कुनकुरी नगर पंचायत में कांग्रेस का दबदबा बरकरार, उपाध्यक्ष पद भी किया कब्जे में

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जशपुर,18 मार्च 2025 – जिले की हॉट सीट माने जाने वाली कुनकुरी नगर पंचायत में कांग्रेस ने एक और बड़ी जीत दर्ज की है। उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में दीपक केरकेट्टा ने बाजी मार ली है। लकी ड्रॉ कांग्रेस के लिए वाकई लकी साबित हुआ और भाजपा प्रत्याशी राजेश ताम्रकार को हार का सामना करना पड़ा। टाई की स्थिति के बाद लकी ड्रॉ से हुआ फैसला नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पहले ही कांग्रेस के कब्जे में था, लेकिन उपाध्यक्ष चुनाव में दिलचस्प स्थिति बनी।एक रहेंगे सेफ रहेंगे की रणनीति दोनों ने चली। कांग्रेस और भाजपा—दोनों दलों के पास 8-8 वोट थे, जिसके चलते मतदान के बाद टाई की स्थिति बन गई। इस स्थिति को सुलझाने के लिए लकी ड्रॉ का सहारा लिया गया, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी दीपक केरकेट्टा के नाम की पर्ची निकल आई और वे उपाध्यक्ष निर्वाचित हो गए।इस जीत के साथ नगर पंचायत कुनकुरी में कांग्रेस का प्रभाव और मजबूत हो गया है। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों पर अब कांग्रेस का कब्जा हो गया है। भूपेश बघेल ने दी बधाई पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस जीत पर विनयशील और यूडी मिंज को बधाई दी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस सफलता को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।

कुनकुरी नगर पंचायत का उपाध्यक्ष कौन बनेगा? कांग्रेस-भाजपा के अंदरखाने की हलचल ये है,,,

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कुनकुरी,18 मार्च 2025 – आज 11 बजे से छत्तीसगढ़ की सबसे चर्चित नगरपंचायत कुनकुरी के पार्षद उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे।इस चुनाव में आंकड़े की बात करें तो 8 पार्षद भाजपा के हैं और 7 कांग्रेस के अध्यक्ष को जोड़ने पर आंकड़ा 8 यानी बरोबर। ऐसे में टॉस होगा? जरा ठहरिए,, भाजपा से 8 पार्षद बनते ही पार्षदों में उपाध्यक्ष बनने की होड़ शुरू हो गई थी।जिसमें टॉप 3 में अमन शर्मा,अमित मिश्रा और राजेश ताम्रकार का नाम था।जो समय बीतते-बीतते आज की स्थिति में दावेदार 4 हैं।भाजपा के अंदरखाने में यह बात जमकर चल रही है कि चौथे दावेदार महिला पार्षद गुलापी पैंकरा हैं,जो 20 साल पहले वार्ड पंच रहीं,फिर नगरपंचायत घोषित हुआ तो अनिल तिर्की नगरपंचायत अध्यक्ष और गुलापी उपाध्यक्ष मनोनीत हुईं।फिर हर चुनाव में भाजपा की टिकट पर पार्षद चुनाव जीततीं आ रही हैं।सूत्र बता रहे हैं कि उन्होंने भी उपाध्यक्ष बनने की अपनी मंशा पार्टी हाईकमान के सामने रखी है। वैसे देखा जाय तो जनचर्चा में नगरपंचायत में अध्यक्ष विनयशील को कोई टक्कर दे सकता है तो अमन शर्मा का नाम सबकी जुबान पर है।राजेश ताम्रकार सबसे लोकप्रिय किंतु कांग्रेस की सहानुभूति पाने के कारण खतरे में है।अमित मिश्रा कांग्रेस की जमानत जब्त करके सबसे ज्यादा वोटों से दूसरी बार पार्षद बनकर पहुंचे हैं। ये तो हुई भाजपा के अंदरखाने की हलचल! उधर कांग्रेस भी भूपेश के शपथग्रहण समारोह में आने के बाद बहुत ज्यादा चार्ज में है।जिसका असर कांग्रेस के पार्षदों में भी उपाध्यक्ष बनने की बढ़ती ललक से समझ मे आ रहा है।यही वह वजह है कि ललक पाले हुए पार्षद को अगर उपाध्यक्ष की टिकट नहीं मिली तो क्रॉस वोटिंग कर सकता है,यह भांपकर भूपेश के काफिले में कुनकुरी के सातों पार्षदों को रेस्ट हाउस से अंडर अरेस्ट कर झारसुगुड़ा ले गए।रात भर होटल में रुकवाकर कांग्रेस की बलिदानी घुट्टी पिलाई गई और सूत्र बता रहे हैं कि अभी कुछ देर में शहर लौट जाएंगे रही बात उपाध्यक्ष के दावेदार की तो नम्बर 1 का पार्षद दीपक केरकेट्टा,रुखसाना खातून का नाम सामने आया है।दोनों दूसरी बार पार्षद चुने गए हैं। अब देखना होगा कि कुनकुरी नगरपंचायत के उपाध्यक्ष पद पर किस पार्षद का नाम जीतकर सामने आता है।

मुख्यमंत्री ने होली पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं, टाटीडांड में अनुष्ठान में हुए शामिल

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जशपुर, 14 मार्च 2025 – होली के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर जनसंपर्क किया। मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में बड़ी संख्या में नागरिक, जनप्रतिनिधि और पत्रकार उनसे मिलने पहुंचे। उन्होंने सभी को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी और प्रदेश में शांति, समृद्धि और भाईचारे की कामना की। इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के साथ कांसाबेल विकासखंड के ग्राम टाटीडांड पहुंचे, जहां सनातन समाज द्वारा आयोजित दुर्गा देवी संत समाज अनुष्ठान में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना की और प्रदेश के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। कार्यक्रम में गुरु महाराज स्व. धनपति पंडा के पुत्र श्री सहदेव पंडा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा, “होली रंगों और खुशियों का पर्व है, हमें इसे शांति और भाईचारे के साथ मनाना चाहिए। यह पर्व समाज में प्रेम और सौहार्द का संदेश देता है। सरकार की योजनाओं की दी जानकारी मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि – प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 14 लाख लोगों को आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई है। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 70 लाख महिलाओं को हर माह ₹1,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। किसानों के लिए धान खरीदी की जा रही है, जिससे उन्हें सीधा लाभ मिल रहा है।  महाशिवपुराण कथा में मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दिया आमंत्रण मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी 21 से 27 मार्च तक कुनकुरी विकासखंड के मधेश्वर पहाड़ स्थित प्राकृतिक शिवलिंग स्थल पर महाशिवपुराण कथा का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में देश के प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा प्रवचन करेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं को इस भव्य आयोजन में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने भी सभी को होली की शुभकामनाएं दीं और अनुष्ठान में शामिल होने के अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सनातन समाज के लोग उपस्थित रहे और उन्होंने भी मुख्यमंत्री के साथ इस शुभ अवसर को मनाया।

बड़ी खबर: राजनैतिक सौहार्द के मिसाल सालिक साय बने जिला पंचायत अध्यक्ष,उपाध्यक्ष बने शौर्य प्रताप सिंह जूदेव

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जशपुर ,12 मार्च 2025 – आज जिला पंचायत जशपुर के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद का निर्वाचन हो रहा है।जिसमें अंदरखाने से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है कि जिला पंचायत सदस्य सालिक साय ने अध्यक्ष पद पर नामांकन दाखिल किया लेकिन अभी 11:40 तक अन्य किसी भी सदस्य ने नामांकन दाखिल नहीं किया।इसी तरह शौर्य प्रताप सिंह जूदेव ने उपाध्यक्ष पद का नामांकन भरा जिनके विरुध्द भी किसी अन्य सदस्य ने नामांकन नहीं भरा। इसका मतलब दोनों पदों पर भाजपा के दावेदार निर्विरोध हो गए हैं।हालांकि अभी इसकी अधिकारिक घोषणा बाकी है।वहीं सालिक साय के निर्विरोध की खबर पाकर जिला पंचायत के बाहर समर्थकों में खुशी देखी जा रही है। हम आपको बता दें कि सालिक साय ने इस बार कांग्रेस के गढ़ रहे तमता क्षेत्र से डीडीसी का चुनाव लड़ा और भारी बहुमत से चुनाब जीतकर जिला पंचायत पहुंव्हे हैं।इनकी सरलता,सौम्यता के साथ ही सबको साथ लेकर चलने की समझदारी इनकी जीत का बड़ा कारण बनी है।कांग्रेस समर्थित तीन डीडीसी के रहते हुए भी कांग्रेस ने लोकतांत्रिक विरोध भी नहीं किया।

पंडित प्रदीप मिश्रा विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर महादेव में करेंगे 21 से महाशिवपुराण कथा

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प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आगमन की भव्य तैयारी, 21 से 27 मार्च तक होगी कथा जशपुर, 9 मार्च 2025: सर्व हिंदू समाज के आह्वान पर 21 मार्च से 27 मार्च तक विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर महादेव की गोद में महाशिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस दिव्य कथा को प्रसिद्ध शिवपुराण कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सुनाएंगे। आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। कल सोमवार को मयाली नेचर कैंप के पास सुबह 9:30 बजे भूमि पूजन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। कौन हैं पंडित प्रदीप मिश्रा? मध्यप्रदेश के सीहोर निवासी पंडित प्रदीप मिश्रा देशभर में अपनी शिवमहिमा से जुड़े प्रवचनों के लिए विख्यात हैं। वे अपने सरल व प्रभावशाली कथन शैली से शिव महापुराण, शिव कृपा, और रुद्राक्ष महिमा पर प्रकाश डालते हैं। उनके प्रवचनों से हजारों लोग आस्था से जुड़ते हैं और शिव भक्ति का मार्ग अपनाते हैं। महाशिवपुराण कथा का विशेष महत्व मधेश्वर महादेव धाम में हो रही यह कथा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक होने वाली है। शिव महापुराण के दिव्य प्रसंगों के साथ, शिव कृपा की महिमा को सुनने के लिए लाखों श्रद्धालु जुटने वाले हैं। इस आयोजन के माध्यम से जशपुर जिले की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को एक नई ऊंचाई मिलेगी। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस कथा में भाग लें और शिव कृपा का लाभ उठाएं।

शिव बाबा की संघर्षगाथा: दूसरी बार निर्विरोध उपसरपंच चुने गए, गांव में जश्न का माहौल

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शिव बाबा की संघर्षगाथा: दूसरी बार निर्विरोध उपसरपंच चुने गए, गांव में जश्न का माहौल जशपुर,08 मार्च2025- विकास की राह में संघर्ष का दूसरा नाम बन चुके शिव कुमार यादव, जिन्हें क्षेत्र में लोग प्रेम से शिव बाबा कहते हैं, ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता साबित की। जनपद पंचायत बगीचा के ग्राम पंचायत गायलूँगा में 8 मार्च को संपन्न हुए उपसरपंच चुनाव में उन्होंने निर्विरोध जीत दर्ज कर दूसरी बार यह पद हासिल किया। इससे पहले उन्हें निर्विरोध पंच चुना गया था। शिव बाबा सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि गांव की आवाज बन चुके हैं। सड़क, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर उनके द्वारा किए गए संघर्ष और धरना-प्रदर्शन ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में वे गांव के विकास को अपनी प्राथमिकता मानते हैं। उनकी इस ऐतिहासिक जीत पर पूरे गांव में जश्न का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों के साथ खुशी मनाई, एक-दूसरे को गुलाल लगाया और मिठाइयां बांटी। इस चुनाव ने गायलूँगा ग्राम पंचायत में भाईचारे और संगठन की शक्ति को दर्शाया, जहां पंचगणों ने एकमत होकर शिव बाबा को फिर से नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी। संघर्ष से सफलता तक – शिव बाबा की कहानी शिव बाबा सिर्फ नाम ही नहीं, बल्कि गांव के विकास के लिए समर्पित एक व्यक्तित्व हैं। उनके संघर्षों की गूंज न केवल गायलूँगा, बल्कि पूरे बगीचा क्षेत्र में सुनाई देती है। चाहे सड़क की मांग हो, बिजली की समस्या हो या किसी भी अन्य बुनियादी जरूरत की बात – वे हमेशा जनता के साथ खड़े नजर आते हैं। उनका मिलनसार स्वभाव और हर दुख-सुख में गांववासियों के साथ खड़े रहने की प्रवृत्ति ही उन्हें सबसे अलग बनाती है। ग्रामीणों का मानना है कि शिव बाबा के नेतृत्व में गायलूँगा पंचायत को और अधिक विकास कार्यों की सौगात मिलेगी। उनकी यह जीत साबित करती है कि जब कोई व्यक्ति सच्चे मन से समाज सेवा करता है, तो जनता उसे सिर आंखों पर बिठाती है।

महाकुंभ 2025: भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक और साम्प्रदायिक सौहार्द का वैश्विक उदाहरण

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निर्मल कुमार प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में आयोजित महाकुंभ मेला 2025 न केवल एक धार्मिक आयोजन था, बल्कि यह भारत की “एकता में विविधता” की भावना का भव्य उत्सव भी बना। लाखों श्रद्धालुओं की विशाल भीड़ के बीच, यह आयोजन सौहार्द और आपसी सहयोग की अद्भुत मिसाल पेश करता दिखा। कुछ नकारात्मक ताकतों द्वारा समाज में वैमनस्यता फैलाने की कोशिशों के बावजूद, इस मेले ने साबित कर दिया कि भारत की असली पहचान शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और परस्पर सम्मान में निहित है। महाकुंभ मेला, जिसे पृथ्वी का सबसे बड़ा मानव समागम कहा जाता है, हिंदू धर्म के लिए एक अत्यंत पवित्र आयोजन है। हर बारह वर्षों में आयोजित होने वाला यह महायोगिक समागम गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं को स्नान एवं आस्था के महासंगम का साक्षी बनाता है। हालांकि, इस बार 29 जनवरी 2025 (मौनी अमावस्या) के दिन एक दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और सैकड़ों श्रद्धालु घायल हो गए। इस कठिन समय में, प्रयागराज के मुस्लिम समुदाय ने अपनी सद्भावना और मानवता का परिचय देते हुए जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने घरों, मस्जिदों और दरगाहों के दरवाजे खोल दिए। भगदड़ से प्रभावित 25,000 से अधिक तीर्थयात्रियों को जॉर्ज टाउन, नक्खास कोहना, खुल्दाबाद, बहादुरगंज और जानसेनगंज रोड जैसे इलाकों की मस्जिदों, दरगाहों और इमामबाड़ों में शरण दी गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने न केवल जरूरतमंदों को आश्रय दिया, बल्कि उनके लिए भंडारे (सामूहिक भोजन वितरण) का आयोजन भी किया। इनमें हलवा-पूरी, चाय, पानी और फलाहार जैसी व्यवस्थाएँ प्रमुख थीं, जिससे थके-मांदे श्रद्धालुओं को राहत मिली। यह सिर्फ एक सेवा कार्य नहीं था, बल्कि भारत की गंगा-जमुनी तहजीब का एक जीवंत प्रमाण भी था, जो सदियों से इस देश में भाईचारे और मेल-जोल की भावना को पोषित करता आया है। इंसानियत और भाईचारे की मिसाल इस अवसर पर कई ऐसे प्रेरणादायक उदाहरण सामने आए, जिन्होंने दिखाया कि धर्म के नाम पर विभाजन की राजनीति कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन आम भारतीय लोगों की मानवीयता और सहिष्णुता हमेशा विजयी होती है। बहादुरगंज के निवासी इरशाद ने भावुक होकर कहा, “ये हमारे मेहमान थे, उनकी पूरी देखभाल करना हमारा कर्तव्य था।” वहीं, अपना चौक के शिक्षक मसूद अहमद ने कहा, “मुसलमानों ने कोई उपकार नहीं किया, बल्कि यह हमारा धार्मिक और नैतिक कर्तव्य था कि हम हिंदू श्रद्धालुओं की सहायता करें ताकि वे अपने धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण कर सकें।” सबसे प्रेरणादायक उदाहरणों में से एक रहा फरहान आलम का, जिन्होंने एक 35 वर्षीय श्रद्धालु राम शंकर की जान बचाई। राम शंकर को दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन फरहान ने बिना समय गंवाए CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उनकी जान बचा ली। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। फरहान का यह साहसिक और निःस्वार्थ कार्य भारतीय समाज में मानवता और परस्पर सहयोग की सुदृढ़ भावना को उजागर करता है। अन्य प्रेरणादायक घटनाएँ महाकुंभ मेला 2025 में बुलंदशहर के मुसलमानों ने भी भाईचारे की मिसाल पेश की। वहाँ के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बन्ने शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाकर कुंभ के श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मंगलकामना के लिए विशेष प्रार्थनाएँ कीं। वहीं, प्रयागराज में मुस्लिम भाईयों ने तीर्थयात्रियों का स्वागत फूलों और रामनामी अंगवस्त्र भेंट कर किया। यह एक ऐसा दृश्य था जिसने यह सिद्ध कर दिया कि भारत की मूल आत्मा भाईचारे, आपसी सम्मान और सांस्कृतिक सौहार्द में निहित है। इसके अलावा, वसीउल्लाह मस्जिद के इमाम और स्थानीय लोगों ने रोशन बाग पार्क में तीर्थयात्रियों के लिए भोजन और पानी वितरण केंद्र स्थापित किया। यह पहल केवल एक सेवा कार्य नहीं थी, बल्कि इस्लाम की करुणा और सेवा भावना का प्रतीक भी थी। प्रोफेसर वी.के. त्रिपाठी: सौहार्द के संदेशवाहक इस मेले में प्रोफेसर वी.के. त्रिपाठी का योगदान भी उल्लेखनीय रहा। उन्होंने नफरत और भेदभाव को समाप्त करने का संदेश देते हुए हजारों लोगों के बीच शांति और सौहार्द के पर्चे बाँटे। उनका यह प्रयास दर्शाता है कि अगर समाज में कुछ लोग नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं, तो उससे कहीं अधिक लोग प्रेम और एकता का संदेश फैलाने में लगे हुए हैं। गंगा-जमुनी तहजीब की पुनर्स्थापना महाकुंभ मेला 2025 ने यह दिखाया कि कुछ लोग भले ही राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाज को विभाजित करने की कोशिश करें, लेकिन भारत की असली ताकत इसके आम नागरिकों की एकता, प्रेम और सेवा भावना में ही निहित है। मुस्लिम समुदाय की उदारता, फरहान आलम की बहादुरी और प्रोफेसर त्रिपाठी का शांति संदेश – यह सभी घटनाएँ भारतीय समाज के मूलभूत मूल्यों की याद दिलाती हैं। भारत हमेशा से ही विविधता में एकता का प्रतीक रहा है। सिखों द्वारा लंगर सेवा, हिंदुओं द्वारा मुस्लिम त्योहारों में भागीदारी और मुसलमानों द्वारा कुंभ श्रद्धालुओं की मदद – ये सभी उदाहरण दिखाते हैं कि जब बात मानवता की आती है, तो धर्म, जाति और भाषा की सीमाएँ महत्वहीन हो जाती हैं। महाकुंभ मेला 2025 को सिर्फ एक धार्मिक आयोजन के रूप में नहीं, बल्कि भारत के बंधुत्व, सहिष्णुता और सामाजिक समरसता के उत्सव के रूप में भी याद किया जाएगा। ऐसे समय में जब हिंसा और कट्टरता के बीज बोने की कोशिशें हो रही हैं, प्रयागराज की जनता ने दिखा दिया कि असली धर्म दया, करुणा और सहयोग में निहित है। भारत एक ऐसा देश है जिसने विविध संस्कृतियों को आत्मसात कर अपने समाज को मजबूत बनाया है और यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी। महाकुंभ मेला 2025 न केवल आस्था का महापर्व था, बल्कि यह एक संदेश भी था कि जब दुनिया में नफरत बढ़ रही हो, तब प्रेम और भाईचारे की लौ को जलाए रखना ही सच्चा धर्म और सच्ची मानवता है। (लेखक अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व सामाजिक मामलों के जानकार हैं।यह उनके निजी विचार हैं।)

बगीचा जनपद में भाजपा की रणनीतिक जीत, कांग्रेस की चाल ऐसे हुई फेल

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पर्यवेक्षक ठाकुर पुरुषोत्तम सिंह की सूझबूझ से भाजपा ने दर्ज की बड़ी जीत, गायत्री नागेश बनीं अध्यक्ष, अरविंद गुप्ता बने उपाध्यक्ष जशपुर/बगीचा, 4 मार्च 2025 – भारतीय जनता पार्टी ने बगीचा जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर अपनी रणनीतिक बढ़त साबित करते हुए परचम लहरा दिया। भाजपा की ओर से गायत्री नागेश ने अध्यक्ष और अरविंद गुप्ता ने उपाध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। इस चुनाव में भाजपा का मुकाबला निर्दलीयों से था, क्योंकि कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं था, जिससे वह अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं कर पाई। हालांकि, कांग्रेस की रणनीति भाजपा को नुकसान पहुंचाने की जरूर थी, लेकिन भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व बगीचा पर्यवेक्षक  ठाकुर पुरुषोत्तम सिंह की दूरदृष्टि और सूझबूझ ने  कांग्रेस की इस चाल को नाकाम कर दिया। इस रणनीति में उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेताओं को शामिल किया। कैसे फेल हुई कांग्रेस की रणनीति? पर्यवेक्षक पुरुषोत्तम सिंह को आभास हो गया था कि भाजपा और कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट लोग उपाध्यक्ष पद पर खेल कर सकते हैं। इसे भांपते हुए उन्होंने भाजपा के दोनों दावेदारों भारत गुप्ता और अरविंद गुप्ता को गुप्त रूप से चुनाव लड़ने की छूट दी, जिससे किसी भी तरह के जोड़तोड़ की संभावना समाप्त हो गई और भाजपा को सीधा लाभ मिला। मतदान में भाजपा को मिली शानदार जीत *अध्यक्ष पद पर भाजपा की गायत्री नागेश को 14 मत मिले। *उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के अरविंद गुप्ता को 12 मत मिले। यह जीत शुद्ध रूप से भाजपा के विष्णु सरकार के सुशासन की जीत है,दोनों पदों पर हमारे प्रत्याशी जीतकर आये हैं। इस जीत का श्रेय स्थानीय नेताओं और जनपद सदस्यों को देता हूँ- ठाकुर पुरुषोत्तम सिंह भाजपा कार्यालय में जश्न, जमकर मना विजय उत्सव जीत दर्ज करने के बाद दोनों विजयी प्रत्याशियों ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर पार्टी पदाधिकारियों का आशीर्वाद लिया। कार्यकर्ताओं ने फूलमालाओं से स्वागत किया, जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटी। इस दौरान भाजपा के जिला उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा, शंकर गुप्ता, मंडल अध्यक्ष हरीश यादव, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभात सिदाम, महामंत्री पवन सिंह, जिला पंचायत सदस्य गेंदबिहारी महराज, रीना बरला, राजकिशोर जायसवाल, सुमित्रा पैंकरा, पार्वती यादव सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। भाजपा की रणनीतिक जीत, कांग्रेस हाशिए पर इस चुनाव ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भाजपा संगठन की रणनीतिक पकड़ मजबूत है। कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति और कमजोर संख्या बल के कारण वह मुकाबले से बाहर हो गई। वहीं, भाजपा ने एकजुटता और समझदारी से जीत हासिल कर अपने वर्चस्व को और मजबूत कर लिया।

*सबका साथ सबका विकास को साकार करने वाली है बजट: कौशल्या साय*

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जशपुर, 03 मार्च 2025 – छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी द्वारा सोमवार को विधानसभा में प्रस्तुत किए गए सरकार के दूसरे बजट में प्रदेश के सभी वर्गो के विकास का पूरा ध्यान रखा गया है। यह बजट छत्तीसगढ़ और यहां की सम्मानीय जनता की सुनहरे भविष्य को गढ़ने का काम करेगी। यह बातें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कही। उन्होनें वित्त मंत्री ओपी चौधरी द्वारा हस्तलिखित पेपरलेस बजट प्रस्तुत करने के निर्णय को साहसिक व दूरदर्शी कदम बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बजट में केंद्र की प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा हाल ही प्रस्तुत किए गए केंद्रीय बजट के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर उठाया गया कदम है। उन्होनें कहा कि इस बजट में महिला,गरीब , किसान,युवाओं का ध्यान रखा गया है। बजट में प्रशासनिक सुधार के लिए किए गए वित्तिय प्रावधानों को महत्वपूर्ण बताते हुए श्रीमती कौशल्या साय ने कहा कि इससे सरकारी कामकाज में पारदर्शिता आने के साथ ही आम जनता को सरकारी सेवाओं का सहजता से लाभ मिल सकेगा। जशपुर जिले में मेडिकल कालेज और नर्सिंग कालेज खोले जाने का स्वागत करते हुए श्रीमती साय ने कहा कि इससे जिलेवासियों को एक ओर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी,वहीं दूसरी ओर ये दोनों महत्वपूर्ण संस्थान जिले के विकास में भी योगदान देगें। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जशपुर जिले को विकसित,सुरक्षित और समृद्व  बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। इसके लिए हम सब उनका आभार व्यक्त करते हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सार्थक पहल,कुनकुरी में खुलेगा नया मेडिकल कॉलेज,लोगों में छाई खुशी

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जशपुर 3 मार्च 25/छत्तीसगढ़ सरकार के द्वितीय बजट सत्र में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बजट पेश किया। इस बजट में जशपुर जिले के कुनकुरी में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना का प्रावधान किया गया है। इस घोषणा के बाद जशपुर जिले में हर्ष का माहौल है। जशपुर नगर के व्यवसायी श्री सत्येंद्र कुमार पाठक ने इस बजट का स्वागत करते हुए कहा कि यह मेडिकल कॉलेज जिले के विकास और स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह निर्णय सुदूर क्षेत्र की जनता के लिए अत्यंत लाभकारी होगा। मेडिकल कॉलेज की स्थापना से जिले के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे और स्वास्थ्य सेवाओं में भी व्यापक सुधार होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन और जनहितैषी नीतियों के तहत यह बजट छत्तीसगढ़ के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।