*जशपुर में आकाशीय बिजली से सरपंच की मौत, पत्नी घायल, छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने से जनहानि का सिलसिला जारी*

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  जशपुर। जशपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। ग्राम पंचायत रौनी के सरपंच रामवृक्ष राम और उनकी पत्नी गुरुवार सुबह आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए, जिसमें सरपंच रामवृक्ष की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी बुरी तरह झुलस गईं। घायल महिला को तुरंत उपचार के लिए बगीचा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा है। घटना उस समय हुई जब रामवृक्ष अपनी पत्नी के साथ गाँव के पास के जंगल में अपने पालतू मवेशियों को चरा रहे थे। अचानक शुरू हुई बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से यह हादसा हो गया। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच कर कार्रवाई कर रही है। छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से बढ़ रही जनहानि छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से होने वाली मौतों में तेजी से इजाफा हो रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश में हर साल लगभग 200 से 300 लोगों की जान आकाशीय बिजली गिरने से चली जाती है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं अधिक होती हैं, खासकर जंगल और खुले क्षेत्रों में। *सरकार द्वारा जागरूकता और सुरक्षा के प्रयास* राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए हैं। लोगों को सावधानी बरतने के लिए चेतावनी जारी की गई है, जैसे कि बारिश के दौरान खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे शरण न लेना। इसके बावजूद, ग्रामीण इलाकों में बिजली गिरने से जनहानि का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रामवृक्ष राम की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामवासियों और मृतक के परिवार के सदस्यों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

*मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर किया नमन, शिक्षक दिवस पर दी शुभकामनाएं*

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रायपुर, 05 सितंबर 2024। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पूर्व राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद् भारतरत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने अपने निवास कार्यालय में डॉ. राधाकृष्णन के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके योगदान को याद किया और शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी शिक्षकों और नागरिकों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि डॉ. राधाकृष्णन न केवल एक महान शिक्षक थे, बल्कि एक उत्कृष्ट दार्शनिक और विद्वान भी थे, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपार योगदान दिया।  डॉ. राधाकृष्णन के विचार और शिक्षण पद्धतियां आज भी समाज को प्रेरित करती हैं। श्री साय ने कहा, “मेरे जीवन में जो कुछ भी मैंने सीखा है, उसमें मेरे गुरुओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शिक्षक हमें जीवन के हर मोड़ पर चुनौतियों का सामना करने और सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन में उच्च नैतिक मूल्यों को उतारकर उन्हें एक बेहतर नागरिक बनाते हैं। डॉ. राधाकृष्णन के विचारों को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज को सकारात्मक दिशा में ले जाने का माध्यम है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रदेश के शिक्षकगण डॉ. राधाकृष्णन के पदचिन्हों पर चलते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी को भी आज जानना जरूरी है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुत्तनी नामक स्थान में हुआ था। उनका परिवार धार्मिक और परंपरागत ब्राह्मण परिवार था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तिरुत्तनी और वेल्लोर में पूरी की, और बाद में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से दर्शनशास्त्र में स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। उनकी रुचि दर्शनशास्त्र में गहरी थी, और उन्होंने भारतीय दर्शन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। करियर और योगदान डॉ. राधाकृष्णन एक महान विद्वान और शिक्षक थे। उनका शिक्षण करियर मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज से शुरू हुआ, जहां उन्होंने दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में पढ़ाया, जिसमें कलकत्ता विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय शामिल हैं। उन्होंने पश्चिमी दर्शनशास्त्र और भारतीय विचारधारा के बीच एक सेतु का काम किया और भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया। उनकी सबसे प्रसिद्ध पुस्तक “इंडियन फिलॉसफी” है, जिसमें उन्होंने भारतीय दर्शन के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया है। वे यह मानते थे कि भारतीय दर्शन और आध्यात्मिकता में वह शक्ति है, जो पश्चिमी जगत को गहराई से प्रभावित कर सकती है। राजनीतिक और राजनयिक करियर 1947 में भारत के स्वतंत्र होने के बाद, डॉ. राधाकृष्णन ने राजनयिक और राजनीतिक भूमिकाएं भी निभाईं। वे 1949 से 1952 तक यूनेस्को में भारतीय प्रतिनिधि रहे और 1952 से 1962 तक सोवियत संघ में भारत के राजदूत रहे। उनकी कूटनीतिक क्षमताओं और ज्ञान का वहां बहुत सम्मान किया गया। ### उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन 1952 में भारत के पहले उपराष्ट्रपति बने और इसके बाद 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उनके राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान उन्होंने शिक्षा, संस्कृति, और नैतिकता को विशेष महत्व दिया। उनके सम्मान में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई, क्योंकि वे हमेशा शिक्षा और शिक्षकों के महत्व को सर्वोपरि मानते थे। ### पुरस्कार और सम्मान डॉ. राधाकृष्णन को उनके योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। 1954 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” दिया गया। इसके अलावा, उन्हें कई विश्वविद्यालयों से मानद उपाधि मिली और वे कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सदस्य रहे। ### निधन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का निधन 17 अप्रैल 1975 को हुआ। उनका जीवन भारतीय शिक्षा, दर्शन और नैतिकता के प्रति समर्पण का प्रतीक था, और उनकी विचारधारा आज भी शिक्षकों और छात्रों को प्रेरित करती है। डॉ. राधाकृष्णन ने अपने जीवन के माध्यम से यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि यह जीवन को सही दिशा में ले जाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम है।

शिक्षक दिवस विशेष – पढ़ाई के साथ चूल्हा भी सम्हाल रहे हैँ शिक्षक,पहाड़ी कोरवा बाहुल्य सिहारडांड में उजागर हुई संकुल की बड़ी लापरवही,

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  ( सोनू जायसवाल की रिपोर्ट ) जशपुर –  जी हाँ,आप ठीक पढ़ रहे हैँ, जिले में एक स्कूल ऐसा भी है जहां शिक्षक किताबों के साथ स्कूल का चूल्हा – चौका भी सम्हालते हैँ ताकि स्कूली बच्चो को ज्ञान और मध्यान भोजन दोनों मिलता रहे। मामला जिले के बगीचा ब्लॉक के ग्राम पंचायत कलिया के सिहारडांड पूर्व माध्यमिक स्कूल का है। इस स्कूल में निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचने के साथ ही प्रधान पाठक सहित सारे शिक्षक मध्यान भोजन के लिए लकड़ी जुटाने के साथ अनाज को साफ करने और इसे पकाने की व्यवस्था करने में जुट जाते हैं। बीते 6 माह से यह काम निरंतर चला आ रहा है। इससे शिक्षकों को परेशानी तो हो रही है,लेकिन बच्चों की भूख और स्वास्थ्य को बनाएं रखने के लिए सभी शिक्षक मिल कर मध्यान भोजन पका कर खिलाने का आदर्श प्रस्तुत कर रहें हैं। यहां के प्रधान पाठक नारायण राम यादव ने बताया कि सितम्बर 2023 में बीमारी के कारण स्कूल में पदस्थ रसोईया की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से ही यह पद रिक्त है। उन्होनें बताया कि स्कूल में चालू शिक्षा सत्र में 33 बच्चे अध्ययनरत हैं। रसोईया के अभाव में बच्चों को मध्यान भोजन से वंचित करना ठीक नहीं था। इसलिए उन्होनें संस्था में पदस्थ शिक्षकों से चर्चा की। सबने मिल कर निर्णय किया कि जब तक रसोईया की नियुक्ति नहीं हो जाती है,सब मिल कर बच्चों के लिए मध्यान भोजन तैयार करेगें। स्कूल पहुंचने के साथ ही शिक्षक मध्यान भोजन की तैयारी में जुट जाते हैं। प्रधानपाठक ने बताया कि जिस शिक्षक का पिरीयड खाली होता है,वह अनाज को साफ करने,सब्जी काटने और चुल्हा जलाने के काम में सहयोग करते हैं। सब मिल कर बच्चों के लिए मध्यान भोजन पकाते हैं और उन्हें खिलाते है। प्रायः देखा जाता है कि रसोईया ना होने या कोई और समस्या होने पर शिक्षक रसोई बंद कर देते हैं,जिससे अक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है। बच्चे और अभिभावक इसकी शिकायत लेकर उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के पास पहुंच जाते हैं। शिक्षक दिवस पर ऐसे सेवाभावी शिक्षकों को खबर जनपक्ष का बारम्बार प्रणाम। प्रधान पाठक नारायण राम यादव ने कहा कि मध्यान भोजन संचालित करने में संस्था के सभी षिक्षकों का योगदान सराहनीय है। उन्होनें बताया कि रसोईया की नियुक्ति को लेकर वे पंचायत के साथ विभागिय अधिकारियों से लगातार संपर्क कर रहें हैं,उम्मीद है कि जल्द ही नियुक्ति हो जाएगी।

*राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह कुछ ही देर में* *प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर 3 शिक्षकों को स्मृति पुरस्कार* *52 राज्यपाल शिक्षक सम्मान से होंगे सम्मानित*

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रायपुर – शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में 05 सितंबर 2024 को प्रातः 11 बजे से राजभवन के दरबार हॉल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय करेंगे। शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 55 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें से 52 शिक्षक राज्यपाल शिक्षक सम्मान और 3 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। *राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार वर्ष 2024* शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के तीन महान साहित्यिक विभूतियों के नाम पर तीन शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा जाएगा। इनमें बिलासपुर जिले की व्याखाता डॉ. रश्मि सिंह धुर्वे को ’’डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार’’, कबीरधाम जिले के शिक्षक री राजर्षि पाण्डेय को ’’डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार’’, दुर्ग जिले की उच्च वर्ग शिक्षक डॉ. श्रीमती सरिता साहू को ’’डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार’’ प्रदान किया जाएगा। *राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार वर्ष 2023-24* राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार वर्ष 2023-24 से सम्मानित होने वाले 52 शिक्षकों में दंतेवाड़ा जिले की व्याख्याता श्रीमती नेहा नाथ और शिक्षक एलबी कुमारी माधुरी उके, सरगुजा जिले की प्रधान पाठक कुमारी मधु सोनवानी और व्याख्याता श्रीमती नीतु सिंह यादव, सूरजपुर जिले की व्याख्याता एलबी श्रीमती रीता गिरी और प्रधान पाठक कुमारी विनिता सिंह, बालोद जिले के व्याख्याता एलबी धमेंन्द्र कुमार और व्याख्याता डॉ. भरतलाल साहसी, जशपुर जिले के व्याख्याता एलबी  टुमनु गोसाई और अयोध किशोर गुप्ता, सुकमा जिले की प्रधान पाठक श्रीमती जयमाला और हपका मुत्ता, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के सहायक शिक्षक नीलकंठ कोमरे और अंगद सलामें, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले की सहायक शिक्षक श्रीमती स्वप्निल सिंह पवार और शिक्षक एलबी अर्चना सामुएल मसीह, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के व्याख्याता एलबी श्री मानस साहू और सहायक शिक्षक एलबी श्री महादीप जंघेल, उत्तर बस्तर कांकेर जिले के व्याख्याता श्री सेवक राम निषाद और व्याख्याता एलबी श्री पवन कुमार सेन, कोण्डागांव जिले की व्याख्याता श्रीमती तनुजा देवांगन और उच्च श्रेणी शिक्षक श्रीमती सरस्वती नाग, कोरिया जिले की सहायक शिक्षक एलबी श्रीमती श्वेता सोनी और श्रीमती अर्पणा मिश्रा, राजनांदगांव जिले के व्याख्याता एलबी श्री गोकुल दास जंघेल और श्री जयप्रकाश साहू के नामों की विधिवत् घोषणा की। राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार 2023 के लिए चयनित शिक्षकों में नारायणपुर जिले की शिक्षक एलबी श्रीमती कविता हिरवानी और व्याख्याता एलबी श्रीमती लता मानिकपुरी, जांजगीर-चांपा जिले के व्याख्याता एलबी दिनेश कुमार चतुर्वेदी और सहायक शिक्षक एलबी  कामता प्रसाद सिंह, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सहायक शिक्षक एलबी सुनिता यादव और व्याख्याता श्री पूनम सिंह साहू, बेमेतरा जिले की सहायक शिक्षक एलबी सुश्री हिमकल्याणी और व्याख्याता एलबी  भुवनलाल साहू, महासमुंद जिले के व्याख्याता प्रमोद कुमार कन्नौजे और व्याख्याता एलबी शैलेन्द्र कुमार नायक, बलरामपुर जिले के शिक्षक  श्याम कुमार गुप्ता और प्रधान पाठक विनोद कुमार पंथ, मुंगेली जिले के शिक्षक एलबी डॉ. सत्यनारायण तिवारी और प्रधान पाठक  जितेन्द्र गेंदले, गरियाबंद जिले के सहायक शिक्षक एलबी  डिगेश्वर कुमार साहू और उच्च श्रेणी शिक्षक किशोर कुमार निर्मलकर, धमतरी जिले की व्याख्याता एलबी श्रीमती ज्योति मगर और डॉ. आशीष नायक, रायगढ़ जिले की प्रधान पाठक डॉ. मनीषा त्रिपाठी और सुशील कुमार गुप्ता, कोरबा जिले के व्याख्याता भुपेन्द्र कुमार राठौर और सहायक शिक्षक श्रीमती वसुंधरा कुर्रे, जगदलपुर जिले की व्याख्याता श्रीमती मीरा हिरवानी और मोहम्मद अकबर खान, बीजापुर जिले के प्रधान पाठक पवन कुमार सिन्हा और शिक्षक एलबी  ककेम नारायण के नाम शामिल हैं।

*संविधान बदलने का झूठ फैलाने वालों को ओपी चौधरी ने दी कड़ी चेतावनी: “देश को आपातकाल की आग में झोंकने वाले अब जनता को गुमराह कर रहे हैं”*

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*जशपुर:* छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री और जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला स्तरीय सदस्यता अभियान के शुभारंभ के दौरान संविधान बदलने की अफवाह फैलाने वालों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल थोपने वाली पार्टी अब संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने जैसी झूठी बातें फैलाकर जनता को भ्रमित कर रही है। चौधरी ने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं के होते हुए, इस तरह की झूठी अफवाहें कभी भी सफल नहीं होंगी। चौधरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वही पार्टी जो आज संविधान बदलने के झूठे आरोप लगा रही है, उसने देश की निर्वाचित सरकारों को गिराने के लिए धारा 356 का सौ बार दुरुपयोग किया है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से संगठन के काम को सर्वोपरि मानते हुए, पार्टी आलाकमान के आदेशों का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद जशपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में विकास की एक नई लहर आई है। भाजपा ने पिछले 8 महीनों में वह काम कर दिखाया है, जिसके बारे में कांग्रेस कभी सोच भी नहीं सकती थी। *वित्त मंत्री चौधरी ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां* वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ में 8 लाख गरीब परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराने का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवारवाद में लिप्त है और वह इस योजना को इंदिरा आवास के नाम से चलाना चाहती है। चौधरी ने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार बनने के 12 दिन के अंदर ही किसानों को दो साल का बकाया धान बोनस और 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी कर उनका भुगतान किया गया। इसके अलावा महतारी वंदना योजना के तहत 70 लाख माताओं और बहनों के खाते में राशि डाली गई है। *भाजपा का आंतरिक लोकतंत्र और संगठन की ताकत से सरकार बनती है: सुनील गुप्ता* कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता ने कहा कि भाजपा एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है, जिसमें आंतरिक लोकतंत्र है और जो अपने संविधान के तहत काम करती है। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान पार्टी का मूल आधार है और सभी वर्ग, समाज, और आयु के लोग इसमें जुड़ने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने सभी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से सदस्यता अभियान को रिकॉर्ड स्तर पर पूरा करने की अपील की। *राधेश्याम राठिया ने की कार्यकर्ताओं के निस्वार्थ सेवा की प्रशंसा* लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया ने भाजपा के कार्यकर्ताओं की निस्वार्थ सेवा की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी ने अपनी विचारधारा को कायम रखने के लिए बड़ी तपस्या की है। उन्होंने कहा कि भाजपा गरीब कल्याण के लिए अंत्योदय की विचारधारा से प्रेरित होकर कार्य कर रही है और धारा 370 को समाप्त करके अपने विचार को पुष्ट किया है। कार्यक्रम के दौरान नगरपालिका अध्यक्ष राधेश्याम राम ने सदस्यता ग्रहण की, जिसके बाद सैकड़ों पदाधिकारियों ने भी भाजपा की सदस्यता ली। कार्यक्रम का संचालन सदस्यता अभियान के जिला संयोजक ओमप्रकाश सिन्हा ने किया और आभार व्यक्त जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी, सांसद राधेश्याम राठिया, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता, पूर्व विधायक रोहित साय, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नरेश नंदे, जिला महामंत्री भरत सिंह, मुकेश शर्मा समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

खबर का असर: कमिश्नर ने आत्मानन्द स्कूल के प्रिंसिपल को किया निलंबित, आदेश जारी कर कमिश्नर ने डीईओ ऑफिस में उवस्थिति देने का दिया आदेश,

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जशपुर(कुनकुरी) – 28 अगस्त 2024 को स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दो छात्रों की पिटाई के मामले को सबसे पहले खबर जनपक्ष ने प्रमुखता से उठाया।जिसका असर हुआ कि कमिश्नर सरगुजा ने आज प्रिंसिपल इकबाल खान को निलंबित कर दिया। कमिश्नर ने अपने निलंबन आदेश में प्रिंसिपल पर बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के दूसरे स्कूल के छात्र को प्रवेश देना,नियम विरुद्ध बताया है। आदेश की प्रति देखें

*प्रभारी मंत्री ओपी का दौरा* *भाजयुमो मंडल अध्यक्ष रित्विक जैन ने बगीचा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की मांग उठाई*

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जशपुर (बगीचा) – भाजयुमो मंडल अध्यक्ष रित्विक जैन ने बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में प्रभारी मंत्री ओ पी चौधरी से मुलाकात की। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति और उच्च तकनीक से लैस सोनोग्राफी मशीन की उपलब्धता की मांग की है। रित्विक जैन ने प्रभारी मंत्री से मुलाकात के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगीचा में स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, और सोनोग्राफी टेक्नीशियन की पदस्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बगीचा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है, जिसके चलते लोगों को इलाज के लिए दूर-दराज के अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बेहतर सुविधाओं से लैस करने की अपील की। प्रभारी मंत्री ओ पी चौधरी ने रित्विक जैन की मांगों को गंभीरता से सुनते हुए जल्द ही इन मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। इस मुलाकात के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जल्द ही नई सुविधाएं और विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होंगे, जिससे क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।

जिला प्रशासन ने एक बड़े आंदोलन को बड़ी समझदारी से खत्म किया,न हो-हल्ला न झूमा-झटकी,कैसे हुआ ये सब?

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जशपुर – राजी पड़हा समेत 6 उरांव समाज के संगठनों ने जिले के सभी उरांव जनजाति को 3 सितंबर की सुबह से हॉकी स्टेडियम में बुलाया गया।जिसमें दोपहर 1 से डेढ़ बजे तक बमुश्किल 8-9 सौ लोग इकट्ठा हो पाए थे।बाद में झारखण्ड और ओडिशा से आई भीड़ ने आयोजनकर्ताओं की लाज रख ली।राजी पड़हा शासन व्यवस्था को माननेवालों की जनाक्रोश रैली को जिला प्रशासन ने केवल सभा में समेट दिया।बिना कोई ढोल-तमाशे के कार्यक्रम शाम 5 बजे तक खत्म हो गया।   यह सब पूर्व कांग्रेस विधायक विनय भगत समेत कई सामाजिक नेताओं,संगठनों के लोगों पर शासन की सतर्क निगाहों और तगड़ी घेराबंदी के कारण हो पाया।मंगलवार 3 सितंबर को सम्भावित जनाक्रोश से निपटने के लिए चार दिन पहले से ही प्रशासन ने रणनीति बना ली थी।पूरे जशपुर को छावनी में तब्दील करते हुए जगह-जगह टीन की दीवार खड़ी कर दी गई।   दीवार,बेरिकेड के आगे जितनी फोर्स लगाई गई उसी के अनुपात में पीछे भी फोर्स रखी गई थी।हालांकि सरकार की इंटेलिजेंस ने बखूबी काम करते हुए इतना क्लियर कर दिया था कि लाठीचार्ज की नौबत नहीं आएगी।मंच पर हर भड़काऊ भाषण देनेवाले को सादे वेश में पुलिस के जवान कवर किये हुए थे।तैयारी यह थी कि अगर भीड़ को उकसाने की किसी ने कोशिश की तो उसे तत्काल सभा से हटा दें।भीड़ को भेड़ बनाकर बाड़े में रखने की योजना बेहद सफल रही।सभा खत्म होने के बाद राजी पड़हा के धर्म गुरु बंधन तिग्गा दीपू बगीचा की ओर जाने की योजना बनाते हुए सभस्थल से बाहर निकल रहे थे कि योजना भांपकर तत्काल एडिशनल एसपी अनिल कुमार सोनी, डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा त्रिपाठी,इंस्पेक्टर रवि तिवारी के साथ आयोजकों को शर्तें याद दिलाने लगे ,जिसका तेजी से असर हुआ।वहीं फोर्स भी गेट की एक ओर तैनात हो गई।भीड़ निकलती जा रही थी और अधिकारी,फोर्स के जवानों के साथ उन्हें घोलेंग रोड पर रवाना करते रहे।इस तरह न कोई हो-हल्ला न कोई झूमा-झटकी हुई और आंदोलन शान्तिपूर्ण शहर के बाहर ही निपट गया। बलौदाबाजार हिंसा से झुलसा छत्तीसगढ़ शासन का यह पहला ड्रिल था।जिसे कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल,पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने सफलतापूर्वक पूरा किया।

*छत्तीसगढ़ में 8.46 लाख गरीबों को मिलेगा पक्का मकान: प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत मिली मंजूरी*

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रायपुर: छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) के अंतर्गत राज्य में 8,46,931 पक्के मकानों की स्वीकृति दी है। इस योजना के तहत राज्य के ग्रामीण इलाकों में स्थित गरीब परिवारों को आवासीय सुविधा प्रदान की जाएगी। स्वीकृत मकानों में 6,99,331 आवास एसईसीसी 2011 की सूची के अनुसार और 1,47,600 आवास आवास प्लस सूची के आधार पर स्वीकृत किए गए हैं। **मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जताया आभार** छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस महत्वपूर्ण स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान का हार्दिक आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत मिली यह स्वीकृति राज्य के लाखों गरीब परिवारों के जीवन स्तर में सुधार लाएगी। इससे लोगों को अपने घर का सपना पूरा करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा का भाव आएगा। **राज्य के विकास में मील का पत्थर** मुख्यमंत्री साय ने इस स्वीकृति को छत्तीसगढ़ के विकास में एक मील का पत्थर बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार गरीब और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इस योजना से राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे, और उनका जीवन स्तर बेहतर होगा। इस महत्वपूर्ण निर्णय से छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों के लिए एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, जहां उन्हें अपने सपनों का पक्का घर मिलने की उम्मीद जगी है।

*कुनकुरी में मामूली विवाद बना हिंसा का कारण, आरोपी गिरफ्तार और जेल भेजा गया*

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जशपुर (कुनकुरी): एक मामूली विवाद ने उस समय हिंसक रूप ले लिया जब गांव के एक युवक ने लोहे के सब्बल से हमला कर एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना 2 सितंबर 2024 की सुबह ठेठेटांगर गांव की है। पीड़िता हेमोवती यादव ने कुनकुरी थाना में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उनका पति रामचंद्र यादव खेत में मवेशी चरा रहा था। उसी समय गांव का विद्याधर यादव भी अपनी मवेशियों को लेकर वहां पहुंचा और अपनी मवेशियों को बांधने के लिए खेत में लोहे का साबर गाड़ने लगा। रामचंद्र ने उसे मना करते हुए कहा कि इससे दोनों के मवेशी आपस में लड़ सकते हैं, इसलिए यहां साबर न गाड़े। इस बात पर नाराज होकर विद्याधर यादव ने रामचंद्र को गाली-गलौज करते हुए लोहे के सब्बल से हमला कर दिया, जिससे रामचंद्र को चेहरे, पीठ, और बाएं हाथ पर गंभीर चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुनील सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जशपुर, श्री शशि मोहन सिंह को अवगत कराया। पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपी विद्याधर यादव के खिलाफ धारा 296, 351(2), 118(1), 118(2) बी, एन एस के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से हमले में प्रयुक्त लोहे का सब्बल भी जप्त किया गया है। पीड़ित रामचंद्र यादव के डॉक्टरी परीक्षण में पाया गया कि उनके बाएं हाथ की हड्डी टूट गई है, जिससे उनकी चोटें गंभीर मानी जा रही हैं। आरोपी विद्याधर यादव को 3 सितंबर 2024 को न्यायिक रिमांड पर कुनकुरी न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस मामले की विवेचना में सहायक उप निरीक्षक संतोष तिवारी, आरक्षक नंदलाल और गणेश यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस अब इस मामले की आगे की जांच कर रही है।