कोटपा एक्ट के तहत कुनकुरी शहर में तंबाकू उत्पादों के खिलाफ सख्त कार्रवाई,स्कूलों के समीप कई दुकानें कोटपा के उल्लंघन करती मिली

IMG 20250603 125846

कोटपा एक्ट के तहत तंबाकू उत्पादों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कुनकुरी, 3 जून 2025: SDM नंदजी पांडे और एसडीओपी कुनकुरी विनोद मंडावी के निर्देश पर थाना प्रभारी राकेश यादव और तहसीलदार प्रमोद पटेल की टीम ने कोटपा एक्ट के तहत क्षेत्र में सख्त कार्रवाई की। यह कदम खासतौर पर स्कूलों के खुलने से पहले उठाया गया, ताकि बच्चों को तंबाकू और नशीले पदार्थों से बचाया जा सके। कुनकुरी क्षेत्र में शंकरनगर, जनपद कार्यालय और आसपास के इलाके में स्थित प्रमुख किराना दुकानों और ठेले-खोमचों में कार्रवाई की गई। इन दुकानों पर नशीले पदार्थों और तंबाकू उत्पादों की बिक्री की जा रही थी। कार्रवाई में राजेश गुप्ता किराना, दिलीप जैन किराना, कोलंबो खान, और मिश्रा किराना स्टोर्स के साथ-साथ अन्य दुकानों के मालिकों के खिलाफ जुर्माना लगाया गया और तंबाकू उत्पादों को जब्त किया गया। थाना प्रभारी राकेश यादव ने बताया कि यह कार्रवाई 15 जून से स्कूलों के खुलने को ध्यान में रखते हुए की गई है, ताकि बच्चों और युवाओं के बीच तंबाकू उत्पादों का सेवन न बढ़े। उन्होंने कहा, “यह कदम क्षेत्र में तंबाकू के अवैध बिक्री और इसके दुष्प्रभाव को रोकने के लिए उठाया गया है, और भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।” कोटपा एक्ट (कंट्रोल ऑफ टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट) के तहत, यह सुनिश्चित किया जाता है कि स्कूलों के पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री न हो, और यह कदम बच्चों और युवाओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण है।

गज़ब है : शासकीय भूमि पर पीएम आवास के निर्माण में तेजी,पटवारी प्रतिवेदन लेकर न्याय मांगने निकला प्रार्थी,आम रास्ता पर सरकारी मकान बनाने से लोगों को हो रही परेशानी

IMG 20250530 WA0010

जशपुर/कुनकुरी,29 मई,2025 –  प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत आवास पाने के लिए सरकारी नियमों को ताक पर रखकर शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यह मामला ग्राम पंचायत रेमते (पटवारी हल्का नंबर 23, तहसील कुनकुरी) का है, जहां अमर सिंह पिता गंगा सिंह द्वारा शासकीय भूमि पर पीएम आवास का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों और एक भूमिधारी का वर्षों पुराना रास्ता पूरी तरह बंद हो गया। संदीप जैन की शिकायत पर शुरू हुई जांच,आज भी है तारीख प्रार्थी संदीप कुमार जैन ने कलेक्टर सहित तहसील कार्यालय को लिखित में शिकायत दी थी कि उनकी निजी भूमि तक पहुंचने का एकमात्र सरकारी रास्ता – खसरा नंबर 216 की शासकीय भूमि – पर जबरन कब्जा कर मकान निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यह निर्माण कार्य बिना किसी वैध सीमांकन या अनुमति के किया जा रहा है और इस पर पहले भी न्यायालय ने स्थगन आदेश दिया था। पटवारी रिपोर्ट में खुलासा – रास्ता शासकीय भूमि पर था 1 मई 2025 को प्रस्तुत पटवारी प्रतिवेदन में यह स्पष्ट किया गया कि खसरा नंबर 216, रकबा 0.498 हेक्टेयर भूमि “मिड रोड इंसान पथ” के रूप में शासकीय अभिलेख में दर्ज है। यह भूमि गांव के बीच से होकर गुजरती है और पूर्व से ही ग्रामीणों द्वारा सार्वजनिक रास्ते के रूप में उपयोग में लाई जाती रही है। प्रतिवेदन में यह भी उल्लेख है कि इस रास्ते की सीमांकन की पुष्टि ग्राम सरपंच, कोटवार और ग्रामीणों की उपस्थिति में की गई। न्यायालय का आदेश निरस्त होते ही तेज़ी से हुआ निर्माण प्रार्थी संदीप जैन ने बताया कि निर्माण रोकने के लिए तहसीलदार को आवेदन दिया था, लेकिन न सीमांकन कराया गया और न ही हल्का पटवारी द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इस बीच 25 अप्रैल को न्यायालय ने स्थगन आदेश निरस्त कर दिया, और उसी दिन से शासकीय भूमि पर रात-दिन तेज़ी से निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। वर्षों पुराना रास्ता अवरुद्ध, 80 वर्षों से था उपयोग में पीड़ित का कहना है कि उनके स्व. दादा हुकुमचंद जैन द्वारा पिछले 70-80 वर्षों से उक्त भूमि के रास्ते का उपयोग किया जाता रहा है। अब यह रास्ता बंद हो जाने से न केवल उनका परिवार बल्कि अन्य ग्रामीण भी प्रभावित हो रहे हैं। मांग: निर्माण कार्य तत्काल रोका जाए, दोषियों पर कार्रवाई हो संदीप जैन ने प्रशासन से मांग की है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर की जा रही इस अवैध कब्जाधारी कार्रवाई को तुरंत रोका जाए, ताकि उनका और अन्य ग्रामवासियों का रास्ता बहाल हो सके। साथ ही शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे कृत्य दोहराए न जाएं। इस पूरे मामले की पड़ताल में जो बात सामने आई उसमें अमर सिंह पिता गंगा सिंह के परिजन अपनी पुश्तैनी जमीन का काफी हिस्सा बेच चुके हैं।जिसके कारण वर्षों से शासकीय भूमि पर कब्जे की जमीन ओर घर बना रहे हैं।पड़ोसी जमीन मालिक ने भी जमीन उसकी ओर बढ़ाकर मकान बनाने पर मौखिक आपत्ति की थी,जिसे दोनों पक्षों द्वारा सुलझा लेने की बात बताई गई।निर्माण स्थल पर अमर सिंह मौजूद नहीं थे,उनकी माता ने बताया कि अधिकारी लोग बोले तो बना रहे हैं।अभी कोर्ट में केस चल रहा है। बहरहाल,इस मामले में आवास मित्र दिलीप कुमार से संपर्क करने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।आज तहसील न्यायालय में सुनवाई होनी है।  

पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, कण्डोरा में बिना कार्य के उड़ाए गए लाखों रुपये,सचिव छिप रहा लेकिन भरत सिंह ने मीडिया से की बात

IMG 20250528 WA0091

📍 कुनकुरी (जशपुर), 28 मई 2025 ग्राम पंचायत कण्डोरा में विकास कार्यों को लेकर बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। पंचायत सचिव सुशील तिर्की पर फर्जी हस्ताक्षर, गबन और कमीशन के गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप पूर्व सरपंच रामदीन और ग्रामीणों द्वारा लगाए गए हैं, जिन्होंने पंचायत में हुए कार्यों और लेन-देन की जांच की मांग की है। पूर्व सरपंच का कहना है कि सीसी रोड और नाली निर्माण के नाम पर करीब 7 लाख रुपये की राशि निकाली गई, लेकिन आज तक धरातल पर कोई कार्य शुरू नहीं हुआ। इसके अलावा, गौण खनिज मद की 12.80 लाख रुपये की राशि के दुरुपयोग का भी आरोप है। आरोप है कि यह राशि बिना स्पष्ट प्रक्रिया के अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी गई, जिनमें से भरत सिंह को पांच लाख, सचिव खुद के खाते में एक लाख अस्सी हजार रुपए और एक खाता अज्ञात बताया गया है। भरत सिंह कौन है ? सोशल मीडिया में भरत सिंह के खाते में 5 लाख रुपए डाले जाने को लेकर जिले में खूब चर्चा है।दरअसल,भरत सिंह ग्राम पंचायत कंडोरा के महुआटोली गांव के निवासी हैं जो चूड़ा मिल चलाते है।ये वो नहीं हैं जो वर्तमान में भाजपा के जशपुर जिले के अध्यक्ष हैं।भरत सिंह से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि निर्माण कार्य में मटेरियल सप्लाई हुआ था जिसका पैसा मेरे खाते में आया है। सबसे चौंकाने वाला आरोप यह है कि योजनाओं की राशि निकालने के लिए पूर्व सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर किए गए। रामदीन का कहना है कि जब उन्होंने बैंक स्टेटमेंट और दस्तावेजों की जांच की, तब इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ।रामदीन ने यह भी बताया कि सचिव इतना होशियार है कि सरपंच के मानदेय की राशि भी निकालकर खा गया। इसके अलावा, 15वें वित्त आयोग मद से स्वीकृत दो कार्यों (एक नाली और एक सीसी रोड) की राशि लगभग 7 लाख रुपये भी आहरित कर ली गई, लेकिन मौके पर किसी भी तरह का कार्य नज़र नहीं आता। ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने सचिव के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उच्चस्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव ने अपने पद का दुरुपयोग कर सरकारी धन की भारी हेराफेरी की है, जिससे गांव विकास से वंचित रह गया है। प्रशासन से अब इस पूरे मामले में त्वरित जांच की अपेक्षा की जा रही है, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके और पंचायत की पारदर्शिता बनी रहे।  

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सौगात: जशपुर में 18.46 करोड़ से बनेंगी 6 नई सड़कें, मधेश्वर पहाड़ तक पक्के रास्ते से पहुंचेंगे शिवभक्त

IMG 20250524 WA0011

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, ग्रामीण आवागमन होगा सुलभ, जनता में खुशी की लहर जशपुर, 23 मई 2025 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर जशपुर जिले को एक और बड़ी सौगात मिली है। राज्य शासन द्वारा जिले में 6 प्रमुख सड़कों के निर्माण के लिए 18 करोड़ 46 लाख 87 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इससे न केवल ग्रामीण अंचलों के लोगों को आवागमन में सुगमता मिलेगी, बल्कि विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग माने जाने वाले मधेश्वर पहाड़ तक श्रद्धालुओं की आसान पहुंच सुनिश्चित होगी। मधेश्वर मंदिर तक पक्की सड़क – धार्मिक पर्यटन को लगेगा पंख कुनकुरी क्षेत्र के मयाली नेचर कैंप से लेकर मधेश्वर मंदिर और जोकारी से मधेश्वर पहाड़ तक पक्की सड़क का निर्माण होना है। इस पहल से न सिर्फ शिवभक्तों की आस्था की राहें आसान होंगी, बल्कि क्षेत्रीय धार्मिक पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। जोकारी और भंडरी पंचायत के ग्रामीणों में इस खबर से गहरी प्रसन्नता है और लोग मुख्यमंत्री की जय-जयकार कर रहे हैं। ये हैं स्वीकृत सड़कों के विवरण – 1. चटकपुर से रेंगारबहार (2.46 किमी) – ₹2.89 करोड़ 2. कुनकुरी-औरीजोर-मतलूटोली-पटेलापारा (2.54 किमी) – ₹3.01 करोड़ 3. NH-43 से मयाली डेम तक (2.28 किमी) – ₹2.85 करोड़ 4. मयाली नेचर कैंप से मधेश्वर मंदिर (2.20 किमी) – ₹2.71 करोड़ 5. रानीबंध चौक–चिडराटांगर–पंडरीआमा–उपरकछार (3.44 किमी) – ₹3.29 करोड़ 6. जोकारी से मधेश्वर पहाड़ (2.88 किमी) – ₹3.68 करोड़   “अब जशपुर में विकास की नई राह खुल रही है। श्रद्धा, सुविधा और समर्पण के संग मुख्यमंत्री की यह सौगात सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि ग्रामीण जनजीवन को जोड़ने वाला भविष्य का पुल है।” – नरेश नंदे, वरिष्ठ अधिवक्ता व विचारक जशपुर जिला प्रशासन सक्रिय, जल्द होगा कार्य प्रारंभ कलेक्टर रोहित व्यास ने बताया कि निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि प्रत्येक गांव और धार्मिक स्थल तक पक्की और सुरक्षित सड़क पहुंचे ताकि आमजन को विकास का सीधा लाभ मिले। मुख्यमंत्री का वादा – “सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सबको साथ लेकर चलेंगे” मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पहले ही स्पष्ट किया था कि जशपुर जिले को बुनियादी सुविधाओं में आत्मनिर्भर बनाना उनकी प्राथमिकता है। सड़क निर्माण की यह नई श्रृंखला विष्णु के सुशासन मॉडल का प्रत्यक्ष प्रमाण है।  

कुनकुरी डायलिसिस सेंटर किडनी मरीजों को दे रहा जीवन लेकिन मरीजों ने खोली पोल,कभी भी जा सकती है जान

IMG 20250524 WA0005

अब तक 955 सेशन, छत्तीसगढ़ ही नहीं, ओडिशा के मरीज भी ले रहे निःशुल्क लाभ कुनकुरी, 24 मई 2025 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता से स्थापित कुनकुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का डायलिसिस सेंटर बीते पाँच महीनों में किडनी मरीजों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हुआ है। यह सेंटर न केवल कुनकुरी विकासखंड, बल्कि कांसाबेल, दुलदुला, फरसाबहार जैसे आसपास के इलाकों के मरीजों की जीवनरेखा बन चुका है। इतना ही नहीं, पड़ोसी राज्य ओडिशा के सीमावर्ती जिला सुंदरगढ़ से भी दर्जनों मरीज यहां आकर निःशुल्क डायलिसिस सेवा का लाभ उठा रहे हैं। अब तक 955 डायलिसिस सेशन हो चुके हैं – हर एक सेशन उन परिवारों के लिए राहत की सांस लेकर आया है, जो अब तक अंबिकापुर,रायपुर,रांची जाकर निजी अस्पतालों में महंगे इलाज का बोझ उठाने को मजबूर थे। इस प्रशंसनीय पहल के बीच एक गंभीर तकनीकी समस्या लगातार मरीजों और उनके परिजनों को चिंतित कर रही है – बिजली की अनियमित आपूर्ति। डायलिसिस और बिजली का सीधा रिश्ता – जानलेवा हो सकती है लापरवाही डायलिसिस के दौरान मरीज के शरीर से खून बाहर निकालकर मशीन में साफ किया जाता है और फिर शरीर में वापस पहुंचाया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया अत्याधुनिक मशीनों द्वारा संचालित होती है, जो पूरी तरह बिजली पर निर्भर हैं। यदि डायलिसिस के दौरान बिजली अचानक गुल हो जाए और तुरंत बैकअप चालू न हो, तो मशीन में मौजूद खून क्लॉट होकर वापस नहीं लौट सकता। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्थिति में 2.5 से 3 लीटर खून शरीर से बाहर ही जम सकता है – यह सीधे मरीज के प्राणों पर संकट ला सकता है। मरीज ने जताई चिंता, प्रशासन से तत्काल समाधान की मांग ख़बर जनपक्ष के संपादक संतोष चौधरी को मरीजों और परिजनों ने बताया कि डायलिसिस की गुणवत्ता बेहतर है, लेकिन बिजली कटते ही उनका दिल कांप जाता है। डंडाडीह,दुलदुला से आए मरीज ने आपबीती सुनाते हुए कहा – एक बार लाइट भाग गया तो मशीन के पाइप में मेरा खून जम गया था।फिर गर्मी भी लगती है।यह परेशानी अभी पानी-बिजली खूब किया तब से बढ़ गया है।ऐसी ही परेशानी दो और बुजुर्ग मरीजों के परिजनों ने भी बताई। डायलिसिस सेंटर से जानकारी मिली कि समस्या उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दी गई है और समाधान जल्द किया जाएगा। समस्या नहीं, जीवन-मरण का प्रश्न है ये स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डायलिसिस जैसे जीवन रक्षक इलाज के लिए 24 घंटे की निर्बाध बिजली आपूर्ति और प्रभावी बैकअप सिस्टम जैसे जेनरेटर अनिवार्य हैं। इसमें एक पल की लापरवाही भी जानलेवा हो सकती है। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को खतरे से बचाना ज़रूरी कुनकुरी का डायलिसिस सेंटर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की  पहल का नतीजा है, जिसने सीमावर्ती अंचलों के गरीब और जरूरतमंद मरीजों को नई ज़िंदगी दी है। अब प्रशासन और तकनीकी विभागों की जिम्मेदारी है कि इस जनहित योजना की विश्वसनीयता और सतत संचालन सुनिश्चित करें, ताकि हर मरीज यहां निश्चिंत होकर जीवन पा सके – डर नहीं।  

मुख्यमंत्री VDS आज जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा के उद्घाटन में होंगे शामिल,सुशासन तिहार में भी देंगे समय

IMG 20250519 WA0116

जशपुर,21 मई 2025 – प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय आज कांसाबेल विकासखंड के दोकड़ा गांव में  उतरेंगे।प्रशासनिक तैयारी  और जगन्नाथ मंदिर से जुड़े लोगों से चर्चा के अनुसार  दोकड़ा ग्राम में वर्षों पुराना जगन्नाथ मंदिर को नए सिरे से पूरी भव्यता और ओड़िशी वास्तुकला के साथ निर्माण किया गया है।इस मंदिर के निर्माण में स्वयं विष्णुदेव साय ने रुचि दिखाई और अपने विश्वस्त पुरुषोत्तम सिंह,बलराम भगत  समेत दोकड़ा के भाजपा कार्यकर्ता,पदाधिकारियों के अथक प्रयास से आज वह दिन आ गया है ,जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के साथ भगवान जगन्नाथ मंदिर के महाआयोजन में उपस्थित होंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का शाम 4 बजे के करीब कार्यक्रम में आने की संभावना है।जिसको लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी हो चुकी है।आज सुशासन तिहार भी दोकड़ा गांव में मनाया जायेगा।इन दोनों बड़े आयोजन में शामिल होने बड़ी संख्या में लोगों का आना शुरू हो चुका है।पुलिस व्यवस्था चुस्त दुरुस्त है।

ख़बर जनपक्ष की खबर का बड़ा असर: बारांगजोर के ग्रामीणों की प्यास बुझाने पहुंचा पीएचई विभाग, SDO ने दिया आश्वासन

IMG 20250519 WA0100

कुनकुरी/जशपुर,19 मई 2025 – जनपक्ष की खबर ने एक बार फिर अपना असर दिखाया है। शहीद लेओस का गांव बारांगजोर, जहां जल जीवन मिशन की योजना फेल साबित हो रही थी, वहां अब हलचल तेज हो गई है। सुकबासु पारा और मांझीटोली की बस्तियों में पानी टंकी और पाइपलाइन तो बना दी गई थी, लेकिन नलों से पानी के बजाय केवल हवा निकल रही थी। इस गंभीर समस्या को जनपक्ष ने प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद पीएचई विभाग हरकत में आया। सोमवार को पीएचई के एसडीओ विनोद कुमार मिश्रा खुद बारांगजोर पहुंचे और मौके का मुआयना किया। उन्होंने ठेकेदार के मैनेजर को भी मौके पर तलब किया। पंचायत की सरपंच श्रीमती रोशन आरा ख़ेस और बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौके पर मौजूद रहे। गर्मी और पानी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने अधिकारियों और ठेकेदार से तीखे सवाल पूछे – “सरकार ने लाखों रुपये खर्च किए, फिर भी पानी क्यों नहीं आया?” सरपंच रोशन आरा ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “समस्या मत बताइए, समाधान दीजिए और पानी पहुंचाइए।” उनकी इस सख्त टिप्पणी ने अधिकारियों को भी जवाब देने पर मजबूर कर दिया। एसडीओ मिश्रा ने ‘ ख़बर जनपक्ष‘ के माध्यम से ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि अगले दो हफ्तों में हर घर तक पानी पहुंचाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया है। हालांकि ग्रामीणों का भरोसा अभी पूरी तरह नहीं लौटा है। उनका कहना है कि अब जबकि अधिकारी स्वयं आश्वासन दे रहे हैं, तो वे कुछ दिन इंतजार करेंगे, लेकिन यदि वादा पूरा नहीं हुआ, तो वे फिर चुप नहीं बैठेंगे। ख़बर जनपक्ष की खबर ने जहां जिम्मेदारों को जवाबदेह बनाया, वहीं पीड़ितों की आवाज शासन तक पहुंचाने का काम भी किया,जो जारी रहेगा।

कलेक्टर- एसएसपी ने दोकड़ा जगन्नाथ मंदिर के निर्माण कार्य का अवलोकन किया,मुख्यमंत्री के संभावित दौरा को देखते हुए तैयारी का लिया जायजा

IMG 20250516 WA0035

जशपुर 16 मई 25/ कलेक्टर  रोहित व्यास और एस एस पी  शशि मोहन सिंह ने शुक्रवार को कांसाबेल विकास खंड के दोकड़ा में जगन्नाथ मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में मुख्यमंत्री के शामिल होने की संभावना को देखते हुए तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए आम नागरिकों के लिए छाया पानी, बिजली स्वास्थ्य सुविधाएं, पार्किंग सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ  अभिषेक कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी एसडीएम बगीचा  रितुराज बिसेन सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

क्रेडा विभाग में भ्रष्टाचार का सूरज चमका, सौर सुजला योजना में खुली ठेकेदारी की पोल मुख्यमंत्री के जिले में सहायक अभियंता के कारनामे सवालों के घेरे में, सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहा भ्रष्टाचार?

FB IMG 1746102432351

जशपुर,02 मई 2025 – जिले के क्रेडा विभाग में सौर सुजला योजना के साथ भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखी जा रही है। विभाग के सहायक अभियंता निलेश श्रीवास्तव पर खुलेआम ठेकेदारी करने, ईकाई संचालकों से कमीशन वसूलने और योजनाओं को निजी व्यवसाय में बदलने के गंभीर आरोप लगे हैं।सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार श्रीवास्तव न केवल विभागीय कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं, बल्कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मिलकर योजनाओं को ठेकेदारी का जरिया बना चुके हैं। SSY, SHM, JJM सहित अन्य योजनाओं में टेक्नीशियन और हेल्परों के माध्यम से काम बंटवाया जा रहा है, और ईकाई वालों से JCC निकलवाने तक हर मोड़ पर “सुविधा शुल्क” वसूला जा रहा है। इतना ही नहीं, हितग्राहियों से योजनाओं का लाभ दिलाने से पहले कमीशन तय करने की बात की जा रही है। आरोप तो यह भी है कि यह अधिकारी यूपीआई से भी रिश्वत स्वीकार कर रहे हैं, जो तकनीकी रूप से डिजिटल भ्रष्टाचार का नया उदाहरण बनता है।तस्वीरें जो सोशल मीडिया में तैर रही हैं – पूर्व में सूरजपुर जिले में भी इन पर ऐसे ही आरोप लग चुके हैं, जहां इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी हुई थी, लेकिन शायद सबक नहीं मिला। सत्ता का संरक्षण या उदासीन प्रशासन? सबसे गंभीर सवाल यह है कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद अधिकारी पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही। क्या सत्तारूढ़ दल के कुछ प्रभावशाली लोग इन्हें संरक्षण दे रहे हैं? जनता  पूछ रही है — क्या मुख्यमंत्री के जिले में अधिकारियों को सिर्फ भ्रष्टाचार फैलाने के लिए नियुक्त किया गया है? क्या विष्णु सरकार का सुदर्शन चक्र ऐसे भ्रष्टाचारियों पर चलेगा या यह सिर्फ नारे तक ही सीमित रहेगा? अब जनता जवाब चाहती है। जशपुर की जनता इस पूरे मामले पर सीधी कार्रवाई की मांग कर रही है। अगर ऐसे अधिकारियों पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो सौर ऊर्जा जैसी लोक-कल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएंगी।एक समर्पित भाजपाई ने इस मामले पर चुटकी लेते हुए कहा – यह अधिकारी सत्ता की जांघ में चिपका वह जोंक है जो धनरक्त चूस रहा है। बहरहाल,भ्रष्टाचार के इस चर्चे पर अधिकारी का क्या कहना है,यह उनका पक्ष सामने आते ही पाठकों को बताया जाएगा।फिलहाल उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।

कलेक्टर रोहित व्यास ने खुद उठाया कचरा, कहा – “स्वच्छ गांव, स्वस्थ जीवन का आधार है”

IMG 20250412 WA0009

ग्राम करडेगा में कलेक्टर, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने मिलकर किया श्रमदान, दी स्वच्छता की बड़ी मिसाल जशपुर, 12 अप्रैल 2025– छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से आई है स्वच्छता की एक प्रेरणादायक तस्वीर। दुलदुला जनपद के ग्राम पंचायत करडेगा में जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और ग्रामवासियों ने एक साथ मिलकर स्वच्छता श्रमदान किया। कलेक्टर रोहित व्यास और जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार ने स्वयं श्रमदान करते हुए करडे़गा के बाजारडांड परिसर की सफाई की और ग्रामीणों को स्वच्छता का संदेश दिया। इस अभियान की सबसे खास बात रही कि कलेक्टर ने स्वयं झाड़ू उठाकर और कचरा उठाकर जीवन में स्वच्छता के महत्व को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए कहा – “अगर गांव स्वच्छ और सुंदर रहेगा तो बीमारियां नहीं फैलेंगी, लोग स्वस्थ रहेंगे और अस्पतालों की ज़रूरत भी कम पड़ेगी।” कलेक्टर ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने दैनिक जीवन में सफाई और योग को भी शामिल करें। उन्होंने कहा कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक शांति और ऊर्जा भी देता है, जिससे दिनचर्या बेहतर और संतुलित बनती है। गांव करडेगा में हुआ यह स्वच्छता अभियान न केवल जिले के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गया है। यह उदाहरण दिखाता है कि जब प्रशासन और आम नागरिक साथ आएं, तो कोई भी बदलाव संभव है।