पदयात्रा का तीसरा दिन: बगिया के 5 किमी के दायरे में लगी धारा 144 (बीएनएसएस की नई धारा163)। तोड़ने वाले पर होगी 188 की कारवाई

IMG 20241026 105806

जशपुर,27 अक्टूबर2024– जिले में चल रही ईसाई आदिवासी न्याय पदयात्रा के तीसरे दिन लोयोला हाईस्कूल के सामने से नेशनल हाइवे से शुरू होकर कृषि महाविद्यालय पंडरीपानी से गुजर रही है।अंतिम पड़ाव सीएम कैम्प बगिया रखा गया है। शनिवार को लोरो घाटी में पदयात्रा को रोकने के दौरान हुई घटनाओं के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ाते हुए बगिया के आसपास 5 किलोमीटर के दायरे में धारा 144 (नया खंड 163 बीएनएसएस) लागू कर दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिला दंडाधिकारी, कलेक्टर के इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि यह पदयात्रा ईसाई आदिवासी महासभा द्वारा जशपुर बीजेपी विधायक रायमुनी भगत द्वारा ईसाई धर्म के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में आयोजित की जा रही है। इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हो रहे हैं और आज इसका पड़ाव बगिया में निर्धारित किया गया है। प्रशासन और पुलिस द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।  

छग योग आयोग-यूनिसेफ-जिला प्रशासन ने योगाभ्यास परियोजना की समीक्षा की,बेहतर परिणाम मिलने से उत्साहित हैं योग मित्र

IMG 20241027 WA0000

जशपुर जिले में 24 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को मिला योगाभ्यास का लाभ जशपुर 27 अक्टूबर 24/ जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। शनिवार को गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ योग आयोग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, यूनिसेफ एवं जिला प्रशासन जशपुर के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय योग मित्रों, प्रशिक्षकों की समीक्षा बैठक व जशपुर मंगल भवन में प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। योग मित्रों (प्रशिक्षको) की समीक्षा बैठक व प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजन किया गया जिसमें जशपुर जिले में संचालित 50 हेल्थ एण्ड वैलनेस सेंटरो के योग मित्रों को प्रशिक्षण तथा समीक्षा भी किया गया। योग मित्रों ने अपने अपने हेल्थ एण्ड वैलनेस सेंटरो में गर्भवती महिलाओं को उनके तिमाही अनुसार से योगाभ्यास कराते हैं तथा गर्भवती महिलाओं के घरों में भी जाकर गर्भवती महिलाओं को योगाभ्यास कराते है तथा योग मित्रों ने आंगनबाड़ी केन्द्रो स्कूलों टिकाकरण में सहयोग किया जा रहा है। बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को योगाभ्यास कराते है। जिला प्रशासन के अंतर्गत संचालित परियोजना जशपुर जिले में चलते हुए 17 माह पूर्ण हो गया है। 17 माह में इस परियोजना से बहुत ही अच्छा परिणाम सामने आया है। इस परियोजना के तहत अभी तक कुल 24380 गर्भवती महिलाओं को पंजीकृत कर योगाभ्यास का लाभ दिया जा चुका है तथा 4704 गर्भवती महिलाएं पंजीकृत है। इस परियोजना को जिला योग समन्वयक अशोक कुमार यादव  के द्वारा निरंतर मॉनिटरिंग किया जाता है। योग प्रशिक्षकों को जिला योग समन्वयक द्वारा बराबर मार्गदर्शन भी मिलते रहता है। समय-समय पर सभी योग मित्रों को छत्तीसगढ़ योग आयोग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, यूनिसेफ एवं जिला प्रशासन जशपुर द्वारा समीक्षा बैठक व प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस प्रशिक्षण व समीक्षा बैठक का कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉ.जी.एस. जात्रा, डीपीएम  गनपत कुमार नायक, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक तिलकेश प्रसाद भावे, यूनिसेफ से डॉ. इंपना बीलगी, आई.आई.टी. बाम्बे से  संदीप घुसले, छत्तीसगढ़ योग आयोग रायपुर से  रविकांत कुम्भकार (परिवीक्षा अधिकारी), राज्य परियोजना समन्वयक श्रीमती ज्योति साहू, योग प्रशिक्षक रश्मी पटेल, तथा जिला योग समन्वयक अशोक कुमार यादव ने विशेष रूप से उपस्थित थे तथा कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न किया गया।

ईसाई आदिवासी महासभा न्याय यात्रा का दूसरा दिन शुरू,पदयात्रा में पूर्व विधायक यूडी मिंज हुए शामिल,कुनकुरी में होगा पड़ाव

IMG 20241026 105753

जशपुर,26 अक्टूबर 2024 – बीजेपी विधायक रायमुनी पर एफआईआर की मांग को लेकर ईसाई आदिवासी महासभा की पदयात्रा आज शांति भवन जशपुर से शुरू हुई जो नेशनल हाइवे पर चलते हुए काईकछार तक पहुंची है।वहीं लोरो घाटी के नीचे पदयात्रा को रोकने के लिए भारी फोर्स तैनात की गई है। पदयात्रा का नेतृत्व महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल किस्पोट्टा,जिलाध्यक्ष वाल्टर कुजूर, सिंहासन मिंज,हेमंत कुजूर,अभिनन्द खलखो करते हुए कुनकुरी की ओर बढ़ रहे हैं।इस पदयात्रा को समर्थन देने के लिए पूर्व कांग्रेस विधायक यूडी मिंज भी शामिल हुए हैं। 24 अक्टूबर को लगी ज़नपक्ष की खबर का असर दिखने लगा है कि प्रशासन की बिना अनुमति लिए नेशनल हाइवे पर पदयात्रा निकालने को लेकर आज जिला प्रशासन एक्शन के मूड में दिख रहा है।लोरो घाटी शिव मंदिर के नीचे बने बेरियर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है।पुलिस के आला अधिकारी समेत कार्यपालिक मजिस्ट्रेट भी मौजूद हैं।

ईसाई समाजिक न्याय पदयात्रा हुई शुरू,आम्बाकोना से रायमुनी भगत पर एफआईआर की मांग को लेकर पदयात्री जशपुर की ओर,,

IMG20241025094051

जशपुर/आस्ता,25 अक्टूबर2024 –  1 सितंबर को जशपुर से भाजपा विधायक रायमुनी भगत के धर्मविशेष व उनके आराध्य पर विवादित टिप्पणी से सामाजिक सौहार्द को गहरा झटका लगा है।जिसको लेकर ईसाई आदिवासी महासभा ने आज 25 अक्टूबर को बीजेपी विधायक पर एफआईआर कराने की मांग को लेकर आस्ता थाना के आम्बाकोना गांव से पदयात्रा शुरू की है। पदयात्रा को सम्बोधित करते हुए ईसाई आदिवासी महासभा के जिलाध्यक्ष वाल्टर कुजूर ने विधायक रायमुनी भगत के विवादित भाषण पर आक्रोश जताया और पदयात्रा में शामिल होने आए मसीही समाज के लोगो का स्वागत किया। पदयात्रा को सी.डी. बाखला नगर पंचायत अध्यक्ष बगीचा ने भी सम्बोधित किया।उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है अभी तक ईशनिंदा करनेवाली विधायक के खिलाफ एफआईआर नहीं किया गया है।इसी को लेकर यह हमारा रन फोर जस्टिस आस्ता से मनोरा होते हुए आज जशपुर पहुंचेगा।26 अक्टूबर को जशपुर से कुनकुरी और 27 अक्टूबर को शांतिपूर्ण पदयात्रा हमारे माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के घर बगिया पहुँचकर उन तक हम अपनी बात पहुंचाएंगे। पदयात्रा में ईसाई आदिवासी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल किस्पोट्टा,काथलिक सभा अध्यक्ष अभिनन्दन खलखो,सिंहासन मिंज,हैप्पी कमल कुजूर,सफीरा टोप्पो,अंजना मिंज,अजेम टोप्पो,अलमा कुजूर,हेमंत कुजूर समेत बड़ी संख्या में पदयात्री हर्राडीपा से आगे निकले हैं।पदयात्रा को सुरक्षा देने के लिए पुलिस के जवान लगातार चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्टॉल में महिलाओं द्वारा बनाई चीजों को बारीकी से देखा,कहा – “आप सभी लखपति दीदी बनें,सरकार आपके साथ है”

IMG 20241023 WA0024

जशपुर 23 अक्टूबर 2024/मयाली नेचर कैंप में आयोजित सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने से पूर्व विभिन्न विभागीय स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने इस मौके पर महिला समूहों द्वारा निर्मित महुआ के विभिन्न खाद्य पदार्थों एवं अन्य उत्पादों की सराहना की। मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री अरूण साव,समाजसेवी जागेश्वर यादव, कृषि मंत्री रामविचार नेता, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण श्रीमती गोमती साय, सांसद रायगढ़  राधेश्याम राठिया सहित अन्य जनप्रतिनिधयों ने भी स्टॉल प्रदर्शनी का अवलोकन किया।इस दौरान विधायक जशपुर श्रीमती रायमुनी भगत, राम प्रताप सिंह, श्रीमती कौशल्या साय कृष्ण कुमार राय, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, कमिश्नर जी आर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर डॉ रवि मित्तल, एसपी शशिमोहन सिंह उपस्थित थे।

सीएम विष्णुदेव साय ने लांच की ‘बिजली सखी’ योजना,क्या है बिजली सखी पायलट योजना?जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर,,,,

IMG 20241023 15240935

जशपुर, 23 अक्टूबर 2024 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज एक महत्वपूर्ण पहल के तहत ‘बिजली सखी योजना’ का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में आयोजित इस कार्यक्रम में बगीचा विकास खंड की 21 स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बिजली सखी के रूप में चुना गया, जिन्हें मुख्यमंत्री ने विशेष बिजली किट प्रदान किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय भी उपस्थित रहीं।   बिजली सखी योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाकर उन्हें रोजगार से जोड़ना है। जशपुर जिले के कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशन में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ किया गया है, जहां बिजली सखी बनने वाली महिलाओं को मीटर रीडिंग का प्रशिक्षण दिया गया है। योजना के तहत महिलाओं को प्रत्येक घर की मीटर रीडिंग लेने पर 12 रुपये का भुगतान किया जाएगा, जिससे उन्हें नियमित आय होगी और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा, “बिजली सखी योजना महिलाओं के लिए एक स्वर्णिम अवसर है। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी और रोजगार के नए द्वार खोलेगी।” उन्होंने योजना के सफल क्रियान्वयन पर जिला प्रशासन और जनपद पंचायत बगीचा के प्रयासों की सराहना की। योजना के पीछे प्रमुख विचार यह है कि मीटर रीडर की कमी के कारण उपभोक्ताओं को अक्सर असमान्य बिजली बिल का सामना करना पड़ता है। अब बिजली सखी द्वारा नियमित मीटर रीडिंग से उपभोक्ताओं को समय पर बिल मिल सकेगा, जिससे उन्हें बिल के भुगतान में सहूलियत होगी और बिजली विभाग की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। बगीचा एसडीएम श्री ओंकार यादव ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य 300 महिलाओं को बिजली सखी बनाकर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है। वर्तमान में 21 महिलाओं को इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत नियुक्त किया गया है। इस पहल से जशपुर जिले की महिलाओं को न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि वे आर्थिक रूप से सशक्त होकर ‘लखपति दीदी’ के रूप में उभरेंगी।  

आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है हमारी सरकार- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

IMG 20241022 WA0025

सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में प्रगतिरत कार्याे को दो माह में पूर्ण करने के निर्देश प्राधिकरण की बजट राशि 50 से बढ़ाकर 75 करोड़ की गई, मयाली में पर्यटन को बढ़ावा देने 10 करोड़ की घोषणा खराब सड़कों की होगी शीघ्र मरम्मत जशपुर, 22 अक्टूबर 2024: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के मयाली में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक ली। उन्होंने विधायक रेणुका सिंह की मांग पर प्राधिकरण की बजट राशि को 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ करने की घोषणा की। साथ ही मयाली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बैठक में प्राधिकरण अंतर्गत स्वीकृत कार्याे की समीक्षा की और निर्देश दिए कि अप्रारंभ कार्याे को निरस्त कर प्रगतिरत कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने वन-टू-वन चर्चा कर सदस्यों की समस्याओं और मांगों की जानकारी ली और संबंधित विभागों को उनके निराकरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उनकी सरकार आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार बस्तर से लेकर सरगुजा तक विकास के लिए निरंतर काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के तहत पिछड़े क्षेत्रों में बजट का प्रावधान कर विकास कार्याे को गति दी जा रही है।” बैठक में उन्होंने जशपुर जिले की खनिज संपदा और वन संसाधनों का जिक्र करते हुए वनोपज के वैल्यू एडिशन पर जोर दिया और कहा कि इससे ग्रामीणों और किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि मयाली में पर्यटन को बढ़ावा देने से जिले के विकास में मदद मिलेगी और राजधानी से आए अधिकारियों से जिले के उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की। बैठक के दौरान लुण्ड्रा-बतौली क्षेत्र में गन्ना खरीदी केंद्र को पुनः प्रारंभ करने, हाथी से जनहानि रोकने के उपाय, और बिजली से जुड़ी समस्याओं को हल करने के निर्देश दिए गए। साथ ही राशन की कमी से संबंधित शिकायतों को भी सुलझाने के निर्देश दिए गए। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि सरगुजा और बस्तर क्षेत्रों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की इस बैठक से इन क्षेत्रों में विकास कार्यों में तेजी आएगी और जन-जीवन को बेहतर बनाया जाएगा। बैठक में कृषि विकास मंत्री रामविचार नेताम, उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े समेत कई प्रमुख नेताओं ने अपने क्षेत्र की समस्याओं और विकास योजनाओं को लेकर चर्चा की। सभी ने अपनी-अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा, जिन्हें शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए गए।  

प्रकृति की गोद में ऐतिहासिक बैठक आज: *सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में लगेगी विकास की मुहर* ऐसी हुई है तैयारी,,देखें ताजा तस्वीरे

Picsart 24 10 22 09 17 23 636

जशपुर 22 अक्टूबर 2024/ नैसर्गिक सुंदरताओं को समेटे जशपुर की खूबसूरती को भला कौन निहारना नहीं चाहेगा..। सिन्दूरी सुबह और गुलाबी ठण्ड के दस्तक के बीच नीले आकाश, पक्षियों के चहचहाहट, कलरव के साथ हरे-भरे वातावरण और स्वच्छ पानी में अपना रूप झाँकते मधेश्वर पर्वत के प्रतिबिम्ब के बीच मयाली में  सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक होने जा रही है। ग्राम खण्डसा से मयाली में बैठक स्थल तक जलविहार करते हुए तमाम अतिथि नाव से पहुँचेंगे। यहाँ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित सभी मंत्रियों अन्य अतिथियों के स्वागत सत्कार के लिए स्थानीय ग्रामीण भी बेताब है। मयाली में गेंदे सहित आसपास खिलने वाले अन्य पीले फूलों और जवाफूल, बासमती धान की बालियों,पीले मक्के के साथ मन को मोह लेने वाले स्वागत द्वार तैयार किए गए हैं। यह स्वागत द्वार मयाली आने वाले सभी आगंतुकों को भावविह्वल करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय के गृह जिले जशपुर के मयाली में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक के लिए खास तैयारी की गई है। यहाँ ग्रामीण महिलाओं ने मुख्यमंत्री सहित अन्य सभी अतिथियों के लिए स्वागत द्वार तैयार किया है। यहाँ की संस्कृति से मेल कराने के साथ जशपुर जिले में उगाई जाने वाली जवाफूल, बासमती धान के बालियों, मक्के और फूलों को इस तरह सजाया गया है कि इसे देखने वाले इस ओर आकर्षित होने के साथ यहाँ के दृश्यों और स्वागत सत्कार को हमेशा अपने जेहन में बसा लेंगे। रामवती, कमला यादव सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि यह खुशी और गौरवान्वित करने का क्षण है कि उनके खण्डसा ग्राम पंचायत में हमारे मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री, सांसद,जनप्रतिनिधि, बड़े अधिकारी भी यहाँ आएंगे। ग्राम खण्डसा से नाव में चढ़कर बैठक स्थल पर पहुँचेंगे। इस दौरान स्थानीय आदिवासी महिलाओं को सभी के स्वागत, अभिनन्दन का अवसर मिला है। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने धान की बालियों,गेंदे सहित आसपास के फूलों और मक्के सहित अन्य सामग्रियों से स्वागत द्वार तैयार किया है। इधर मयाली नेचर कैम्प स्थल पर जिला प्रशासन द्वारा भी व्यापक तैयारी की गई है। पत्थरों में उकेरे गए खूबसूरत दृश्य, रंगीन लाइट में आकर्षित करते पानी के फव्वारे,  मयाली बांध में भरे हुए पानी के बीच जुगनुओं की तरह टिमटिमाती रोशनी बहुत दूर से ही सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय अपने सभी मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सरगुजा सम्भाग के विकास की नई गाथा लिखेंगे, वही दिन के उजाले में अपनी खूबसूरती से मयाली बांध और आसपास का दिव्य नैसर्गिक सौंदर्य जशपुर जिले से निकलकर एक नई पहचान बनाने को तैयार है।

अग्रणी नेतृत्व एवं दूरदृष्टि सोच से बदलता जशपुर, मिलेंगे विकास के नए पँख,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्राधिकरण की बैठक में दे सकते हैं बड़ी सौगातें,रोडमैप बनकर तैयार

Picsart 24 10 20 13 50 54 520

जशपुर,20 अक्टूबर 2024/  आगामी 22 अक्टूबर को सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक मयाली नेचर कैंप, कुनकुरी में होने जा रही है जो कि जशपुर के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बैठक होगी। इस बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार की पूरे कैबिनेट के शानिल होने की संभावना है । इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे, जबकि उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी सहित 29 कैबिनेट सदस्य इसमें शामिल होंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में 20 आला अधिकारियों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है, जो बैठक के दौरान उपस्थित रहेंगे। यह बैठक पूरे सरगुजा संभाग के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक साबित हो सकती है। विभिन्न शासकीय और राजनैतिक सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री का गृहजिला जशपुर है और कुनकुरी उनकी विधानसभा सीट है, इस कारण इस बैठक में पूरे सरगुजा के साथ जशपुर के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिला कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने मुख्यमंत्री की मंशानुरूप एक व्यापक विकास मॉडल तैयार किया है, जिस पर कई योजनाओं पर काम पहले से चल रहा है। हाल ही में इसी विकास के मॉडल के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के प्रयासों से पर्यटन विभाग, भारत सरकार ने मयाली को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। मयाली के निकट स्थित मधेश्वर पहाड़, जिसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में जाना जाता है, इस क्षेत्र का प्रमुख आकर्षण है। इस बैठक में मयाली को और अधिक विकसित करने के लिए राज्य सरकार से अतिरिक्त फंडिंग मिलने की संभावना जताई जा रही है। यह बैठक पूरे सरगुजा संभाग के विकास के लिए एक बड़ी पहल साबित हो सकती है। मयाली के निकट से ही भारतमाला सड़क परियोजना गुजरेगी, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की भी योजना पर तेजी से काम हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं का विकास होगा। आने वाला समय में मयाली जशपुर के बड़े पॉश इलाके के रूप के विकसित हो सकता है । शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी और रोजगार के क्षेत्रों में सरगुजा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल अपने प्रशासनिक अमले के साथ लगातार काम कर रहे हैं। उनके इन प्रयासों का सीधा लाभ सरगुजा क्षेत्र की जनता को मिल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि यह पूरे संभाग में विकास की एक नई धारा प्रवाहित करेगी। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यह पहली बार है कि प्राधिकरण की बैठक संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के बजाय जशपुर जिले के मयाली नेचर कैंप में हो रही है। मुख्यमंत्री इस बैठक के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि सरगुजा संभाग का प्राकृतिक सौंदर्य, संस्कृति और पर्यटन के लिए यह क्षेत्र अत्यंत समृद्ध है, जिसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर उभारा जा सकता है। मुख्यमंत्री की इच्छानुसार कलेक्टर, एसपी और वनमंडलाधिकारी मयाली नेचर कैंप का संपूर्ण कायाकल्प करने में जुटे हुए हैं। मयाली नेचर कैंप के भीतर पर्यटक हट, पैगोडा की सजावट को और भव्य किया गया है। डेम के सामने एक बड़ा डोम बनाया गया है, जहां यह ऐतिहासिक बैठक आयोजित होगी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री और कैबिनेट के सदस्य बोटिंग का आनंद भी लेंगे, जिसके लिए कोरबा के बांगो डेम से विशेष स्टीमर मंगवाए गए हैं। पारंपरिक परिधान में सजीं आदिवासी महिलाएं आगंतुकों का स्वागत करेंगी। मयाली डेम के दूसरे छोर पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया जा रहा है, जबकि चट्टानों पर 40 कलाकारों द्वारा कलेक्टर के निर्देशानुसार थीम पर आधारित कलाकृतियां बनाई जा रही हैं। बैठक स्थल के आसपास हेलीपैड बनाए गए हैं और वीवीआईपी और वीआईपी की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। एसपी शशिमोहन सिंह रोजाना सुरक्षा तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। साथ ही, वन विभाग ने जंगली हाथियों को जंगल के भीतर रोकने के लिए भी विशेष प्रबंध किए हैं। इस महाबैठक को सफल बनाने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और एसपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। यह बैठक न केवल सरगुजा के विकास को गति देगी, बल्कि एक नए मॉडल के रूप में प्रस्तुत होगी कि किस प्रकार संभावित पर्यटन क्षेत्रों को विकसित कर रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं। यह भी ध्यान देने की बात है कि किस प्रकार एक कलेक्टर की सोच ने, चार दिवारी में बैठ कर हो सकने वाली मीटिंग को, एक ऐसी जगह कराने की चुनौती ली, जो संभावित पर्यटन क्षेत्र तो है पर सुविधाओं से दूर है। एक सफल बैठक मयाली की कायाकल्प करने के किए काफ़ी है । डॉ. रवि मित्तल के नेतृत्व में जशपुर और समूचा सरगुजा संभाग विकास की एक नई दिशा की ओर अग्रसर है।

बिलासपुर में गरीब और मध्यमवर्गीय पर कड़ी कार्यवाही, बड़े भू-माफियाओं को राहत क्यो?

IMG 20241017 WA0016

बिलासपुर,17 अक्टूबर 2024: कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ की जा रही कार्यवाही इन दिनों चर्चा में है। मोपका के खसरा नंबर 993 और खमतराई के खसरा नंबर 551 पर की गई कार्रवाई ने लोगों का ध्यान खींचा है, जहां अवैध कब्जे हटाए गए और जमीन बेचने वालों पर एफआईआर दर्ज की गई। जनता इसे सराह रही है, क्योंकि शासकीय भूमि को बचाने के प्रयास दिख रहे हैं। लेकिन इस अभियान का एक और पक्ष है, जो  आम जनता के सामने नहीं आया है। कलेक्टर, नगर निगम कमीशनर, एसडीएम, और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में ज्यादातर गरीब और मध्यमवर्गीय लोग प्रभावित हो रहे हैं। इन लोगों ने किसी न किसी जाल में फंसकर अवैध जमीन खरीदी थी। अब न उनके पास जमीन बची और न ही उनके द्वारा दिए गए पैसे वापस मिल रहे हैं।अब ऐसे लोग न घर के रहे न घाट के। वहीं, बड़े भू-माफियाओं द्वारा कब्जाई गई कीमती शासकीय जमीनों पर कार्यवाही की रफ्तार धीमी नजर आ रही है। सवाल उठता है कि क्या प्रशासन इन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने में हिचकिचा रहा है? लिंगियाडीह में शासकीय भूमि पर माफियाओं का कब्जा बिलासपुर के लिंगियाडीह क्षेत्र में खसरा नंबर 54/1 की शासकीय भूमि, जो करोड़ों रुपये मूल्य की है, पर बड़े भू-माफियाओं का कब्जा है। जनवरी 2024 में इस कब्जे की शिकायत कलेक्टर और एसडीएम को की गई थी, लेकिन दस महीने बीतने के बाद भी इस जमीन को मुक्त नहीं कराया गया है। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या प्रशासन केवल गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों पर ही कार्यवाही कर रहा है, जबकि बड़े माफियाओं पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है?