मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस उपलब्धि पर जताई खुशी, जशपुर जिले ने राष्ट्रीय पोषण माह में रचा इतिहास,5 लाख से ज्यादा गतिविधियों के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर

Picsart 24 09 28 15 31 40 678

  जशपुरनगर, 28 सितंबर 2024/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशन में छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केंद्रों में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान में जशपुर जिले ने कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में प्रदेश में सबसे अधिक सफलता हासिल की है और पहले स्थान पर पहुंच गया है। जशपुर जिले में अब तक 5 लाख 68 हजार से अधिक गतिविधियों का संचालन किया जा चुका है, जिससे जिले ने प्रदेश भर में अपनी अलग पहचान बनाई है। राष्ट्रीय पोषण माह अभियान: जनआंदोलन के रूप में इस साल 1 से 30 सितंबर तक आयोजित ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ का मुख्य उद्देश्य जनसमुदाय तक स्वास्थ्य, पोषण, और स्वच्छता के महत्व को पहुंचाना है। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में इसे जनआंदोलन के रूप में संचालित किया जा रहा है, जिसमें जनप्रतिनिधि, पंचायतीराज संस्थाएं, स्वयंसेवी संस्थाएं, महिला स्व-सहायता समूह, युवा संगठन और अन्य सामाजिक संस्थाएं सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण 2.0 कार्यक्रम के अंतर्गत जागरूकता बढ़ाने, स्वच्छता बनाए रखने और कुपोषण की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस पहल ने जनमानस में सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जशपुर जिला पूरे राज्य में राष्ट्रीय पोषण माह अभियान की सबसे उत्कृष्ट मिसाल पेश कर रहा है। 5 लाख से अधिक गतिविधियों के सफल आयोजन से यह स्पष्ट है कि जिला प्रशासन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, और स्थानीय समुदाय इस जनहितकारी अभियान को सफल बनाने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने कहा, “यह अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह जनआंदोलन है, जिसका उद्देश्य हमारे समाज के सबसे निचले तबके तक पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता का संदेश पहुंचाना है। जशपुर के लोग इस अभियान में पूरी सक्रियता से भाग ले रहे हैं और यही हमारी सफलता की कुंजी है।” इस अभियान में पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधि, महिला मंडल, नेहरू युवा केंद्र, नेशनल कैडेट कोर (NCC), और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) जैसे संगठन भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन सभी की सामूहिक भागीदारी ने इसे और अधिक प्रभावी बनाया है, जिससे जशपुर जिले में अभूतपूर्व परिणाम सामने आए हैं। इस अभियान ने जशपुर जिले में न केवल पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई है, बल्कि स्थानीय समुदायों को एक साथ लाने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में भी अहम भूमिका निभाई है। इस प्रेरणादायक पहल से प्रदेश के अन्य जिलों को भी सीख मिल रही है और वे भी इसे सफल बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

‘विष्णु सरकार’ का जश प्योर: वर्ल्ड फ़ूड इंडिया में जशपुर का महुआ प्रोडक्ट को ग्राहकों ने हाथों-हाथ लिया,कलेक्टर रवि मित्तल की मेहनत रंग लाई

IMG 20240920 WA0040

*वर्ल्ड फूड इंडिया में जशप्योर स्टॉल को लोगों की मिली शानदार प्रतिक्रिया* *जशपुर 20 सितम्बर 2024/* वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में जशप्योर स्टॉल को आगंतुकों, विशेष रूप से पोषण के प्रति जागरूक और स्वस्थ जीवन शैली जीने वालों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। भारत मंडपम दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में महुआ उत्पादों की धारणा में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन सहित टीम जशप्योर के समर्पित प्रयासों को जाता है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में महुआ से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाया जा रहा है। महुआ के बारे में बदल रही हैं धारणाएं खाद्य प्रसंस्करण सलाहकार और वैज्ञानिक समर्थ जैन ने आयोजन के दूसरे दिन अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने महुआ के लाभों और आयुर्वेदिक महत्व के बारे में लोगों को बताया, एक जो धारणा थी सिर्फ शराब बनाने के काम आता है इस धारणा को जशपुर ने बदल दिया है, महुआ आधारित उत्पाद स्वादिष्ट और अत्यधिक पौष्टिक दोनों हो सकते हैं। पोषण संबंधी नवाचारों पर प्रकाश डाला गया जशप्योर स्टॉल में विभिन्न प्रकार के नवीन उत्पाद हैं, जिनमें महुआ वन्यप्राश, कुट्टू महुआ कुकीज़, रागी महुआ लड्डू और महुआ कैंडी शामिल हैं। प्रदर्शन देखने वाले आम लोगों ने बेहद पंसद किया। ग्राहकों की प्रतिक्रिया और अनुभव जशप्योर स्टॉल देखने आए लोगों ने अपने प्रतिक्रिया देते हुए बताया महुआ फूल से इतने सारे स्वाद उत्पाद बना सकते हैं। इसकी जानकरी मिली। महुआ स्वादिष्ट हैं और पोषक तत्वों से भरपूर हैं। एक युवा मां ने कहा-महुआ कैंडी को मेरे बच्चे बहुत पसंद कर रहे हैं। मास्टर ट्रेनर अणेश्वरी भगत ने बताया कि मिलेट पर केंद्रित दो संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं पर वर्तमान में चर्चा की जा रही है। इसका उददेश्य इन पारंपरिक सामग्रियों के पोषण संबंधी लाभों का पता लगाना है। वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में जशप्योर स्टॉल की सफलता प्राकृतिक और पौष्टिक खाद्य उत्पादों में बढ़ती रुचि को रेखांकित करती है। टीम के प्रयासों ने न केवल महुआ और मिलेट की बहुमुखी प्रतिभा को निखारा है बल्कि भविष्य के नवाचारों और सहयोग का मार्ग भी प्रशस्त किया है। जैसे-जैसे आयोजन आगे बढ़ता है, टीम जशप्योर संभावित ग्राहकों और अनुसंधान भागीदारों के साथ अपनी साझेदारी जारी रखने के लिए तत्पर है।

*जशपुर जिले में 01 से 30 सितंबर तक आंगनबाड़ी केंद्रों में मनाया जाएगा पोषण अभियान**

IMG 20240913 WA0015

  *जशपुर, 13 सितंबर 2024* – जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से सितंबर माह के दौरान महिलाओं और बच्चों को स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान ‘वजन त्योहार’ मनाकर बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के वजन को मापा जाएगा और उसका विवरण महिला एवं बाल विकास विभाग के पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। साथ ही, पोषण माह के दौरान सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला, और व्यंजन प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त, स्कूलों में बच्चों को पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतियोगिताएं भी होंगी। पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों में एनीमिया की जांच, वृद्धि की निगरानी, पूरक पोषण आहार, और गुणवत्तापूर्ण सेवा सुनिश्चित करना है। जिले के 4315 आंगनबाड़ी केंद्रों में चल रहे इस अभियान से 76,000 से अधिक बच्चों को लाभ मिलेगा। कम वजन वाले बच्चों की पहचान कर कुपोषण की स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा। जनसामान्य के लिए भी ऑनलाइन बच्चे का वजन दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसके लिए विभागीय क्यूआर कोड और मोबाइल नंबर का उपयोग कर ऑनलाइन एंट्री की जा सकेगी।

*कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेंस: दूसरा दिन : मुख्यमंत्री आज करेंगे कानून व्यवस्था की समीक्षा

IMG 20240912 WA0039 1

रायपुर, 13 सितम्बर 2024/    मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर में कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ जिलों में कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों की समीक्षा करेंगे। राजधानी रायपुर में आयोजित कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेंस स्थानीय न्यू सर्किट हाउस में प्रातः 10 बजे से शुरू होगी। हम आपको बता दें कि कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के पहले दिन सीएम श्री साय ने कलेक्ट्रेट के सभी विभागों की समीक्षा की।समीक्षा के दौरान सीएम के तेवर कई जिलों के कमजोर प्रदर्शन पर तल्ख़ रहे।आज लॉ एंड ऑर्डर पर सीएम दिन भर समीक्षा करने जा रहे हैं।देखना होगा कि प्रदेश में विभिन्न मुद्दों को लेकर जारी आंदोलनों ,प्रदर्शनों से निपटने व शांति कायम रखने के लिए क्या निर्देश देंगे। बीते दिनों मुख्यमंत्री के गृहजिले जशपुर में दीपू बगीचा सरना विवाद को लेकर सरना आदिवासियों ने बड़ी जनाक्रोश रैली करने वाले थे,जिसे कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने बड़ी कुशलता के साथ शहर के बाहर एस्टोटर्फ हॉकी स्टेडियम में जनसभा में बदल दिया।वहीं एसपी शशिमोहन सिंह ने पूरे शहर को छावनी में तब्दील करते हुए एक भी प्रदर्शनकारी को शहर में घुसने नहीं दिया।तकरीबन 4 घण्टे चली सभा पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करा दी गई।आज की समीक्षा में सम्भवतः कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए इसे एक सफल उदाहरण के रूप में कांफ्रेंस में रखा जाएगा।

*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विभागों की समीक्षा की,कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस का आज पहला दिन, सीएम की दो टूक : सुशासन लाने के लिए तत्परता से काम करें अधिकारी*

IMG 20240912 WA0039 1

रायपुर, 12 सितंबर 2024– मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज कलेक्टर्स कांफ्रेंस में नगरीय प्रशासन, खाद्य, सहकारिता, सुशासन एवं अभिसरण विभाग, सामान्य प्रशासन, और उच्च शिक्षा विभागों के कार्यों की समीक्षा की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय और निर्देश दिए गए, जिनका उद्देश्य प्रदेश के समग्र विकास और सुशासन को मजबूत करना है। नगरीय प्रशासन विभाग की समीक्षा मुख्यमंत्री ने नगरीय प्रशासन के तहत जनसमस्या निवारण पखवाड़े में प्राप्त आवेदनों के शत प्रतिशत निराकरण पर जोर दिया। उन्होंने शहरों में प्रधानमंत्री आवास योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कलेक्टरों की सराहना की और कहा कि गरीब परिवारों को आवास दिलाना सरकार का अहम लक्ष्य है। साथ ही, अमृत मिशन 2.0 योजना को समय पर पूरा करने के निर्देश भी दिए। खाद्य विभाग की समीक्षा खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड नवीनीकरण की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पात्र हितग्राहियों का राशन कार्ड बने और ग्रामीणों को सुगमता से राशन मिले। सहकारिता विभाग की समीक्षा मुख्यमंत्री ने गोदाम निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने का आदेश दिया। साथ ही, पैक्स में माइक्रो एटीएम और कंप्यूटरीकरण का काम शीघ्र पूरा करने पर जोर दिया। सुशासन और सामान्य प्रशासन विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने भूमिहीन परिवारों को जाति प्रमाण पत्र मिलने में होने वाली परेशानी को प्राथमिकता से हल करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने जरूरतमंदों को 15 दिनों के भीतर स्वेच्छानुदान की राशि स्वीकृत करने पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि “भूमिहीनों की पीड़ा मेरा व्यक्तिगत अनुभव है।हमें उनकी परेशानियों को समझना होगा और दूर करना होगा।” उच्च शिक्षा पर जोर मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि शिक्षित युवा ही विकसित छत्तीसगढ़ की आधारशिला हैं। उन्होंने युवाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।

*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ले रहे कलेक्टरों की क्लास, विकास के सभी विषयों पर बेहद तल्ख़ी के साथ दे रहे हैं निर्देश,ख़राब प्रदर्शन वाले जिलों के कलेक्टरों पर गिरा सकते हैं गाज*

IMG 20240804 WA0005

रायपुर – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज दो दिवसीय कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस का पहला दिन कलेक्टरों से शुरू हुआ। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव, विभागीय सचिव, सभी संभागायुक्त और कलेक्टर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और जिलों की प्रगति को लेकर कई अहम निर्देश दिए। भाषा संयम पर विशेष जोर मुख्यमंत्री ने कुछ जिलों में आम जनता और स्कूली छात्रों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “अधिकारियों को अपने भाषा संयम पर ध्यान देना होगा। यदि आपके अधिकारियों की भाषा में संयम नहीं रहा तो उन पर कार्यवाही करें, यदि आपसे गलती हुई तो मैं कार्यवाही करूंगा।” शासन की योजनाओं में पारदर्शिता की आवश्यकता मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि शासन की सभी योजनाएं पूरी पारदर्शिता के साथ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कहा, “सभी फ्लैगशिप योजनाओं में सैचुरेशन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करें, ताकि योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।” राजस्व मामलों पर मुख्यमंत्री के सख्त तेवर राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान सारंगढ़, बस्तर और खैरागढ़ जिलों में राजस्व मामलों की धीमी प्रगति पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिया कि राजस्व से जुड़े मामलों का समय सीमा के भीतर निपटारा हो। सीमांकन, नामांतरण, खाता विभाजन जैसे मामलों को तेजी से निपटाने का आदेश दिया गया, ताकि नागरिकों को छोटे-छोटे त्रुटियों के लिए भटकना न पड़े। मनरेगा और आवास योजना पर निर्देश मनरेगा में मानव दिवस सृजन की कमी पर बस्तर, कबीरधाम और बिलासपुर के कलेक्टरों को मुख्यमंत्री की नाराजगी झेलनी पड़ी। उन्होंने अमृत सरोवर योजना को जन अभियान का स्वरूप देने की बात कही। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर भी मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें बड़ी संख्या में आवास प्राप्त हुए हैं। 15 सितंबर को प्रधानमंत्री जी द्वारा पहली किश्त जारी होगी। सभी जिलों को इसे प्राथमिकता देनी चाहिए।” प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल विकास योजना में शून्य प्रगति पर नाराजगी मुख्यमंत्री ने खैरागढ़, सारंगढ़, शक्ति और रायगढ़ जिलों में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल विकास योजना की शून्य प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “यह आंकड़े चिंताजनक हैं। सभी कलेक्टर ध्यान दें और योजनाओं को गति प्रदान करें।” सूपेबेड़ा के किडनी रोगियों पर चिंता सूपेबेड़ा में किडनी रोगियों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने दिल्ली से विशेषज्ञ बुलाकर समस्या के समाधान के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम का लाभ रोगियों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा मुख्यमंत्री ने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत रायपुर और बिलासपुर जिलों के अच्छे प्रदर्शन की सराहना की। अन्य जिलों से भी इस दिशा में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सख्त निर्देश मुख्यमंत्री ने खैरागढ़ के पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड ऑक्यूपेंसी और क्योर रेट जीरो होने पर नाराजगी जताई। सभी जिलों में आयुष्मान भारत योजना के तहत शत प्रतिशत पंजीयन कराने और पीएम जनऔषधि केंद्रों की प्रभावी संचालन की बात कही। शिक्षा विभाग में लापरवाही पर नाराजगी मुख्यमंत्री ने कुछ जिलों में साइकिल वितरण में देरी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सत्र की शुरुआत के साथ ही साइकिल का वितरण सुनिश्चित होना चाहिए। जर्जर स्कूलों की मरम्मत और गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्यों पर भी सख्त निर्देश देते हुए संबंधित ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया। आदिम जाति विकास विभाग की समीक्षा आदिवासी विकास योजनाओं की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने वन अधिकार पट्टा और पीएम जनमन योजना के कार्यों में सुधार के निर्देश दिए। आश्रमों और छात्रावासों में भोजन की गुणवत्ता और छात्रों की सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए भी निर्देश जारी किए गए। इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में विभिन्न विभागों की प्रगति पर मुख्यमंत्री ने गहन समीक्षा की और कई अहम निर्णय लिए, जिनका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के विकास और जनता के कल्याण को सुनिश्चित करना है।

*कलेक्टर डॉ. मित्तल ने की जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक, स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर दिया जोर*

IMG 20240910 WA0026

  *जशपुर, 10 सितंबर 2024* – कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्टर सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की, जिसमें जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति का जायजा लिया गया। बैठक में यूनिसेफ से डॉक्टर गजेंद्र सिंह, सीएमओ डॉ. जी.एस. जात्रा, सिविल सर्जन डॉ. विपिन इंदवार और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, बीएमओ, बीपीएम और बीडीएम मौजूद थे। कलेक्टर मित्तल ने अधिकारियों से जिले में चल रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में आ रही कमियों पर ध्यान देने और सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए और अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की। स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने पिछले निर्देशों के क्रियान्वयन की स्थिति की भी जानकारी ली और सभी स्वास्थ्य सेवाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने हाइपरटेंशन जैसी गैर-संक्रामक बीमारियों के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का आदेश दिया, ताकि मरीजों का सही इलाज हो सके। अधिकारियों ने बताया कि 95% गैर-संक्रामक रोगियों की अब तक स्क्रीनिंग हो चुकी है। कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लड डोनेशन कैंप प्राथमिकता के आधार पर आयोजित करने की बात कही, ताकि ब्लड बैंक की पर्याप्तता बनी रहे। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत यू-विन पोर्टल में प्रोपर इंट्री सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सिकल सेल एनीमिया और आयुष्मान योजना पर विशेष ध्यान सिकल सेल एनीमिया के मरीजों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और हाइड्रोक्सी यूरिया टेबलेट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। आयुष्मान योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को कार्ड जारी करने के निर्देश भी दिए गए। सर्पदंश से संबंधित जागरूकता और प्रसव सेवाओं में सुधार कलेक्टर मित्तल ने सर्पदंश के खिलाफ ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने और अंधविश्वास से होने वाली जान-माल की हानि को रोकने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए। लोदाम की स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि झारखंड बॉर्डर से लोग लोदाम में प्रसव और अन्य जांचों के लिए आते हैं। इस पर कलेक्टर ने सभी सीएससी, पीएससी, और एचएचसी में संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने पर जोर दिया। बैठक में कलेक्टर मित्तल ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं की भी समीक्षा की और सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्यक्रमों को समयबद्ध और प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए। सुशासन का उद्देश्य कलेक्टर मित्तल ने कहा कि सुशासन का उद्देश्य तभी सफल होगा जब योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में और अधिक सटीकता और समर्पण के साथ काम करना होगा ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

आकाशीय बिजली से बचाव के लिए कलेक्टर ने की ‘दामिनी’ ऐप डाउनलोड करने की अपील

IMG 20240910 084438

बलौदाबाजार: आकाशीय बिजली से सुरक्षा को लेकर जिले के कलेक्टर दीपक सोनी ने ‘दामिनी’ ऐप डाउनलोड करने की अपील की है। दो दिन पहले जिले में हुई दर्दनाक घटना में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है। इस घटना के बाद कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों और मैदानी अमलों को इस ऐप को अनिवार्य रूप से डाउनलोड करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, आम जनता से भी आग्रह किया गया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस ऐप का उपयोग करें, ताकि जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ‘दामिनी’ ऐप भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया है, जो 20 से 31 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना का पूर्वानुमान लगाकर उपयोगकर्ताओं को सतर्क करता है। यह ऐप न केवल पूर्वानुमान देता है, बल्कि आकाशीय बिजली से बचने के उपाय और सुरक्षा के लिए आवश्यक जानकारी भी प्रदान करता है। कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा, “आकाशीय बिजली से होने वाली जन और पशु हानि को रोकने के लिए यह ऐप अत्यधिक प्रभावी सिद्ध हो सकता है।” छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से हो रही मौतें बढ़ीं छत्तीसगढ़ में बीते 3 महीनों में आकाशीय बिजली गिरने से मौतों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में पिछले तीन महीनों में आकाशीय बिजली से 60 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से अधिकांश घटनाएं ग्रामीण इलाकों में हुईं, जहां लोग खेतों में काम कर रहे थे। बलौदाबाजार जिले में हाल ही की घटना ने प्रशासन को और अधिक सतर्क कर दिया है। कलेक्टर सोनी ने बताया कि  आकाशीय बिजली गिरने से हो रही जनहानि को देखते हुए ‘दामिनी’ ऐप का उपयोग अधिक से अधिक लोगों द्वारा किया जाना चाहिए। “हमारा उद्देश्य हर एक व्यक्ति तक इस जानकारी को पहुंचाना है ताकि प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।” ‘दामिनी’ ऐप का उपयोग कैसे करें? ‘दामिनी’ ऐप गूगल प्ले स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को आकाशीय बिजली गिरने के खतरों से समय रहते सचेत करता है और आवश्यक सावधानियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। प्रशासन द्वारा इसे अधिक प्रभावी बनाने के लिए हर स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाने की योजना भी बनाई जा रही है।

जशपुर: शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम रुकवाने का आरोप, छात्राओं ने प्राचार्या के खिलाफ की कलेक्टर से शिकायत*

IMG 20240905 WA0047

  जशपुर –  शासकीय विजय भूषण सिंहदेव कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने कॉलेज की प्राचार्या डॉ. माधुरी गुप्ता पर शिक्षक दिवस का कार्यक्रम रद्द करवाने का गंभीर आरोप लगाया है। छात्राओं का कहना है कि उन्होंने 20-20 रुपये चंदा करके शिक्षक दिवस मनाने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन अंतिम क्षणों में प्राचार्या ने कार्यक्रम को रुकवा दिया, जिससे छात्राओं में गहरा असंतोष है। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने प्राचार्या से कार्यक्रम की अनुमति पहले ही प्राप्त कर ली थी। उन्होंने टेंट-पंडाल लगाकर शिक्षक सम्मान और स्वल्पाहार की व्यवस्था की थी, लेकिन अचानक प्राचार्या डॉ. माधुरी गुप्ता ने कार्यक्रम रद्द करवा दिया। नाराज छात्राएं तुरंत कलेक्ट्रेट पहुंचीं और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल को लिखित शिकायत सौंपकर प्राचार्या के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्राचार्या का व्यवहार लंबे समय से अनुचित और दुर्व्यवहारपूर्ण रहा है, जिससे वे असंतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि प्राचार्या अक्सर उनके साथ सख्त और असंवेदनशील रवैया अपनाती हैं। इस घटना ने कॉलेज में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है, और छात्राएं अब न्याय की मांग कर रही हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है और क्या छात्राओं को उनके आरोपों पर न्याय मिल पाता है। इस घटना से कॉलेज परिसर में असंतोष और विवाद की स्थिति पैदा हो गई है, जो प्रशासनिक हस्तक्षेप की आवश्यकता को उजागर करती है।

जिला प्रशासन ने एक बड़े आंदोलन को बड़ी समझदारी से खत्म किया,न हो-हल्ला न झूमा-झटकी,कैसे हुआ ये सब?

IMG 20240903 WA0032

जशपुर – राजी पड़हा समेत 6 उरांव समाज के संगठनों ने जिले के सभी उरांव जनजाति को 3 सितंबर की सुबह से हॉकी स्टेडियम में बुलाया गया।जिसमें दोपहर 1 से डेढ़ बजे तक बमुश्किल 8-9 सौ लोग इकट्ठा हो पाए थे।बाद में झारखण्ड और ओडिशा से आई भीड़ ने आयोजनकर्ताओं की लाज रख ली।राजी पड़हा शासन व्यवस्था को माननेवालों की जनाक्रोश रैली को जिला प्रशासन ने केवल सभा में समेट दिया।बिना कोई ढोल-तमाशे के कार्यक्रम शाम 5 बजे तक खत्म हो गया।   यह सब पूर्व कांग्रेस विधायक विनय भगत समेत कई सामाजिक नेताओं,संगठनों के लोगों पर शासन की सतर्क निगाहों और तगड़ी घेराबंदी के कारण हो पाया।मंगलवार 3 सितंबर को सम्भावित जनाक्रोश से निपटने के लिए चार दिन पहले से ही प्रशासन ने रणनीति बना ली थी।पूरे जशपुर को छावनी में तब्दील करते हुए जगह-जगह टीन की दीवार खड़ी कर दी गई।   दीवार,बेरिकेड के आगे जितनी फोर्स लगाई गई उसी के अनुपात में पीछे भी फोर्स रखी गई थी।हालांकि सरकार की इंटेलिजेंस ने बखूबी काम करते हुए इतना क्लियर कर दिया था कि लाठीचार्ज की नौबत नहीं आएगी।मंच पर हर भड़काऊ भाषण देनेवाले को सादे वेश में पुलिस के जवान कवर किये हुए थे।तैयारी यह थी कि अगर भीड़ को उकसाने की किसी ने कोशिश की तो उसे तत्काल सभा से हटा दें।भीड़ को भेड़ बनाकर बाड़े में रखने की योजना बेहद सफल रही।सभा खत्म होने के बाद राजी पड़हा के धर्म गुरु बंधन तिग्गा दीपू बगीचा की ओर जाने की योजना बनाते हुए सभस्थल से बाहर निकल रहे थे कि योजना भांपकर तत्काल एडिशनल एसपी अनिल कुमार सोनी, डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा त्रिपाठी,इंस्पेक्टर रवि तिवारी के साथ आयोजकों को शर्तें याद दिलाने लगे ,जिसका तेजी से असर हुआ।वहीं फोर्स भी गेट की एक ओर तैनात हो गई।भीड़ निकलती जा रही थी और अधिकारी,फोर्स के जवानों के साथ उन्हें घोलेंग रोड पर रवाना करते रहे।इस तरह न कोई हो-हल्ला न कोई झूमा-झटकी हुई और आंदोलन शान्तिपूर्ण शहर के बाहर ही निपट गया। बलौदाबाजार हिंसा से झुलसा छत्तीसगढ़ शासन का यह पहला ड्रिल था।जिसे कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल,पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने सफलतापूर्वक पूरा किया।