सीएम साय की पहल : गौ संरक्षण पर आधारित परीक्षा का सफल आयोजन, 100 से अधिक विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा

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जशपुर,11 जनवरी2025 – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आह्वान पर प्रदेशभर में गौ संरक्षण और संवर्धन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विद्यार्थियों के लिए “गौ: धर्म और विज्ञान” विषय पर परीक्षा का आयोजन किया गया। इसी क्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बंदरचुवा में भी यह परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस परीक्षा में 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया और गौ माता से जुड़ी धार्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक जानकारियों पर आधारित प्रश्नों का उत्तर दिया। विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष पुस्तकों की व्यवस्था की गई थी, जिसमें गौ माता के महत्व और संरक्षण की जानकारी दी गई थी। परीक्षा का आयोजन प्राचार्य गुप्तेश्वर साय के मार्गदर्शन में हुआ, जबकि नोडल अधिकारी रविंद्र शर्मा ने इसके सफल संचालन में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, इस आयोजन में अयोध किशोर गुप्ता, विमल मनहर और शांता एक्का ने भी सक्रिय सहयोग प्रदान किया। इस परीक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में गौ संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें धार्मिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रेरित करना था। आयोजन को लेकर विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच उत्साह देखा गया, और इसे समाज में गौ संरक्षण की भावना को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। गौ संरक्षण के प्रति यह पहल न केवल विद्यार्थियों को ज्ञानवर्धक बना रही है, बल्कि समाज को एक नई दिशा देने का भी प्रयास कर रही है।  

जशपुर में सड़क सुरक्षा मितान जागरूकता अभियान: एसपी शशिमोहन सिंह की अनूठी पहल

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जशपुर, 08 जनवरी 2025 – सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और लोगों की जान बचाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने “सड़क सुरक्षा मितान जागरूकता अभियान” शुरू किया है। इस अभियान के तहत कुनकुरी थाना परिसर में नागरिकों, वाहन चालकों और गणमान्य नागरिकों की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कुनकुरी एसडीएम नंदजी पांडे ने की। कार्यक्रम में ‘गुड समैरिटन’ (नेकदिल इंसान) कानून पर विशेष ध्यान दिया गया। एएसआई मनोज कुमार साहू ने बैठक में बताया कि यह कानून सड़क दुर्घटना के पीड़ितों की मदद करने वाले नागरिकों को कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने कहा, “गुड समैरिटन का उद्देश्य अच्छे लोगों को कानूनी और अन्य समस्याओं से बचाना है, जिससे वे बिना किसी डर के मदद कर सकें।’सड़क सुरक्षा मितान जागरूकता अभियान’ इसे जरूर सफल बनाएगा।” गुड समैरिटन कानून: उद्देश्य और विशेषताएं थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बताया कि गुड समैरिटन कानून का उद्देश्य मददगार नागरिकों को कानूनी हस्तक्षेप, पुलिस उत्पीड़न, हिरासत या अदालती तंत्र के डर से मुक्त करना है। उन्होंने कानून की प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित करते हुए बताया: *गुड समैरिटन को बार-बार न्यायालय या पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होगी। *यदि किसी नेक व्यक्ति को पुलिस स्टेशन या कोर्ट जाना पड़ता है, तो उसका खर्च ‘गुड समैरिटन फंड’ से वहन किया जाएगा। *सरकारी और निजी अस्पतालों को पीड़ित को प्राथमिक उपचार देना अनिवार्य है। *पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद गुड समैरिटन को तुरंत अस्पताल छोड़ने की अनुमति है। *अस्पतालों में गुड समैरिटन को उनके अधिकारों और प्रावधानों के बारे में शिक्षित किया जाएगा। सड़क सुरक्षा मितान जागरूकता अभियान: सामुदायिक सहभागिता का नया आयाम एसडीएम नंदजी पांडे ने इस अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के किनारे रहने वाले नागरिकों को ‘सड़क सुरक्षा मितान’ बनाया जाएगा। ये मितान दुर्घटना के समय सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचकर घायल व्यक्तियों की मदद करेंगे और पुलिस व एम्बुलेंस (108) को सूचित करेंगे। थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बैठक में जानकारी दी, “जिले में दुर्घटनाओं के हॉटस्पॉट चिन्हांकित किए जा रहे हैं। इन स्थानों के पास रहने वाले लोगों को सड़क सुरक्षा मितान बनाकर जागरूक किया जाएगा। यह कप्तान शशिमोहन सिंह के नेतृत्व में चल रही एक अनोखी पहल है।” जिला हॉकी संघ के उपाध्यक्ष संतोष चौधरी ने बताया कि “गुड समैरिटन और सड़क सुरक्षा मितान का सम्मिलित प्रयास सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और लोगों की जान बचाने में मील का पत्थर साबित होगा। यह लोगों को मदद करने के लिए प्रेरित करेगा, साथ ही उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।” बैठक में उपस्थित लोगों ने पुलिस अधीक्षक की नई पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि यह पहल जशपुर जिले को सुरक्षित और दुर्घटनामुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।  

जशपुर में मंदिर विवाद के विरोध में बाजार बंद, संगठनों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग

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जशपुर, 8 जनवरी 2025 – जशपुर जिले के बगीचा क्षेत्र में 3 जनवरी को स्थानीय दुर्गा मंदिर में हुए विवाद के बाद क्षेत्रीय संगठनों और स्थानीय नागरिकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस घटना के विरोध में मंगलवार को बगीचा कस्बे में पूर्ण बंद का आयोजन किया गया, जिसमें व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं और आम नागरिकों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। क्या है विवाद? सूत्रों के अनुसार, दुर्गा मंदिर में नियमित पूजा के दौरान बगीचा निवासी नासिर खान द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया गया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। इसके बाद कई संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।इस मामले में मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने नासिर खान के कृत्य की निंदा करते हुए किनारा कर लिया है। रैली और मांग पत्र सौंपा विरोध के तहत क्षेत्रीय हिंदू संगठनों ने एक बड़ी रैली निकाली, जिसमें सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया। रैली के दौरान संगठनों ने एसडीएम कार्यालय तक मार्च किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की कि मंदिर में हुए विवाद के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। रैली में मौजूद वक्ताओं ने कहा, “हम अपने धार्मिक स्थानों में शांति और सद्भाव बनाए रखने के पक्षधर हैं। लेकिन इस प्रकार की घटनाओं से हमारी धार्मिक भावनाओं पर आघात हो रहा है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।” प्रशासन ने ज्ञापन प्राप्त करने के बाद जांच का आश्वासन दिया है। एसडीएम ने कहा कि घटना की गहराई से जांच की जाएगी और दोषियों पर कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। बगीचा कस्बे में आज के बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से ही बाजार की दुकानें बंद रहीं, और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। व्यापारियों ने बंद को अपना समर्थन देते हुए कहा कि यह बंद धार्मिक भावनाओं के सम्मान और न्याय की मांग के लिए आयोजित किया गया है।  बहरहाल, मंदिर विवाद ने जशपुर जिले में धार्मिक भावनाओं को गहरा प्रभावित किया है। स्थानीय नागरिक और संगठन इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।  

जशपुर: ईसा मसीह पर विवादित टिप्पणी के मामले में भाजपा विधायक रायमुनी भगत पर न्यायालय ने दर्ज कराया मामला, सत्ता की भूमिका पर उठे सवाल

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जशपुर,07 जनवरी 2025 –  ईसा मसीह पर विवादित टिप्पणी के मामले में जशपुर की भाजपा विधायक रायमुनी भगत के खिलाफ  न्यायालय ने अपराध दर्ज किया है। यह मामला अब केवल विधायक तक सीमित नहीं है, बल्कि सत्ता की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट जशपुर ने यह आदेश ढेगनी निवासी हेरमोन कुजूर द्वारा दायर परिवाद पर सुनवाई करते हुए दिया। घटना और विवाद का पृष्ठभूमि: 1 सितंबर 2024 को ढेगनी गांव में भुईहर समाज के सामाजिक भवन के लोकार्पण समारोह के दौरान विधायक रायमुनी भगत ने अपने संबोधन में कथित तौर पर ईसा मसीह पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “अगर ईसा मसीह मरने के बाद जीवित हो सकते हैं तो मतांतरितों को कब्रिस्तान की जरूरत क्यों पड़ती है?” इस बयान को लेकर ईसाई समुदाय के लोगों ने इसे ईसा मसीह का अपमान बताते हुए विरोध किया और जिले के विभिन्न थाना और चौकी में शिकायतें दर्ज कराईं। पुलिस की भूमिका पर सवाल: न्यायालय का हस्तक्षेप: पुलिस से निराश होकर, ढेगनी निवासी हेरमोन कुजूर ने 10 दिसंबर 2024 को जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया। परिवादी के अधिवक्ता विष्णु कुलदीप ने न्यायालय में छह प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कराए और घटना का वीडियो प्रस्तुत किया। सुनवाई के बाद प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चौहान ने विधायक रायमुनी भगत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 196, 299 और 302 के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया। राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया: इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। सत्ता में रहते हुए भाजपा विधायक के विवादित बयान और पुलिस की भूमिका पर अब सवाल उठाए जा रहे हैं। ईसाई समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ सरकार ने जानबूझकर मामले को दबाने की कोशिश की। वहीं, न्यायालय के फैसले को लेकर समुदाय में संतोष देखा जा रहा है। नोटिस जारी और अगली सुनवाई: न्यायालय ने विधायक रायमुनी भगत को 10 जनवरी 2025 को अदालत में पेश होने का नोटिस जारी किया है। इस मामले की अगली सुनवाई पर यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि न्यायिक प्रक्रिया क्या मोड़ लेती है?  

कुनकुरी में सड़क निर्माण में बड़ा भ्रष्टाचार! गिट्टी-बालू-सीमेंट से ज्यादा मजबूत दिखा ठेकेदार-नेता-अधिकारी का गठजोड़

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जशपुर,07 जनवरी 2025 – घोड़े को लगाम लगाकर दौड़ाने की जगह घोड़े को ही लगाम दे दी जाय तो फिर क्या होगा?इस सवाल का जवाब आपको कुनकुरी जनपद पंचायत क्षेत्र में विकास रूपी घोड़े को देखने से मिल जाएगा। नेशनल हाइवे 43 के किनारे पंडरीपानी गाँव में कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र बना है जिसमें सीसीरोड नामक विकास का घोड़ा बेलगाम दौड़ा है।इस रोड के बारे में जानकारी मिली कि यह महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत 10 लाख से ज्यादा की लागत से बन रही है।यह निर्माण कार्य ग्राम पंचायत रेमते के अंतर्गत भाजपा से जुड़े कलिबा निवासी एक ठेकेदार के द्वारा बनवाया जा रहा है। जहाँ सब-इंजीनियर ने भी आंख मूंद ली है या फिर एडजस्टमेंट करने की डील बड़ी होगी तभी तो निर्माण कार्य के समय मौके पर नहीं दिखे। सरपँच श्रीमती सरिता तिर्की से फोन पर बात करने से उन्होंने बताया कि सीसीरोड तो बढ़िया बन रहा है।ठेकेदार अशोक यादव बनवा रहा है।निर्माण कार्य का कार्यादेश (work Order) नहीं देखी हूँ। वहीं जब पंचायत के सचिव अमर यादव से फोन पर जानकारी ली तो उन्होंने आवश्यक कार्य से बाहर होने की बात कही। अब इस सम्बन्ध में प्रभारी आरईएस एसडीओ पीटर से बात करने पर उन्होंने कहा कि सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण किया जा रहा है।स्टीमेट नहीं दिखाया। अब हम आपको तस्वीर दिखाते हैं – इस तस्वीर में सीसीरोड पर प्लास्टर चढ़ाया जा रहा है।वाईब्रेटर का कोई इस्तेमाल यहाँ नहीं हो रहा है।गिट्टी की बात करें तो सीसीरोड में 20 एमएम की जगह पूरा 30 एमएम से सीसीरोड बनाया गया है।सीमेंट,बालू का अनुपात 1:7 का डाला गया है जबकि 1:4 का होना बताया गया है।निर्माण करने से पहले बेस तैयार करने के लिए न मुरुम बिछाया गया,न तो रोलर चलाया गया और न ही लेबल किया गया।बस प्लास्टिक बिछाते हुए उसके ऊपर मनमाने ढंग से बिना वाईब्रेटर चलाये बनाया जा रहा है।मौके पर सूचना बोर्ड भी नहीं है जिससे निर्माण कार्य की  जानकारी यहां आनेवाले आम नागरिक,पत्रकार,अधिकारी को मिल सके। ऐसे में समझा जा सकता है कि विकासपुरुष मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की विधानसभा कुनकुरी में उनके सुशासन पर भ्रष्टाचार की कालिख़ पोतनेवाले क्यूँ इतना बेख़ौफ़ हैं?ग्रामीणों का कहना है कि रेमते पंचायत में घटिया निर्माण करनेवाले ठेकेदार भाजपा से जुड़े हैं जिनके सामने सरपँच-सचिव केवल चेक लेकर पैसा निकालने का काम करते हैं।अधिकारी-इंजीनियर का कोई नियंत्रण नहीं है।सालभर में सीसीरोड खराब हो जाते हैं।यह सड़क तो बनते ही खराब होने लगी है। देखिए –  

छत्तीसगढ़ के निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या पर झारखंड के पत्रकारों ने जताई कड़ी नाराज़गी,कहा- हत्यारों को फांसी दो

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गुमला(झारखण्ड), 07 जनवरी 2025 – बस्तर के प्रसिद्ध और निर्भीक पत्रकार मुकेश चंद्रकार की निर्मम हत्या ने पूरे पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है। इस कायराना हमले के विरोध में झारखंड के पत्रकारों ने एकजुट होकर श्रद्धांजलि दी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की। गुमला जिले में आयोजित आपात बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र कुमार सिंह ने की। इस दौरान उपस्थित पत्रकारों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला करार दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे हमलों को समाज में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकारों की प्रमुख मांग थी कि नृशंस हत्या में शामिल दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। साथ ही, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी सुनिश्चित की जाए। पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि पत्रकारों के लिए विशेष सुरक्षा कानून लाने की प्रक्रिया तेज की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। वरिष्ठ पत्रकारों ने बताया कि इस मामले में प्रेस क्लब महासंघ और झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके जरिए दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा करने की मांग की जाएगी। पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि मुकेश चंद्रकार जैसे निर्भीक पत्रकार समाज के लिए प्रेरणा हैं, और उनकी हत्या का दोषियों को कड़ा परिणाम भुगतना होगा।  

BIG UPDATE : मुकेश चंद्रकार हत्याकांड: मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में पकड़ा गया, पूछताछ जारी

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#justiceformukesh रायपुर,06 जनवरी 2025 –  पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में बड़ा अपडेट सामने आया है। इस जघन्य अपराध के फरार मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार को एसआईटी टीम ने देर रात हैदराबाद से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने सुरेश को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया था, जो अब सफल हो गया है। एसआईटी द्वारा गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ की प्रक्रिया जारी है। सुरेश चंद्रकार से पूछताछ के दौरान हत्याकांड के कई अहम पहलुओं पर से पर्दा उठने की संभावना है। साथ ही इस मामले से जुड़े अन्य संदिग्धों की भूमिका भी उजागर हो सकती है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कल इस हत्याकांड की जांच में तेजी लाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया था। सुरेश चंद्रकार गिरफ्तारी को इस दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। इस मामले में पुलिस द्वारा जल्द ही और खुलासे किए जाने की संभावना है। वहीं, सुरेश चंद्रकार की गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड से जुड़े कई अनसुलझे सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है।  

#justiceformukesh : प्रेस क्लब रायपुर ने सीएम साय से की मुलाकात,गृहमन्त्री विजय शर्मा पहुंचे प्रेस क्लब

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रायपुर,06 जनवरी 2025 – पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग को लेकर रायपुर प्रेस क्लब और वरिष्ठ पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीते शाम 5 जनवरी को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया कि मामले की गहन जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात रायपुर प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने कुछ अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका पर भी सवाल उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह जघन्य हत्याकांड बेहद गंभीर है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने त्वरित और निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि सभी संदिग्ध पहलुओं पर गंभीरता से कार्रवाई होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा भी मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब के महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय, उपाध्यक्ष संदीप शुक्ला, कोषाध्यक्ष रमन हलवाई, संयुक्त सचिव तृप्ति सोनी एवं अरविंद सोनवानी, कार्यकारिणी सदस्य सुधीर तम्बोली, वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा और पीसी रथ शामिल रहे। गृहमंत्री से संवाद रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा और संवाद कार्यक्रम में पत्रकारों ने राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा को घटना की जानकारी दी। गृहमंत्री अपनी अन्य बैठक के कारण प्रारंभ में उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन बैठक समाप्त होते ही वे प्रेस क्लब पहुंचे। पत्रकारों ने एसआईटी में स्थानीय अधिकारियों के बजाय साफ-सुथरी छवि के अधिकारियों को शामिल करने की मांग की। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री से चर्चा कर एसआईटी में बदलाव पर विचार किया जाएगा। जांच की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी और हर बिंदु पर ध्यान दिया जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” श्रद्धांजलि सभा में जुटा पत्रकार समुदाय पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या से पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश है। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए और घटना की निंदा की। सभा में मांग की गई कि हत्याकांड की जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता से की जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। हम आपको बता दें कि पत्रकार मुकेश    चंद्राकर की हत्या के तीन आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।मुख्य आरोपी, ठेकदार सुरेश चन्द्रकार अभी भी फरार है । मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की ओर से मिले आश्वासन के बाद पत्रकार समुदाय को उम्मीद है कि मामले में जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।पत्रकार साथी की हत्या से देशभर के पत्रकार एकजुट हैं।  

भरत सिंह बने भाजपा के नए जिलाध्यक्ष, पार्टी के संघर्ष और एकजुटता का हुआ जश्न

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जशपुर,05 जनवरी 2025: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भरत सिंह को जशपुर जिले का नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के चुनाव प्रभारी निर्मल सिन्हा ने जिला भाजपा कार्यालय राधाकांत भवन में आयोजित एक विशेष बैठक में यह घोषणा की। इस मौके पर निवर्तमान जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों और पार्टी के साथ अपने संघर्ष के दिनों को याद कर भावुक क्षण साझा किए। पार्टी के अनुशासन की मिसाल घोषणा के दौरान चुनाव प्रभारी निर्मल सिन्हा ने कहा कि जशपुर के भाजपा कार्यकर्ताओं का अनुशासन और संघर्ष क्षमता पूरे प्रदेश में एक मिसाल है। उन्होंने निवर्तमान जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी को शानदार जीत मिली। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे नए जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में भी इसी एकजुटता के साथ काम करें। नेताओं ने जताया आभार जशपुर विधायक रायमुनी भगत ने कहा कि सुनील गुप्ता के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार संघर्ष हुआ, जिससे भाजपा को विधानसभा और लोकसभा चुनावों में जीत मिली। पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने इसे सुनील गुप्ता की कुशल रणनीति का परिणाम बताया, जिससे पत्थलगांव सीट पर जीत संभव हो सकी। भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार राय ने कहा कि भाजपा एक कैडर-बेस्ड पार्टी है, जहां वंशवाद और परिवारवाद के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने 2018 की हार के बाद पार्टी द्वारा किए गए संघर्ष और उपलब्धियों को भी याद किया। भरत सिंह ने जताया भरोसा नवनियुक्त जिलाध्यक्ष भरत सिंह ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य केवल सत्ता प्राप्ति नहीं, बल्कि भारत को विश्व गुरु बनाना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथ मजबूत करने का आह्वान किया। सुनील गुप्ता हुए भावुक अपने विदाई भाषण में सुनील गुप्ता ने पार्टी के साथ अपने सफर को याद किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज के दिनों में भाजयुमो के तत्कालीन जिलाध्यक्ष शत्रुजंय प्रताप सिंह जूदेव के साथ भाजपा से जुड़े थे और उन्हें युधवीर सिंह जूदेव के साथ काम करने का भी अवसर मिला। उन्होंने 2018 की हार के बाद विपक्ष की भूमिका में कांग्रेस सरकार के खिलाफ संघर्ष के अनुभव साझा किए और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उपस्थित रहे कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला संगठन चुनाव प्रभारी निर्मल सिन्हा, पूर्व प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार राय, राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियम्वदा सिंह जूदेव, विधायक रायमुनी भगत और गोमती साय समेत कई वरिष्ठ नेता, जिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। नए नेतृत्व से पार्टी को बड़ी उम्मीदें भरत सिंह की नियुक्ति से कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं का मानना है कि उनके नेतृत्व में पार्टी नए कीर्तिमान स्थापित करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “नया भारत” के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगी।  

स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर आक्रोश, पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग,सौंपा ज्ञापन

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महासमुंद,04 जनवरी2025 –  छत्तीसगढ़ के बीजापुर में स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। घटना को लेकर महासमुंद के पत्रकारों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने इस नृशंस हत्या की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री, कलेक्टर, और डीजीपी के नाम एएसपी को ज्ञापन सौंपा। दरअसल, पत्रकार मुकेश चंद्राकर, जो बीजापुर जिले में निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे, 1 जनवरी की शाम से लापता थे। 3 जनवरी को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। जानकारी के अनुसार, मुकेश ने हाल ही में करोड़ों के भ्रष्टाचार से जुड़ी एक खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद उनकी हत्या की बात सामने आ रही है। घटना में शामिल होने के आरोप में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर और दो मजदूरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल: महासमुंद के पत्रकारों ने घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की बढ़ती असुरक्षा को देखते हुए तत्काल पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है। पत्रकारों का कहना है कि यह घटना केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर हमला है। ज्ञापन में मुख्य मांगें: 1. मुकेश चंद्राकर हत्याकांड की निष्पक्ष और त्वरित जांच। 2. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा। 3. पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए।   पत्रकारों का बयान: महासमुंद के पत्रकारों ने कहा, “यह घटना किसी भी पत्रकार के लिए भयावह है। मुकेश ने भ्रष्टाचार को उजागर करने का साहस दिखाया, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। अगर दोषियों को सजा नहीं मिली, तो यह समाज और लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा होगा।” सरकार से उम्मीद: पत्रकार समुदाय ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस घटना को प्राथमिकता से लेते हुए दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए। मुकेश चंद्राकर की हत्या ने राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना न केवल न्याय की मांग करती है, बल्कि यह भी बताती है कि निर्भीक पत्रकारिता के लिए मजबूत सुरक्षा तंत्र की कितनी आवश्यकता है।