ऑपरेशन अंकुश की बड़ी सफलता: एसएसपी शशि मोहन सिंह के कार्यकाल में अपराध नियंत्रण की ऐतिहासिक उपलब्धि,पढ़िए हत्या और बलात्कार के आरोपियों की हुई गिरफ्तारी

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जशपुर, 29 मई 2025 जशपुर पुलिस को ऑपरेशन अंकुश के तहत दो लंबे समय से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में बड़ी सफलता मिली है। हत्या और बलात्कार के संगीन मामलों में वांछित इन दोनों अपराधियों को पकड़कर पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि अपराध कितना भी पुराना हो, कानून से बचना असंभव है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में चल रहे इस विशेष अभियान के तहत, थाना कुनकुरी क्षेत्र के 12 वर्षों से फरार एक आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। यह आरोपी वर्ष 2013 में एक महिला की निर्मम हत्या और उसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में वांछित था। वहीं, एक अन्य दुष्कर्म के मामले में तीन साल से फरार आरोपी मोहम्मद फैज़ अकरम को आजाद मोहल्ला कुनकुरी से गिरफ्तार किया गया है, जो पहचान छुपाकर झारखंड में रह रहा था। इन दोनों अभियानों में कुनकुरी थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश यादव सहित पूरी पुलिस टीम की सतर्कता, समर्पण और तकनीकी दक्षता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि “ऑपरेशन अंकुश केवल एक अभियान नहीं, बल्कि अपराध मुक्त जशपुर की दिशा में एक संकल्प है। यह सफलता पुलिस विभाग की प्रतिबद्धता, तकनीकी रणनीति और मजबूत खुफिया तंत्र का परिणाम है।” उनके कार्यकाल में लगातार की जा रही त्वरित, प्रभावी और नीतिगत कार्रवाइयों ने जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति को मजबूत किया है। संगठित अपराधों से लेकर संवेदनशील मामलों में की गई कार्रवाइयां जशपुर को अपराधमुक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही हैं। पुलिस का यह संदेश साफ है – कोई भी अपराधी कानून से ऊपर नहीं, और जशपुर पुलिस हर हाल में न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है।  

पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, कण्डोरा में बिना कार्य के उड़ाए गए लाखों रुपये,सचिव छिप रहा लेकिन भरत सिंह ने मीडिया से की बात

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📍 कुनकुरी (जशपुर), 28 मई 2025 ग्राम पंचायत कण्डोरा में विकास कार्यों को लेकर बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। पंचायत सचिव सुशील तिर्की पर फर्जी हस्ताक्षर, गबन और कमीशन के गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप पूर्व सरपंच रामदीन और ग्रामीणों द्वारा लगाए गए हैं, जिन्होंने पंचायत में हुए कार्यों और लेन-देन की जांच की मांग की है। पूर्व सरपंच का कहना है कि सीसी रोड और नाली निर्माण के नाम पर करीब 7 लाख रुपये की राशि निकाली गई, लेकिन आज तक धरातल पर कोई कार्य शुरू नहीं हुआ। इसके अलावा, गौण खनिज मद की 12.80 लाख रुपये की राशि के दुरुपयोग का भी आरोप है। आरोप है कि यह राशि बिना स्पष्ट प्रक्रिया के अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी गई, जिनमें से भरत सिंह को पांच लाख, सचिव खुद के खाते में एक लाख अस्सी हजार रुपए और एक खाता अज्ञात बताया गया है। भरत सिंह कौन है ? सोशल मीडिया में भरत सिंह के खाते में 5 लाख रुपए डाले जाने को लेकर जिले में खूब चर्चा है।दरअसल,भरत सिंह ग्राम पंचायत कंडोरा के महुआटोली गांव के निवासी हैं जो चूड़ा मिल चलाते है।ये वो नहीं हैं जो वर्तमान में भाजपा के जशपुर जिले के अध्यक्ष हैं।भरत सिंह से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि निर्माण कार्य में मटेरियल सप्लाई हुआ था जिसका पैसा मेरे खाते में आया है। सबसे चौंकाने वाला आरोप यह है कि योजनाओं की राशि निकालने के लिए पूर्व सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर किए गए। रामदीन का कहना है कि जब उन्होंने बैंक स्टेटमेंट और दस्तावेजों की जांच की, तब इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ।रामदीन ने यह भी बताया कि सचिव इतना होशियार है कि सरपंच के मानदेय की राशि भी निकालकर खा गया। इसके अलावा, 15वें वित्त आयोग मद से स्वीकृत दो कार्यों (एक नाली और एक सीसी रोड) की राशि लगभग 7 लाख रुपये भी आहरित कर ली गई, लेकिन मौके पर किसी भी तरह का कार्य नज़र नहीं आता। ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने सचिव के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उच्चस्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव ने अपने पद का दुरुपयोग कर सरकारी धन की भारी हेराफेरी की है, जिससे गांव विकास से वंचित रह गया है। प्रशासन से अब इस पूरे मामले में त्वरित जांच की अपेक्षा की जा रही है, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके और पंचायत की पारदर्शिता बनी रहे।  

पाक बॉर्डर से लौटे वीर BSF जवान कुलवंत पन्ना की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, ऑपरेशन सिंदूर में निभाई थी अहम भूमिका

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जशपुर/कुनकुरी। पाकिस्तान सीमा पर तैनात बीएसएफ के जांबाज़ कांस्टेबल कुलवंत पन्ना की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। 35वीं बटालियन, डाबला (जैसलमेर, राजस्थान) में ड्यूटी कर रहे कुलवंत हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” में शामिल थे, जहां उन्होंने पाकिस्तान की ओर से हुए ड्रोन हमलों के दौरान बहादुरी से मोर्चा संभाला था। देश सेवा से लौटा यह वीर सपूत मंगलवार 27 मई की दोपहर लगभग डेढ़ बजे एक हादसे का शिकार हो गया। मूलतः जशपुर जिले के कुनकुरी थाना अंतर्गत गिनाबहार बरटोली निवासी 35 वर्षीय कुलवंत छुट्टी पर कल ही अपने घर आया था। मंगलवार को वह अपनी पत्नी से मिलने दुलदुला जा रहा था, तभी गिनाबहार के पास गोठान पुलिया के नजदीक उसकी स्कूटी पुलिया से टकरा गई। हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।मृतक के भाई के मुताबिक उसे सिर में गंभीर चोट आई थी। जवान की मृत्यु की सूचना उसके भाई आसित पन्ना को मिली, जिसके बाद मौके पर कुनकुरी पुलिस पहुंची और मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। हादसे की जानकारी मिलते ही मृतक के साथ एक ही पोस्ट पर ड्यूटी कर रहे जशपुर के दो और जवान — विशाल कुमार (आरक्षक, कांसाबेल) और विक्रांत मिंज (गोरिया) भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुष्टि की कि कुलवंत हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। इस असामयिक और दर्दनाक घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजनों के अनुसार, बुधवार दोपहर तक सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी और फिर बीएसएफ के इस बहादुर जवान को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। देश ने एक वीर सपूत खो दिया है, जिसने सीमाओं पर दुश्मन का डटकर मुकाबला किया और लौटते ही नियति का शिकार हो गया। जवान की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सौगात: जशपुर में 18.46 करोड़ से बनेंगी 6 नई सड़कें, मधेश्वर पहाड़ तक पक्के रास्ते से पहुंचेंगे शिवभक्त

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धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, ग्रामीण आवागमन होगा सुलभ, जनता में खुशी की लहर जशपुर, 23 मई 2025 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर जशपुर जिले को एक और बड़ी सौगात मिली है। राज्य शासन द्वारा जिले में 6 प्रमुख सड़कों के निर्माण के लिए 18 करोड़ 46 लाख 87 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इससे न केवल ग्रामीण अंचलों के लोगों को आवागमन में सुगमता मिलेगी, बल्कि विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग माने जाने वाले मधेश्वर पहाड़ तक श्रद्धालुओं की आसान पहुंच सुनिश्चित होगी। मधेश्वर मंदिर तक पक्की सड़क – धार्मिक पर्यटन को लगेगा पंख कुनकुरी क्षेत्र के मयाली नेचर कैंप से लेकर मधेश्वर मंदिर और जोकारी से मधेश्वर पहाड़ तक पक्की सड़क का निर्माण होना है। इस पहल से न सिर्फ शिवभक्तों की आस्था की राहें आसान होंगी, बल्कि क्षेत्रीय धार्मिक पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। जोकारी और भंडरी पंचायत के ग्रामीणों में इस खबर से गहरी प्रसन्नता है और लोग मुख्यमंत्री की जय-जयकार कर रहे हैं। ये हैं स्वीकृत सड़कों के विवरण – 1. चटकपुर से रेंगारबहार (2.46 किमी) – ₹2.89 करोड़ 2. कुनकुरी-औरीजोर-मतलूटोली-पटेलापारा (2.54 किमी) – ₹3.01 करोड़ 3. NH-43 से मयाली डेम तक (2.28 किमी) – ₹2.85 करोड़ 4. मयाली नेचर कैंप से मधेश्वर मंदिर (2.20 किमी) – ₹2.71 करोड़ 5. रानीबंध चौक–चिडराटांगर–पंडरीआमा–उपरकछार (3.44 किमी) – ₹3.29 करोड़ 6. जोकारी से मधेश्वर पहाड़ (2.88 किमी) – ₹3.68 करोड़   “अब जशपुर में विकास की नई राह खुल रही है। श्रद्धा, सुविधा और समर्पण के संग मुख्यमंत्री की यह सौगात सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि ग्रामीण जनजीवन को जोड़ने वाला भविष्य का पुल है।” – नरेश नंदे, वरिष्ठ अधिवक्ता व विचारक जशपुर जिला प्रशासन सक्रिय, जल्द होगा कार्य प्रारंभ कलेक्टर रोहित व्यास ने बताया कि निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि प्रत्येक गांव और धार्मिक स्थल तक पक्की और सुरक्षित सड़क पहुंचे ताकि आमजन को विकास का सीधा लाभ मिले। मुख्यमंत्री का वादा – “सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सबको साथ लेकर चलेंगे” मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पहले ही स्पष्ट किया था कि जशपुर जिले को बुनियादी सुविधाओं में आत्मनिर्भर बनाना उनकी प्राथमिकता है। सड़क निर्माण की यह नई श्रृंखला विष्णु के सुशासन मॉडल का प्रत्यक्ष प्रमाण है।  

कुनकुरी डायलिसिस सेंटर किडनी मरीजों को दे रहा जीवन लेकिन मरीजों ने खोली पोल,कभी भी जा सकती है जान

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अब तक 955 सेशन, छत्तीसगढ़ ही नहीं, ओडिशा के मरीज भी ले रहे निःशुल्क लाभ कुनकुरी, 24 मई 2025 – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता से स्थापित कुनकुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का डायलिसिस सेंटर बीते पाँच महीनों में किडनी मरीजों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हुआ है। यह सेंटर न केवल कुनकुरी विकासखंड, बल्कि कांसाबेल, दुलदुला, फरसाबहार जैसे आसपास के इलाकों के मरीजों की जीवनरेखा बन चुका है। इतना ही नहीं, पड़ोसी राज्य ओडिशा के सीमावर्ती जिला सुंदरगढ़ से भी दर्जनों मरीज यहां आकर निःशुल्क डायलिसिस सेवा का लाभ उठा रहे हैं। अब तक 955 डायलिसिस सेशन हो चुके हैं – हर एक सेशन उन परिवारों के लिए राहत की सांस लेकर आया है, जो अब तक अंबिकापुर,रायपुर,रांची जाकर निजी अस्पतालों में महंगे इलाज का बोझ उठाने को मजबूर थे। इस प्रशंसनीय पहल के बीच एक गंभीर तकनीकी समस्या लगातार मरीजों और उनके परिजनों को चिंतित कर रही है – बिजली की अनियमित आपूर्ति। डायलिसिस और बिजली का सीधा रिश्ता – जानलेवा हो सकती है लापरवाही डायलिसिस के दौरान मरीज के शरीर से खून बाहर निकालकर मशीन में साफ किया जाता है और फिर शरीर में वापस पहुंचाया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया अत्याधुनिक मशीनों द्वारा संचालित होती है, जो पूरी तरह बिजली पर निर्भर हैं। यदि डायलिसिस के दौरान बिजली अचानक गुल हो जाए और तुरंत बैकअप चालू न हो, तो मशीन में मौजूद खून क्लॉट होकर वापस नहीं लौट सकता। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्थिति में 2.5 से 3 लीटर खून शरीर से बाहर ही जम सकता है – यह सीधे मरीज के प्राणों पर संकट ला सकता है। मरीज ने जताई चिंता, प्रशासन से तत्काल समाधान की मांग ख़बर जनपक्ष के संपादक संतोष चौधरी को मरीजों और परिजनों ने बताया कि डायलिसिस की गुणवत्ता बेहतर है, लेकिन बिजली कटते ही उनका दिल कांप जाता है। डंडाडीह,दुलदुला से आए मरीज ने आपबीती सुनाते हुए कहा – एक बार लाइट भाग गया तो मशीन के पाइप में मेरा खून जम गया था।फिर गर्मी भी लगती है।यह परेशानी अभी पानी-बिजली खूब किया तब से बढ़ गया है।ऐसी ही परेशानी दो और बुजुर्ग मरीजों के परिजनों ने भी बताई। डायलिसिस सेंटर से जानकारी मिली कि समस्या उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दी गई है और समाधान जल्द किया जाएगा। समस्या नहीं, जीवन-मरण का प्रश्न है ये स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डायलिसिस जैसे जीवन रक्षक इलाज के लिए 24 घंटे की निर्बाध बिजली आपूर्ति और प्रभावी बैकअप सिस्टम जैसे जेनरेटर अनिवार्य हैं। इसमें एक पल की लापरवाही भी जानलेवा हो सकती है। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को खतरे से बचाना ज़रूरी कुनकुरी का डायलिसिस सेंटर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की  पहल का नतीजा है, जिसने सीमावर्ती अंचलों के गरीब और जरूरतमंद मरीजों को नई ज़िंदगी दी है। अब प्रशासन और तकनीकी विभागों की जिम्मेदारी है कि इस जनहित योजना की विश्वसनीयता और सतत संचालन सुनिश्चित करें, ताकि हर मरीज यहां निश्चिंत होकर जीवन पा सके – डर नहीं।  

उरांव महिलाओं ने दिखाई शौर्यगाथा की झलक, पारंपरिक ‘जनी शिकार’ का किया प्रदर्शन, पांच दिवसीय सम्मेलन में संस्कृति, परंपरा और अस्तित्व की रक्षा का लिया संकल्प, हजारों महिलाओं ने पुरुष वेश में नगाड़ों की थाप पर किया जुलूस, धर्मांतरण के खिलाफ गरजे गणेश राम भगत

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जशपुर,23 मई 2025 – जशपुरनगर के तेतरटोली में 18 से 22 मई तक हिन्दू उरांव महिला समिति के बैनर तले एक पांच दिवसीय महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य उरांव समाज की महिलाओं को अपनी पारंपरिक संस्कृति, लोकगीत, नृत्य और जातिगत परंपराओं से जोड़ना था, ताकि आने वाली पीढ़ियां अपनी मूल पहचान और गौरवशाली विरासत को समझ सकें। कार्यक्रम के अंतिम दिन ऐतिहासिक ‘जनी शिकार’ परंपरा का प्रतीकात्मक प्रदर्शन हुआ, जिसमें हजारों महिलाओं ने पारंपरिक पुरुष वेश में हाथों में पारंपरिक हथियार लेकर नगाड़ों की थाप पर शहर में विशाल रैली निकाली। यह प्रदर्शन रोहतासगढ़ की उस गौरवशाली गाथा की याद दिलाने के लिए था, जब उरांव महिलाओं ने अपने शौर्य से मुगलों को तीन बार पराजित किया था। आमसभा में जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत ने धर्मांतरण पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि छोटा नागपुर क्षेत्र को ‘ईसाई राज’ में बदलने की साजिशें लगातार चल रही हैं, लेकिन समाज अब जागरूक हो चुका है। उन्होंने डीलिस्टिंग कानून की मांग को दोहराते हुए सरकार से इस पर ठोस कदम उठाने का आग्रह किया। फोटो: पारंपरिक परिधान में दंत चिकित्सक डॉ कांति प्रधान अन्य सामाजिक नेताओं के साथ रैली में सभा में झारखंड के संदीप उरांव और अंबिकापुर से आए डॉ. आज़ाद भगत ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि यदि जनजातीय समाज अपनी भाषा, परंपरा और रीति-रिवाजों को नहीं भूले, तो धर्मांतरण जैसी चुनौतियों से सहजता से निपटा जा सकता है। इस मौके पर गणेश राम भगत ने जशपुर रेल परियोजना में अवरोध उत्पन्न करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह जनभावना से जुड़ा मामला है, और ऐसे तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने संरक्षित जंगलों में अंधाधुंध पेड़ कटाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए उसकी जांच की मांग की तथा बारिश में वृक्षारोपण का आह्वान किया। इस आयोजन में हज़ारों की संख्या में महिलाएं और समाजजन शामिल हुए। तेज धूप में रैली में शामिल लोगों के सेवा में शहर के सामाजिक संगठनों ने भी भागीदारी निभाई। संवेदना फाउंडेशन, श्री बालाजी जन कल्याण समिति, और गुड मॉर्निंग ग्रुप जैसे संगठनों ने रैली में शामिल लोगों को पानी, शीतल पेय और फल वितरित कर सेवा भाव का परिचय दिया। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक जागरूकता का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक एकता, जनजागरण और आत्मगौरव की मिसाल भी प्रस्तुत कर गया।

मुख्यमंत्री VDS आज जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा के उद्घाटन में होंगे शामिल,सुशासन तिहार में भी देंगे समय

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जशपुर,21 मई 2025 – प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय आज कांसाबेल विकासखंड के दोकड़ा गांव में  उतरेंगे।प्रशासनिक तैयारी  और जगन्नाथ मंदिर से जुड़े लोगों से चर्चा के अनुसार  दोकड़ा ग्राम में वर्षों पुराना जगन्नाथ मंदिर को नए सिरे से पूरी भव्यता और ओड़िशी वास्तुकला के साथ निर्माण किया गया है।इस मंदिर के निर्माण में स्वयं विष्णुदेव साय ने रुचि दिखाई और अपने विश्वस्त पुरुषोत्तम सिंह,बलराम भगत  समेत दोकड़ा के भाजपा कार्यकर्ता,पदाधिकारियों के अथक प्रयास से आज वह दिन आ गया है ,जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के साथ भगवान जगन्नाथ मंदिर के महाआयोजन में उपस्थित होंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का शाम 4 बजे के करीब कार्यक्रम में आने की संभावना है।जिसको लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी हो चुकी है।आज सुशासन तिहार भी दोकड़ा गांव में मनाया जायेगा।इन दोनों बड़े आयोजन में शामिल होने बड़ी संख्या में लोगों का आना शुरू हो चुका है।पुलिस व्यवस्था चुस्त दुरुस्त है।

शराब का ऐसा साइड इफेक्ट! 7 साल पहले बेटे की हत्या कर सेप्टिक टैंक में दफनाया शव, अब खुला खौफनाक राज – पिता गिरफ्तार

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धमतरी,21 मई 2025 –  धमतरी जिले के भोयना गांव से एक दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। सात साल पहले लापता हुए युवक की असलियत उस वक्त सामने आई, जब एक बंद गोदाम के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान नरकंकाल बरामद हुआ। पुलिस जांच में इस कंकाल की कहानी जब खुलकर सामने आई, तो सब हैरान रह गए – यह हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि युवक के ही सौतेले पिता ने की थी। ऐसे हुआ खुलासा 17 मई को अर्जुनी थाना अंतर्गत भोयना गांव के एक बंद गोदाम में स्थित सेप्टिक टैंक की सफाई कराई जा रही थी। सफाई के दौरान जब सफाईकर्मियों को अंदर नरकंकाल दिखाई दिया, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। अर्जुनी पुलिस मौके पर पहुंची और कंकाल को बाहर निकालकर जांच शुरू की। एफएसएल टीम और पुलिस को कंकाल कई साल पुराना प्रतीत हुआ, जिससे मामला रहस्यमयी बन गया।   पिता ने ही किया था कत्ल पुलिस जांच में सामने आया कि नरकंकाल गांव के ही एक युवक का था, जो 7 साल पहले अचानक लापता हो गया था। जब पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की, तो शक की सुई मृतक के सौतेले पिता राममिलन ध्रुव पर जाकर टिकी। गहन पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी पिता ने बताया कि उसका सौतेला बेटा आए दिन शराब पीकर उससे झगड़ा करता था। घटना वाले दिन भी दोनों के बीच कहासुनी हुई और मारपीट तक नौबत पहुंच गई। इसी दौरान बेटे का सिर दीवार से टकरा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उस समय घर में कोई और मौजूद नहीं था। घबराए राममिलन ने अपराध छिपाने के लिए बेटे के शव को लोहे की छड़ से बांधकर बंद पड़े गोदाम के सेप्टिक टैंक में दफना दिया और पूरे मामले को दबा दिया।   पुलिस ने किया गिरफ्तार राज खुलने के बाद अर्जुनी थाना पुलिस ने आरोपी पिता राममिलन ध्रुव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। क्या कहती है यह घटना? यह घटना न सिर्फ एक परिवार के भीतर पनपते तनाव और नफरत की कहानी है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक चेतावनी है। जब घर के भीतर रिश्तों की दीवारें ही दरकने लगें, तो परिणाम कितना भयावह हो सकता है, इसका यह जीता-जागता उदाहरण है।

हम ही बनाए हैं, हम ही संवारेंगे: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पत्थलगांव को नगर पालिका का दर्जा दिलाया

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जशपुर, 20 मई 2025 – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में पत्थलगांव को बड़ी सौगात मिली है। अब पत्थलगांव नगर पंचायत नहीं, बल्कि नगर पालिका के रूप में पहचाना जाएगा। राज्य शासन द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, पत्थलगांव को नगर पालिका में सम्मिलित करने हेतु छत्तीसगढ़ राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित कर दी गई है। छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 5 के तहत नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर अटल ने दिनांक 1 मई 2025 को यह अधिसूचना जारी की है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि नगर पालिका पत्थलगांव की सीमाएं वही होंगी, जो वर्तमान में नगर पंचायत पत्थलगांव की हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, इस क्षेत्र की जनसंख्या 16,613 है। इस ऐतिहासिक निर्णय पर पत्थलगांव विधायक ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि— “यह निर्णय न केवल क्षेत्र के विकास की नई दिशा तय करेगा, बल्कि भाजपा के इस संकल्प को भी दर्शाता है कि हम ही बनाए हैं, हम ही संवारेंगे।” स्थानीय नागरिकों में भी इस घोषणा के बाद हर्ष का माहौल है। उम्मीद की जा रही है कि नगर पालिका बनने से पत्थलगांव में आधारभूत सुविधाओं का विस्तार होगा और नगरीय विकास को नई गति मिलेगी।  

*वक़्फ़ संशोधन बिल पर भाजपा का जिला स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न* *वक़्फ़ संपत्तियों की पारदर्शिता हेतु जरूरी है संशोधन : भाजपा*

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जशपुर,20 मई 2025 – भारतीय जनता पार्टी द्वारा वक़्फ़ संशोधन बिल 2025 को लेकर जनजागरूकता फैलाने हेतु सोमवार को श्याम पैलेस जशपुर में एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय, जशपुर विधायक श्रीमती  रायमुनी भगत, भाजपा जिला अध्यक्ष भरत सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेश नंदे, तथा वक़्फ़ जनजागरण अभियान जिला समिति के सदस्य एवं पार्षद फैज़ान सरवर खान ने अपने विचार व्यक्त किए। विधायक श्रीमती गोमती साय ने कहा कि वक़्फ़ संपत्तियाँ वर्षों से उपेक्षा और भ्रष्टाचार का शिकार रही हैं। संशोधन बिल 2025 इन संपत्तियों के पारदर्शी और न्यायपूर्ण प्रबंधन का रास्ता खोलता है। यह कदम सामाजिक न्याय और संसाधनों के सही उपयोग की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय है। जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह बिल किसी धर्म या समुदाय के विरोध में नहीं है, बल्कि यह सभी वक़्फ़ संपत्तियों की सुरक्षा, पारदर्शिता और सही इस्तेमाल के लिए एक आवश्यक सुधार है। उन्होंने कहा कि वर्षों से बंद पड़ी या अवैध कब्जे में चली गई वक़्फ़ ज़मीनें अब समाज के विकास में उपयोग लाई जा सकेंगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे भ्रम में न पड़ें और इस ऐतिहासिक पहल का समर्थन करें। भाजपा जिला अध्यक्ष भरत सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार हर वर्ग के हित में निर्णय लेती है। यह संशोधन मुस्लिम समाज के हितों की रक्षा करते हुए वक़्फ़ संपत्तियों की जवाबदेही तय करेगा और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लाएगा। पूर्व जिलाध्यक्ष नरेश नंदे ने अपने वक्तव्य में कहा कि अब समय आ गया है कि वक़्फ़ संपत्तियों का लेखा-जोखा सार्वजनिक हो और उनका लाभ वास्तव में जरूरतमंदों को मिले। यह बिल उस दिशा में सार्थक पहल है। पार्षद फैज़ान सरवर खान ने स्पष्ट किया कि इस बिल को लेकर समुदाय विशेष के बीच फैलाई जा रही भ्रांतियाँ निराधार हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को इसे अधिकार की लड़ाई मानकर समर्थन देना चाहिए क्योंकि यह उनकी संपत्तियों की सुरक्षा की गारंटी देता है। वक़्फ़ संशोधन बिल 2025 वक़्फ़ बोर्ड के कामकाज को और अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाएगा। यह बिल समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसर प्रदान करेगा और वक़्फ़ संपत्तियों का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास के लिए सुनिश्चित करेगा।उन्होंने भ्रांतियों कप दूर करने के लिए तथ्यपरक जानकारी साझा की ओर स्थानीय समुदाय से सहयोग की अपील की। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रवक्ता ओमप्रकाश सिन्हा ने कुशलतापूर्वक किया।उन्होंने अपने संचालन में इस बात पर जोर दिया कि यह अभियान केवल एक समुदाय तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के कल्याण के लिए है।कार्यशाला में भाजपा पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, महिलाएं एवं शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।