कुनकुरी नगरपंचायत अध्यक्ष का ताज किसके सिर पर सजेगा?जातियों में बंटे खेतों में वोटों की लहलहाती फसल काटने उतरे सुदबल और विनयशील पर पूरे छत्तीसगढ़ की निगाहें क्यों? एक विश्लेषण

IMG 20230819 202303 1

प्रदेश में नगरपंचायत की एक सीट काफी सुर्खियों में हैं – कुनकुरी नगरपंचायत अध्यक्ष की सीट।वह इसलिए कि इसी सीट पर वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोनों ने अपनी पसंद के उम्मीदवार उतारे हैं।उसपर भी दिलचस्प ये कि अध्यक्ष पद पर दो ही प्रत्याशी खड़े हैं, एक सत्ता दल बीजेपी से सुदबल राम यादव ,दूसरे सत्ता से बेदखल दल कांग्रेस से विनयशील गुप्ता। इतने से आपको यह समझ में आ गया होगा कि नगरपंचायत कुनकुरी का चुनाव नेक-टू-नेक है।निर्दलीय कोई है नहीं जो चुनाव में किसी का खेल बिगाड़ दे या बना दे। मतदान 11 फरवरी को होना है।आज शाम से चुनावी शोर भी थम जाएगा।शहर में दोनों प्रत्याशी गली-गली,चौक-चौराहों,बस्तियों में घूम रहे हैं।विनयशील का चुनावी कमान पूर्व विधायक यूडी मिंज,जिलाध्यक्ष मनोज सागर यादव समेत तमाम पुराने कांग्रेसी नेताओं ने सम्हाला हुआ है।वहीं सुदबल राम यादव को जिताने के लिए कुनकुरी के वर्तमान विधायक व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय,जिलाध्यक्ष भरत सिंह समेत भाजपा के तमाम नेता सम्हाल रहे हैं। अब बचे वोटर तो जो बात देखने-सुनने और वोटरों से चर्चा ने सामने आई उसमें पहला यह कि ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने से शहर का विकास और ज्यादा होगा।वोटरों की बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि होगी।वहीं दूसरा यह कि सुदबल राम यादव मुख्यमंत्री का प्रत्याशी है तो अगर हार गया तो मुख्यमंत्री सीधे कुनकुरी से नाराज़ हो सकते हैं,जिसका रिस्क उठाने में खासकर वे मतदाता झिझक रहे हैं जो सीएम के मिलने-जुलने वालों में से हैं।ऐसे जागरूक मतदाता ही चुनावी खेल में मोहरे का काम करते हैं। विनयशील गुप्ता को लेकर पहली बात यह कि कुनकुरी शहर में उनके रौनियार समाज के वोटर ज्यादा हैं जिन्हें बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है।पहली बार कोई प्रत्याशी इस समाज से लड़ रहा है।विनयशील ने बीते 5 साल कांग्रेस की सत्ता में राजनीति को करीब से देखा-समझा है बल्कि राजनीति में शामिल रहकर देश-प्रदेश के कई चुनावों में मॉनिटरिंग भी की।कुनकुरी शहर में अगर एक लाइन में चुनाव के समझने की कोशिश करें तो यह सम्भव नहीं है।लोकल इलेक्शन में वोटर आपको ही,आपको ही कहकर प्रत्याशी को भ्रमित करता है जो यहां भी दिख रहा है।जो कह रहे हैं कि बीजेपी जीतेगी, कांग्रेस जीतेगा वे विचारधारा से प्रभावित वोटर हैं।आम वोटर चुप है,11 तारीख़ को ईवीएम में जायेगा और अपना वोट चुपचाप दबा आएगा। बहरहाल,चुनावी दंगल जारी है।

*कुनकुरी शहर में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने सम्हाली प्रचार की कमान, प्रदेश सरकार की उपलब्धियों और भावी योजना पर मांग रही हैँ समर्थन..*

IMG 20250206 WA0004

कुनकुरी का विकास अपने आप में मॉडल बनेगा – कौशल्या साय जशपुर,06 फरवरी 2025 –  नगर पंचायत कुनकुरी में भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रचार की कमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने सम्हाल लिया है। बुधवार को कुनकुरी के हनुमान टेकरी में मत्था टेक आशीर्वाद लेकर प्रचार अभियान शुरू किया। दिन भर कुनकुरी के सभी 15 वार्डो में घर-घर में घूम कर कौशल्या साय ने मतदाताओं से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय,प्रदेश सरकार और भारतीय जनता पार्टी के लिए समर्थन माँगा। सीएम मैडम को अपने बीच पाकर कुनकुरी नगरवासियो ने उनका सम्मान किया और महिलाओं ने  बीजेपी की टोपी पहनकर समर्थन दिया। प्रचार अभियान में कौशल्या साय ने बीते 13 महीने के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा कुनकुरी के विकास के लिए किए गए कार्य और भावी योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुनकुरी और जशपुर जिला मुख्यमंत्री के ह्रदय के धड़कनो में बसते हैँ। इसलिए वे चाहते हैँ कि कुनकुरी और जशपुर जिले का ऐसा विकास हो कि यह देश-प्रदेश के लिए एक मिसाल बन जाए। इसकी शुरुआत हो चुकी है। मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए 220 बिस्तर अस्पताल,400 केवी विद्युत केंद्र की स्थापना,मयाली नेचर कैम्प और मधेश्वर महादेव पहाड़ को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने,स्पोर्ट्स काम्पलेक्स,हाई टेक बस स्टेण्ड तो बस शुरुआत है। उन्होंने कहा कि कुनकुरी का विकास अपने आप में एक मॉडल बनेगा। सीएम विष्णुदेव साय और भाजपा को सिर्फ कुनकुरीवासियो का साथ चाहिए।उन्होंने सभी मतदाताओं को अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के प्रत्याशी सुदबल यादव और पार्षद पद के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील की। इस दौरान भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शामिल थे।

कुनकुरी नगर पंचायत चुनाव: कांग्रेस ने विनयशील को बनाया उम्मीदवार, भूपेश बघेल ने साधा सीएम साय पर निशाना

IMG 20230819 202303 1

जशपुर, 29 जनवरी 2025: कुनकुरी नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस ने विनयशील को अपना उम्मीदवार बनाकर चुनावी मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर निशाना साधते हुए दावा किया कि भाजपा कुनकुरी में हार के डर से “धमकी और दबाव” की राजनीति अपना रही है। भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस समर्थकों को धमका रहे हैं और युवा कार्यकर्ताओं को बरगलाने के लिए पैसे तक दिए जा रहे हैं। उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री साय अपने ही गृहनगर में चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए “धमकी और चमकी” की रणनीति अपना रहे हैं। भूपेश बघेल ने एक्स पर लिखा: “मुख्यमंत्री @vishnudesai जी अपने गृहनगर कुनकुरी में धमका चमका कर चुनाव लड़ना चाहते हैं। कल नगर पंचायत के लिए नामांकन खत्म होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धमकी देने का सिलसिला शुरू हो गया है।” उन्होंने आगे लिखा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काम-धंधे बंद कराने की धमकी दी जा रही है, और युवा कार्यकर्ताओं को पैसे देकर बरगलाने की कोशिश की जा रही है। बघेल ने सीधे तौर पर भाजपा पर हमला बोलते हुए लिखा कि इस “धमकी चमकी” की रणनीति में छुटभैये नेताओं से लेकर सांसद तक शामिल हैं। चुनावी संघर्ष तेज कुनकुरी में भाजपा और कांग्रेस के बीच टकराव लगातार तेज हो रहा है। कांग्रेस जहां भाजपा पर चुनावी गड़बड़ी के आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा का कहना है कि जनता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में पूरी तरह उनके साथ है। भूपेश बघेल ने अपने पोस्ट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी टैग करते हुए पूछा कि क्या यही भाजपा की चुनावी रणनीति है? उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे डरें नहीं और पूरी ताकत से चुनाव लड़ें।डरो मत, हम लड़ेंगे और जीतेंगे! अब देखना दिलचस्प होगा कि कुनकुरी की यह सियासी जंग आगे क्या मोड़ लेती है और भाजपा इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।

CRIME: SSP शशिमोहन की एडवांस क्राइम डिटेक्टिव प्लान से ध्वस्त हुई शराब तस्करी की साजिश,सब्जी कैरेट में पकड़ाया अवैध शराब का जखीरा

IMG 20250121 WA0001

जशपुर, 21 जनवरी 2025: जशपुर जिले में अवैध तस्करी पर कड़ी कार्रवाई जारी है। हाल ही में थाना तपकरा क्षेत्र के लवाकेरा पुलिस चेक पोस्ट पर जशपुर पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एक बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने एक पिकअप वाहन (क्रमांक JH01FE-0581) से प्लास्टिक कैरेटों में छुपा कर लाई जा रही 40.660 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब जब्त की। यह शराब ओडिशा से छत्तीसगढ़ लाकर अवैध रूप से बेचने की साजिश का हिस्सा थी। तस्करी का शातिराना अंदाज हुआ नाकाम मुखबिर की सटीक सूचना पर पुलिस ने लवाकेरा मार्ग पर नाकाबंदी की थी। 19 जनवरी को ओडिशा की ओर से आ रहे पिकअप वाहन को रोका गया। वाहन की तलाशी के दौरान, ट्रॉली में प्लास्टिक कैरेटों में छिपाकर रखी गई शराब बरामद हुई। जब्त शराब में 48 नग किंगफिशर बीयर (31.200 लीटर) और 47 नग व्हिस्की के पौवे (8.460 लीटर) शामिल थे। आरोपी की गिरफ्तारी वाहन चालक और आरोपी संतोष यादव (50 वर्ष), निवासी बागबहार, पकरीपारा, जिला जशपुर, को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ थाना तपकरा में 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। अपराध सबूत पाए जाने पर आरोपी को  न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। जशपुर पुलिस की लगातार सफलता इससे पहले भी तपकरा पुलिस ने 35 लाख रुपए मूल्य का लगभग 1 क्विंटल गांजा जब्त कर तस्करों को गिरफ्तार किया था। लगातार बढ़ती सख्ती और मजबूत मुखबिर तंत्र के कारण तस्करों के मंसूबे ध्वस्त हो रहे हैं। नाकाबंदी और टीम की सराहनीय भूमिका नाकाबंदी और तलाशी अभियान में प्रधान आरक्षक अजय लकड़ा, प्रकाश नारायण वाजपाई, आरक्षक धीरेंद्र मधुकर और अविनाश लकड़ा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने उनकी सराहना की। पंचायत चुनाव के मद्देनजर सख्ती जारी एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए जिले में अवैध तस्करी पर रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी ताकि जिले को अवैध गतिविधियों से मुक्त रखा जा सके।

कलेक्टर ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली, दिए सख्त निर्देश

IMG 20250119 084844

जशपुर, 18 जनवरी 2025: आगामी नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन की तैयारियों को लेकर कलेक्टर रोहित व्यास ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सभी एसडीएम और नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में विकासखंड के अधिकारी और तहसीलदार ऑनलाइन माध्यम से जुड़े थे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ  अभिषेक कुमार और अपर कलेक्टर  प्रदीप कुमार साहू भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता लागू होते ही निर्वाचन आयोग के नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। चुनाव ड्यूटी में नियुक्त अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों को पूरी गंभीरता से निभाने के निर्देश दिए गए। निर्देशों के मुख्य बिंदु: 1. संवेदनशील मतदान केंद्रों का चिन्हांकन: कलेक्टर ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों के संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान कर जानकारी शीघ्र भेजने के निर्देश दिए। 2. मतदान केंद्रों पर सुविधाएं: पानी, बिजली, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए। साथ ही, दिव्यांगजनों के लिए मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर की अनिवार्य व्यवस्था करने को कहा गया। 3. कानून व्यवस्था: संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सख्त कानून व्यवस्था बनाए रखने और बिना अनुमति के किसी अनधिकृत व्यक्ति को मतदान केंद्र में प्रवेश न देने के निर्देश दिए गए। 4. चुनाव ड्यूटी में कोताही पर सख्ती: कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए किसी भी प्रकार की बहानेबाजी स्वीकार नहीं की जाएगी। केवल गंभीर बीमारी के मामलों में मेडिकल बोर्ड का प्रमाणपत्र जमा करना होगा। 5. जागरूकता अभियान: मतदाता जागरूकता के लिए “जागो” कार्यक्रम के तहत व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए। 6. पर्याप्त परिवहन सुविधा: परिवहन अधिकारी को चुनाव कार्य के लिए पर्याप्त संख्या में वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।   चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा: कलेक्टर ने कानून व्यवस्था, सुरक्षा बल की उपलब्धता, मतदाता जागरूकता अभियान, मतदान दल का गठन, आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्रवाई, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा, मतगणना स्थल पर पेयजल, बिजली, बैरिकेडिंग और सुरक्षा के इंतजाम जैसे विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की। मास्टर ट्रेनर्स को मतदान दलों को प्रभावी प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग समन्वय से कार्य करें ताकि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो। यह बैठक यह सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की गई कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की कमी न रहे और मतदाता निर्भीक होकर अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें।