भी कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस कथा के आयोजन में आने के लिए जनता को खुद आमंत्रित किया है।क्या उनकी बुलाई जनता सुरक्षित है? आयोजन समिति के लोग इस कथा को सफल बनाने दिन-रात मेहनत कर रहे हैं,लेकिन फिर सवाल उठता है कि समिति के सभी लोग मेहनत कर रहे हैं क्या? ओजस्वी, तेजस्वी,सरस्वतीपुत्र,शिवकृपा से बड़े प्रतापी पंडित प्रदीप मिश्रा के पंडाल में भीड़ अनुमान से ज्यादा नहीं आ रही है,इससे ‘आयोजक’ का उद्देश्य पूरा नहीं हो पायेगा। ये दो दिन का ग्राउंड रिपोर्ट था।कल फिर कुछ और जानकारियां,सवालों के साथ ख़बर ज़नपक्ष आपके सामने हाज़िर होगा।

तामसिक भोजन से दूर रहने और अपने मन के अहंकार को दूर करो,भोलेनाथ आपका जीवन धन्य करेंगे –पंडित प्रदीप मिश्रा

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मयाली में शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन हर हर महादेव से गुंजा शिव धाम भोले बाबा को बस एक लोटा जल सारी समस्या का हल जशपुर, 22 मार्च 2025/ कुनकुरी मयाली में विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ के सामने प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शिवभक्तों को संगीतमय वातावरण में (भोले बाबा… ने बहुत दे दिया है … तेरा शुक्रिया है,,) भजन गाकर झूमने पर मजबूर कर दिया । आज शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ने अपने प्रवचन में मनुष्य को मांस मंदिरा तामसिक भोजन से दूर रहने का आग्रह किया और शिव की आराधना शिव की भक्ति में मन लगाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भोजन करते समय अपना पानी स्वयं रखें उसके बाद ही भोजन करें इससे तीन प्रकार की बीमारी ठीक हो जाती है। पहला घुटने का दर्द, दूसरा रीड की हड्डी का दर्द और तीसरा सर का दर्द दूर हो जाता है। शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। उन्होंने कैलाश पर्वत पर नन्दी भोले बाबा के प्रिय क्यों है उनकी महत्ता बताई कि कोई काम बहुत समय से सफल नहीं हो पा रहा है तो एक काम करो शिव की भक्ति करो। भक्तों को अहंकार से दूर रहने और अपने भीतर के बुरे विकारों को भी दूर करने के लिए कहा। कुनकुरी विकासखंड में विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के तौर पर मान्यता प्राप्त मधेश्वर महादेव की गोद में हो रहे शिव महापुराण कथा को सुनने छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में भक्तगण यहां पहुंचे हैं। 27 मार्च तक चलने वाली इस कथा में श्रद्धालुगण दिव्य अनुभव प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने भी आज शिव महापुराण कथा का रसपान किया। जशपुर जिला प्रशासन ने भी श्रदालुओं की सुविधा के लिए पूरे इंतजाम किए हैं। कार्यक्रम स्थल में मंच, बैठक व्यवस्था, बैरिकेडिंग, पंडाल खोया पाया केंद्र और अस्थाई अस्पताल की भी सुविधा उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की टावर की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने कथा स्थल पर मोबाइल का टावर भी लगवाया है।

“जो कोई कैलाश मानसरोवर नहीं जा पाता, वह मधेश्वर महादेव के दर्शन कर जीवन धन्य कर ले”: पंडित प्रदीप मिश्रा

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मयाली में शिव महापुराण कथा का शुभारंभ, भक्ति में डूबे श्रद्धालु जशपुर, 21 मार्च 2025। हर हर महादेव के जयघोष से पूरा मयाली क्षेत्र भक्तिमय हो उठा। शिव महापुराण कथा का वाचन कर रहे पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिवभक्तों को भावविभोर कर दिया। पहले दिन उन्होंने कहा कि जो कैलाश मानसरोवर की यात्रा नहीं कर पाता, वह मधेश्वर महादेव के दर्शन कर जीवन धन्य कर सकता है। सनातन धर्म और भारत भूमि में जन्म लेना ही सौभाग्य की बात है। उन्होंने देवराज ब्राह्मण की कथा सुनाकर सार्थक जीवन का संदेश दिया। कुनकुरी विकासखंड में स्थित विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग, मधेश्वर महादेव के समीप हो रही शिव महापुराण कथा में छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे हैं। 27 मार्च तक चलने वाली इस कथा में भक्त आध्यात्मिक आनंद का अनुभव करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय व परिवार के अन्य सदस्यों ने भी कथा का श्रवण किया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। मंच, बैठक व्यवस्था, बैरिकेडिंग, पंडाल, भोजन, पेयजल, पार्किंग, अस्थायी शौचालय, सुरक्षा, मेडिकल सुविधाओं सहित 40 बसों की विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे भक्तगण सुगमता से कथा स्थल तक पहुंच सकें।

मधेश्वर महादेव: मयाली में शिव भक्ति की धारा, शिवलोक सा नज़ारा

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मयाली,जशपुर, 21 मार्च: जशपुर जिले के मयाली स्थित प्रसिद्ध प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर महादेव के पास भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। महाशिवपुराण कथा के आयोजन ने इस पवित्र स्थल को और अधिक दिव्यता से भर दिया है। श्रद्धा का रंग इस कदर चढ़ चुका है कि लोग इसे अब शिवलोक कहने लगे हैं। कलश यात्रा में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब आज कथा के प्रारंभ से पहले कुनकुरी के बेलजोरा नदी से लेकर मयाली कथा स्थल तक भव्य कलश यात्रा निकाली गई। ग्यारह हजार महिलाएं सिर पर कलश रखकर हर-हर महादेव के जयकारों के साथ आगे बढ़ीं। पूरा वातावरण शिवमय हो गया। इस पवित्र यात्रा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय भी शामिल हुईं। पं. प्रदीप मिश्रा सुनाएंगे महाशिवपुराण 21 मार्च से 27 मार्च तक प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा महाशिवपुराण कथा का वाचन किया जाएगा। जैसे ही कथा का शुभारंभ हुआ, मयाली का पूरा क्षेत्र “हर-हर महादेव” और “जय भोलेनाथ” के नारों से गूंज उठा। मधेश्वर महादेव: जहां शिवलोक का अहसास होता है मयाली में स्थित विश्व का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग आस्था का केंद्र बन चुका है। यहां आने वाले श्रद्धालु इसे किसी शिवलोक से कम नहीं मानते। कहते हैं कि इस प्राकृतिक शिवलिंग के दर्शन मात्र से जीवन धन्य हो जाता है। भक्तों में भारी उत्साह महाशिवपुराण कथा सुनने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं। श्रद्धालु यहां शिव की भक्ति में लीन होकर भजन-कीर्तन कर रहे हैं। मयाली की पावन भूमि शिवधाम जैसी अनुभूति करा रही है। इस ऐतिहासिक आयोजन के साथ, मधेश्वर महादेव शिवलिंग पर आस्था का रंग पूरी तरह चढ़ चुका है और यह स्थान शिव भक्तों के लिए एक दिव्य तीर्थ बनता जा रहा है।  

पँ.प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा में रुद्राक्ष नहीं बांटा जाएगा,आज हेलीकॉप्टर से मधेश्वर महादेव शिवलिंग का होगा जलाभिषेक, कल से कथा होगी शुरू

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मधेश्वर महादेव धाम में पं. प्रदीप मिश्रा आज 2 बजे आगमन, हेलीकाप्टर से करेंगे जलाभिषेक, मयाली में शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन कल से शुरू मयाली (जशपुर), 20 मार्च – श्रद्धालुओं के लिए एक अनोखा आध्यात्मिक अवसर आने वाला है। प्रख्यात कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा आज 20 मार्च को दोपहर2 बजे हेलीकॉप्टर से मधेश्वर महादेव धाम पहुंचेंगे और शिवलिंग पर जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक करेंगे। इसके साथ ही वे 21 मार्च से 27 मार्च तक रोजाना दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक शिव महापुराण कथा का रसपान कराएंगे। विशेष व्यवस्थाएँ और सुरक्षा इंतजाम आयोजन समिति के प्रमुख राजीव रंजन नंदे ने बताया कि कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। भीड़ प्रबंधन को लेकर एडिशनल एसपी अनिल कुमार सोनी ने अपील की कि श्रद्धालु अपने साथ कीमती आभूषण या अधिक नगदी न लाएं और नशापान से दूर रहें। कथा के दौरान रोज पार्थिव शिवलिंग निर्माण होगा, जिसे 27 मार्च को विधि-विधान से विसर्जित किया जाएगा। इसके अलावा, रुद्राक्ष और प्रसाद वितरण नहीं किया जाएगा, जिससे भगदड़ की कोई स्थिति न बने। श्रद्धालुओं के लिए विशेष बस सेवा जिले भर से शिवभक्तों के लिए सभी ब्लॉकों और कई गाँवों से बसें चलाई जाएंगी, जो श्रद्धालुओं को कथा स्थल तक लाने और वापस ले जाने का कार्य करेंगी। इस सेवा के लिए भाड़ा भी निर्धारित कर दिया गया है। प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद संभावित भारी भीड़ को देखते हुए कलेक्टर रोहित व्यास और एसएसपी शशिमोहन सिंह अपनी टीम के साथ प्रतिदिन कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर रहे हैं। आयोजन समिति द्वारा भंडारे की विशेष व्यवस्था भी की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। शिवभक्तों के लिए यह पं. प्रदीप मिश्रा के सान्निध्य में एक दुर्लभ आध्यात्मिक अनुभव होगा, जिसमें वे भगवान शिव की महिमा और भक्ति की गहराइयों को आत्मसात कर सकेंगे।