उल्लास का माहौल मातम में बदला, घायलों में एक दर्जन की हालत गंभीर, आरोपी चालक गिरफ्तार
जशपुर (छत्तीसगढ़)03 सितम्बर 2025 – छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में गणेश विसर्जन का जुलूस उस वक्त मातम में बदल गया जब एक तेज रफ्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर भीड़ में घुस गई। यह हादसा बगीचा थाना क्षेत्र के जुरुडांड गांव में बीती रात करीब साढ़े दस बजे हुआ। घटना में 3 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 22 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें से एक दर्जन से ज्यादा की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण गणेश प्रतिमा का ग्राम भ्रमण कर विसर्जन करने तालाब की ओर जा रहे थे। इसी दौरान अंबिकापुर से कुनकुरी की ओर जा रही बोलेरो ने अचानक भीड़ को अपनी चपेट में ले लिया। वाहन की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई लोग हवा में उछलकर दूर जा गिरे और कई लोग वाहन के नीचे कुचल गए। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने चालक की जमकर पिटाई कर दी, जबकि वाहन में सवार अन्य लोग मौके से फरार हो गए।
मृतकों की पहचान
इस दर्दनाक हादसे में जिनकी मौत हुई है, उनमें –
अरविंद (19 वर्ष), पिता तोबियस केरकेट्टा
विपिन कुमार प्रजापति (17 वर्ष), पिता देवनारायण
खिरोवती यादव (32 वर्ष), पत्नी हरीश यादव शामिल हैं।
घायलों का उपचार जारी
घायलों को तुरंत बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां बीएमओ डॉ. सुनील लकड़ा और उनकी टीम ने पूरी रात इलाज किया। गंभीर घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया है। इस बीच सीएमएचओ डॉ. जी.एस. जात्रा ने पूरे स्वास्थ्य अमले को अलर्ट पर रखा है और घायलों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
मौके पर विधायक, कलेक्टर और एसएसपी
हादसे की खबर मिलते ही जशपुर विधायक रायमुनि भगत रात में ही अस्पताल पहुंचीं और घायलों व परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
वहीं जशपुर कलेक्टर रोहित व्यास और एसएसपी शशिमोहन सिंह भी देर रात अस्पताल पहुंचे। कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन की ओर से मेडिकल ऑफिसर और दो नायब तहसीलदार को अंबिकापुर भेजा गया है ताकि घायलों के इलाज में किसी तरह की कमी न हो।
पुलिस ने बोलेरो व चालक को पकड़ा
एसएसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि बोलेरो और उसके चालक को पुलिस ने पकड़ लिया है। “प्रकरण की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
पूरे इलाके में शोक
गणेश उत्सव के उल्लास के बीच हुए इस हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। जहां तालाब से लौटते ग्रामीणों को उत्सव का समापन करना था, वहीं अचानक हुए हादसे ने पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल पैदा कर दिया।