*भर्तियों की सुनामी : साय सरकार में युवाओं के दुख भरे दिन बीते* *मुख्यमंत्री ने ग्रामीण आजीविका मिशन में 237 पदों पर भर्ती को दी मंजूरी*

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रायपुर 21 सितम्बर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर देने के लिए व्यक्तिगत रूचि लेकर विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती को मंजूरी दे रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा स्वास्थ्य विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के बाद पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में रिक्त पदों की भर्ती के प्रस्ताव को हरी झण्डी दी गई है। इसके तहत राष्ट्रीय आजीविका मिशन में 237 पदों पर नई भर्ती की जाएगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में भर्ती के प्रस्ताव को वित्त विभाग ने मंजूरी प्रदान कर दी है। जिसमें राज्य स्तर के कुल 09 और जिला स्तरीय 228 पद शामिल हैं। राज्य स्तरीय पदों में सहायक राज्य कार्यक्रम प्रबंधक (वित्तीय प्रबंधन), सहायक राज्य कार्यक्रम प्रबंधक (फार्म आजीविका), प्रोग्रामर व लेखापाल के एक-एक पद एवं भृत्य के दो पदों पर भर्ती की स्वीकृति दी गई है। जिला मिशन प्रबंधन इकाई के 228 पदों में जिला मिशन प्रबंधक के 02, जिला कार्यक्रम प्रबंधक के विभिन्न 21, विकास खण्ड परियोजना प्रबंधक के 23 पद शामिल हैं। इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय समन्वयक के 98, लेखापाल के 10 एवं लेखा सह एमआईएस सहायक के 49, कार्यालय सहायक, ऑपरेटर के 17 और भृत्य के 8 पदों पर भर्ती की स्वीकृति दी गई है। इन पदों पर भर्ती होने से मिशन की योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा, जिससे ग्रामीण समुदायों को सीधा लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा हाल में ही पीएचई में इंजीनियर्स सहित 181 पदों और स्वास्थ्य विभाग में 650 पदों पर भर्ती को मंजूरी दी गई है।

नेशनल लोक अदालत बगीचा में 278 प्रकरण समाप्त हुए, पक्षकारों ने स्वास्थ्य शिविर का लिया लाभ

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लोक अदालत सफलता पूर्वक संपन्न: विवादों का आपसी सहमति से हुआ निराकरण जशपुर/बगीचा, 21 सितंबर: व्यवहार न्यायालय बगीचा में नेशनल लोक अदालत का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंसुर अहमद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डमरूधर चौहान और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेश राज के निर्देशन में किया गया। लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी श्रीमती कामिनी वर्मा के समक्ष पक्षकारों को समझाइश दी गई, जिससे कई आपसी विवादों का राजीनामा द्वारा समाधान हुआ। इस लोक अदालत में मोटरयान अधिनियम, आबकारी अधिनियम, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम और चेक बाउंस जैसे मामलों सहित कुल 278 प्रकरणों को सुलझाया गया। प्रकरणों के समाधान के साथ-साथ, पक्षकारों के स्वास्थ्य लाभ हेतु एक स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत में आज की सफल कहानियाँ पढ़िए,, सफल कहानी 01: ग्राम सेमरजोबला बेन्दोपानी के दो पक्षों के बीच शराब के नशे में हुए विवाद को लोक अदालत के हस्तक्षेप से सुलझाया गया। पीठासीन अधिकारी श्रीमती कामिनी वर्मा एवं अन्य सदस्यों द्वारा दी गई समझाइश के बाद दोनों पक्षों ने आपसी रजामंदी से विवाद को खत्म कर दिया और भविष्य में शांतिपूर्ण संबंध बनाए रखने का संकल्प लिया। सफल कहानी 02: सामरबार बगीचा निवासी और देवंडांड, तहसील सन्ना निवासी के बीच ₹1,48,000/- के चेक के माध्यम से हुए देन-देन के विवाद को लोक अदालत में समझाइश के बाद समाप्त कर दिया गया। दोनों पक्षकारों ने आपसी सहमति से राजीनामा कर प्रकरण को समाप्त किया। सफल कहानी 03: ग्राम बटईकेला के निवासी के मध्य घरेलू हिंसा का मामला न्यायालय में लंबित था। पीठासीन अधिकारी के निर्देश के बाद पति-पत्नी ने आपसी सहमति से अपने रिश्ते को सुधारते हुए, सुखपूर्वक साथ रहने का फैसला किया। राजीनामा के आधार पर इस प्रकरण को समाप्त कर दिया गया। लोक अदालत के माध्यम से न केवल लंबित मामलों का निपटारा हुआ, बल्कि समाज में शांति और सामंजस्य भी स्थापित हुआ। यह आयोजन विवाद समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ।  

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिले में 76 हजार से ज्यादा बच्चों तक पहुंचेगा पोषण,आईआईटी मुम्बई भी बना सहयोगी

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*जशपुर में अब तक 60 हज़ार से अधिक बच्चों की वजन त्यौहार में हुई जांच* *जनप्रतिनिधियों से लेकर जनसमुदाय तक सभी बन रहे अभियान के सहभागी* *जशपुर, 20 सितम्बर 2024/* जशपुर जिले में 01 से 30 सितंबर तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि, मितानिन, 0 से 6 वर्ष के बच्चों के अभिभावकों को शामिल करते हुए महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से प्रत्येक आंगनबाड़ी में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं, सहायिकाएं प्रतिदिन आंगनबाड़ियों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। जिसके अंतर्गत महिलाओं के साथ एनीमिया पर चर्चा के साथ उनकी एनीमिया की जांच भी की जा रही है, पर्यावरण संरक्षण एवं जल संरक्षण के ऊपर जन समुदाय को जागरूक करने के साथ टेक्नोलॉजी का सरकारी कामकाज अनुप्रयोग विषय पर भी चर्चा की जा रही है जिसका थीम है ‘टेक्नोलॉजी फॉर गवर्नेंस एरियाज इनफ्लुएंसिंग न्यूट्रिशन‘। इसके माध्यम से सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ प्रथम गर्भवती महिलाओं को दिलाना, जिसकी एंट्री ऑनलाइन होती है एवं आंगनबाड़ी में बच्चों की सभी जानकारियों की एंट्री पोस्ट ट्रैकर में करते हुए उन्हें लाभान्वित करना आदि किया जा रहा है। *पोषण माह से समुदाय में आ रही जागरूकता* मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप पोषण माह के अंतर्गत महिलाओं बच्चों को लाभान्वित करने के लिए विभिन्न योजनाओं का लाभ उन्हें पहुंचा जा रहा है जैसे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत जो माताएं लाभान्वित होने से छूट गई थी उन्हें लाभ दिलाया जा रहा है।पोषक आहार पर दिए गए ज्ञान से गर्भवती महिलाओं के खान-पान में सुधार देखने को मिल रहा है ।वे अब प्रोटीन को अपने आहार में शामिल कर रही हैं, पोषण माह मानने से आंगनबाड़ी में जन समुदाय की भागीदारी बढ़ी है साथ ही साथ वजन त्यौहार भी मनाया जा रहा है जिसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल होकर जनसमुदाय को स्वस्थ एवं पोषण के संबंध में जागरूक करने सामने आ रहे हैं और अपनी भागीदारिता निभा रहे हैं। *आईआईटी मुम्बई भी पोषण अभियान में है साथी* जशपुर में आईआईटी मुम्बई के द्वारा पोषण माह में अपना योगदान दिया जा रहा है। जिसमें आईआईटी मुम्बई के मार्गदर्शन में सभी को सही पोषण, स्वस्थ बच्चा एवं सही स्तनपान के महत्व को अच्छे से लोगों समझाने में मदद की जा रही है। वजन त्यौहार में 0 से 6 वर्ष के सभी बच्चों का वजन लेकर बच्चों की पोषण स्थित उनके अभिभावकों को बताया जा रहा है एवं उनके आहार में सुधार एवं पोषण पुनर्वास केंद्रों में भेजने के लिए सलाह भी दिया जा रहा है। *जिले के 76 हज़ार बच्चों को मिलेगा लाभ* जशपुर जिले के लगभग 4115 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है। जिसका लाभ जिले के 76 हजार से अधिक बच्चों को प्राप्त होगा। अभी तक के वजन त्यौहार में 60 हज़ार बच्चों का वजन लेकर ऑनलाइन एंट्री की जा चुकी है।

जब कोई कैदी जेल से निकले तो वह लखपति बनकर निकले – विजय शर्मा,गृहमंत्री ने दुर्ग केंद्रीय जेल के निरीक्षण के बाद दिया बयान,कांग्रेस के बंद पर कहा

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  दुर्ग, 21 सितंबर 2024: छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज दुर्ग के केंद्रीय जेल का निरीक्षण करते हुए वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कैदियों की बैरक, भोजन, और स्वच्छता सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा की। गृहमंत्री ने जेल में की जा रही व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए कहा कि भविष्य में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की जेलों में इसी तरह की व्यवस्थाएं लागू की जाएंगी। प्रॉफिट शेयरिंग मॉडल का सुझाव: गृहमंत्री विजय शर्मा ने जेल में कैदियों के लिए प्रॉफिट शेयरिंग मॉडल की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद कैदियों के पास एक ठोस आर्थिक स्थिति होनी चाहिए। उनके अनुसार, “हम चाहते हैं कि जब कोई कैदी जेल से बाहर निकले, तो वह लखपति बनकर निकले।” लोहारडीह में गिरफ्तारियों पर बयान: गृहमंत्री ने लोहारडीह की घटना का भी जिक्र किया, जहां हालिया गिरफ्तारियों के बाद पुलिस को बड़ी सर्जरी करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है, जिससे समाज में सुरक्षा और शांति का संदेश गया है। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ बंद पर आलोचना: गृहमंत्री विजय शर्मा ने कांग्रेस द्वारा बुलाए गए छत्तीसगढ़ बंद को अनावश्यक करार दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है और पुलिस द्वारा की गई गड़बड़ियों पर पहले ही सख्त कार्रवाई हो चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि मामले की जांच चल रही है, लेकिन इसके बावजूद बंद की राजनीति करना गलत है। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार जेल सुधारों को और भी मजबूत करेगी, जिससे कैदियों को पुनर्वास के बेहतर अवसर मिल सकें और उन्हें एक नई दिशा में जीवन शुरू करने का अवसर प्राप्त हो।  

सीएम साय के गृह जिले में राष्ट्रीय पोषण माह की धूम, पोषण रथ बच्चों के पौष्टिक आहार और समय पर टीकाकरण करवाने की दे रही जानकारी

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  *जशपुर, 21/ सितम्बर 2024*/ मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय बच्चों को पोष्टिक आहार देने और समय पर टीकाकरण करवाने के निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत संचालित वजन त्यौहार के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए गांव गांव में पोषण रथ का संचालन किया जा रहा है। पोषण रथ द्वारा महिलाओं एवं बच्चों को पौष्टिक आहार, टीकाकरण, एनीमिया एवं उससे बचने के उपाय, आयरन फोलिक एसिड की गोली लेने, गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के सम्पूर्ण देखभाल, डायरिया से बचने के उपाय इत्यादि के संबंध वीडियो महिलाओं एवं अन्य लोगों को दिखाया गया। ज्ञात हो कि पोषण रथ जशपुर जिले में निरंतर गांव गांव घूमकर लोगों को जागरूक और प्रसार कर रही है। उल्लेखनीय है कि जिसमें 12 से 23 सितम्बर तक चलने वाले वजन तिहार में बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी को मापने के साथ ही सामुदायिक जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। पोषण माह के तहत सुपोषण चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला, व्यंजन प्रदर्शन जैसे आयोजन पंचायत और शहरी क्षेत्रों में किए जा रहे हैं। पोषण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतिस्पर्धाएं भी आयोजित किये जा रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को 0 से 6 साल के बच्चे, किशोरी बालिकाओं के खान-पान और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में बताया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार भोजन में शामिल करने का आग्रह किया जा रहा है।

स्पेशल 72,ब्लाइंड मर्डर केस : दुष्कर्म के बाद पैसे मांगने पर परिचितों ने कर दी हत्या,हत्यारे जेल की सलाखों में

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हवस की आग में महिला की हत्या करने का सनसनीखेज मामले का खुलासा क्राइम किलर एसपी शशिमोहन सिंह ने खुद के दिये टारगेट 72 घण्टे के भीतर करते हुए दरिंदों को जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया। पढ़िए क्राइम स्टोरी,,,, जशपुर, 21 सितंबर 2024: जशपुर जिले में घटित अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने महज 72 घंटों के भीतर सुलझा लिया है। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम भभरी में 30 फीट गहरी खाई से एक अज्ञात महिला का शव मिला था, जिसकी पहचान और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जशपुर पुलिस ने सघन अभियान चलाया। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी राजेन्द्र राम मिंज (30) और उसके सहयोगी संजय राम भगत (30) को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी शशिमोहन सिंह ने अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए बताया कि 17 सितंबर की रात, आरोपियों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया और पैसे मांगने पर उसकी हत्या कर दी। मृतिका ने आरोपी से पूर्व में लंबित एक केस की पेशी में जाने के लिए 4000 रुपये मांगे थे। पैसे न देने पर महिला ने आरोपी को किसी केस में फंसा देने की धमकी दी, जिसके बाद आरोपी ने गला दबाकर और डंडे से मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद, शव को भभरी के जंगल में फेंक दिया गया। उन्होंने आगे बताया,आरोपी राजेन्द्र राम मिंज के कपड़ों पर खून के धब्बे मिलने से पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले, जिससे जांच की दिशा और स्पष्ट हुई। आरोपियों से घटना में इस्तेमाल की गई मोटर साइकिल, लकड़ी, डंडा और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए गए हैं। सिटी कोतवाली मेंअपराध क्रमांक 225/2024 के तहत धारा 103(1), 70(1), 3(5) भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में इस मामले की विवेचना की गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। इस कठिन और संवेदनशील मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम को एसपी द्वारा नगद इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। स्पेशल 72,ब्लाइंड मर्डर केस की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, निरीक्षक रविशंकर तिवारी, उप निरीक्षक सरिता तिवारी, स.उ.नि. चंद्रप्रकाश त्रिपाठी, आर. 350 हेमंत कुजूर, आर. 178 विनोद तिर्की, आर. शोभनाथ सिंह, न.सै. थानेश्वर देशमुख, सायबर सेल से उप निरीक्षक नसरूद्दीन अंसारी, स.उ.नि. हरिशंकर सिंह, आर. अनिल सिंह, आर. संदीप  का योगदान रहा है।

*दर्दनाक हादसा: प्लांट में काम कर रहे मजदूर की ऊंचाई से गिरकर मौत,सेफ्टी रूल्स की अनदेखी बनी वजह,पुलिस जांच में जुटी*

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बड़ी खबर : प्लांट में मजदूर की मौत से प्रबंधन की सुरक्षा मानकों के पालन में गम्भीर चूक सामने आई है,पुलिस घटनास्थल पहुंचकर जांच में जुटी रायगढ़, 21 सितंबर: रायगढ़ जिले के पूंजीपथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत अंजनी स्टील प्लांट में एक और दर्दनाक हादसा सामने आया है। बिना सेफ्टी बेल्ट के ऊंचाई पर काम कर रहे एक मजदूर की गिरने से मौत हो गई। मृतक मजदूर की पहचान राकेश (28), निवासी बिहार के रूप में हुई है। हादसे के बाद घायल मजदूर को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राकेश बिना सेफ्टी बेल्ट के काम कर रहा था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। प्लांट में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय मजदूरों का कहना है कि इस तरह की दुर्घटनाएं नियमित रूप से हो रही हैं, लेकिन प्रबंधन द्वारा सुरक्षा उपायों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। घटना के बाद पूंजीपथरा थाना ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि प्लांट प्रबंधन द्वारा सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा था या नहीं। प्रारंभिक जांच में लापरवाही की बात सामने आ रही है, जिससे प्रबंधन की जिम्मेदारी तय हो सकती है। रायगढ़ जिले के विभिन्न औद्योगिक प्लांटों में आए दिन इस तरह की दुर्घटनाएं हो रही हैं। मजदूरों का कहना है कि प्लांट प्रबंधन सुरक्षा उपायों की अनदेखी कर रहा है, जिसके कारण मजदूरों की जान जोखिम में पड़ रही है। बावजूद इसके, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। मजदूरों की लगातार हो रही मौतों के बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर से रायगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। जिले के कई प्लांटों में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे मजदूरों की जान जोखिम में है।  

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज दुर्ग दौरा, सरोज पांडेय के पिता स्व. श्याम पांडेय को देंगे श्रद्धांजलि

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दुर्ग, 21 सितम्बर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज दुर्ग दौरा निर्धारित किया गया है, जहां वे स्वर्गीय श्याम पांडेय के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम मैत्री नगर, रिसाली के दशहरा मैदान में आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दोपहर 1:15 बजे दुर्ग पहुंचेंगे और स्व. श्याम पांडेय, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय के पिता थे, को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य नेता और अधिकारियों के भी मौजूद रहने की संभावना है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर Z प्लस श्रेणी की व्यवस्था की गई है, और इस दौरे के दौरान उनके साथ सुरक्षा अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे। जिला प्रशासन और पुलिस को सुरक्षा संबंधी सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री दोपहर 2:15 बजे मैत्री नगर, रिसाली से रवाना होकर रायपुर लौटेंगे।  

बड़ी खबर:आईजी ने थाना के पूरे स्टाफ को ही हटा दिया,दो अधिकारी सस्पेंड,जांच कर रहे डीएसपी को भी बदला,,,,

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 प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी दीपक झा ने बड़ा खुलासा किया,जिसमें लोहारीडीह आगजनी कांड में 170 में 60 गिरफ्तार,विवेचना में लापरवाही पर    कवर्धा, 21 सितम्बर: लोहारीडीह आगजनी कांड के बाद प्रशासनिक और पुलिस विभाग की कार्रवाई में तेजी आई है। कवर्धा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी दीपक झा ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि लोहारीडीह प्रकरण में अब तक पांच एफआईआर दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 170 लोगों को नामजद किया गया है और 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, विवेचना के दौरान कई खामियां पाई गईं, जिसके चलते रेंगाखार थाना के सभी 28 स्टाफ को लाइन अटैच कर दिया गया है। आईजी दीपक झा ने स्वीकार किया कि घटना की जांच में लापरवाही हुई है और कई गिरफ्तारियां वैधानिक तरीके से नहीं की गई थीं। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए रेंगाखार थाना के सभी स्टाफ को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया गया है। साथ ही, दो अधिकारियों को नामजद शिकायत के आधार पर निलंबित किया गया है। इसके अलावा, जांच में एसडीओ पी की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं, जिसके चलते उन्हें हटाकर नए डीएसपी को रेंगाखार थाना का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई: प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईजी दीपक झा ने यह भी कहा कि लोहारीडीह में महिलाओं पर अत्याचार और मारपीट के मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, और सभी दोषियों के खिलाफ वैधानिक दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही, मारपीट का शिकार हुए पांच लोगों को इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है। निर्दोष लोगों की गिरफ्तारी पर पुनर्विचार: आईजी ने कहा कि अगर किसी निर्दोष व्यक्ति को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है, तो उसके लिए जिम्मेदार अधिकारी पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह, आईजी ने यह स्पष्ट कर दिया कि मामले की जांच निष्पक्ष और गहनता से की जाएगी और किसी भी स्तर पर लापरवाही या पक्षपात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।    

कवर्धा लोहारीडीह आगजनी कांड के बाद प्रशासनिक बदलाव, नए कलेक्टर और एसपी की नियुक्ति

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कवर्धा, 21 सितम्बर: कवर्धा के लोहारीडीह गांव में हाल ही में हुए आगजनी कांड के बाद प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से कवर्धा के कलेक्टर और एसपी का तबादला कर दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। कवर्धा के नए कलेक्टर के रूप में गोपाल वर्मा की नियुक्ति की गई है, वहीं राजेश अग्रवाल को जिले के नए पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह बदलाव लोहारीडीह में हुई हिंसा और आगजनी की गंभीरता को देखते हुए किया गया है, जिससे कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके और क्षेत्र में शांति बहाल हो। दरअसल, लोहारीडीह में कुछ दिनों पहले तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसके परिणामस्वरूप कुछ घरों और संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया।जिसमें पूर्व सरपंच की जली हुई लाश मिली थी। इस घटना ने जिले में भय का माहौल पैदा कर दिया और प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई का दबाव बढ़ा। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की त्वरित प्रतिक्रिया: घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल गृहमंत्री विजय शर्मा के साथ आपात बैठक की। बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि कवर्धा के वर्तमान कलेक्टर और एसपी को बदल दिया जाए, ताकि क्षेत्र में बेहतर प्रशासनिक और पुलिस प्रबंधन स्थापित किया जा सके। IAS गोपाल वर्मा और IPS राजेश अग्रवाल दोनों ही अपने अनुभव और कार्यकुशलता के लिए जाने जाते हैं। इनकी नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द से जल्द लोहारीडीह और कवर्धा में स्थिरता और शांति स्थापित करेंगे, साथ ही दोषियों को सख्त सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सरकार की इस त्वरित कार्रवाई को जनता ने सराहा है और उम्मीद जताई है कि नए प्रशासनिक अधिकारी क्षेत्र की स्थिति में सुधार करेंगे तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएंगे।