मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर गांव-गांव पहुंच रहा पोषण रथ, महिलाओं और बच्चों को सिखा रहा है सुपोषण का मंत्र

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जशपुर, 19 सितंबर 2024 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर पूरे प्रदेश में सुपोषण अभियान जोर पकड़ रहा है। इसी क्रम में, राष्ट्रीय पोषण माह के तहत जशपुर जिले में गांव-गांव पोषण रथ संचालित किए जा रहे हैं। यह रथ न केवल बच्चों और महिलाओं को स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक जानकारी दे रहा है, बल्कि टीकाकरण, एनीमिया उन्मूलन और सम्पूर्ण पोषण के प्रति जागरूकता भी फैला रहा है। बुधवार को यह पोषण रथ जशपुरनगर के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों जैसे गढ़ाटोली, डीपाटोली, तेलीटोली, चीरबगीचा और बघीमा पहुंचा। यहां, महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार, टीकाकरण, एनीमिया के लक्षण और उससे बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही आयरन-फोलिक एसिड की गोलियों का महत्व, गर्भवती और शिशुवती महिलाओं की देखभाल, और डायरिया से बचने के उपायों को वीडियो के माध्यम से समझाया गया। वजन त्योहार के तहत जागरूकता अभियान पोषण रथ के माध्यम से प्रदेशभर में ‘वजन तिहार’ का आयोजन किया जा रहा है, जो 12 से 23 सितंबर तक चलेगा। इस अभियान में बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी मापी जा रही है, और इसके साथ ही सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने का काम भी किया जा रहा है। पोषण रथ अब तक पत्थलगांव, लुडेंग, बागबहार, तपकरा, फरसाबहार, दोकड़ा, कांसाबेल, कुनकुरी, केराडीह, दुलदुला, जशपुर, और लोदाम जैसे क्षेत्रों में पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में यह रथ मनोरा, आस्ता, सन्ना, और बगीचा जैसे क्षेत्रों में भी जाएगा, जहां सुपोषण का संदेश प्रसारित किया जाएगा। सुपोषण चौपाल और अन्य गतिविधियां पोषण माह के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला और व्यंजन प्रदर्शन जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। इन आयोजनों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। बच्चों के बीच पोषण के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए स्कूलों में नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जा रही हैं। गर्भवती महिलाओं और किशोरियों के लिए खास ध्यान ग्रामीण महिलाओं को 0 से 6 साल के बच्चों और किशोरी बालिकाओं के खान-पान और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में विशेष जानकारी दी जा रही है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार का महत्व समझाया जा रहा है, ताकि वे अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इस पहल से प्रदेशभर में बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। सरकारी योजनाओं का लाभ हर गांव और कस्बे तक पहुंचाना और लोगों को सुपोषण के महत्व से अवगत कराना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।  

द्रोणा बचपन पब्लिक स्कूल में हुआ छात्रसंघ का चुनाव,ये विद्यार्थी जीते,,,,

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*विभिन्न पदों के लिए क्लास 6 से क्लास 12 के छात्रों का हुआ चुनाव. बिलासपुर :- द्रोणा बचपन पब्लिक स्कूल में प्रतिवर्ष होने वाले छात्र-छात्राओं के चुनाव में इस वर्ष भी बच्चों ने विभिन्न पदों के लिए बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।बालक व बालिका वर्ग की 8-8 पदों पर चुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। स्कूल में चुनाव की प्रक्रिया दिनांक 13/09/2024 को स्कूल कम्पउंड में सम्पन्न हुई जिसका रिजल्ट 18/09/2024 को सभी के सामने प्रस्तुत किया गया जिसमें टीचरों के समक्ष पूरी प्रकिया हुई जिसमें स्कूल के छात्र,छात्राओं ने भी इस चुनाव को महत्वपूर्ण बना दिया। विभिन्न पदों के लिए छात्र, छात्राये चुने गये :- (1) हेड बॉय- शेख अब्दुल रेहान 201 वोट से जीत हासिल की, (2) हेड गर्ल- हिमांशी मेहर 211 वोट प्राप्त जीत हासिल की (3) अनुशासन मंत्री- खिलेन्द्र कौशिक 139 वोट मिले और जीत हासिल की (4) खेल मंत्री-तुषार जगत-164 वोट मिले और जीत हासिल की. (5) स्वास्थ्य मंत्री-नेहा राय 136 वोट से जीत हासिल की (6) हाउस कैप्टन बॉय-अमन बघेल (वाइल्ड कार्ड एंट्री) संस्था की तरफ से विशेष रूप से (बिना वोटिंग के) चयनित हुई (7) हाउस कैप्टन गर्ल-रोसल मसीह -42 वोट से जीत हासिल की (8) सांस्कृतिक मंत्री-यामिनी खांडेय-148 वोट से जीत हासिल की. सभी नवनिर्वाचित शाला समिति के पदाधिकारियों को प्रिंसिपल एवं टीचरों ने बधाई दी इस पूरी प्रकिया को विधिवत करवाने वाले में चेयरमैन डॉ.अशोक पांडे, डायरेक्टर श्रीमती मीनू पांडे, और वाइस प्रिंसिपल श्रीमती रमा मिश्रा और संजू गुप्ता, श्रद्धा गुप्ता, राहुल देवांगन, तुषार, प्रिया दुबे सक्रिय रहे। अर्चना गीर मैडम ने मंच का संचालन किया।

 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सार्थक प्रयास से बबीता का हुआ सफल आपरेशन,बच्ची के माता-पिता ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद

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जशपुर 16 सितंबर 24/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सार्थक प्रयास से गंभीर बीमारी के ईलाज के लिए बच्चों को तत्काल सहायता मिल रहा है। जिले में एक बार पुनः राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु की टीम ने जशपुर जिले के 10 साल की बबीता का रायपुर एम्स अस्पताल में सफल आपरेशन करवाया है । बबीता की मां जय कुमारी बाई और पिता झमेश राम ने बताया कि उनकी बेटी को जन्म से दिल में छेद था । बच्ची के माता-पिता ने मुख्यमंत्री बगिया कैम्प कार्यालय में आवेदन दिया था । मुख्यमंत्री ने तत्काल बबीता का ईलाज करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन और चिरायु टीम बच्ची का घर जाकर पालकों से सम्पर्क किया और ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई। चिरायु टीम के अमित भगत ने बताया बचपन से बबीता को दिल में छेद था सांस लेने और दौड़ने भागने में भी दिक्कत आती थी ।बबीता के पालकों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सायजी के सार्थक प्रयास से उनकी बच्ची पूरी तरह से ठीक हो गई है । वर्तमान में कक्षा 6 वी में पढ़ाई कर रहीं हैं। स्कूल आने जाने में भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आ रही है। अपनी बच्ची को हंसता मुस्कुराता देखना अच्छा लगता है।

*जशपुर जिले में 01 से 30 सितंबर तक आंगनबाड़ी केंद्रों में मनाया जाएगा पोषण अभियान**

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  *जशपुर, 13 सितंबर 2024* – जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से सितंबर माह के दौरान महिलाओं और बच्चों को स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान ‘वजन त्योहार’ मनाकर बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के वजन को मापा जाएगा और उसका विवरण महिला एवं बाल विकास विभाग के पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। साथ ही, पोषण माह के दौरान सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला, और व्यंजन प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त, स्कूलों में बच्चों को पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतियोगिताएं भी होंगी। पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों में एनीमिया की जांच, वृद्धि की निगरानी, पूरक पोषण आहार, और गुणवत्तापूर्ण सेवा सुनिश्चित करना है। जिले के 4315 आंगनबाड़ी केंद्रों में चल रहे इस अभियान से 76,000 से अधिक बच्चों को लाभ मिलेगा। कम वजन वाले बच्चों की पहचान कर कुपोषण की स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा। जनसामान्य के लिए भी ऑनलाइन बच्चे का वजन दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसके लिए विभागीय क्यूआर कोड और मोबाइल नंबर का उपयोग कर ऑनलाइन एंट्री की जा सकेगी।

*बलौदाबाजार: दो शिक्षकों का नशे में धुत्त वीडियो वायरल, पालकों को निलंबन नहीं शराबी शिक्षकों की बर्खास्तगी चाहिए*

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बलौदाबाजार। पलारी ब्लॉक के ग्राम दतान (प) और लरिया में दो सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का नशे में धुत्त वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने सख्त कार्रवाई की है। ग्रामीणों द्वारा बनाए गए इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, जिसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, ग्राम दतान (प) के शासकीय प्राथमिक शाला में पदस्थ प्रधान पाठक कुम्भज राम ध्रुव और ग्राम लरिया के सहायक शिक्षक राजकुमार ध्रुव का वीडियो सामने आया है, जिसमें दोनों शराब के नशे में धुत्त पाए गए। इस घटना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, क्योंकि ऐसे शिक्षकों के हाथों में देश के भविष्य, यानी बच्चों की जिम्मेदारी थी। नशे में धुत्त पाए गए इन शिक्षकों ने अपने कर्तव्य का घोर उल्लंघन किया है।इन्हें निलंबित करके मामले को दबाया जा रहा है जबकि सीधे बर्खास्त कर देना चाहिए। शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर इस घटना ने राज्य में शिक्षा विभाग की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है। छत्तीसगढ़ में इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में सरकार की निगरानी और संवेदनशीलता में कमी है। इस मामले ने प्रदेश में शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता और शिक्षकों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का आक्रोश और भविष्य की कार्रवाई ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और शिक्षा विभाग को इस प्रकार की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और दोषी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

शिक्षक दिवस विशेष – पढ़ाई के साथ चूल्हा भी सम्हाल रहे हैँ शिक्षक,पहाड़ी कोरवा बाहुल्य सिहारडांड में उजागर हुई संकुल की बड़ी लापरवही,

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  ( सोनू जायसवाल की रिपोर्ट ) जशपुर –  जी हाँ,आप ठीक पढ़ रहे हैँ, जिले में एक स्कूल ऐसा भी है जहां शिक्षक किताबों के साथ स्कूल का चूल्हा – चौका भी सम्हालते हैँ ताकि स्कूली बच्चो को ज्ञान और मध्यान भोजन दोनों मिलता रहे। मामला जिले के बगीचा ब्लॉक के ग्राम पंचायत कलिया के सिहारडांड पूर्व माध्यमिक स्कूल का है। इस स्कूल में निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचने के साथ ही प्रधान पाठक सहित सारे शिक्षक मध्यान भोजन के लिए लकड़ी जुटाने के साथ अनाज को साफ करने और इसे पकाने की व्यवस्था करने में जुट जाते हैं। बीते 6 माह से यह काम निरंतर चला आ रहा है। इससे शिक्षकों को परेशानी तो हो रही है,लेकिन बच्चों की भूख और स्वास्थ्य को बनाएं रखने के लिए सभी शिक्षक मिल कर मध्यान भोजन पका कर खिलाने का आदर्श प्रस्तुत कर रहें हैं। यहां के प्रधान पाठक नारायण राम यादव ने बताया कि सितम्बर 2023 में बीमारी के कारण स्कूल में पदस्थ रसोईया की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से ही यह पद रिक्त है। उन्होनें बताया कि स्कूल में चालू शिक्षा सत्र में 33 बच्चे अध्ययनरत हैं। रसोईया के अभाव में बच्चों को मध्यान भोजन से वंचित करना ठीक नहीं था। इसलिए उन्होनें संस्था में पदस्थ शिक्षकों से चर्चा की। सबने मिल कर निर्णय किया कि जब तक रसोईया की नियुक्ति नहीं हो जाती है,सब मिल कर बच्चों के लिए मध्यान भोजन तैयार करेगें। स्कूल पहुंचने के साथ ही शिक्षक मध्यान भोजन की तैयारी में जुट जाते हैं। प्रधानपाठक ने बताया कि जिस शिक्षक का पिरीयड खाली होता है,वह अनाज को साफ करने,सब्जी काटने और चुल्हा जलाने के काम में सहयोग करते हैं। सब मिल कर बच्चों के लिए मध्यान भोजन पकाते हैं और उन्हें खिलाते है। प्रायः देखा जाता है कि रसोईया ना होने या कोई और समस्या होने पर शिक्षक रसोई बंद कर देते हैं,जिससे अक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है। बच्चे और अभिभावक इसकी शिकायत लेकर उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के पास पहुंच जाते हैं। शिक्षक दिवस पर ऐसे सेवाभावी शिक्षकों को खबर जनपक्ष का बारम्बार प्रणाम। प्रधान पाठक नारायण राम यादव ने कहा कि मध्यान भोजन संचालित करने में संस्था के सभी षिक्षकों का योगदान सराहनीय है। उन्होनें बताया कि रसोईया की नियुक्ति को लेकर वे पंचायत के साथ विभागिय अधिकारियों से लगातार संपर्क कर रहें हैं,उम्मीद है कि जल्द ही नियुक्ति हो जाएगी।

जशपुर विधायक श्रीमती भगत ने बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाकर की कार्यक्रम की शुरूआत

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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस: पुत्रीशाला जशपुर में हुआ कार्यक्रम का आयोजन जशपुरनगर 30 अगस्त 2024/जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत की उपस्थिति में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर विगत दिवस शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पुत्रीशाला जशपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। विधायक श्रीमती भगत ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से स्कूली बच्चों को बताते हुए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला गया और बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। उन्होंने सभी जनों को कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आहवान किया गया। जिला नोडल अधिकारी आशुतोष तिर्की ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 3 लाख 37 हजार का लक्ष्य रखा गया है। जिसे शत् प्रतिशत पूर्ण किया जाएगा। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला कार्यक्रम प्रबंधक के द्वारा स्कूली शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास एवं अन्य विभाग के समन्वय से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 29 अगस्त 2024 एवं मॉपअप दिवस 04 सितम्बर 2024 को कार्यक्रम का सफल आयोजन कराया जाना सुनिश्चित है। कार्यक्रम अंतर्गत जिले के समस्त विकासखण्डों में 29 अगस्त 2024 को शास., अर्द्ध शासकीय शिक्षण स्थानों, अनुदान प्राप्त संस्थाओं, निजी शिक्षा संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, महावि., मदरसों, तकनीकी शिक्षा के माध्यम से 1 वर्ष से 19 वर्ष तक समस्त छात्र-छात्राओं एवं शालात्यागी किशोर-किशोरियों को शासन के निर्देशानुसार कृमिनाशक दवा ऐलबेन्डाजोल की गोली दी जाएगी। जिसमें 1 वर्ष से 2 वर्ष के समस्त बच्चों को 200 एमपी आधी गोली पिसकर एवं 2 से 3 वर्ष के बच्चों को 1 गोली पिसकर एवं 3 वर्ष से 5 वर्ष के बच्चों को 1 गोली चबाकर एवं 5 से 19 वर्ष के बच्चों, किशोर-किशोरियों के लिए पूरी 1 गोली चबाकर के पानी के साथ सेवन कराई जाएगी। साथ ही मॉपअप दिवस के दौरान छुटे हुये छात्र- छात्राओं एवं शाला त्यागी किशोर एवं किशोररियों को कृमि नाशक दवा का सेवन कराया जाना है। जिसके फलस्वरूप स्वास्थ्य पोषण रक्त अल्पता एवं बच्चों के शारिरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास में सुधार हो सके। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी. एस. जात्रा सर एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक गनपत कुमार नायक ने सभी आमजन से अपील की है कि अपने आस-पास व रिश्तेदारों में 1-19 वर्ष के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने के लिए प्रेरित करेंगे।

अजजा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व डीडीसी सालिक साय ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल दोकड़ा में तिंरगा फहराया*

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जशपुर – स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व डीडीसी  सालिक साय ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल दोकड़ा में तिंरगा फहराया। इस अवसर पर उन्होंने वहां पर मौजूद सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। ध्वजारोहण के उपरांत प्रभात फेरी निकाली गई। छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ भारत माता की जय के नारे लगाते हुए प्रभात फेरी में भाग लिया।इस मौके पर बच्चों द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।कार्यक्रम में भाग लिए बच्चों को श्री साय ने पुरुस्कार देकर उनका उत्साह बढ़ाया ।स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अजजा मोर्चा एवं जिला पंचायत सदस्य सालिक साय, मंडल अध्यक्ष दिनेश प्रसाद, जिला उपाध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा भूषण वैष्णव, वरिस्ट भाजपा नेता इमाम खान, प्राचार्य सेल्मोन तिर्की, बघेल सर, बालेश्वर चक्रेश, देवदत सिंह, बालेश्वर यादव, सोनसाय भगत, चेतन शर्मा और समस्त शिक्षक एवम शिक्षिका शामिल हुए।

बच्चों के लिए सुरक्षित शिक्षा: जशपुर में अवैध छात्रावास से बच्चों का सफल रेस्क्यू** **शासकीय छात्रावास में स्थानांतरित बच्चों का भव्य स्वागत, SDM ने बच्चों को उपलब्ध कराई गई सभी सुविधाएं**

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  रायपुर – जशपुर जिले से बाल अधिकार को लेकर अच्छी खबर आई है जहां दीपू बगीचा में नियम विरुद्ध संचालित एक छात्रावास से रेस्क्यू किए गए बालक और बालिकाओं को सुरक्षित रूप से सरकारी छात्रावासों में स्थानांतरित कर दिया गया। यह कदम न सिर्फ प्रशासन की ओर से तत्परता से उठाया गया बल्कि अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि इन बच्चों का स्वागत और देखभाल पूरे सम्मान और आदर के साथ हो। छात्रों के आगमन पर अधिकारियों और अन्य छात्रावासी बच्चों द्वारा भव्य स्वागत किया गया और केक काटकर उत्सव मनाया गया।   एसडीएम प्रशांत कुशवाहा के निर्देशन में इस पूरी प्रक्रिया को कुशलता से अंजाम दिया गया। उन्होंने हॉस्टल अधीक्षक और अधीक्षिका को निर्देश दिया कि वे बच्चों की विशेष निगरानी रखें और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत सूचना दें। साथ ही सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय सिंह और तहसीलदार राहुल कौशिक जैसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति इस कदम की गंभीरता को रेखांकित करती है। उल्लेखनीय है कि स्थल जांच के दौरान, एसडीएम ने पाया कि संस्कृति कला केंद्र दीपू बगीचा और राजी पड़हा में बने दो भवनों में बच्चों को बिना किसी आधिकारिक अनुमति के छात्रावास के रूप में रखा जा रहा था, और कई तरह की अनियमितताएं सामने आई थीं। कार्रवाई के तहत बच्चों को अवैध छात्रावास से निकालकर शासकीय छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया गया।   इस घटना ने एक बार फिर देश में बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। ऐसे उदाहरण हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि शिक्षा और सुरक्षा के प्रति समाज और प्रशासन की ज़िम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है। बाल अधिकारों के लिए समर्पित एसडीएम प्रशांत कुशवाहा और सहायक आयुक्त संजय सिंह जैसे अधिकारी, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस से पहले इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया, समाज के सामने एक मिसाल पेश करते हैं। *भारत में बच्चों के अधिकारों के लिए महान कार्यकर्ताओं के उदाहरण पढ़िए* भारत में बाल अधिकारों की लड़ाई में कई महान व्यक्तित्वों ने अहम भूमिका निभाई है। जिनमे 1. **कैलाश सत्यार्थी**: बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले कैलाश सत्यार्थी को 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ की शुरुआत की, जिसके तहत उन्होंने हजारों बच्चों को बंधुआ मजदूरी और शोषण से मुक्त कराया। 2. **मदर टेरेसा**: अपनी करुणा और सेवा के लिए विख्यात मदर टेरेसा ने समाज के कमजोर वर्गों, विशेषकर बच्चों के लिए समर्पित कार्य किया। उन्होंने ‘मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी’ की स्थापना की, जिसके तहत अनाथालयों और शेल्टर होम्स का संचालन किया जाता है। 3. **सुरभि सिंह**: ‘सोकोफाऊंडेशन’ की संस्थापक सुरभि सिंह ने सड़कों पर रहने वाले बच्चों और महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए। 4. **शांति राघवन**: दिव्यांग बच्चों और युवाओं के लिए काम करने वाली शांति राघवन ने ‘एनाबिल इंडिया’ की स्थापना की। उनकी पहल से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा और करियर के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर मिला। इन सभी व्यक्तियों ने अपने कार्यों के माध्यम से यह दिखाया है कि जब समाज में बच्चे सुरक्षित और शिक्षित होते हैं, तभी एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र का निर्माण संभव है। जशपुर में उठाए गए कदम बाल अधिकारों के लिए एक सार्थक पहल है और इस दिशा में अन्य राज्यों को भी प्रेरित करता है।