मुख्यमंत्री के हाथों NSS की श्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी के रूप में सम्मानित हुई गीता झा

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*जशपुर 24 सितम्बर 2024* /छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा राष्ट्रीय योजना के कार्यों की श्रेष्ठता के आधार पर श्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी के रूप में शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय जशपुर नगर के व्याख्याता श्रीमती गीता झा को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। विदित हो कि छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय पुरस्कार 2023-24 के लिए विद्यालय स्तर पर जिला संगठक प्रोफेसर  विनायक साय के कुशल मार्गदर्शन में श्रीमती गीता झा व्याख्याता शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय जशपुर नगर को राष्ट्रीय योजना के कार्यों की श्रेष्ठता के आधार पर श्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी के रूप में सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार विगत दिवस 23 सितम्बर 2024 को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के द्वारा कृषि महाविद्यालय रायपुर के ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना दिवस पर दिया गया। पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र एवं 11 हजार का चेक प्रदान किया गया। श्रीमती गीता झा प्रारंभ से ही परिश्रमी, कर्तव्यनिष्ठ एवं अनुभवी आदर्श शिक्षिका रही है। 22 सितम्बर 2024 को ही राज्य स्तरीय सावित्रीबाई फूले शिक्षण सम्मान 2024 पुरस्कार सांसद विजय बघेल के द्वारा दुर्ग में सम्मानित किया गया। पूर्व में सन् 2019 में राज्य स्तरीय राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। अध्यापन के क्षेत्र में भी इनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। प्रतिवर्ष बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहा है।

हमर जशपुरिया बेटा कर राइज में दवा-दारू बढ़िया मिलथे, बिष्णु बेटा बूढ़ा मन कर उमर बढ़ाई देलक – बुधनी बाई, सीएम साय के निर्देश पर लोदाम स्वास्थ्य शिविर में बुजुर्गों की सेहत जांची गई

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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बुजुर्गों की सेहत पर दे रहे विशेष ध्यान जशपुर, 24 सितंबर 2024: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और सुलभ बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। इसी दिशा में जशपुर विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, लोदाम में बुजुर्गों के लिए एक विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें निःशुल्क दवाइयां और परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई। शिविर के दौरान वरिष्ठ नागरिकों की एनीमिया, शुगर और खून की जांच समेत कई अन्य आवश्यक परीक्षण किए गए, ताकि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य देखभाल मिल सके। इस पहल का उद्देश्य बुजुर्गों को नियमित स्वास्थ्य जांच का लाभ प्रदान करना है, जिससे वे स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकें। बुजुर्ग महिला बुधनी बाई ने निःशुल्क दवा मिलने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को खूब आशीर्वाद देते हुए स्थानीय बोली में कहा कि हमर अपन बेटा विष्णु कर राइज में मोर उमर बाढ़ गेलक।ओकरो उमर भगवान बढ़ाई। इसके अलावा, शिविर में लोदाम के स्कूली बच्चों को पोषण आहार की ज़रूरत के बारे में जागरूक किया गया। बच्चों की भी हीमोग्लोबिन जांच की गई, ताकि उनमें पोषण की कमी को पहचाना जा सके और सही मार्गदर्शन दिया जा सके। मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत राज्य भर में इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे बुजुर्गों और बच्चों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त हो सके। इस प्रयास से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।

*विख्यात पंडवानी गायिका श्रीमती तीजन बाई के स्वास्थ्य पर रखी जा रही निगरानी**मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर चिकित्सकों का दल उपचार और देखभाल के लिए तैनात*

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रायपुर, 21 सितम्बर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय विख्यात पंडवानी गायिका पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने श्रीमती तीजन बाई के बेहतर स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री श्री साय ने जिला प्रशासन को श्रीमती तीजन बाई के बेहतर उपचार और देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर चिकित्सकों का दल द्वारा श्रीमती तीजन बाई के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के दल द्वारा दुर्ग जिले के ग्राम गनियारी स्थित आवास में उनकी नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की जा रही है।  

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिले में 76 हजार से ज्यादा बच्चों तक पहुंचेगा पोषण,आईआईटी मुम्बई भी बना सहयोगी

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*जशपुर में अब तक 60 हज़ार से अधिक बच्चों की वजन त्यौहार में हुई जांच* *जनप्रतिनिधियों से लेकर जनसमुदाय तक सभी बन रहे अभियान के सहभागी* *जशपुर, 20 सितम्बर 2024/* जशपुर जिले में 01 से 30 सितंबर तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि, मितानिन, 0 से 6 वर्ष के बच्चों के अभिभावकों को शामिल करते हुए महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से प्रत्येक आंगनबाड़ी में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं, सहायिकाएं प्रतिदिन आंगनबाड़ियों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। जिसके अंतर्गत महिलाओं के साथ एनीमिया पर चर्चा के साथ उनकी एनीमिया की जांच भी की जा रही है, पर्यावरण संरक्षण एवं जल संरक्षण के ऊपर जन समुदाय को जागरूक करने के साथ टेक्नोलॉजी का सरकारी कामकाज अनुप्रयोग विषय पर भी चर्चा की जा रही है जिसका थीम है ‘टेक्नोलॉजी फॉर गवर्नेंस एरियाज इनफ्लुएंसिंग न्यूट्रिशन‘। इसके माध्यम से सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ प्रथम गर्भवती महिलाओं को दिलाना, जिसकी एंट्री ऑनलाइन होती है एवं आंगनबाड़ी में बच्चों की सभी जानकारियों की एंट्री पोस्ट ट्रैकर में करते हुए उन्हें लाभान्वित करना आदि किया जा रहा है। *पोषण माह से समुदाय में आ रही जागरूकता* मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप पोषण माह के अंतर्गत महिलाओं बच्चों को लाभान्वित करने के लिए विभिन्न योजनाओं का लाभ उन्हें पहुंचा जा रहा है जैसे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जो माताएं लाभान्वित होने से छूट गई थी उन्हें लाभ दिलाया जा रहा है।पोषक आहार पर दिए गए ज्ञान से गर्भवती महिलाओं के खान-पान में सुधार देखने को मिल रहा है ।वे अब प्रोटीन को अपने आहार में शामिल कर रही हैं, पोषण माह मानने से आंगनबाड़ी में जन समुदाय की भागीदारी बढ़ी है साथ ही साथ वजन त्यौहार भी मनाया जा रहा है जिसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल होकर जनसमुदाय को स्वस्थ एवं पोषण के संबंध में जागरूक करने सामने आ रहे हैं और अपनी भागीदारिता निभा रहे हैं। *आईआईटी मुम्बई भी पोषण अभियान में है साथी* जशपुर में आईआईटी मुम्बई के द्वारा पोषण माह में अपना योगदान दिया जा रहा है। जिसमें आईआईटी मुम्बई के मार्गदर्शन में सभी को सही पोषण, स्वस्थ बच्चा एवं सही स्तनपान के महत्व को अच्छे से लोगों समझाने में मदद की जा रही है। वजन त्यौहार में 0 से 6 वर्ष के सभी बच्चों का वजन लेकर बच्चों की पोषण स्थित उनके अभिभावकों को बताया जा रहा है एवं उनके आहार में सुधार एवं पोषण पुनर्वास केंद्रों में भेजने के लिए सलाह भी दिया जा रहा है। *जिले के 76 हज़ार बच्चों को मिलेगा लाभ* जशपुर जिले के लगभग 4115 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है। जिसका लाभ जिले के 76 हजार से अधिक बच्चों को प्राप्त होगा। अभी तक के वजन त्यौहार में 60 हज़ार बच्चों का वजन लेकर ऑनलाइन एंट्री की जा चुकी है।

सीएम साय के गृह जिले में राष्ट्रीय पोषण माह की धूम, पोषण रथ बच्चों के पौष्टिक आहार और समय पर टीकाकरण करवाने की दे रही जानकारी

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  *जशपुर, 21/ सितम्बर 2024*/ मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय बच्चों को पोष्टिक आहार देने और समय पर टीकाकरण करवाने के निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत संचालित वजन त्यौहार के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए गांव गांव में पोषण रथ का संचालन किया जा रहा है। पोषण रथ द्वारा महिलाओं एवं बच्चों को पौष्टिक आहार, टीकाकरण, एनीमिया एवं उससे बचने के उपाय, आयरन फोलिक एसिड की गोली लेने, गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के सम्पूर्ण देखभाल, डायरिया से बचने के उपाय इत्यादि के संबंध वीडियो महिलाओं एवं अन्य लोगों को दिखाया गया। ज्ञात हो कि पोषण रथ जशपुर जिले में निरंतर गांव गांव घूमकर लोगों को जागरूक और प्रसार कर रही है। उल्लेखनीय है कि जिसमें 12 से 23 सितम्बर तक चलने वाले वजन तिहार में बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी को मापने के साथ ही सामुदायिक जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। पोषण माह के तहत सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला, व्यंजन प्रदर्शन जैसे आयोजन पंचायत और शहरी क्षेत्रों में किए जा रहे हैं। पोषण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतिस्पर्धाएं भी आयोजित किये जा रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को 0 से 6 साल के बच्चे, किशोरी बालिकाओं के खान-पान और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में बताया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार भोजन में शामिल करने का आग्रह किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नई नियुक्तियों से विधायकों को मिली बड़ी जिम्मेदारी,सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष बनीं पत्थलगांव विधायक गोमती साय

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रायपुर, 20 सितंबर 2024: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विधायकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ बड़ी भूमिका दी गई है। हाल ही में जारी आदेश के अनुसार, पत्थलगांव की विधायक गोमती साय को सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो इस क्षेत्र के विकास के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी किए गए हैं।   सरगुजा क्षेत्र के विकास को गति देने के उद्देश्य से गोमती साय को दी गई इस जिम्मेदारी से उनके राजनीतिक कद में भी बड़ा इजाफा हुआ है। इसके साथ ही बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कोंडागांव की विधायक लता उसेंडी को सौंपी गई है। मध्य क्षेत्र और अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण में भी बड़ी नियुक्तियां की गई है। विष्णु सरकार ने मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर मरवाही के विधायक प्रणव कुमार मरपच्ची को नियुक्त किया है, जो अब इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वहीं, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी विधायक गुरु खुशवंत साहेब को सौंपी गई है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में दुर्ग ग्रामीण के विधायक ललित चंद्राकर को नियुक्त किया गया है, जिनसे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की नई योजनाओं के क्रियान्वयन की उम्मीद की जा रही है। भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील गुप्ता ने इन नियुक्तियों का स्वागत किया है।उन्होंने कहा कि  मुख्यमंत्री श्री साय की यह नियुक्तियां छत्तीसगढ़ के सभी क्षेत्रों में समग्र और संतुलित विकास के लिए एक महत्वपूर्ण  हैं। इन नियुक्तियों से न केवल स्थानीय विधायक सशक्त होंगे, बल्कि राज्य के दूरस्थ और पिछड़े क्षेत्रों में विकास की नई उम्मीदें भी जागृत होंगी।सरकार की इस पहल से नवनियुक्त उपाध्यक्षों को क्षेत्रीय विकास में नई गति देने और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का मौका मिलेगा।  

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल से पैरालिसिस पीड़ित मानकुवेर नाग को मिला व्हीलचेयर

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मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने किया वितरण, परिवार ने जताया आभार जशपुर, 19 सितंबर 2024 मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय की संवेदनशील पहल के तहत जरूरतमंदों की सहायता का सिलसिला लगातार जारी है। इस बार बगीचा तहसील के महादेवडांड टुकुपानी की निवासी श्रीमती मानकुवेर नाग को व्हीलचेयर प्रदान की गई। मानकुवेर नाग पैरालिसिस बीमारी से पीड़ित हैं और चलने-फिरने में असमर्थ थीं। मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर उनके परिवार को यह मदद मिली, जिससे उनका जीवन थोड़ा आसान हो सकेगा। मानकुवेर नाग के परिजनों ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय, बगिया में जाकर मदद की गुहार लगाई थी। उनकी इस अपील पर मुख्यमंत्री ने गंभीरता से विचार करते हुए तत्काल सहायता का आश्वासन दिया। इस आश्वासन के तहत आज मानकुवेर नाग को व्हीलचेयर प्रदान की गई। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने खुद जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और मानकुवेर नाग को व्हीलचेयर दी। उन्होंने परिवार की समस्याओं को सुना और हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। इस मदद से मानकुवेर नाग और उनके परिवार की चेहरे पर खुशी झलकने लगी। अब व्हीलचेयर मिलने से मानकुवेर नाग अपने दैनिक कामों को आसानी से कर पाएंगी। श्रीमती मानकुवेर नाग और उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उनकी धर्मपत्नी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस सहायता से उनके जीवन में नई आशा जगी है और अब वे अपने जीवन को कुछ हद तक सामान्य रूप से जी सकेंगे।  

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर गांव-गांव पहुंच रहा पोषण रथ, महिलाओं और बच्चों को सिखा रहा है सुपोषण का मंत्र

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जशपुर, 19 सितंबर 2024 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर पूरे प्रदेश में सुपोषण अभियान जोर पकड़ रहा है। इसी क्रम में, राष्ट्रीय पोषण माह के तहत जशपुर जिले में गांव-गांव पोषण रथ संचालित किए जा रहे हैं। यह रथ न केवल बच्चों और महिलाओं को स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक जानकारी दे रहा है, बल्कि टीकाकरण, एनीमिया उन्मूलन और सम्पूर्ण पोषण के प्रति जागरूकता भी फैला रहा है। बुधवार को यह पोषण रथ जशपुरनगर के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों जैसे गढ़ाटोली, डीपाटोली, तेलीटोली, चीरबगीचा और बघीमा पहुंचा। यहां, महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार, टीकाकरण, एनीमिया के लक्षण और उससे बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही आयरन-फोलिक एसिड की गोलियों का महत्व, गर्भवती और शिशुवती महिलाओं की देखभाल, और डायरिया से बचने के उपायों को वीडियो के माध्यम से समझाया गया। वजन त्योहार के तहत जागरूकता अभियान पोषण रथ के माध्यम से प्रदेशभर में ‘वजन तिहार’ का आयोजन किया जा रहा है, जो 12 से 23 सितंबर तक चलेगा। इस अभियान में बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी मापी जा रही है, और इसके साथ ही सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने का काम भी किया जा रहा है। पोषण रथ अब तक पत्थलगांव, लुडेंग, बागबहार, तपकरा, फरसाबहार, दोकड़ा, कांसाबेल, कुनकुरी, केराडीह, दुलदुला, जशपुर, और लोदाम जैसे क्षेत्रों में पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में यह रथ मनोरा, आस्ता, सन्ना, और बगीचा जैसे क्षेत्रों में भी जाएगा, जहां सुपोषण का संदेश प्रसारित किया जाएगा। सुपोषण चौपाल और अन्य गतिविधियां पोषण माह के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला और व्यंजन प्रदर्शन जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। इन आयोजनों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। बच्चों के बीच पोषण के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए स्कूलों में नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जा रही हैं। गर्भवती महिलाओं और किशोरियों के लिए खास ध्यान ग्रामीण महिलाओं को 0 से 6 साल के बच्चों और किशोरी बालिकाओं के खान-पान और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में विशेष जानकारी दी जा रही है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार का महत्व समझाया जा रहा है, ताकि वे अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इस पहल से प्रदेशभर में बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। सरकारी योजनाओं का लाभ हर गांव और कस्बे तक पहुंचाना और लोगों को सुपोषण के महत्व से अवगत कराना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।  

कोरवा जनजाति की बेटी बनी लखपति दीदी,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी शुभकामनाएँ,,,कहा – डबल इंजन की सरकार का मिल रहा बड़ा लाभ

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जशपुर, 18 सितंबर 2024: “डबल इंजन की सरकार का लाभ उन दीदियों को भी मिल रहा है, जो अब लखपति दीदी बन रही हैं। हमारी सरकार सभी बहनों को आत्मनिर्भर बनाने और लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रही है,” यह बात मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कही, जब उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति की सुमन्ती बाई की सफलता की सराहना की। सुमन्ती बाई, जो कोरवा जनजाति से आती हैं, आज “लखपति दीदी” के नाम से जानी जाती हैं। कुछ साल पहले तक उनका जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। वह एक साधारण किसान परिवार से थीं और उनकी सालाना आय केवल 38,000 रुपये थी, जो उनके परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी नहीं थी। लेकिन सुमन्ती बाई ने इस स्थिति को बदलने का निश्चय किया और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत कमल स्व सहायता समूह से जुड़ने का निर्णय लिया। स्व सहायता समूह से जुड़ने के बाद सुमन्ती बाई को वित्तीय सहयोग और सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ मिला। उन्हें बिहान योजना के अंतर्गत आरएफ से 15,000 रुपये, सीआईएफ से 60,000 रुपये और बैंक लिंकेज से 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। इस सहयोग ने सुमन्ती बाई की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव लाया। नए आजीविका के साधनों ने बदली जिंदगी समूह से मिली आर्थिक मदद से सुमन्ती बाई ने मिर्च और टमाटर उत्पादन, साथ ही बकरी पालन जैसे विभिन्न आजीविका के साधन अपनाए। आज उनकी सालाना आय 1,80,000 रुपये तक पहुंच चुकी है। मिर्च उत्पादन से उन्हें 80,000 रुपये, टमाटर उत्पादन से 40,000 रुपये, और बकरी पालन से 60,000 रुपये की आय हो रही है। इस तरह सुमन्ती बाई ने अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया। सुमन्ती बाई ने कहा  – “स्व सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके जीवन में न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक बदलाव भी आया है। आज वह अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर रही हैं और अपने परिवार की जीवनशैली में भी सुधार कर पाई हैं।” मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुमन्ती बाई और उन सभी “लखपति दीदियों” को बधाई दी, जिन्होंने अपनी मेहनत और सरकारी योजनाओं के सहयोग से अपने जीवन को बेहतर बनाया है। सरकार का यह उद्देश्य है कि सभी बहनों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया जाए, ताकि वे भी अपने परिवार और समाज की भलाई के लिए योगदान दे सकें। सुमन्ती बाई की यह सफलता, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) और स्व सहायता समूह के माध्यम से सशक्तिकरण का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।  

*मीनाक्षी शेषाद्रि ने चक्रधर समारोह में शास्त्रीय नृत्य से मोहा मन, 30 साल बाद भारत में किया यादगार प्रदर्शन*

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  *रायगढ़ 12 सितंबर 2024 – चक्रधर समारोह की बीती रात बेहद खास रही, जब दिग्गज अभिनेत्री और नृत्यांगना मीनाक्षी शेषाद्रि ने 30 साल बाद भारत में अपने पहले शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रायगढ़ में आयोजित इस प्रतिष्ठित सांस्कृतिक समारोह के मंच पर मीनाक्षी ने भरतनाट्यम और ओडिशी की जादुई प्रस्तुति दी, जिसने सभी का दिल जीत लिया।  नृत्य से की भगवान गणेश की स्तुति अपने प्रदर्शन की शुरुआत मीनाक्षी ने भगवान गणेश की स्तुति, गणेश वंदना के साथ की। उनका हर भाव, हर मुद्रा और ताल से ताल मिलाता कदम दर्शकों को भारतीय शास्त्रीय नृत्य की गहराई और सुंदरता में खोने पर मजबूर कर रहा था। लंबे समय तक भारतीय मंच से दूर रहने के बावजूद मीनाक्षी का प्रदर्शन पूरी तरह से लाजवाब था। हर बार जब उन्होंने मंच पर अपनी कला दिखाई, पूरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी।  30 साल बाद वापसी से चौंकाया मीनाक्षी शेषाद्रि ने 30 साल पहले भारतीय फिल्म और नृत्य जगत को अलविदा कह दिया था, और उसके बाद अमेरिका में अपने परिवार के साथ बस गई थीं। हालांकि, उन्होंने कभी भी नृत्य को खुद से दूर नहीं होने दिया। अमेरिका में भी उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा दी और इसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत किया। चक्रधर समारोह में उनकी वापसी के बारे में किसी ने यह नहीं सोचा था कि इतने सालों के बाद भी वह अपनी कला में उतनी ही प्रवीण होंगी। लेकिन मीनाक्षी ने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया और यह साबित किया कि कला और कलाकार कभी पुराने नहीं होते। रायगढ़ के चक्रधर समारोह में मीनाक्षी के प्रदर्शन को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। हर उम्र के दर्शकों ने उनके नृत्य को बेहद सराहा।जशपुर से पहुंचे दर्शक दिलीप राम ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक पल था। मीनाक्षी शेषाद्रि को इतने सालों बाद लाइव देखना और उनका नृत्य देखना एक अविस्मरणीय अनुभव था।”  मीनाक्षी का संदेश प्रदर्शन के बाद मीनाक्षी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “भारत में 30 साल बाद नृत्य करना मेरे लिए बेहद खास है। रायगढ़ के दर्शकों का जो प्यार और समर्थन मिला, उससे मैं अभिभूत हूं। मैं हमेशा से भारतीय शास्त्रीय नृत्य से जुड़ी रही हूं और आगे भी इसे बढ़ावा देने का प्रयास करती रहूंगी।”उन्होंने कोलकाता में हुए दुष्कर्म की घटना पर अपनी फिल्म दामिनी को याद करते हुए कहा कि “हम कब इंसान बनेंगे?हिंसा और अपराध इंसान की कमजोरी है।”उन्होंने फिल्मी दुनिया मे वापसी करने के सवाल पर कहा कि “अभी इंतजार कीजिये।” इस साल के चक्रधर समारोह में मीनाक्षी शेषाद्रि की प्रस्तुति निस्संदेह मुख्य आकर्षण रही। उनके नृत्य ने समारोह की गरिमा को और बढ़ा दिया, और उनके प्रदर्शन को समारोह के इतिहास में एक यादगार पल के रूप में दर्ज किया जाएगा। 60 वर्षीया मीनाक्षी शेषाद्रि की इस शानदार वापसी ने एक बार फिर से साबित किया कि कला की कोई उम्र नहीं होती, और एक सच्चा कलाकार हर समय अपने दर्शकों का दिल जीत सकता है।