रायकेरा में दोहरी हत्या से दहशत — सास और दामाद की निर्मम हत्या, गांव में मचा हड़कंप

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रायकेरा गांव में दोहरी हत्या से सनसनी सास और दामाद की देर रात हत्या, गांव में मचा हड़कंप। पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर जांच में जुटी। एक महिला समेत दो संदेहियों से पूछताछ जारी। प्राथमिक जांच में पैसे के लेन-देन का मामला आया सामने।   रायकेरा (रायगढ़)। रायगढ़ जिले के घरघोड़ा थाना क्षेत्र के रायकेरा गांव में देर रात हुए दोहरे हत्याकांड से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। सास और दामाद की हत्या की खबर से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी हुई है।   घटना देर रात की बताई जा रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद हत्या की वजह हो सकती है। पुलिस ने संदेह के आधार पर एक महिला सहित दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।   हत्या की वारदात की जानकारी मिलते ही घरघोड़ा थाना पुलिस ने इलाके को घेर लिया और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू की। गांव में बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए हैं, वहीं घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं।   पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और हत्या के कारणों की जांच में तेजी लाई जा रही है। थाना प्रभारी के अनुसार, प्राथमिक जांच में आर्थिक लेनदेन को लेकर विवाद सामने आया है, हालांकि पुलिस अन्य सभी बिंदुओं पर भी गहनता से जांच कर रही है।  

*कुनकुरी को मिला स्वास्थ्य सेवाओं का नया वरदान, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर 8 करोड़ 77 लाख की लागत से गिनाबहार में 50 बिस्तरीय मातृ-शिशु चिकित्सालय का निर्माण कार्य शुरू…*

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जशपुर/कुनकुरी –  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जिलेवासियों को स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक और बड़ी सौगात दी है। जिले के कुनकुरी ब्लॉक अंतर्गत गिनाबहार में 50 बिस्तरीय मातृ-शिशु चिकित्सालय का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। लगभग 8 करोड़ 77 लाख रुपए की लागत से बनने वाला यह अस्पताल क्षेत्रवासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मातृ-शिशु स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण, जिले के विकास और लोगों के जीवन स्तर में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके बन जाने से न केवल जशपुर बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों की माताओं, बहनों और बच्चों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को समय पर उपचार और देखभाल मिल सकेगी। उन्होंने अधिकारियों व निर्माण एजेंसी को निर्देश दिए कि कार्य की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो और निर्धारित समय सीमा में अस्पताल का निर्माण पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। क्षेत्रवासियों ने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया और कहा कि अब मरीजों को इलाज के लिए दूर दराज नहीं जाना पड़ेगा। *स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में बढ़ता जशपुर* मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जशपुर जिले में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो रहा है। हाल के वर्षों में अनेक योजनाओं को मूर्त रूप दिया गया है। जिले को 220 बिस्तर का आधुनिक अस्पताल मिल चुका है, वहीं 35 करोड़ की लागत से कल्याण आश्रम में अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण हो रहा है। आधा दर्जन नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्वीकृति दी गई है, 11 अतिरिक्त एम्बुलेंस और 2 शव वाहन की व्यवस्था भी की गई है। मातृ-शिशु देखभाल को प्राथमिकता देते हुए नए अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कार्य तेज़ी से शुरू किया गया है। इन पहलों से आने वाले समय में जिले के आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा और जशपुर स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में प्रदेश का अग्रणी जिला बनकर उभरेगा।

हाथी के हमले में महिला की मौत,ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप

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हाथी के हमले में महिला की मौत, ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप जशपुर जिले में जंगली हाथियों और इंसानों के बीच संघर्ष कम करने के दावों के बीच एक बुरी खबर आई है,जिसमें जंगली मशरूम बीन रही महिला एक जंगली हाथी की चपेट में आ गई।ग्रामीणों के शोरगुल से जंगली हाथी ने महिला को बुरी तरह घायल कर दिया।स्थानीय ग्रामीणों और वन विभाग की मदद से घायल को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। जशपुर,20 सितंबर 2025 – कुनकुरी विकासखंड के कुड़ुकेला जंगलपारा में हाथी के हमले से एक महिला की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार 44 वर्षीय ग्रामीण महिला ज्योति मिंज शुक्रवार की सुबह जंगल से खुखड़ी (जंगली मशरुम) बीनकर लौट रही थी। घर से महज 200 मीटर दूर जंगल की सीमा पर हाथी ने उस पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल हालत में उसे तत्काल कुनकुरी के होलीक्रॉस अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।   घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। उनका आरोप है कि क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी की जानकारी होने के बावजूद वन विभाग की ओर से मुनादी नहीं कराई गई और न ही लोगों को सावधान किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है। वहीं वन विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि हाथियों के विचरण को लेकर विभिन्न संचार माध्यमों से लोगों को अलर्ट किया जा रहा है।लोग जंगल में जाते समय लापरवाही कर रहे हैं।घटना की सूचना मिलते ही एंबुलेंस से घायल को अस्पताल पहुंचाया गया। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने हाथियों की लगातार आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखने और लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।

कुनकुरी: खेत में पेड़ पर टंगी अधेड़ की लाश, मवेशी तस्करी से जुड़ाव की आशंका, सनसनी

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कुनकुरी: खेत में पेड़ पर टंगी अधेड़ की लाश, मवेशी तस्करी से जुड़ाव की आशंका, सनसनी कुनकुरी,17 सितम्बर 2025 – कुनकुरी थाना क्षेत्र के गिनाबहार गांव में सोमवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब गांव के पास एक खेत में पेड़ से एक अधेड़ व्यक्ति का शव लटका हुआ मिला। सुबह लगभग 9 बजे ग्रामीणों की नजर जब खेत में पेड़ पर लटकी लाश पर पड़ी तो पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पन्ना मास्टर के घर से दो खेत बाद जयनाथ चौहान की बाड़ी में सेंधवार के पेड़ पर एक अज्ञात व्यक्ति रस्सी से लटका मिला। मृतक के पैरों पर खरोंच के गहरे निशान थे, जिनसे खून निकल रहा था। घटनास्थल पर एक टॉर्च भी बरामद की गई है। मृतक ने नीले रंग की टी-शर्ट पहन रखी थी। ग्रामीणों ने मृतक की पहचान के लिए व्हाट्सएप के जरिए तस्वीरें शेयर कर प्रयास किया, लेकिन अब तक उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। आसपास के लोगों का कहना है कि मृतक कुनकुरी थाना क्षेत्र का नहीं लगता। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कई लोगों ने आशंका जताई है कि मृतक मवेशी तस्करी से जुड़ा हो सकता है और किसी विवाद में फंसकर हत्या का शिकार हुआ हो। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि उसने खुद ही आत्महत्या कर ली होगी। ग्रामीणों ने बताया कि इस रास्ते का वर्षों से मवेशी तस्कर इस्तेमाल करते आ रहे हैं।   घटना की खबर मिलते ही कुनकुरी थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश यादव ने सब इंस्पेक्टर राकेश सिंह को टीम के साथ मौके पर रवाना किया। फिलहाल पुलिस ने शव को पेड़ से उतारने की कार्यवाही शुरू कर दी है और मृतक की पहचान में जुट गई है। रहस्य यह है कि क्या यह आत्महत्या का मामला है या फिर हत्या ? पुलिस जांच के बाद ही पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठ पाएगा।

*जशपुर जिले में 56 करोड़ 57 लाख की लागत से 484 नए आंगनबाड़ी भवन निर्माण की मिली स्वीकृति , मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से बच्चों और माताओं के पोषण, शिक्षा व स्वास्थ्य को मिलेगा नया आयाम*

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*जशपुर जिले में 56 करोड़ 57 लाख की लागत से 484 नए आंगनबाड़ी भवन निर्माण की मिली स्वीकृति , मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से बच्चों और माताओं के पोषण, शिक्षा व स्वास्थ्य को मिलेगा नया आयाम* जशपुर,09 सितंबर 2025 । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्राथमिकता हमेशा से प्रदेश के बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा को लेकर रही है। इसी दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए जशपुर जिले में 56 करोड़ से भी अधिक की लागत से 484 नए आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। प्रत्येक आंगनबाड़ी भवन पर 11 लाख 69 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। इस प्रकार करोड़ों रुपए की राशि सीधे तौर पर जिले में आंगनबाड़ी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण और विस्तार पर लगाई जाएगी। इससे न केवल बच्चों और माताओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी बल्कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी एक स्थायी और सुसज्जित कार्यस्थल प्राप्त होगा। *जर्जर भवन एवं अस्थाई से स्थायी भवन की ओर* अब तक अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र भवन जर्जर हालत में या किराए के मकानों में संचालित होते थे।ऐसे स्थानों में न तो बच्चों को बैठने की समुचित सुविधा मिलती थी और न ही साफ-सफाई का पर्याप्त वातावरण। लेकिन नए भवन बनने के बाद बच्चों को स्वच्छ, सुरक्षित और अनुकूल माहौल उपलब्ध होगा, जिससे उनकी शिक्षा और पोषण संबंधी गतिविधियाँ व्यवस्थित ढंग से संचालित होंगी। *बच्चों और माताओं के लिए एक संपूर्ण केंद्र* नए आंगनबाड़ी भवन सिर्फ पढ़ाई या आहार वितरण का स्थान नहीं होंगे, बल्कि ये ग्रामीण समाज में पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य और जागरूकता का केंद्र बनेंगे। इन भवनों में बच्चों को पौष्टिक आहार ,खेल-खेल में सीखने की व्यवस्था,नियमित स्वास्थ्य जांच,माताओं के लिए पोषण व स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता कार्यक्रम जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे जिले में कुपोषण को कम करने और शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने में बड़ी भूमिका निभाई जाएगी। *मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का संकल्प अब कोई भी बच्चा शिक्षा की कमी से नहीं होगा वंचित* मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा का संकल्प है कि जशपुर का कोई भी बच्चा अब कुपोषण और शिक्षा की कमी से वंचित नहीं रहेगा। सरकार का लक्ष्य है कि हर बच्चे और हर माता को स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। नए आंगनबाड़ी भवन आने वाली पीढ़ी के जीवन स्तर को बेहतर बनाएंगे और प्रदेश में पोषण क्रांति की नींव मजबूत करेंगे। *ग्रामीणों की खुशी और सीएम साय के प्रति आभार* ग्रामीण अंचलों के लोगों ने इस नए आंगनबाड़ी भवन की स्वीकृति का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि यह पहल आने वाली पीढ़ी के भविष्य को उज्ज्वल बनाने वाली साबित होगी। अब बच्चे अस्थायी कमरों में नहीं, बल्कि सुसज्जित भवनों में शिक्षा और पोषण प्राप्त करेंगे।

एसएसपी शशिमोहन सिंह ने जिले के नागरिकों से की अपील,धरना – रैली – जलूस से पूर्व दें सूचना

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*// अपील //*   वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर  शशि मोहन सिंह द्वारा जिले के सभी *नागरिकों से अपील किया है कि कोई भी सांस्कृतिक, राजनीतिक या सामाजिक धरना, प्रदर्शन, रैली अथवा कार्यक्रम आयोजित* किया जाता है तो *उसकी सूचना पूर्व में ही प्रशासन को दिया जाये,* तभी समुचित पुलिस बल लगाना संभव होता है।   👉 *पूर्व सूचना मिलने पर ही आवश्यकतानुसार* पुलिस बल तैनात किया जा सकता है और उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है।   *कल की दुर्भाग्यपूर्ण घटना का एक मुख्य कारण यह भी रहा कि* गणेश विसर्जन के साथ निकाले गए डीजे एवं जुलूस की जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन को पूर्व में नहीं दी गई थी, जिसके कारण सुरक्षा व्यवस्था लगाना संभव नहीं हो पाया। इस घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए तथा मूल्यवान जनहानि हुई, जिस पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन गहरा दुख व्यक्त करता है।   अतः पुनः सभी नागरिकों से आग्रह है कि *भविष्य में किसी भी प्रकार का जुलूस/कार्यक्रम आयोजित करने से पूर्व प्रशासन को सूचित करें, ताकि पर्याप्त पुलिस बल* एवं सुरक्षा व्यवस्था लगाई जा सके और ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पुनरावृत्ति न हो।   – शशि मोहन सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जशपुर

“ऑनलाइन रिकॉर्ड और CCTV अनिवार्य: कुनकुरी में मेडिकल स्टोर्स पर प्रशासन का शिकंजा”

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कुनकुरी,28 अगस्त 2025 – कुनकुरी शहर के मेडिकल स्टोर्स पर अब प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। एसडीएम नंदजी पांडेय के नेतृत्व में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त बैठक CSC भवन में आयोजित की गई, जिसमें सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को कड़े निर्देश दिए गए। बैठक में तय किया गया कि मेडिकल स्टोर्स में बिकने वाली दवाओं का पूरा रिकॉर्ड अब ऑनलाइन दर्ज करना अनिवार्य होगा। साथ ही हर दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगाना और उन्हें चालू रखना जरूरी है। बिना डॉक्टर की पर्ची के किसी भी मरीज को दवा नहीं दी जाएगी। नियम तोड़ने पर सीधी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। निर्देशों के बाद संयुक्त टीम ने सुनील मेडिकल, दीपक मेडिकल और रारा मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया। संचालकों को दवाओं का रिकॉर्ड समय पर अपडेट करने और सीसीटीवी व्यवस्था दुरुस्त रखने की हिदायत दी गई।   इस कार्रवाई से मेडिकल व्यवसायियों में हलचल मच गई है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम जनता की सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए उठाया गया है और भविष्य में भी इस तरह की जांचें जारी रहेंगी।   निरीक्षण के दौरान एसडीएम नंदजी पांडेय, एसडीओपी विनोद कुमार मंडावी, थाना प्रभारी राकेश यादव, बीएमओ मैडम कुजूर और पुलिस विभाग की टीम मौजूद रही।

जशपुर से हिमालय तक: जनजातीय युवाओं की ऐतिहासिक चढ़ाई की तैयारी

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जशपुर –  26 अगस्त 2025/ छत्तीसगढ़ का जशपुर जिला जो अब तक अपनी हरियाली, झरनों और शांत वनों के लिए प्रसिद्ध रहा है, देशदेखा क्लाइम्बिंग सेक्टर की स्थापना के बाद अब एक और नई पहचान बनाने जा रहा है।जिले के आदिवासी युवा हिमालय की चोटियों पर अल्पाइन तरीके की रॉक क्लाइम्बिंग चढ़ाई के लिए निकलने की तैयारी कर रहे हैं। मियार वैली ट्राइबल अल्पाइन एक्सपेडिशन 2025 केवल एक पर्वतारोहण अभियान नहीं है, बल्कि यह पूरे प्रदेश और देश के लिए गर्व और उम्मीद की कहानी बन रहा है। इस अभियान के लिए अंतिम चरण में पाँच युवाओं का चयन किया गया है, जिनकी अपनी-अपनी कहानियाँ प्रेरणादायक हैं। रुसनाथ भगत जो एम.ए. हिस्ट्री के छात्र और एनसीसी कैडेट हैं, शहर में अपने लोकप्रिय नेपोलियन चाउमिन सेंटर चलाते हैं और कंटेंट क्रिएशन में भी सक्रिय हैं। तेजल भगत एम.एससी. बॉटनी की छात्रा, अपने गाँव बस्ता में एकता क्लब के ज़रिए शिक्षा और बाल अधिकारों के लिए काम करती हैं। सचिन कुजूर, एम.ए. हिस्ट्री के छात्र, जय हो एनजीओ से जुड़े रह चुके हैं और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के साथ-साथ मंडार, एक पारंपरिक जनजातीय वाद्य, बजाने में माहिर हैं। प्रतीक, बी.कॉम स्नातक और एनएसएस वॉलंटियर, खेती करना पसंद करते हैं और परिवार का सहारा बनने के लिए बर्तन की दुकान में काम भी कर चुके हैं। वहीं रवि सिंह, बाइक मैकेनिक और साइकिलिंग के शौकीन, ने हाल ही में जशपुर का पहला देशदेखा क्लाइम्बिंग को. नामक एडवेंचर गाइडिंग कार्य बाकी प्रशिक्षित युवाओं के साथ शुरू किया है। टीम को जशपुर के जंगलों और आसपास की चट्टानों में कठोर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यहाँ उन्हें कैंपिंग, ट्रैड क्लाइम्बिंग, रूट ओपनिंग, वाइल्डरनेस फर्स्ट एड और माउंटेन एथिक्स जैसी अहम तकनीकें सिखाई जा रही हैं। प्रशिक्षण की कमान स्वप्निल शिरीष रचेलवार, अमेरिका से डेव गेट्स, रनर्सग्च से सागर दुबे, प्रसिद्ध भारतीय कोच प्रतीक निनवाने वर्तमान में यू मुम्बा कबड्डी टीम के प्रमुख फिटनेस कोच और काफी मीडिया से ईशान गुप्ता जैसे अनुभवी प्रशिक्षकों के हाथों में है। यह प्रशिक्षण केवल शारीरिक तैयारी नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता और नेतृत्व क्षमता विकसित करने पर भी केंद्रित है। जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार के इस अभियान को स्थानीय लोगों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है। विश्व की सबसे बड़ी पर्वतारोहण उपकरण निर्माता कंपनी पेटज़ल ने भारत में अपने साझेदार अलाइड सेफ्टी इक्विपमेंट के साथ मिलकर आधिकारिक उपकरण प्रायोजक की भूमिका निभाई है। अद्वेनोम एडवेंचर और जय जंगल ने पौष्टिक और ऑर्गेनिक भारतीय शैली के एडवेंचर फ़ूड उपलब्ध कराने का जिम्मा उठाया है। रनर्सग्च्, एक प्रतिष्ठित एथलीट कोचिंग ब्रांड, टीम की शारीरिक और मानसिक मजबूती पर काम कर रहा है। इसके साथ स्पेन की प्रसिद्ध बार्सिलोना क्लाइम्ब्स और मिस्टिक हिमालयन ट्रेल्स ने गाइडिंग और बेसकैंप गतिविधियों में सहयोग दिया है। इस अभियान का संचालन पहाड़ी बकरा एडवेंचर कर रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ का प्रमुख औद्योगिक समूह हिरा ग्रुप इस पहल से प्रेरित होकर आधिकारिक प्रायोजक बना है। रेकी ऑउटडोर्स ने टीम को आधिकारिक पर्वतीय परिधान मुहैया कराए हैं, जबकि रेडपांडा ऑउटडोर्स और गोल्डन बोल्डर्स ने उपकरण सपोर्ट दिया है। आदि कैलाश वेलनेस पार्टनर के रूप में टीम के स्वास्थ्य और रिकवरी में सहयोग कर रहा है। मुख्य प्रायोजकों के अलावा कुल मिलाकर 15 कंपनियों ने अपना सहयोग प्रदान कर इसे शुरुआत से ही एक सफल अभियान बना दिया है। जशपुर से निकले ये पाँच युवा अब हिमालय की मियार वैली की ऊँचाइयों को छूने के सपने के साथ आगे बढ़ रहे हैं। ज्ञात रहे कि यह टीम 31 अगस्त को जशपुर से हिमाचल प्रदेश की ओर गंतव्य के लिए निकलेगी। एक महीने के इस अभियान पर जनजातीय युवक देश-विदेश के प्रसिद्ध माउंटेन क्लाइम्बर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लीडर के तौर पर प्रतिभाग करेंगे। यह पहल केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देश के लिए एक प्रेरणा है। यह साबित कर रही है कि अवसर और सहयोग मिलने पर जंगलों और गाँवों से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्वतारोही तैयार हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभियान आने वाले समय में भारतीय हिमालयी पर्वतारोहण की दिशा बदल सकता है और अगली पीढ़ी के अल्पाइन क्लाइम्बर्स इन्हीं अप्रत्याशित इलाकों से निकल सकते हैं। यह केवल एक चढ़ाई नहीं, बल्कि बदलाव की चढ़ाई है।

छत्तीसगढ़ में शुरू हुआ डॉ. हरविंदर मांकड़ की नई फिल्म ‘अर्पण’ का सफर, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान को समर्पित,

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कुनकुरी (जशपुर, छत्तीसगढ़): 22/08/2025 कुनकुरी की धरती पर आयोजित एक अद्वितीय और यादगार संध्या ने पूरे जशपुर ज़िले के लिए एक ऐतिहासिक पल रच दिया। इस अवसर पर प्रसिद्ध लेखक, कार्टूनिस्ट और फिल्म निर्देशक डॉ. हरविंदर मांकड़ को जी.के. साइकोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर द्वारा विशेष रूप से मुंबई से आमंत्रित किया गया।   आदिवासी नृत्य से हुआ स्वागत डॉ. मांकड़ के आगमन पर सबसे पहले केरसई गाँव की आदिवासी जनजाति ने परंपरागत कर्मा नृत्य प्रस्तुत किया। इस नृत्य में आदिवासी संस्कृति की जीवंत झलक देखने को मिली। स्थानीय कलाकारों ने ढोल-नगाड़ों और लोकगीतों की थाप पर डॉ. मांकड़ का स्वागत कर कार्यक्रम को और भी गरिमामयी बना दिया। आदिवासी समाज की कला और संस्कृति को इस अवसर पर विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया, जिसे देखकर सभी अतिथि भाव-विभोर हो उठे। इसके बाद महान कार्टूनिस्ट कुनकुरी जीके साइकोथेरेपी एंड रिहैबिलिटी सेंटर पहुंचे जहां छत्तीसगढ़ और झारखंड से पहुंचे लोगों ने आत्मीय स्वागत किया।मुख्य अतिथि के रूप में श्री मांकड़ ने विशिष्ट अतिथियों दीपक बड़ा,रोशन किरो ,नितेश महतो के साथ दीप जलाकर अर्पण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्री मांकड़ ने ‘प्योर सोल चिल्ड्रेन’ कुमारी नीति के हाथों अपनी किताब Journey of Soul का विमोचन हुआ। इसके बाद डॉ. हरविंदर मांकड़ ने अपनी प्रेरणादायी मोटिवेशनल क्लास में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा – “बच्चे सभी ईश्वर की अनुपम देन हैं। इन्हें भरपूर प्यार दीजिए, ये किसी से कम नहीं हैं। बस इन्हें सही इलाज और अपनापन दीजिए, यही इनकी असली ताक़त बनेगी।” उनके शब्दों ने न केवल विशेष बच्चों के अभिभावकों के दिलों को छुआ, बल्कि हर उस व्यक्ति को नई सोच दी जो समाज सेवा और मानवता की राह पर चलना चाहता है। विशेष बच्चों के उपचार में मील का पत्थर मानी जाने वाली डॉ. ग्रेस कुजूर ने अपने विचार रखते हुए कहा –“डॉ. हरविंदर मांकड़ का कुनकुरी आना किसी करिश्मे से कम नहीं है। उनका यहां आना और हमें अपना कीमती समय देना, हमारे लिए सौभाग्य की बात है। वे जिस आत्मीयता से विशेष बच्चों से जुड़े, वह इस क्षेत्र के लिए प्रेरणादायी है।” नई फिल्म “अर्पण” का निर्माण शुरू इस अवसर पर यह भी घोषणा की गई कि डॉ. हरविंदर मांकड़ कुनकुरी में ही डॉ. ग्रेस कुजूर पर एक डॉक्यूमेंट्री फिक्शन फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। इस फिल्म का नाम है – “अर्पण”। यह फिल्म छत्तीसगढ़ के पर्यावरण अभियानों को बढ़ावा देने और प्रधानमंत्री के ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान को समर्पित है। इस फिल्म को स्वयं डॉ. हरविंदर मांकड़ ने लिखा और निर्देशित किया है। फिल्म के माध्यम से न केवल डॉ. ग्रेस कुजूर की अनूठी सेवाओं को दिखाया जाएगा, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया जाएगा कि प्रकृति और मानवता का संरक्षण साथ-साथ चलना चाहिए।   छत्तीसगढ़ की सुंदरता की सराहना की कार्यक्रम का संचालन  संतोष चौधरी ने किया। उन्होंने बताया कि डॉ. मांकड़ छत्तीसगढ़ की सुंदरता से गहराई तक प्रभावित हुए हैं। डॉ. मांकड़ के शब्दों में –“मैंने छत्तीसगढ़ से अधिक सुंदर जगह आज तक नहीं देखी। कुनकुरी की धरती सचमुच स्वर्ग के समान है। यहाँ की सादगी, अपनापन और प्राकृतिक सौंदर्य मन को छू लेने वाला है।” कुनकुरी के गणमान्य नागरिक और गायक अजय मूंदड़ा ने बताया कि यह ऐतिहासिक शाम न केवल विशेष बच्चों और उनके परिवारों के जीवन में नई उम्मीद लेकर आई, बल्कि पूरे जशपुर ज़िले के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई। आदिवासी कला, संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और मानवता की महक से सजी इस संध्या ने यह संदेश दिया कि सच्ची समृद्धि तभी संभव है जब हम समाज और प्रकृति दोनों को समानता और प्रेम के साथ आगे बढ़ने का अवसर दें। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों ने मोटू पतलू कॉमिक सीरीज लिखनेवाले लेखक और उन्हें उकेरनेवाले कार्टूनिस्ट डॉ हरविंदर को अपने संस्मरण बताए।

मुख्यमंत्री की सौगात: बंदरचुवा और दुलदुला में बनेगा सर्वसुविधायुक्त बस स्टेशन,वर्षों पुरानी मांग सीएम साय ने की पूरी

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जशपुर, 17 अगस्त 2025 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में जनसुविधा आधारित अधोसंरचना विकास को नई गति मिल रही है। उनके कार्यभार संभालते ही किसानों, विद्यार्थियों, व्यापारियों और आम नागरिकों की आवश्यकताओं को केंद्र में रखते हुए विभिन्न विकास कार्यों को निरंतर स्वीकृति मिल रही है और योजनाएं तेज़ी से ज़मीन पर उतर रही हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री घोषणा मद से जशपुर जिले के बंदरचुवा में सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड तथा दुलदुला में बस स्टैंड निर्माण हेतु कुल 1 करोड़ 99 लाख 98 हजार रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन निर्माण कार्यों से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, यात्रा सुगम होगी और क्षेत्रीय परिवहन व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री की पहल पर बंदरचुवा में सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड के निर्माण के लिए 99.99 लाख रुपए और दुलदुला में बस स्टैंड निर्माण के लिए 99.99 लाख रुपए की स्वीकृति मिली है।