भीख मांगती सुमित्रा बाई और सोती सरकार — मयूरचुंदी में जनकल्याण योजनाओं की पोल खुली,अंत्योदय का नारा यहां कैसे हुआ फेल? मरे विपक्ष के कारण गिद्धों की मौज

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जशपुर/दुलदुला, 6 मई – “जब पेट भूखा हो, बच्चे रोते हों, और सरकार चुप — तब सवाल उठता है कि किसके लिए बने हैं ये योजनाएं?” दुलदुला विकासखंड के मयूरचूंदी पंचायत की सुमित्रा बाई,आज गांव-गांव घूमकर भीख मांगने को मजबूर है। हाथ में अंत्योदय का राशन कार्ड है, पर पेट खाली। दो छोटे बच्चों के साथ यह विधवा महिला अब सरकारी दुकानों के आगे नहीं, बल्कि गांववालों के दरवाजे पर झोली फैला रही है। यह एक महिला की नहीं, पूरे सिस्टम की विफलता की कहानी है। राशन कार्ड है, चावल नहीं — यह कैसा न्याय? सुमित्रा को अप्रैल में केवल चना मिला, चावल देने से मना कर दिया गया। कई बार दुकान गई, मिन्नतें कीं, लेकिन जवाब मिला – “चावल नहीं है।” क्या यही है ‘जनकल्याणकारी राज्य’ का चेहरा? सत्ता-तंत्र की संवेदनहीनता एक ओर सरकारें करोड़ों के विज्ञापन देती हैं – “हर गरीब को मिलेगा राशन” – वहीं जमीनी हकीकत सुमित्रा बाई जैसे हजारों लोगों की चीख बनकर उठती है, जिसे कोई सुनने को तैयार नहीं। जनप्रतिनिधि खामोश, अफसर नदारद पंचायत से लेकर जनपद तक, कोई जवाबदेही नहीं। जिन प्रतिनिधियों को सुमित्रा ने चुनकर भेजा, वे आज सत्ता की गर्मी में गुम हैं।जब सरपँच ही दुकानदार है तो सुमित्रा भला उम्मीद किससे करेगी? एक ही सवाल — कब मिलेगा न्याय? पंचायत के लोगों ने कहा कि “हम मांग करते हैं कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और सुमित्रा बाई जैसे हर जरूरतमंद को तत्काल राशन उपलब्ध कराया जाए।” बड़ी बात सुमित्रा को न तो सुशासन तिहार के बारे में जानकारी है न ही आवेदन कैसे बनता है,यह वो जानती है। ऐसी सामान्य महिलाएं हों या पुरुष जिनके दर्द को जब विपक्ष भी नहीं समझता तो ऐसे मरे विपक्ष के कारण पंचायती गिद्ध तो मौज उड़ाएंगे ही। तो,सुमित्रा की यह करुण कहानी आपको कैसी लगी? कमेंट करके बताइए ताकि आपके कमेंट से ऐसी और कहानियां ढूंढकर खबर ज़नपक्ष आपके सामने लाता रहेगा।

सत्ता के नशे में चूर सरपंच और उसके पार्टनर का तांडव — ट्रैफिक पुलिस से की बदसलूकी, वर्दी उतरवाने की धमकी, नशे में धुत होकर कहा “ऊपर तक लिंक है”

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कुनकुरी (जशपुर), 6 मई,2025 –  लोकतंत्र में चुने गए प्रतिनिधि जब खुद को कानून से ऊपर समझने लगें, तो यह न केवल व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि समाज के लिए भी खतरे की घंटी बन जाता है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला कुनकुरी नगर में सामने आया है, जहां कुनकुरी विकाखण्ड के ग्राम पंचायत बेने – चटकपुर का सरपंच नवीन साय शराब के नशे में ट्रैफिक पुलिस से उलझ गया, गाली-गलौच की, वर्दी उतरवाने की धमकी दी और खुद को ‘ऊपर तक पहुँच वाला’ बताते हुए खुलेआम गुंडागर्दी पर उतर आया। घटना का ब्योरा सोमवार शाम लगभग 5 से 6 बजे के बीच बस स्टैण्ड मार्ग पर ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी पर तैनात थी, जब एक कार रास्ते में अवरोधक बनी हुई थी। पुलिसकर्मियों ने जब कार हटाने के लिए टोका, तो कार सवार नवीन साय और उसका साथी दीपक पाठक आपे से बाहर हो गए। गुस्से में दोनों ने पुलिस से बहस शुरू कर दी और देखते ही देखते मामला हाथापाई की कगार तक पहुँच गया।तस्वीर में दीपक पाठक दिखाई दे रहा है। पुलिस द्वारा जब मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू की गई, तो दीपक पाठक ने मोबाइल छीनकर सड़क पर फेंक दिया। इस दौरान सरपँच खुलेआम गाली देते हुए कहता रहा – “हम ऊपर तक जुड़े हैं, तुम्हारी वर्दी उतरवा दूंगा!” इस अभद्रता और सत्ता के घमंड से भरे व्यवहार ने राहगीरों को भी हैरान कर दिया।एक प्रत्यक्षदर्शी ने भाजपा की कार और भाजपाई दबंगों को देखकर चुटकी लेते हुए कहा – ‘हम ही बनाये हैं,हम ही सँवारेंगे।अभी सुशासन तिहार चल रहा है,ऐसे समय में ऐसी तस्वीरें सरकार की छवि खराब करती हैं।’ पुलिस की तत्परता और मेडिकल पुष्टि सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस बल पहुंचा और दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया।ट्रैफिक पुलिस की शिकायत पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।आज दोनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा। कौन है नवीन साय? नवीन साय वर्तमान में ग्राम पंचायत चटकपुर का सरपंच है। ग्रामीणों के अनुसार, नवीन पहले रायपुर में काम करता था और हाल ही में बेने गांव के लोगों ने उसे बुलाकर सरपंच चुनाव में उतारा और जिताया था। लेकिन सत्ता मिलते ही उसके तेवर बदल गए। ग्रामीणों का आरोप है कि वह अक्सर शराब के नशे में अभद्र व्यवहार करता है और खुद को ‘तोपचन्द’ समझता है।अपनी कार के पीछे भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल के ऊपर सरपँच लिखवाकर गुंडागर्दी करता है। गाँव में रोष, बर्खास्तगी की मांग इस घटना की खबर जब गांव में फैली, तो लोगों में रोष फैल गया। कई ग्रामीणों ने सरपंच के निलंबन और बर्खास्तगी की मांग की है। लोगों का कहना है कि लोकतंत्र में चुनी हुई कुर्सी जनसेवा के लिए होती है, न कि पुलिस से बदसलूकी और कानून को चुनौती देने के लिए। प्रशासन सख्त रुख में पुलिस प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि ऐसे मामलों में किसी भी राजनीतिक दबाव की परवाह किए बिना सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, यदि दोष सिद्ध होता है तो सरपंच पद से भी कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है।

“कुनकुरी में राशन अब doorstep के करीब: युवा अध्यक्ष की दूरदर्शी पहल”

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कुनकुरी नपं अध्यक्ष विनयशील ने नई राशन दुकान का उद्घाटन, महिलाओं को मिली बड़ी राहत कुनकुरी, 6 मई,2025 – कुनकुरी नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील के नेतृत्व में नगरवासियों को एक और बड़ी सौगात मिली है। नगर में एक नई सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की दुकान का शुभारंभ किया गया, जिससे खासकर महिलाओं को भारी राहत मिली है। कुनकुरी नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं, जिनके लिए पहले केवल तीन राशन दुकानें थीं। इनमें से दो दुकाने बाजारडांड क्षेत्र में एक ही जगह पर स्थित थीं, जिससे अन्य वार्डों की महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। पठारी क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 14 टोंगरीटोला और वार्ड क्रमांक 2 क्रूसटोंगरी की महिलाओं को राशन लेने के लिए साइकिल से,किराए की ऑटो से 2 किलोमीटर दूर बाजार जाना पड़ता था, और 35 किलो चावल लाद कर वापस लाना बेहद थका देने वाला काम था। अब तीनों वार्डों के मध्य में खुली नई दुकान से उन्हें बड़ी राहत मिली है। इसी तरह, नगर के सबसे बड़े वार्ड महावीर वार्ड डुगडुगिया की महिलाओं को भी पूरे क्षेत्र को पार कर बाजार जाना पड़ता था। पिछले महीने ही अध्यक्ष विनयशील ने उनके लिए भी एक नई राशन दुकान शुरू करवाई थी। इन बदलावों से नगर की महिलाएँ विशेष रूप से प्रसन्न हैं। अध्यक्ष विनयशील ने कहा, “मेरा लक्ष्य है कि हर वार्ड के मध्य में राशन दुकान सुनिश्चित करने के बाद हम राशन की घर पहुंच सेवा भी शुरू करें।” नई राशन दुकान का उद्घाटन नगर पंचायत के पार्षद मुकेश नायक और नील कुमारी कुजूर की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस मौके पर छाया पार्षद दीपक मिश्रा, आईटी सेल अध्यक्ष नीरज पारीक सहित कई वार्डों से सोनिया नायक, खुशबू भगत, चंद्रवती बांडो, अंजना बघेल, प्रेमी चौहान और अन्य महिलाएं उपस्थित रहीभी ने राशन प्राप्त करने के बाद अध्यक्ष विनयशील को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें ऐसा ही युवा और सक्रिय नेतृत्व चाहिए था।  

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सार्थक पहल से जशपुर में 3 छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की मिली सौगात

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Jashpur विकास खंड के ग्राम आरा पत्थलगांव विकास खंड के ग्राम कुडे़केला और बगीचा विकास खंड के ग्राम छिछली अ में बैंक खोलने की मिली स्वीकृति किसानों और आम नागरिकों को अब लम्बी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी जशपुर वासियों में खुशी की लहर मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद जशपुर 5 मई 2025/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सार्थक पहल से जशपुर जिले के जनता को 3 छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की सौगात मिली है। संवेदनशील मुख्यमंत्री ने दूरस्थ अंचलों के आम जनता की समस्याओं को देखते हुए जशपुर विकास खंड के ग्राम आरा और पत्थलगांव विकास खंड के कुडे़केला (घरजियाबथान) दूरस्थ और पाठ क्षेत्र बगीचा विकास खंड के ग्राम छिछली अ में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक खोलने की स्वीकृति मिल गई। अब क्षेत्र किसानों,आम नागरिकों को बैंक के लिए लम्बी दूरी तय करनी नहीं पड़ेगी। किसानों का समय और आवागमन करने के लिए पैसे की भी बचत होगी। जशपुर वासियों ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। कलेक्टर  रोहित व्यास ने बताया कि लोगों की सुविधा का ध्यान रखते हुए ग्राम पंचायत के द्वारा गांव में भवन उपलब्ध कराया गया है। जहां बैंक का संचालन किया जाएगा।

विष्णु का सुशासन: क्रेडा अधिकारी पर रिश्वत और ठेकेदारी के आरोप पर तत्काल तबादला – जांच समिति गठित

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जशपुर,05 मई 2025- ख़बर ज़नपक्ष की खबर पर एक बार फिर बड़ा असर देखने को मिला है। जशपुर जिले के क्रेडा जिला प्रभारी उप अभियंता नीलेश श्रीवास्तव पर रिश्वत लेने और ठेकेदारी में संलिप्तता के गंभीर आरोप सामने आने के बाद शासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाकर सरगुजा भेज दिया है। साथ ही पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विशेष जांच समिति का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा शुरू किए गए सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई। क्षेत्रीय समाचार माध्यमों और सोशल मीडिया में लगातार यह आरोप सामने आ रहे थे कि क्रेडा की परियोजनाओं में कार्य दिलाने के नाम पर मोबाइल पेमेंट ऐप्स से रिश्वत ली जा रही है। प्रमुख कार्यपालन अधिकारी  राजेश सिंह राणा के निर्देश पर यह सख्त निर्णय लिया गया। अब जशपुर का क्रेडा प्रभार संदीप कुमार मार्को को सौंपा गया है, जबकि नीलेश श्रीवास्तव को सरगुजा में पदस्थ किया गया है। मुख्यालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 7 दिनों के भीतर जांच समिति अपनी प्राथमिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसके लिए वंदना राजवाड़े को जिला प्रभारी, क्रेडा सरगुजा का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। ख़बरजनपक्ष ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था, जिसकी गूंज अब कार्रवाई के रूप में सामने आई है। सरकार द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही सुशासन और पारदर्शिता की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।  

‘साइड इन्कम’ के लिए सरकारी हेडमास्टर ने किया ऐसा घिनौना काम,गया जेल

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पैसे कमाने की भूख इस कदर किसी इंसान के मन में बढ़ जाती है कि वह भूख मिटाने के लिए लोक-लाज,नियम-धर्म,क़ानून सब ताक में रख देता है।ऐसी ही भूख एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर को लगी और देशी,विदेशी सुराप्रेमियों को झारखण्ड की शराब,देशी महुए की शराब बेचने लगा। जशपुर/04 मई 2025 –जशपुर जिले में एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर की अवैध शराब तस्करी ने सभी को चौंका दिया है। फरसाबहार थाना क्षेत्र के खुटगांव गांव में पदस्थ शिक्षक पंकज कुमार को पुलिस ने किराना दुकान की आड़ में अंग्रेजी और देशी शराब बेचते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई “ऑपरेशन आघात” के तहत की गई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी अपने घर और दुकान में अवैध रूप से शराब बेच रहा है। फरसाबहार पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन में आरोपी के घर पर दबिश दी। तलाशी के दौरान घर के आंगन से बोरी से ढंके कार्टन और जरकिन में कुल 24 लीटर 300 मिलीलीटर अवैध शराब बरामद की गई, जिसकी बाजार कीमत लगभग ₹9,600 आंकी गई है। उसके कब्जे से पुलिस टीम ने 18 नग रॉयल व्हिस्की,10 नग गॉडफादर बियर,7 लीटर महुआ शराब – देसी हाथ भट्टी से बनी बरामद किया। आरोपी के पास शराब रखने या बिक्री का कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस ने 34(2) छत्तीसगढ़ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कार्रवाई में इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका : सहायक उप निरीक्षक शांतिएल टोप्पोमहिला प्रधान आरक्षक सुशीला सिंहआरक्षक राजकुमार भगत,नगरसैनिक शिवनंदन पैंकरा एसपी शशि मोहन सिंह ने क्या कहा? “ऑपरेशन आघात के तहत पुलिस का मुखबिर तंत्र पूरी तरह सक्रिय है। अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।”

जशपुर: तेज आंधी में चलती कार पर गिरा पेड़, चालक की मौत, एक की हालत गंभीर – रांची रेफर

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जशपुर: तेज आंधी में चलती कार पर गिरा पेड़, चालक की मौत, एक की हालत गंभीर – रांची रेफर छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में शनिवार दोपहर करीब 3 बजे एक दर्दनाक हादसा हो गया। नारायणपुर थाना क्षेत्र के स्टेट हाईवे बतौली-चराईडांड मार्ग पर तेज आंधी के दौरान एक चलती कार पर भारी पेड़ गिर गया, जिससे कार चालक की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान प्रदीप राम करमाली (40 वर्ष), निवासी रामगढ़ टोपा, झारखंड के रूप में हुई है। हादसे में घायल विवेक कुमार (23 वर्ष), निवासी जरही, जिला सूरजपुर (छत्तीसगढ़) और पप्पू कुमार मिस्त्री (27 वर्ष), निवासी रामगढ़ टोपा, झारखंड को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से विवेक की हालत गंभीर होने पर उसे एंबुलेंस से रांची रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, प्रदीप करमाली अपने रिश्तेदारों के यहां शादी समारोह में शामिल होने सूरजपुर के जरही आए थे। वहां से लौटते वक्त उन्होंने विवेक को भी साथ लिया था,जिसे रांची में ड्रॉप करना था। कार जशपुर जिले से गुजर रही थी, तभी नारायणपुर क्षेत्र के महुआटोली के पास अचानक तेज आंधी आई और आम का पेड़ चलती कार पर गिर गया। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।कार के अंदर तीन लोग सवार थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और घायलों को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नारायणपुर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। घायलों की मदद के लिए समाजसेवी रवि गजेंद्र जैन,कुनकुरी थाने से एएसआई मनोजकुमार साहू, हेड कांस्टेबल रामानुजम पांडे बारिश में भींगते हुए आगे आए।

जशपुर में क्रेडा अधिकारी पर रिश्वतखोरी का आरोप गहराया: स्क्रीनशॉट्स से खुलासा,अफ़सर पहले भी हो चुके हैं सस्पेंड

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जशपुर,03 मई 2025 – जिले के क्रेडा कार्यालय में भ्रष्टाचार का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। क्रेडा के जिला प्रभारी सहायक अभियंता नीलेश श्रीवास्तव पर पब्लिक डोमेन फ़ेसबुक पर लगाए गए रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों के बाद अब यह मामला सोशल मीडिया के अभी प्लेटफार्म पर तेजी से वायरल हो गया है। युवा कांट्रेक्टर कपूर यादव द्वारा लगाए गए इन आरोपों में कई ट्रांजेक्शन के स्क्रीनशॉट और दस्तावेज सामने लाकर भ्रष्टाचार की पोल खोलने की कोशिश की जा रही है। फोन-पे के जरिए ली गई कथित रिश्वत का ऐसा कबूलनामा कपूर यादव ने दावा किया है कि क्रेडा की सौर सुजला योजना (SSY) में काम दिलाने के नाम पर नीलेश श्रीवास्तव द्वारा नगद और डिजिटल माध्यम से पैसों की मांग की गई। इसके एवज में न तो काम दिया गया और न ही भुगतान वापस किया गया। युवक का यह भी कहना है कि अधिकारी और उसके स्टाफ मिलकर खुद ठेकेदारी कर रहे हैं, और JCC प्रमाण पत्रों को पास कराने में गड़बड़ियां कर रहे हैं। गंभीर बात यह है कि ख़बरजनपक्ष में प्रकाशित समाचार के बाद क्रेडा अधिकारी नीलेश श्रीवास्तव ने मीडिया के सामने स्वयं यह स्वीकार किया है कि कपूर यादव और उसके बेटे के खाते में ट्रांजेक्शन हुए हैं, हालांकि उन्होंने इसे ” नव्या कम्पनी की ओर से दिलाया गया प्रोसेसिंग शुल्क” बताया है। अधिकारी ने यह भी दावा किया कि कपूर यादव ने अपने नाम से श्रीराम सॉल्यूशन नामक कम्पनी खोलकर दबाव बनाना शुरू किया था, और काम न मिलने पर बदनाम करने की साजिश कर रहा है।वहीं कपूर का दावा है कि वह नव्या का कर्मचारी कभी नहीं रहा बल्कि नव्या कम्पनी से एग्रीमेंट कर पेटी कांट्रेक्टर के रूप में काम किया है। पहले भी रह चुके हैं विवादों में बता दें कि नीलेश श्रीवास्तव सूरजपुर जिले में 2020 में निलंबित हो चुके हैं,जिन्हें रीजनल ऑफिस में अटैच किया गया था। इसके बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री के गृह जिले जशपुर में बहाल किया गया, जिससे अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आमजन और ठेकेदार समुदाय में इसे लेकर काफी नाराजगी है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे सबूतों और बयानों से मामले की गंभीरता और भी बढ़ गई है।   भ्रष्टाचार पर मोदी की गारंटी और विष्णु का सुशासन सुस्त! जिला क्रेडा कार्यालय की इस कार्यशैली से केंद्र सरकार की ‘सोलर गारंटी’ और राज्य सरकार के ‘सुशासन’ की साख पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोर ‘अक्षय ऊर्जा’ को बढ़ावा देने पर है, वहीं दूसरी ओर ऐसे मामलों से योजनाओं की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर गहरा आघात लग रहा है। जांच की मांग तेज, कार्रवाई का इंतजार अब देखना होगा कि जिला प्रशासन और क्रेडा के आला अधिकारी इस मामले में कितनी पारदर्शिता से जांच करते हैं। फिलहाल, पीड़ित कांट्रेक्टर न्याय की मांग कर रहा है और आम जनता सच जानने की प्रतीक्षा में है।

सनसनीखेज हादसा: नशेड़ी डीजे ड्राइवर खुद नाचने में हुआ मशगूल, बच्चों ने लगा दी गाड़ी में गियर – 12 बाराती घायल

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छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर आई है जिसमें डीजे की धुन पर नाच रहे बारातियों पर डीजे की ही गाड़ी चढ़ दौड़ी।यह वाकया नशे में धुत्त डीजे वाहन चालक द्वारा ख़ुद डीजे गाड़ी को छोड़कर बारातियों के साथ नाचने के दौरान बीती देर रात को घटा। बलौदा बाजार जिले के भाटापारा क्षेत्र अंतर्गत हीरमि गांव से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बीती रात बारात की खुशियां उस वक्त चीख-पुकार में बदल गईं जब नशे में धुत डीजे ड्राइवर ने लापरवाही की सारी हदें पार कर दीं। चालक ने चलती डीजे गाड़ी को सड़क पर लावारिस छोड़ दिया और खुद उतरकर बारातियों के साथ नाचने लगा। इसी बीच गाड़ी में बैठे कुछ मासूम बच्चों ने खेल-खेल में गाड़ी का गियर लगा दिया, जिससे भारी भरकम डीजे वाहन अचानक आगे बढ़ गया और तेज रफ्तार में बारातियों की भीड़ में जा घुसा। हादसा इतना भीषण था कि करीब 10 से 12 लोग वाहन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तत्काल बलौदा बाजार जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। बारात में खुशी का माहौल गम में तब्दील हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि डीजे चालक पूरी तरह नशे में था और उसे वाहन की कोई सुध नहीं थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और लापरवाही के दोषी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

क्रेडा विभाग में भ्रष्टाचार का सूरज चमका, सौर सुजला योजना में खुली ठेकेदारी की पोल मुख्यमंत्री के जिले में सहायक अभियंता के कारनामे सवालों के घेरे में, सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहा भ्रष्टाचार?

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जशपुर,02 मई 2025 – जिले के क्रेडा विभाग में सौर सुजला योजना के साथ भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखी जा रही है। विभाग के सहायक अभियंता निलेश श्रीवास्तव पर खुलेआम ठेकेदारी करने, ईकाई संचालकों से कमीशन वसूलने और योजनाओं को निजी व्यवसाय में बदलने के गंभीर आरोप लगे हैं।सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार श्रीवास्तव न केवल विभागीय कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं, बल्कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मिलकर योजनाओं को ठेकेदारी का जरिया बना चुके हैं। SSY, SHM, JJM सहित अन्य योजनाओं में टेक्नीशियन और हेल्परों के माध्यम से काम बंटवाया जा रहा है, और ईकाई वालों से JCC निकलवाने तक हर मोड़ पर “सुविधा शुल्क” वसूला जा रहा है। इतना ही नहीं, हितग्राहियों से योजनाओं का लाभ दिलाने से पहले कमीशन तय करने की बात की जा रही है। आरोप तो यह भी है कि यह अधिकारी यूपीआई से भी रिश्वत स्वीकार कर रहे हैं, जो तकनीकी रूप से डिजिटल भ्रष्टाचार का नया उदाहरण बनता है।तस्वीरें जो सोशल मीडिया में तैर रही हैं – पूर्व में सूरजपुर जिले में भी इन पर ऐसे ही आरोप लग चुके हैं, जहां इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी हुई थी, लेकिन शायद सबक नहीं मिला। सत्ता का संरक्षण या उदासीन प्रशासन? सबसे गंभीर सवाल यह है कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद अधिकारी पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही। क्या सत्तारूढ़ दल के कुछ प्रभावशाली लोग इन्हें संरक्षण दे रहे हैं? जनता  पूछ रही है — क्या मुख्यमंत्री के जिले में अधिकारियों को सिर्फ भ्रष्टाचार फैलाने के लिए नियुक्त किया गया है? क्या विष्णु सरकार का सुदर्शन चक्र ऐसे भ्रष्टाचारियों पर चलेगा या यह सिर्फ नारे तक ही सीमित रहेगा? अब जनता जवाब चाहती है। जशपुर की जनता इस पूरे मामले पर सीधी कार्रवाई की मांग कर रही है। अगर ऐसे अधिकारियों पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो सौर ऊर्जा जैसी लोक-कल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएंगी।एक समर्पित भाजपाई ने इस मामले पर चुटकी लेते हुए कहा – यह अधिकारी सत्ता की जांघ में चिपका वह जोंक है जो धनरक्त चूस रहा है। बहरहाल,भ्रष्टाचार के इस चर्चे पर अधिकारी का क्या कहना है,यह उनका पक्ष सामने आते ही पाठकों को बताया जाएगा।फिलहाल उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।