आकाशीय बिजली से बचाव के लिए कलेक्टर ने की ‘दामिनी’ ऐप डाउनलोड करने की अपील

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बलौदाबाजार: आकाशीय बिजली से सुरक्षा को लेकर जिले के कलेक्टर दीपक सोनी ने ‘दामिनी’ ऐप डाउनलोड करने की अपील की है। दो दिन पहले जिले में हुई दर्दनाक घटना में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है। इस घटना के बाद कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों और मैदानी अमलों को इस ऐप को अनिवार्य रूप से डाउनलोड करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, आम जनता से भी आग्रह किया गया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस ऐप का उपयोग करें, ताकि जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ‘दामिनी’ ऐप भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया है, जो 20 से 31 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना का पूर्वानुमान लगाकर उपयोगकर्ताओं को सतर्क करता है। यह ऐप न केवल पूर्वानुमान देता है, बल्कि आकाशीय बिजली से बचने के उपाय और सुरक्षा के लिए आवश्यक जानकारी भी प्रदान करता है। कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा, “आकाशीय बिजली से होने वाली जन और पशु हानि को रोकने के लिए यह ऐप अत्यधिक प्रभावी सिद्ध हो सकता है।” छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से हो रही मौतें बढ़ीं छत्तीसगढ़ में बीते 3 महीनों में आकाशीय बिजली गिरने से मौतों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में पिछले तीन महीनों में आकाशीय बिजली से 60 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से अधिकांश घटनाएं ग्रामीण इलाकों में हुईं, जहां लोग खेतों में काम कर रहे थे। बलौदाबाजार जिले में हाल ही की घटना ने प्रशासन को और अधिक सतर्क कर दिया है। कलेक्टर सोनी ने बताया कि  आकाशीय बिजली गिरने से हो रही जनहानि को देखते हुए ‘दामिनी’ ऐप का उपयोग अधिक से अधिक लोगों द्वारा किया जाना चाहिए। “हमारा उद्देश्य हर एक व्यक्ति तक इस जानकारी को पहुंचाना है ताकि प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।” ‘दामिनी’ ऐप का उपयोग कैसे करें? ‘दामिनी’ ऐप गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को आकाशीय बिजली गिरने के खतरों से समय रहते सचेत करता है और आवश्यक सावधानियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। प्रशासन द्वारा इसे अधिक प्रभावी बनाने के लिए हर स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाने की योजना भी बनाई जा रही है।

*दुर्ग ब्रेकिंग: भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय के पिता का निधन, शोक की लहर**मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शोक संतप्त परिवार को ढाँढस बंधाया*

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  दुर्ग। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय के पिता, स्वर्गीय श्याम जी पांडेय का आज निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज दुर्ग के सेक्टर 9 स्थित भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के मुख्य अस्पताल में हो रहा था। उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा था, जिसके बाद आज उन्होंने अंतिम सांस ली। स्वर्गीय श्याम जी पांडेय के निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और सरोज पांडेय को फोन कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा, “श्याम जी का निधन एक अपूरणीय क्षति है। मैं परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़ा हूं।” भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव सिंह, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी स्वर्गीय श्याम जी पांडेय के निधन पर शोक व्यक्त किया है। भाजपा के विभिन्न नेता और कार्यकर्ता दुख की इस घड़ी में सरोज पांडेय और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। स्वर्गीय श्याम जी पांडेय का अंतिम संस्कार आज शिवनाथ नदी स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा, जहां परिवार और समर्थकों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि श्याम जी पांडेय एक साधारण और सादगीपूर्ण जीवन जीते थे, और उनके निधन से परिवार के साथ-साथ पार्टी के कई लोगों को भी व्यक्तिगत क्षति हुई है।

*व्याख्याता अयोध किशोर गुप्ता को राज्यपाल से मिला राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान* *परिजनों के साथ स्कूली विद्यार्थियों में खुशी का माहौल*

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  *जशपुर, 8 सितम्बर 2024* – शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बंदरचुवा के व्याख्याता अयोध किशोर गुप्ता को शिक्षक दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल श्री रामेन डेका जी द्वारा “राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में दरबार हाल, राजभवन में यह सम्मान प्रदान किया गया। श्री गुप्ता, जो कि जशपुर जिले के बंदरचुवा निवासी हैं, अपने मिलनसार व्यक्तित्व और शिक्षण के क्षेत्र में अपने समर्पण के लिए जाने जाते हैं। वह रामजी गुप्ता और माता पार्वती गुप्ता के सुपुत्र हैं और 2009 से अपने शिक्षकीय जीवन की शुरुआत की थी। बच्चों के शैक्षिक उन्नयन और उनके समग्र विकास के लिए उनके द्वारा किए गए नवाचार और प्रयास प्रशंसनीय हैं। गणित जैसे जटिल विषय को सरल तरीके से समझाना, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करना, और छात्रों में नैतिकता और मानव मूल्यों का विकास करना उनकी प्राथमिकताएँ हैं। श्री गुप्ता के मार्गदर्शन में बच्चों के व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ कैरियर गाइडेंस और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। वह यूनिसेफ के साथ मिलकर बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने और बाल लैंगिक अपराध से बचाव पर भी काम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, श्री गुप्ता बच्चों को रोजगारोन्मुख शिक्षा और स्वरोजगार की ओर प्रेरित करने के लिए विभिन्न व्यवसायिक संस्थानों से जुड़े हुए हैं। शिक्षा क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें पूर्व में राष्ट्रपति रजत पदक और मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण से भी नवाजा जा चुका है। इस सम्मान पर श्री गुप्ता ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर, माता-पिता, गुरुजनों, और मित्रों के आशीर्वाद को दिया है। शुभकामनाओं का तांता उनकी इस उपलब्धि पर विद्यालय के छात्रों, सहयोगियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। संयुक्त संचालक  संजय गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी पी.के. भटनागर, और विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुनकुरी ने बधाई संदेश भेजे। बीआरसी विपिन अंबस्त ने कहा कि यह कुनकुरी विकासखंड के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि यह पहली बार है जब इस क्षेत्र से किसी को राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त हुआ है। श्री गुप्ता की इस सफलता ने न केवल विद्यालय बल्कि पूरे क्षेत्र में एक प्रेरणा का संचार किया है, और उनके द्वारा किए जा रहे कार्य शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो रहे हैं।

*आकाशीय बिजली से 7 ग्रामीणों की मौत, मुख्यमंत्री ने जताया शोक*केबिनेट मंत्री टंकराम गांव पहुंचे*

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*रायपुर, 08 सितम्बर 2024* – बलौदाबाजार जिले के मोहतरा गांव में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से 7 ग्रामीणों की दर्दनाक मौत हो गई और 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब कुछ ग्रामीण महुआ पेड़ के नीचे बैठकर बारिश का इंतजार कर रहे थे। दोपहर 3:30 बजे के करीब अचानक बिजली गिरने से यह दुखद हादसा हुआ। मुख्यमंत्री का शोक संदेश: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा, “इस हृदयविदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। मृतकों के परिजनों को मेरी सांत्वना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना है। जिला प्रशासन को त्वरित इलाज और सभी जरूरी मदद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।” प्रशासन की तत्परता घटना के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने घायलों को बलौदाबाजार जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है, जबकि कैबिनेट मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने मौके पर पहुंचकर प्रत्येक परिवार को तात्कालिक सहायता के रूप में 15-15 हजार रुपये वितरित किए। कैबिनेट मंत्री की प्रतिक्रिया आपदा प्रबंधन मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने भी घटना स्थल का दौरा किया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने घायलों का हाल जाना और जिला प्रशासन को पीड़ितों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, और सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। राहत और पुनर्वास के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।” इस प्राकृतिक आपदा से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में तेजी से जुटा हुआ है।

*सरगुजा के कुदरगढ़ी एल्युमिनियम प्लांट में बड़ा हादसा, 4 मजदूरों की मौत**हादसे की खबर सुनते ही विधायक प्रबोध मिंज मौके पर पहुँचे हैं*

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  सरगुजा – छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें रघुनाथपुर चौकी के सिलसिला गांव में स्थित मां कुदरगढ़ी एल्युमिनियम प्लांट में 4 मजदूरों की जान चली गई। यह हादसा उस समय हुआ जब प्लांट में कोयला लोड हॉपर और 150 फीट लंबी बेल्ट अचानक गिर गई, जिससे मजदूर मलबे में दब गए। हादसा सुबह 11-12 बजे के बीच हुआ, जब प्लांट में काम चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कोयले से लोड हॉपर नीचे गिर गया और उसके साथ-साथ बॉयलर तक कोयला पहुंचाने वाली बेल्ट भी फ्रेम सहित टूटकर गिर पड़ी। इससे वहां काम कर रहे मजदूर दब गए। हादसे के बाद प्लांट में अफरा-तफरी मच गई, और अन्य मजदूरों ने तुरंत हाइड्रा और जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद 5 मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया, जिनमें से 2 मजदूरों को अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया। जबकि 2 मजदूरों के शव मलबा हटाने के दौरान मिले हैं। हादसे में घायल अन्य मजदूरों का इलाज सरगुजा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक प्रबोध मिंज और पुलिस मौके पर पहुंचे। राहत कार्य तेजी से जारी है, और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मलबे में अभी भी 3-4 मजदूर दबे हो सकते हैं। गैस कटर की मदद से लोहे को काटकर मलबा हटाया जा रहा है।एक मजदूर का शव मिलने से अभी तक मृतकों की संख्या 4 बताई जा रही है। इस दर्दनाक हादसे के बाद से स्थानीय लोगों और मजदूरों के बीच आक्रोश व्याप्त है। हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

*मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने बगिया में मनाया तीज पर्व , पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि की ईश्वर से कामना की*

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जशपुर 7 सितंबर 24/ तीजा पर्व बगिया में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने शिव पार्वती माता की विधि विधान से पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की ईश्वर कामना की । बगिया में बड़ी संख्या में महिलाओं ने मिलकर तीज पर्व का उत्साह मनाया. तीज़ पर्व, विशेषकर महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पर्व खासकर महिलाओं के लिए समर्पित है और इसे विभिन्न नामों से मनाया जाता है, जैसे कि हरितालिका तीज, कजरी तीज, और हरितालिका तीज। इस पर्व का महत्व महिलाएं इस दिन विशेष पूजा और व्रत करती हैं। वे अपनी पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व तीज़ पर्व के दौरान महिलाएं परंपरागत परिधान पहनती हैं, झूला झूलती हैं, गाती हैं और नाचती हैं। यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने का एक तरीका है। पर्व विशेष रूप से शिव और पार्वती के पूजा का अवसर होता है। इसके माध्यम से महिलाएं धार्मिक आस्था को प्रकट करती हैं और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। महिलाएं एक साथ मिलकर त्योहार मनाती हैं, जो सामाजिक – परिवारिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है। महिलाओं के तीज़ पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी रखता है।

*महुआपानी गांव में पहली बार पहुंचेगी बिजली: पीएम जनमन योजना के तहत छत्तीसगढ़ की विष्णु सरकार का बड़ा कदम*

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*जशपुर, 7 सितंबर 2024:* आजादी के 75 वर्षों बाद, जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के कोरवा जनजाति बाहुल्य गांव महुआपानी में पहली बार बिजली की रोशनी दस्तक देने वाली है। यह ऐतिहासिक कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनमन योजना के तहत छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल से संभव हो पाया है। ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही इस मांग पर त्वरित कार्यवाही कर सरकार ने इस क्षेत्र को बिजली से जोड़ने का काम स्वीकृत किया है। बिजली पहुंचने की खबर मिलते ही पूरे गांव में उत्सव का माहौल है, और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है। **जनमन योजना से महुआपानी के लिए उम्मीद की नई किरण** महुआपनी, जो जशपुर जिला मुख्यालय से करीब 85 किलोमीटर दूर स्थित है और जहां 100 से अधिक विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा परिवार रहते हैं, वर्षों से बिजली जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित था। यह गांव पहाड़ी और वन क्षेत्रों से घिरा हुआ है, जिससे यहां तक बिजली पहुंचाना कठिन चुनौती थी। लेकिन पीएम जनमन योजना के तहत, इस गांव में बिजली पहुंचाने की स्वीकृति मिलने से अब अंधेरे के बीच जीवन जी रहे लोगों के लिए एक नई शुरुआत की उम्मीद जगी है। **कोरवा जनजाति के जीवन में बड़ा बदलाव** पीढ़ियों से जंगलों के बीच निवास करने वाले कोरवा समुदाय के लिए यह बिजली की रोशनी सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि उनके जीवन में एक बड़े बदलाव का प्रतीक है। बिजली से न केवल उनके जीवन में उजाला होगा, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। तकनीक की पहुंच से ग्रामीणों को दुनिया से जुड़ने और अपने जीवन स्तर को सुधारने का मौका मिलेगा। महुआपानी गांव के निवासियों आलु राम, भदई राम, खुलु पैकरा और रामबिसाल यादव ने बताया कि बिजली की खबर उनके लिए एक उत्सव से कम नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह हमारे गांव के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। हमें उम्मीद है कि बिजली की सुविधा हमारे बच्चों की पढ़ाई से लेकर खेती और रोजगार तक के अवसरों को सुधारने में मदद करेगी।” **विष्णु सरकार की सुशासन की प्रतिबद्धता** प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनमन योजना के अंतर्गत, छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार ने प्रदेश के दूर-दराज और पिछड़े क्षेत्रों में सुशासन और आधारभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए व्यापक कार्य किए हैं। यह पहल दिखाती है कि राज्य सरकार गरीब और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में प्रदेश के विशेष पिछड़ी जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयासों को बल मिला है। महुआपानी जैसे दुर्गम इलाकों में बिजली जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराकर राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश के हर नागरिक को विकास का लाभ मिले। **आगे की राह** बिजली पहुंचने से महुआपनी में अब शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और आधुनिक तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा। इससे ग्रामीण अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा की व्यवस्था कर सकेंगे और खेती-बाड़ी में भी सुधार होगा। इसके अलावा, रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, जो इस क्षेत्र के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। महुआपानी की इस सफलता से यह संदेश मिलता है कि छत्तीसगढ़ की विष्णु सरकार प्रदेश के विकास और जनहित के लिए निरंतर कार्य कर रही है, और आने वाले समय में प्रदेश के और भी क्षेत्रों में ऐसे सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।

*सीएम कैम्प ने तीजा पर्व पर महिलाओं को दिलाई अंधेरे से मुक्ति,24 घण्टे के भीतर बदला खराब ट्रांसफार्मर, ग्रामीणों ने जताया आभार*

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  *जशपुर, 7 सितंबर 2024*: मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय जशपुर जिले के लोगों के लिए उम्मीदों का नया केंद्र बनकर उभरा है। यहाँ लोगों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है, जिससे जिले में सकारात्मक माहौल निर्मित हो रहा है। इसी कड़ी में, जिले के कुनकुरी विकासखंड के नारायणपुर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम चिटकवाईन गंझूटोली में गुरुवार शाम को हुई तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर खराब हो गया, जिससे गाँव में बिजली संकट उत्पन्न हो गया। गाँववासियों ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के निज सहायक को व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी दी। कार्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग को निर्देशित किया। बिजली विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की और पाया कि ट्रांसफार्मर खराब हो चुका था। इसके तुरंत बाद, 24 घंटे के भीतर शुक्रवार की शाम को ट्रांसफार्मर बदल दिया गया और गाँव की बिजली समस्या का समाधान हो गया। ग्रामीणों में इस त्वरित कार्रवाई से खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनके कैंप कार्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया। तीजा पर्व पर महिलाओं की मदद: हरितालिका तीज के पावन अवसर पर, जब महिलाएं निर्जला व्रत रख रही थीं, बिजली की समस्या ने उनकी कठिनाईयों को बढ़ा दिया था। लेकिन सीएम कैंप कार्यालय ने समय रहते बिजली विभाग को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में बिजली बहाल की जाए, ताकि त्योहार के दौरान किसी को परेशानी न हो। ट्रांसफार्मर के बदले जाने से महिलाएं भी राहत महसूस कर रही हैं। बिजली विभाग के डीई भगत लगातार बारिश के मौसम में क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और जहां भी बिजली समस्या सामने आती है, वहां कैंप लगाकर तब तक कार्यवाही करते हैं, जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता। उनकी इस कर्तव्यनिष्ठा के कारण जशपुर के ग्रामीण इलाकों में बिजली समस्या का त्वरित समाधान हो रहा है और लोग अब अंधकार से मुक्ति पा रहे हैं। ग्रामीणों ने जताया आभार: गाँववासियों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और सीएम कैंप कार्यालय की सराहना करते हुए कहा कि यह त्वरित और प्रभावी कार्रवाई प्रशासन की जनता के प्रति संवेदनशीलता और तत्परता को दर्शाती है।

*तीजा महिलाओं के संकल्प शक्ति और दृढ़ता का प्रतीक त्यौहार: कौशल्या साय,भाजपा महिला मोर्चा का जिला स्तरीय तीजा महोत्सव संपन्न*

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जशपुर: तीजा सुहागिन महिलाओं का त्यौहार है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रख कर अपने पति और संतान की दीर्घायु की कामना करती है। यह पवित्र त्यौहर भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों का प्रतीक है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने उक्त बातें कही। वे शहर के वशिष्ट कम्युनिटी हाल में भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित जिला स्तरीय तीजा महोत्सव को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी। उन्होनें कहा कि भारत धर्म,संस्कृति और त्यौहारों का देश है। यहां हम सब मिल कर त्यौहार मनाते हैं। त्यौहार का अवसर खुशियां बिखरने का होता है। इससे समाज में उत्साह का संचार होता है। कौशल्या साय ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। सांसद राधे श्याम राठिया ने कहा कि तीजा पर्व छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। इसे माता और बहने अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के साथ मनाती है। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुनिल गुप्ता ने कहा कि तीाज का पर्व घर से लेकर समाज तक हर्षोल्लास बिखेरता है। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष शांति भगत एवं महिला मोर्चा अध्यक्ष ममता कश्यप ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव, शहर मण्डल अध्यक्ष संतोष सिंह, डीडीसी राना बरला,अनिता सिंह,पूर्व जनपद अध्यक्ष कमला निराला,अंजू टोप्पो,रेणु विश्वास,गुड़िया यादव,भारती शर्मा,मीना चौहान,सावित्री सिंह,नीतू गुप्ता,सावित्री निकुंज,सुजाता भगत,मुन्नी गुप्ता,प्रतिमा भगत सहित महिला मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

जशपुर: शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम रुकवाने का आरोप, छात्राओं ने प्राचार्या के खिलाफ की कलेक्टर से शिकायत*

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  जशपुर –  शासकीय विजय भूषण सिंहदेव कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने कॉलेज की प्राचार्या डॉ. माधुरी गुप्ता पर शिक्षक दिवस का कार्यक्रम रद्द करवाने का गंभीर आरोप लगाया है। छात्राओं का कहना है कि उन्होंने 20-20 रुपये चंदा करके शिक्षक दिवस मनाने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन अंतिम क्षणों में प्राचार्या ने कार्यक्रम को रुकवा दिया, जिससे छात्राओं में गहरा असंतोष है। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने प्राचार्या से कार्यक्रम की अनुमति पहले ही प्राप्त कर ली थी। उन्होंने टेंट-पंडाल लगाकर शिक्षक सम्मान और स्वल्पाहार की व्यवस्था की थी, लेकिन अचानक प्राचार्या डॉ. माधुरी गुप्ता ने कार्यक्रम रद्द करवा दिया। नाराज छात्राएं तुरंत कलेक्ट्रेट पहुंचीं और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल को लिखित शिकायत सौंपकर प्राचार्या के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्राचार्या का व्यवहार लंबे समय से अनुचित और दुर्व्यवहारपूर्ण रहा है, जिससे वे असंतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि प्राचार्या अक्सर उनके साथ सख्त और असंवेदनशील रवैया अपनाती हैं। इस घटना ने कॉलेज में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है, और छात्राएं अब न्याय की मांग कर रही हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है और क्या छात्राओं को उनके आरोपों पर न्याय मिल पाता है। इस घटना से कॉलेज परिसर में असंतोष और विवाद की स्थिति पैदा हो गई है, जो प्रशासनिक हस्तक्षेप की आवश्यकता को उजागर करती है।