21 को क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक सीएम डिस्ट्रिक्ट में,कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल बैठक की तैयारियों में जुटे

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  जशपुर, 11अक्टूबर 2024 / आगामी 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में ‘सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण’ की बैठक आयोजित की जा रही है । बैठक में लगभग 80 सदस्य शामिल होने की संभावना है । जिले में तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने अधिकारियों को बैठक की सारी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बाहर से आने वाले मंत्रियों और सदस्यों के रूकने व्यवस्था,पार्किंग, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। लाइजनिंग अधिकारी बनाने के साथ ही रूट चार्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जशपुर जिले में पहली बार इतनी बड़ी सरगुजा प्राधिकरण की बैठक होने वाली। इसमें किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रदेश के क्षेत्र के विकास के साथ ही आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य सड़क पूल पुलिया ,पेय जल , अधोसंरचना आधुनिक तकनीक जैसे अन्य संसाधनों पर विशेष ध्यान दें रहे है। ताकि दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों तक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। इसके लिए ‘सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण’ मील का पत्थर साबित होगा। उल्लेखनीय है कि बैठक में प्राधिकरण के गठन पर चर्चा, प्राधिकरण का कार्य क्षेत्र, मद से स्वीकृत किए जाने वाले प्रमुख कार्य, वित्तीय वर्ष 2024–25 में प्राधिकरण के लिए बजट पर चर्चा, प्राधिकरण मद से वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2023-24 स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा एवं अन्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी

मुंबई में जशप्योर ब्रांड की धूम, शुद्धता और सेहतमंद उत्पादों से बढ़ी मांग

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जशपुरिया उत्पादों की मुंबई में लोकप्रियता बढ़ी शुद्धता और स्वास्थ्य लाभ बने आकर्षण का कारण जशपुर, 10 अक्टूबर 2024 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से जशपुर जिले के स्थानीय उत्पादों को देशभर में पहचान मिल रही है। मुंबई के विभिन्न स्थानों पर जशप्योर ब्रांड के उत्पादों की स्टॉल लगाई गई हैं, जो लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रही हैं। जशपुर की आदिवासी महिलाओं द्वारा तैयार किए गए ये उत्पाद अपनी शुद्धता और स्वास्थ्य लाभ के कारण बड़ी मात्रा में खरीदे जा रहे हैं। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में मुंबई में जशप्योर ब्रांड की स्टॉल नियमित रूप से लगाई जा रही हैं। इन स्टॉल पर जशपुर के प्राकृतिक और बिना रसायन वाले उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जिन्हें स्थानीय आदिवासी महिलाएं तैयार करती हैं। इन उत्पादों को स्वस्थ विकल्प मानते हुए लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं। मुंबई में लगने वाली इन स्टॉल्स में महुआ सिरप, महुआ आधारित च्यवनप्राश विकल्प ‘फॉरेस्टगोल्ड वन्यप्राश’, और बाजरा से बने पास्ता जैसे उत्पाद शामिल हैं, जिनकी बाजार में बड़ी मांग है। इसके अलावा, छिन्द घास से बने हाथ के बने टोकरियां भी त्योहारी सीजन में खूब बिक रही हैं। जशप्योर ब्रांड की स्टॉल मुंबई के डीसीबी बैंक मुख्यालय, कांदिवली, साकी नाका, अंधेरी, आईआईटी-मुंबई, पवई, लोअर परेल और अन्य कई स्थानों पर लगाई जा रही हैं। इस पहल से जशपुर और महाराष्ट्र के जवाहर जिले के आदिवासी समुदायों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। “माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विशेष प्रोत्साहन से जिला प्रशासन का यह प्रयास न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है, बल्कि आदिवासी समुदायों को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद कर रहा है।” – डॉ. रवि मित्तल,कलेक्टर जशपुर  

मुख्यमंत्री श्री साय की विशेष पहल से सर्पदंश और जंगली हाथियों के हमलों से हो रही मौतों पर रोक, जनमन महाअभियान के तहत वनवासियों को मिले पक्के मकान

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( विशेष रिपोर्ट ) जशपुर और सरगुजा संभाग में जंगली हाथियों के हमले और सर्पदंश से हो रही मौतों पर रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की विशेष पहल रंग ला रही है। राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए जनमन महाअभियान के तहत जंगलों और झाड़ियों में रहने वाले वनवासियों को पक्के मकान उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सर्पदंश से होने वाली मौतों को कम करने के लिए सरकार ने लोगों को अंधविश्वास से निकालकर तत्काल चिकित्सा सुविधा दिलाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि सर्पदंश जैसी गंभीर परिस्थितियों में भी लोगों को समय पर इलाज मिल सके। सर्पदंश के मामलों में जागरुकता बढ़ी जिले में सर्पदंश के शिकार लोगों को झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वासों से दूर रखने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए जनजागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. मित्तल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे गांवों में लोगों को जागरूक करें कि सांप काटने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में आकर इलाज कराएं। आज सुबह सन्ना निवासी रसेल राम को जहरीले बंबू पिट वाइपर सांप ने काट लिया। पहले उन्होंने झाड़-फूंक का सहारा लिया, लेकिन जब स्थिति बिगड़ी तो वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सन्ना पहुंचे। वहां पर चिकित्सकों ने उन्हें तुरंत एंटी स्नेक वेनम का इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उनकी हालत सामान्य हो गई। डॉक्टरों ने उन्हें अंधविश्वासों से दूर रहने और भविष्य में किसी भी सर्पदंश की स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी। जनजागरुकता अभियान के सकारात्मक परिणाम चिकित्सकों ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार गांवों में जागरुकता फैलाने का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। पहले जहां लोग झाड़-फूंक का सहारा लेते थे, अब वे स्वास्थ्य केंद्रों में आकर अपना इलाज करा रहे हैं। सन्ना सीएचसी के डॉक्टर सुनील लकड़ा  ने बताया कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां लोग जागरूक होकर समय पर इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे हैं, जिससे उनकी जान बचाई जा सकी है। मुख्यमंत्री की इस पहल और कलेक्टर के निर्देशों के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और जागरुकता बढ़ने से ग्रामीण अंचलों में सर्पदंश से होने वाली मौतों में कमी आ रही है, जो सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है।  

विष्णु के सुशासन की सुंदर तस्वीर बनकर कैसे आगे बढ़ रहा घुघरी पँचायत? पढ़िए विकास की यह कहानी,,,

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*विष्णु के सुशासन में तेजी से बदल रही गांव की तस्वीर* *विकास और समाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में ग्राम पंचायत घुघरी विकास और बदलाव की नई परिभाषा गढ़ रहा* *महिला सशक्तिकरण के तहत् स्व सहायता समूहों की 412 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा गया* जशपुर 10 अक्टूबर 2024/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में  राज्य के गांवों की तस्वीर तेजी से बदल रही है। शासन के प्रयासों और पंचायती राज योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश के गांव अब विकास और समाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में नई कहानियां लिख रहे हैं। ऐसी ही एक कहानी है जशपुर जिले के बगीचा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत घुघरी की। जिला मुख्यालय जशपुर से 93 किलोमीटर दूर स्थित यह गांव विकास और बदलाव की नई परिभाषा गढ़ रहा है। यहां पंचायत की बैठकों में जनभागीदारी के माध्यम से गांव के हर चुनौतीका समाधान किया जाता है। गांव में 567 लोगों का राशन कार्ड बनाया गया हैं जिनमें 37 एपीएल कार्ड, 407 बीपीएल कार्ड शामिल हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से 216 बच्चों को पोषण का लाभ मिल रहा है। धात्री और गर्भवती महिलाओं के लिए भी पोषण की व्यवस्था की गई है। समाजिक सुरक्षा के लिए 2 लाख 10 हजार खर्च किए गए हैं। साथ ही 342 लोगों को पेंशन योजनाओं से जोड़ा गया है। घुघरी निवासी मंगरी बाई ने बताया कि उन्हें हर महिना 500 रूपए पेंशन मिलती है। उसी पैसे से अपना जीवन यापन करती हैं। परिवार के पालन पोषण करने में सहायता मिल रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् 56 जरूरतमंद परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गए हैं। 483 परिवारों के मनरेगा जॉब कार्ड बनाए गए हैं। पीछे दो वर्षाे में मनरेगा के 20 व्यक्तिगत तालाबों का निर्माण कराया गया है। ग्राम पंचायत घुघरी के विनोद राम ने बताया कि उनके गांव में अक्टूबर और नवम्बर में मनरेगा का कार्य चालू होता है। उसमें गांव के लोग काम करने जाते हैं। गांव के लोगों का जॉब कार्ड है। मनरेगा में कार्य करके सभी परिवार मिलकर 28 हजार रूपए कमा लेते हैं। इसे घर परिवार अच्छा से चल रहा है। महिला सशक्तिकरण के उददेश्य से 36 स्व सहायता समूहों का गठन कर 412 महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है। ग्राम पंचायत घुघरी की यह कहानी संवरते छत्तीसगढ़ के सुरक्षित होते भविष्य की कहानी है।

“शक्तिमान” बनकर जय हो टीम बाल विवाह रोकने कर रही जन जागरूकता

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जशपुर, 6 अक्टूबर 2024 – जिला प्रशासन और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से जिले में बाल विवाह के खिलाफ एक विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत लोगों को बाल विवाह के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए उन्हें इससे बचने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जय हो टीम के स्वयंसेवकों ने एक अनोखा तरीका अपनाया। आज शहर के बस स्टेशन और मुख्य बाज़ार में स्वयंसेवक शक्तिमान के रूप में नजर आए। उन्होंने बाल विवाह रोकने के संदेश के साथ लोगों से संवाद किया और उन्हें इसके कानूनी और सामाजिक पहलुओं पर जानकारी दी। शक्तिमान का यह अनूठा अवतार लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा और बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, सभी ने इस प्रयास की सराहना की। टीम के सदस्यों ने बताया कि बाल विवाह से बच्चों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, उनके स्वास्थ्य और शिक्षा पर बुरा असर पड़ता है, और इसे रोकने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। कलेक्टर डॉ. मित्तल ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास जशपुर में बाल विवाह को जड़ से मिटाने के लिए बहुत कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने आस-पास किसी भी बाल विवाह की जानकारी मिलने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। यह अभियान लोगों को जागरूक करने और समाज में बाल विवाह के खिलाफ एक मजबूत संदेश फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।  

जिले में बाल अपराध में कमी लाने, महिला बाल विकास विभाग कर रही जागरूकता अभियान

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जशपुर, 06 अक्टूबर 2024 कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशन में जिला कार्यक्रम अधिकारी बी.डी. पटेल,जिला बाल संरक्षण अधिकारी शेखर यादव,जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी के मार्गदर्शन के नेतृत्व में गुरुवार 3 सितंबर को शासकीय हाई स्कूल बरपानी में आईसीपीएस एवम चाइल्ड लाइन की टीम के द्वारा आईसीपीएस (बाल संरक्ष्ण इकाई) में चलने वाली सभी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण, मानव तस्करी, बाल विवाह, नशा मुक्ति,बाल श्रम,दत्तक ग्रहण, गुड टच बैड टच के बारे जानकारी दी गई। परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती अंजना मिश्रा ने बताया कि बच्चों के विरुद्ध हो रहे अपराधों को शून्य स्तर पर लाने हेतु जिलों की भौगोलिक, सामाजिक परिस्थितियों के अनुरूप कार्य योजना तैयार कर बच्चों के सर्वोत्तम हित में बाल अपराधों में कमी लाने हेतु पाठशालाओं, महाविद्यालयों, छात्रावासों, पंचायतों, राज संस्थाओं एवं नवनागरिकों, शासकीय एवं अशासकीय बाल देखभाल संस्थाओं के अधिकारियों/कर्मचारियों के माध्यम से जिलेभर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।इस अभियान में कंचन प्रजापति,अमित तिड़ू, रोहित चौधरी जागरूकता के सन्देश दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने मोतियाबिंद से 48 लोगों को दिलाई मुक्ति,मरीजों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार,

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जशपुर, 6 अक्टूबर 2024 – जशपुर जिले में मोतियाबिंद मुक्त अभियान के तहत आयोजित शिविर में 48 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया है। जिला अस्पताल जशपुर और सिविल अस्पताल पत्थलगांव में यह सर्जरी की गई। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार, जिले में मोतियाबिंद शिविरों का आयोजन किया जा रहा है ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। जिला अस्पताल जशपुर में 26 और सिविल अस्पताल पत्थलगांव में 22 मरीजों का सफल ऑपरेशन हुआ। यह सर्जरी विजिटिंग सर्जन डॉ. मधुरीमा पैंकरा (कोरिया), डॉ. रजत टोप्पो, और डॉ. अनिता मिंज द्वारा की गई। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देश और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन में हर सप्ताह नियमित रूप से मोतियाबिंद ऑपरेशन किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार, आगामी शनिवार, 8 अक्टूबर 2024 को सिविल अस्पताल पत्थलगांव में फिर से मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह जात्रा ने बताया कि इस अभियान के तहत इस वित्तीय वर्ष में अब तक 970 मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। मरीजों को निःशुल्क परिवहन, भोजन, और सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। शिविर की तिथि और अन्य जानकारी के लिए जिला नोडल अधिकारी और जिला प्रभारी सलाहकार से संपर्क किया जा सकता है। हेल्पलाइन नंबर 9131318933 और 9340797400 पर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस अभियान में नोडल अधिकारी डॉ. आर.एस. पैंकरा, जिला सलाहकार श्री सत्येंद्र यादव, खुले प्रसाद यादव, सभी बीएमओ, नेत्र सहायक अधिकारी, मितानिन बहनें और नेत्र विभाग के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।  

सफलता की कहानी:नव संकल्प शिक्षण संस्थान: मुख्यमंत्री की पहल से बदल रही है युवाओं की जिंदगी आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण

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जशपुर, 6 अक्टूबर 2024 – जशपुर जिले में संचालित नव संकल्प शिक्षण संस्थान, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की दूरदर्शी पहल के तहत, आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं के लिए नई उम्मीद बन गया है। यह संस्थान न केवल युवाओं को डिफेंस क्षेत्र में निःशुल्क प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि उनके लिए आवास और भोजन की सुविधाएं भी उपलब्ध कराता है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में संचालित यह संस्थान युवाओं को आत्मनिर्भरता की राह पर सशक्त कर रहा है और उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर कर रहा है। दीपा सिदार: मेहनत और आत्मविश्वास की प्रेरक कहानी पत्थलगांव की रहने वाली दीपा सिदार, जिनका परिवार मजदूरी से जीवनयापन करता है, ने अपने सपनों को कभी पीछे नहीं छोड़ा। नव संकल्प संस्थान में प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने फिजिकल परीक्षा में 85 अंक हासिल किए, जो उनकी मेहनत और आत्मविश्वास का प्रतीक है। दीपा अब डिफेंस सेक्टर में अपना भविष्य देखने को तैयार हैं। वह कहती हैं, “नव संकल्प संस्थान ने मुझे और मेरे जैसे कई युवाओं को नई दिशा दिखाई है। यह हमारे सपनों को साकार करने का अवसर है।” सरिता यादव: जिम्मेदारियों के बावजूद दृढ़ संकल्प कुनकुरी की सरिता यादव ने ग्रेजुएशन के बाद परिवार की जिम्मेदारियों को निभाते हुए नव संकल्प संस्थान में दाखिला लिया और अब अपने सपनों को पूरा करने के करीब हैं। सरिता का कहना है, “संस्थान में मिला निःशुल्क प्रशिक्षण और सही मार्गदर्शन ने मुझे आत्मविश्वास दिया है कि मैं भी अपने सपनों को साकार कर सकती हूं।” उनकी कहानी यह साबित करती है कि यदि इच्छाशक्ति और अवसर मिलें, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं होती। नमिता बड़ा और संजना भगत: सही मार्गदर्शन से आत्मविश्वास जशपुर की ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली नमिता बड़ा और संजना भगत, अपने सपनों की राह से भटक चुकी थीं। लेकिन नव संकल्प शिक्षण संस्थान ने उन्हें नई दिशा दी। नमिता ने शारीरिक दक्षता में 100% अंक हासिल किए, जो उनके समर्पण और मेहनत का प्रमाण है। अब दोनों युवा आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर हैं। नमिता कहती हैं, “यह संस्थान हमारे सपनों को साकार करने का जरिया बन गया है।” मुख्यमंत्री की पहल से बदल रही है सैकड़ों युवाओं की जिंदगी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की दूरदर्शी पहल और जशपुर जिला प्रशासन की सक्रियता से नव संकल्प शिक्षण संस्थान सैकड़ों युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की राह दिखा रहा है। यह संस्थान न केवल युवाओं के जीवन को बदल रहा है, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गया है। प्रशासन और पुलिस विभाग की सक्रिय भागीदारी कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में, पुलिस पीटीआई द्वारा प्रतिदिन दिए जाने वाले प्रशिक्षण से युवा अग्निवीर और सुरक्षा क्षेत्र में कैरियर बनाने की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। नव संकल्प शिक्षण संस्थान आज युवाओं के आत्मनिर्भरता की एक मिसाल है, जहाँ सैकड़ों युवा अपने सपनों को साकार करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं।  

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान: विष्णुदेव साय सरकार की सराहनीय पहल,आंगनबाड़ी केंद्रों में पालकों को किया जा रहा जागरूक

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जशपुर,05 अक्टूबर 2024: 2015 में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के नेतृत्व में एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश में लड़कियों की सुरक्षा, शिक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कन्या भ्रूण हत्या रोकने, बाल विवाह के खिलाफ सख्त कदम उठाने, और बेटियों की शिक्षा में प्रगति लाने की दिशा में लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इसी के तहत कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देश पर पालकों को आंगनबाड़ी केंद्रों में बुलाकर बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ के बारे में जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को राज्य के विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार बेटियों को सशक्त बनाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उनका भविष्य सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने के लिए हमें उनके जन्म से लेकर शिक्षा और अधिकारों तक हर स्तर पर साथ देना होगा।” उन्होंने विशेष रूप से कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ कड़े कदम उठाने और बाल विवाह को रोकने के लिए कड़े कानूनों के पालन की बात कही। शिक्षा को बढ़ावा: विष्णुदेव साय सरकार ने बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं को अमल में लाया है। इस अभियान के तहत बेटियों को स्कूलों में दाखिला दिलाने और उनकी पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता अभियानों के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। इसके तहत कई छात्राओं को सरकारी योजनाओं से सीधे लाभान्वित किया जा रहा है, जिससे उनकी शिक्षा में बाधाएं दूर हो रही हैं। सामाजिक जागरूकता और बदलाव: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में विभिन्न सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य लड़कियों के अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। इसके साथ ही बाल विवाह को रोकने के लिए सख्त कानूनों का पालन भी सुनिश्चित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की अपील: मुख्यमंत्री ने समाज से अपील करते हुए कहा कि “हमें अपनी बेटियों को बेहतर शिक्षा और अवसर प्रदान करना होगा ताकि वे समाज में समान अधिकारों के साथ आगे बढ़ सकें। यह हमारा कर्तव्य है कि हम बेटियों को सशक्त बनाएं और उनकी सुरक्षा और शिक्षा में कोई कमी न हो।”  

*जिले में संचालित विकास कार्यों को तीव्र गति से पूरा करने कलेक्टर ने दिए निर्देश**निर्माण से जुड़े विभागों के कार्यों की हुई समीक्षा*

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*जशपुर, 02 अक्टूबर 2024/* जिले विभिन्न विभागों के अंतर्गत संचालित विकास कार्यों की समीक्षा हेतु मंगलवार को कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल द्वारा समीक्षा बैठक आहूत की गई। इस बैठक में लोक निर्माण विभाग, सेतु निर्माण विभाग, गृह निर्माण मंडल छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन लिमिटेड, आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। जिसमें कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की विभिन्न परियोजनाओं के प्रस्ताव निर्माण, तकनीकी, वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति हेतु तीव्र गति से किये गए उत्कृष्ट कार्य की सराहना करते हुए, सभी स्वीकृति प्राप्त कार्यों की निविदा प्रक्रिया उपरांत जल्द से जल्द कार्य को पूर्ण कराने के निर्देश दिए। वहीं निर्माणाधीन कार्यों की स्थिति का जायजा लेते हुए उन्होंने सभी को समयानुसार पूर्ण कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पीडब्लूडी के सेतु उपसंभाग के अधिकारियों को सेतु निर्माण में तीव्रता लाते हुए बाढ़ संवेदनशील क्षेत्रों में प्राथमिकता से कार्य करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने आदिम जाति विकास विभाग के अंतर्गत आश्रम छात्रावासों के निर्माण स्थिति का जायजा लेते हुए उन्हें समयानुसार पूर्ण कराने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने गृह निर्माण मंडल एवं सीजीएमएससी के कार्यों की भी समीक्षा की। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर हरिओम द्विवेदी, ईई पीडब्लूडी पत्थलगांव मोचन कश्यप, ईई पीडब्लूडी जशपुर वीरेन्द्र कुमार चौधरी, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग संजय कुमार सिंह, पीडब्लूडी के सेतु उपसंभाग से अनुविभागीय अधिकारी मनोज मरकाम, गृह निर्माण मंडल से अनुविभागीय अधिकारी सर्वे पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।