पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या: नेशनल हाईवे जाम, आरोपियों और पुलिस पर कार्रवाई की मांग

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  बीजापुर,04 जनवरी 2025 –  बीजापुर जिले के निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या और शव मिलने की घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। तीन दिनों से लापता मुकेश का शव शुक्रवार को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया। घटना के बाद पत्रकार समुदाय में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। हत्या का संदिग्ध मामला: बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव द्वारा जारी बयान के अनुसार, पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी को शाम के समय घर से निकले थे। कुछ देर बाद उनका फोन बंद हो गया और वह वापस नहीं लौटे। परिजनों ने काफी तलाश के बाद उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस जांच में शुक्रवार को उनका शव चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। भ्रष्टाचार के खिलाफ खबर बनी कारण? मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर ने खुलासा किया कि कुछ दिनों पहले मुकेश ने गंगालूर से नेलसनार तक बन रही 45 किलोमीटर लंबी सड़क में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार को उजागर किया था। उन्होंने बताया कि मुकेश बीजापुर के अंदरूनी नक्सल प्रभावित इलाकों में पत्रकारिता करते हुए ज्वलंत मुद्दों को सामने लाने में अग्रणी थे। पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन: मुकेश के शव मिलने के बाद शनिवार सुबह से ही बीजापुर में पत्रकारों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हत्या के दोषियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा के साथ-साथ बीजापुर एसपी को सस्पेंड कर तबादला करने की मांग की है। प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की भारी तैनाती की गई है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा। मुकेश चंद्राकर को क्षेत्र में निर्भीक और सशक्त पत्रकार के रूप में जाना जाता था। उन्होंने न केवल भ्रष्टाचार उजागर किया, बल्कि नक्सल कब्जे से जवानों को छुड़ाने में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी हत्या ने पूरे बस्तर संभाग को स्तब्ध कर दिया है। सरकार और प्रशासन पर उठे सवाल: इस जघन्य हत्या ने पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्रकारों का आरोप है कि मुकेश की हत्या में पुलिस की लापरवाही भी जिम्मेदार है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि हत्या के पीछे छिपे कारणों और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।  

बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या: सीएम साय समेत पत्रकारिता जगत और समाज में शोक की लहर

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ख़बर ज़नपक्ष डेस्क : बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस जघन्य घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि यह पत्रकारिता जगत और समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आया बयान   मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश जारी करते हुए लिखा, “मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। इस घटना के अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाए।” पत्रकारिता में योगदान मुकेश चंद्राकर बीजापुर के चर्चित पत्रकारों में से एक थे और उनके यूट्यूब चैनल “बस्तर जंक्शन” ने नक्सल प्रभावित इलाकों में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया था। उनकी साहसी पत्रकारिता ने उन्हें लोगों के बीच एक पहचान दिलाई। परिवार और समाज में शोक मुकेश चंद्राकर के परिवार और स्थानीय पत्रकार समुदाय में इस घटना से भारी आक्रोश और दुख का माहौल है। उनकी हत्या ने क्षेत्र में प्रेस की सुरक्षा और स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस जांच में प्रगति इस मामले में पुलिस ने अब तक एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है और कई सुरागों पर काम कर रही है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दावा किया है कि इस केस को जल्द सुलझाया जाएगा। शोक संदेश मुख्यमंत्री श्री साय के अलावा कई अन्य नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकार संगठनों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सभी ने अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की है।  

बुरी खबर: बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या की खबर,घर के पास लाश मिली,आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं

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रायपुर डेस्क,03 जनवरी2025 –  बीजापुर जिले के चर्चित पत्रकार मुकेश चंद्राकर बीते तीन दिनों से लापता हैं। सोशल मीडिया में खबर आ रही है कि उनकी अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी है।लाश उनके घर के पास मिली है।इस खबर ने पूरे पत्रकार जगत में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने शुरुआती जांच में अपहरण की आशंका जताई है और मामले को सुलझाने के लिए तेजी से कदम उठा रही है। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने आज दोपहर में मीडिया को बताया कि इस मामले में कुछ अहम सुराग मिले हैं और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। दरअसल, 1 जनवरी की शाम मुकेश चंद्राकर टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहनकर घर से निकले थे। कुछ देर बाद उनका फोन बंद हो गया। जब रात तक वे घर नहीं लौटे, तो उनके भाई और साथी पत्रकार युकेश चंद्राकर ने उनकी तलाश शुरू की। करीबियों और संभावित स्थानों पर खोजबीन के बाद जब कोई सूचना नहीं मिली, तो युकेश ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। CCTV और संदिग्ध पर पुलिस की नजर शहर के CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जांच में पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। फेसबुक यूजर अंशु रजक ने लिखा है – बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर को एक ठेकेदार ने मार डाला अपने घर के सेप्टिक टैंक में दफना दिया.. वो भी सिर्फ इसलिए क्योकि उसके भ्रष्टाचार को मुकेश ने उजागर किया.. सच्चाई लोगो को बताई और इसका परिणाम मिला मौत .. छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की जरूरत है..!! मुकेश चंद्राकर: नक्सल मुद्दों की रिपोर्टिंग में सक्रिय नाम मुकेश चंद्राकर बीजापुर में “बस्तर जंक्शन” नामक यूट्यूब चैनल चलाते थे, जो नक्सल गतिविधियों और मुद्दों की रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है। उनकी निर्भीक पत्रकारिता ने उन्हें क्षेत्र में एक अलग पहचान दिलाई है। सक्रिय पत्रकार की हत्या ने बस्तर के पत्रकार समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने बस्तर आईजी से मुलाकात कर मामले को जल्द सुलझाने और मुकेश का पता लगाने की मांग की थी। कई पत्रकारों का दल भी उनकी तलाश में जुटा हुआ था। मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर ने स्थानीय लोगों और प्रशासन को गहरी चिंता में डाल दिया है। क्षेत्र में उनके योगदान और निर्भीक पत्रकारिता को देखते हुए, यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रेस स्वतंत्रता और सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करता है।  

*राज्य के सभी ब्लॉक मुख्यालयों में आज किसान सम्मेलन एवं कृषि संगोष्ठी*

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*कृषक उन्नति योजना से लाभान्वित कृषकों का होगा सम्मान* रायपुर, 21 दिसम्बर 2024/ किसानपुत्र मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार के गठन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 21 दिसंबर को राज्य के सभी ब्लॉक मुख्यालयों में किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं और उपलब्धियों को जनसामान्य तक पहुंचाना है। किसान सम्मेलन में कृषक उन्नति योजना के लाभान्वित किसानों और प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया जाएगा। कृषि संगोष्ठी का भी आयोजन होगा। किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करने के साथ ही सरकार की किसान हितैषी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जागरूक किया जाएगा। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां किसानों को उनकी उपज का सर्वाधिक मूल्य दिया जा रहा है। राज्य सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर कर रही है। इसके साथ ही, समर्थन मूल्य और आदान सहायता को मिलाकर किसानों को प्रति क्विंटल धान का मूल्य 3100 प्रदान किया जा रहा है। बीते वर्ष छत्तीसगढ़ ने 145 लाख मेट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीदी की थी। इस साल खरीफ की फसल के बेहतर उत्पादन के कारण 160 लाख मेट्रिक टन धान की खरीदी का अनुमान है। छत्तीसगढ़ केंद्रीय पूल में धान का दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता राज्य है। छत्तीसगढ़ सर्वाधिक किसानों से धान खरीदने के मामले में देश में प्रथम स्थान पर है। कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों को आदान सहायता दी जा रही है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण, सिंचाई सुविधाओं का विस्तार करने के साथ ही भूमिहीन किसानों की सहायता के लिए दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर सहायता योजना के लिए बजट में राशि का प्रावधान किया है। छत्तीसगढ़ सरकार का संकल्प किसानों को सशक्त बनाना और राज्य की अर्थव्यवस्था को कृषि आधारित विकास के माध्यम से सुदृढ़ करना है। किसानों से अपील की गई है कि वे अपने-अपने ब्लॉक के किसान सम्मेलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं।

छत्तीसगढ़ कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक: विकास, रोजगार और खेलों को बढ़ावा देने के कई निर्णय

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रायपुर, 11 दिसंबर 2024 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश के विकास, रोजगार, खेल और आर्थिक सुदृढ़ीकरण से जुड़े कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय निम्नलिखित हैं: द्वितीय अनुपूरक बजट अनुमोदन वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए द्वितीय अनुपूरक अनुमान को मंजूरी दी गई। इसे विधानसभा में प्रस्तुत करने हेतु छत्तीसगढ़ विनियोग विधेयक, 2024 का अनुमोदन किया गया। आदिवासी युवाओं को पुलिस भर्ती में राहत अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं के लिए पुलिस भर्ती में ऊंचाई और सीने के मापदंडों में एक बार के लिए छूट प्रदान की गई। वर्ष 2024 की सीधी भर्ती प्रक्रिया में इन मापदंडों को कम करते हुए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया गया। विधेयकों का अनुमोदन कैबिनेट ने विभिन्न विधेयकों को मंजूरी दी, जिनमें छत्तीसगढ़ विधानसभा सदस्य वेतन, भत्ता तथा पेंशन (संशोधन) विधेयक, भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक, और छत्तीसगढ़ माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक शामिल हैं। डेयरी उद्यमिता को बढ़ावा प्रदेश में डेयरी उद्योग को प्रोत्साहन देने हेतु राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर का निर्णय लिया गया। यह कदम दुग्ध उत्पादन लागत घटाने और किसानों को सुदृढ़ विपणन व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए उठाया गया है। खेल संस्कृति को बढ़ावा खेलों को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी गई। इसके तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में खेल क्लबों की स्थापना, पारंपरिक खेलों का पुनर्जीवन, और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। वाहनों पर रोड टैक्स में छूट रायपुर में 15 जनवरी से 15 फरवरी 2025 तक आयोजित ऑटो एक्सपो के दौरान वाहनों पर 50% रोड टैक्स की छूट दी जाएगी। इस निर्णय से ऑटोमोबाइल सेक्टर में वृद्धि की उम्मीद है। धान उपार्जन और कस्टम मिलिंग खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के निपटान के लिए नीलामी का प्रावधान किया गया है। साथ ही फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति के लिए भी आवश्यक व्यवस्थाओं का अनुमोदन किया गया। नवाचार और प्रशासनिक सुधार पंचायत राज अधिनियम और नगर पालिका अधिनियमों में संशोधन के विधेयकों को मंजूरी दी गई। जीएसटी संशोधन विधेयक को भी मंजूरी मिली, जिससे कर प्रणाली में सुधार होगा। आर्थिक प्रोत्साहन राईस मिलों को लंबित प्रोत्साहन राशि का वितरण प्रारंभ करने और कस्टम मिलिंग प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर ₹80 करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “आज के फैसले प्रदेश के विकास, रोजगार सृजन और खेल संस्कृति को सशक्त बनाएंगे। ये कदम छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।”  

जशपुर बना EASEMYTRIP पर शामिल होने वाला पहला जिला, पर्यटन विकास को मिली नई पहचान

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जशपुर, 8 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रयासों से जशपुर को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिली है। जशपुर, www.easemytrip.com पर शामिल होने वाला छत्तीसगढ़ का पहला जिला बन गया है। इस पहल से पर्यटक अब जशपुर की यात्रा के लिए ऑनलाइन जानकारी प्राप्त कर बुकिंग कर सकते हैं। पर्यटन की खासियतें: जशपुर अपनी हरी-भरी वादियों, चाय बागानों, और समृद्ध आदिवासी संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां पर्यटक रॉक क्लाइम्बिंग, आदिवासी परंपराओं का अनुभव, और स्थानीय व्यंजन का आनंद ले सकते हैं। प्रमुख स्थलों में दमेरा, देशदेखा, चाय बगान, रानीदाह, कैलाश गुफा, एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च, और मयाली नेचर कैंप शामिल हैं। कैसे पहुंचें: रांची या झारसुगुड़ा के माध्यम से सड़क, ट्रेन या हवाई यात्रा से जशपुर आसानी से पहुंचा जा सकता है। ठहरने के लिए सरना एथनिक रिज़ॉर्ट और स्थानीय होटलों की सुविधा उपलब्ध है। जिला प्रशासन ने जशपुर को पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए अनेक गतिविधियां आयोजित की हैं। यहां का शांत वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य, और सांस्कृतिक विविधता पर्यटकों को सुकून का अनुभव प्रदान करता है।  

धान खरीदी पर भ्रम फैलाने वालों को मुख्यमंत्री साय की सीधी चेतावनी

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रायपुर, 23 नवंबर 2024: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने धान खरीदी को लेकर भ्रम फैलाने वालों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के अनुरूप किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को इस विषय में किसी प्रकार की शंका या भ्रम नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, “धान खरीदी प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों के हितों की रक्षा के लिए हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कर रही है। यदि कोई इस संबंध में भ्रम फैलाने का प्रयास करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।” धान खरीदी अभियान के अंतर्गत किसानों को सहूलियत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने उपार्जन केंद्रों पर माईक्रोएटीएम के माध्यम से 2000 से 10,000 रुपये तक की राशि निकालने की सुविधा दी है। इससे किसानों को परिवहन और मजदूरी का भुगतान करने में आसानी होगी। धान खरीदी अभियान 14 नवंबर से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। इस वर्ष कुल 27.68 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल हैं। राज्य के 2739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान प्रदेश के किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण का प्रतीक है। उन्होंने सभी किसानों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और धान खरीदी प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर भाग लें। धान खरीदी पर किसी भी प्रकार की राजनीति या गलत जानकारी को सहन नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय के इस स्पष्ट संदेश ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि सरकार किसानों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है।  

संघर्ष की मिट्टी से खिली रितिका: बैडमिंटन रैकेट ने बदली तकदीर, मुख्यमंत्री साय ने वीडियो कॉल कर दी शाबासी

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रायपुर, 17 नवंबर 2024: संघर्ष और समर्पण की कहानी धमतरी की रितिका ध्रुव की है, जिसने बैडमिंटन के प्रति अपने जुनून से न सिर्फ अपनी पहचान बनाई, बल्कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से सीधे संवाद करने का मौका भी पाया। वीडियो कॉल पर मुख्यमंत्री ने न केवल रितिका के जज़्बे को सराहा, बल्कि उसकी हर संभव मदद का वादा कर छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को प्रेरित करने की मिसाल पेश की। खेल के प्रति जुनून ने रचा इतिहास मजदूर पिता और आंगनबाड़ी सहायिका मां की बेटी रितिका ने कभी नहीं सोचा था कि उसकी मेहनत और लगन एक दिन उसे मुख्यमंत्री के सामने ला खड़ा करेगी। बचपन से ही बैडमिंटन के खेल में रुचि रखने वाली रितिका ने संसाधनों की कमी के बावजूद अपनी इच्छाशक्ति से वह मुकाम हासिल किया, जिसे पाना कई के लिए सपना बनकर रह जाता है। रितिका ने मुख्यमंत्री से बताया कि उसने बेंगलुरु में खेलो-इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स और ओडिशा में नेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। उसकी तमन्ना है कि वह ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीते। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस सपने को साकार करने के लिए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री का स्नेह और समर्थन वीडियो कॉल पर मुख्यमंत्री ने रितिका से आत्मीयता से बातचीत की। उन्होंने न सिर्फ उसकी खेल प्रतिभा को सराहा, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि उसे बैडमिंटन में आगे बढ़ने के लिए राज्य सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, “खूब आगे बढ़िए, अपने माता-पिता और प्रदेश का नाम रोशन कीजिए। छत्तीसगढ़ सरकार आपकी हर जरूरत में आपके साथ खड़ी है।” खेल और शिक्षा दोनों में मिसाल रितिका केवल एक होनहार खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक समर्पित छात्रा भी है। वह वर्तमान में बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है। मुख्यमंत्री ने उसे खेल के साथ पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान देने की सलाह दी और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। रितिका का कहना है कि मुख्यमंत्री से हुई बातचीत ने उसकी हिम्मत को नया पंख दिया है। खेल प्रतिभाओं को पंख दे रहे मुख्यमंत्री साय छत्तीसगढ़ में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री साय लगातार प्रयासरत हैं। हाल ही में उन्होंने पर्वतारोही निशा को किलिमंजारो पर्वत फतह करने के लिए मदद का वादा किया था। अब रितिका के संघर्ष और लगन को देखकर उन्होंने उसकी हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। संघर्ष की कहानी, सफलता की उड़ान रितिका की यह कहानी बताती है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन हों, जज़्बा और मेहनत हर मुश्किल को पार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री से हुए संवाद ने रितिका को न केवल प्रेरित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि छत्तीसगढ़ में खेल प्रतिभाओं को अब वह समर्थन मिल रहा है, जिसकी उन्हें दरकार थी। रितिका ध्रुव जैसी प्रतिभाएं न केवल राज्य का गौरव हैं, बल्कि उनके संघर्ष और सफलता की कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगी।  

मुख्यमंत्री साय का फोन बना निशा के सपनों का सहारा, किलिमंजारो पर फहरेगा छत्तीसगढ़ से तिरंगा

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रायपुर, 15 नवंबर 2024 // आज सुबह बिलासपुर की निशा यादव के जीवन में एक ऐसा पल आया, जिसने उनके सपनों को नई उड़ान दी। अलसुबह, जब उनका फोन बजा और दूसरी तरफ से एक सौम्य आवाज सुनाई दी, तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। आवाज आई, “बेटा, मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बोल रहा हूं। तुम्हें किलिमंजारो पर तिरंगा फहराने जाना है, और तुम्हें पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है।” पहले तो निशा को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। संकोच के साथ उन्होंने पूछा, “क्या आप सच में मुख्यमंत्री बोल रहे हैं?” लेकिन जब मुख्यमंत्री ने निशा के सपने और उनकी पर्वतारोहण यात्रा के बारे में विस्तार से चर्चा की, तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। “आपने मेरे सारे डर दूर कर दिए” निशा, जो एक साधारण परिवार से आती हैं, ने बताया कि उनके पिता एक ऑटो चालक हैं। पर्वतारोहण जैसे महंगे शौक को पूरा करना उनके परिवार के लिए मुश्किल था। निशा ने भावुक होकर कहा, “मुख्यमंत्री जी, मैं कई दिनों से सो नहीं पा रही थी। मेरे सपने को पूरा करने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। आज आपने मेरी सारी चिंताओं को दूर कर दिया। मैं आपको तहे दिल से धन्यवाद देती हूं।” निशा ने मुख्यमंत्री को यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर अपनी चढ़ाई और वहां तिरंगा फहराने के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पर्वतारोहण न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक मजबूती की भी परीक्षा लेता है। अब उनका अगला सपना अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को फतह करना है, और इसके बाद वे माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराना चाहती हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने निशा के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है। आपका आत्मविश्वास और जुनून आपको आपके लक्ष्य तक जरूर पहुंचाएगा। हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ की बेटी माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराए। आर्थिक तंगी कभी किसी के हौसले को रोक नहीं सकती। हमारी सरकार आपके साथ है।” मुख्यमंत्री के इस स्नेह और समर्थन से निशा का उत्साह दोगुना हो गया। उन्होंने कहा कि अब वे और भी ज्यादा मेहनत करेंगी और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगी। निशा की कहानी न केवल उनके जैसे युवाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह भी साबित करती है कि जब सरकार और नेतृत्व का सहयोग मिलता है, तो कोई भी सपना असंभव नहीं रहता। जल्द ही निशा तिरंगे के साथ किलिमंजारो की ऊंचाइयों को छूने की तैयारी शुरू करेंगी। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पल न केवल निशा के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का क्षण होगा।  

प्रकाश पर्व पर हम सभी प्रेम,सद्भाव और सेवाभाव का संकल्प लें – विष्णुदेव साय

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*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को गुरुनानक देव जयंती ‘प्रकाश पर्व’ की दी बधाई* रायपुर 14 नवंबर 2024/मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने गुरुनानक देव की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों को विशेषकर सिख समुदाय के लोगों को गुरू नानक जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गुरू नानकदेव की जयंती को गुरूपरब और प्रकाश पर्व के रूप में उल्लास के साथ मनाया जाता है। गुरूनानक देव जी ने विश्व को प्रेम, एकता, समानता और भाईचारे का संदेश दिया है। गुरु नानक देव जी के उपदेश हम सभी को प्रेम और सद्भाव के साथ सेवाभाव से जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं।